मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी का दिल्ली प्रवास : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंटकर रखी ये मांगें, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर अग्निपथ योजना पर की वार्ता, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन से ऋषिकेश के लिए मांगी सौगात

 मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी का दिल्ली प्रवास : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंटकर रखी ये मांगें,

*मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की जीएसटी क्षतिपूर्ति की अवधि बढ़ाने व राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल शिक्षा एवं शोध संस्थान की राज्य में शाखा स्थापित किये जाने का अनुरोध किया*

*पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के शीघ्र संचालन व मानस खण्ड मंदिर माला मिशन की स्वीकृति का भी किया अनुरोध*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के विकास के लिए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग के लिये देवभूमि उत्तराखण्ड की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से उत्तराखण्ड के लिये जीएसटी क्षतिपूर्ति की अवधि को जून, 2022 के आगे बनाए रखने, उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल शिक्षा एवं शोध संस्थान की एक शाखा स्थापित किये जाने, कुमांऊ मण्डल के पौराणिक मन्दिरों को जोड़े जाने के उद्देश्य से “मानस खण्ड मन्दिर माला मिशन“ को स्वीकृति दिये जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के शीघ्र एवं सुचारू संचालन के लिये संबंधित को निर्देशित किये जाने के साथ ही टीएचडीसी इण्डिया लि0 की इक्विटी शेयर धारिता में उत्तर प्रदेश के 25 प्रतिशत अंशधारिता को उत्तराखण्ड राज्य को स्थानान्तरित करने में केंद्र से सहयोग का भी अनुरोध किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य, देश के फार्मास्यूटिकल हब के रूप में उभर रहा है। भारत में कुल उपभोग होने वाली दवाओं में उत्तराखण्ड राज्य में स्थापित औषधि निर्माण इकाईयों की लगभग 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है। राज्य में स्थापित 03 प्रमुख औद्योगिक संकुलों यथा-देहरादून, हरिद्वार एवं उधमसिंहनगर में 300 से अधिक फार्मास्यूटिकल निर्माण इकाईयां स्थापित हैं जो 1 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान कर रहीं है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल शिक्षा एवं शोध संस्थान की एक शाखा स्थापित किये जाने का अनुरोध किया। इससे राज्य में फार्मास्यूटिकल शोध को बढावा मिलेगा। उक्त संस्थान की स्थापना हेतु वांछित भूमि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य के सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ में एयरस्ट्रिप से फिक्सडविंग (वायुयान ) हवाई सेवा संचालित किये जाने हेतु निविदा की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से पिथौरागढ़ एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के शीघ्र एवं सुचारू संचालन के लिये सम्बन्धित को निर्देशित करने का अनुरोध किया।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू होने पर राज्यों को राजस्व सुरक्षा प्रदान किये जाने के उद्देश्य से 05 वर्षों यथा 30 जून 2022 तक की अवधि के लिए जीएसटी की क्षतिपूर्ति की व्यवस्था की गयी थी। परंतु संरचनात्मक परिवर्तन, न्यून उपभोग आधार, राज्य में सेवा का अपर्याप्त आधार सहित अन्य कारणों से जीएसटी लागू होने के उपरांत राज्य के राजस्व में अपेक्षित वृद्धि दर्ज नहीं की जा सकी है। मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमित आर्थिक संसाधनों को देखते हुए  जीएसटी क्षतिपूर्ति की अवधि जून, 2022 के पश्चात् अग्रेत्तर वर्षों के लिए बढ़ाये जाने का अनुरोध किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केदारनाथ एवं बद्रीनाथ को मास्टर प्लान तैयार कर विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इसी भांति प्रदेश के कुमांऊ मण्डल के पौराणिक मन्दिरों को जोड़े जाने के उद्देश्य से “मानस खण्ड मन्दिर माला मिशन“ की स्वीकृति दिये जाने का अनुराध किया। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि टीएचडीसी इण्डिया लि० भारत सरकार की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी एवं उत्तर प्रदेश सरकार की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी का संयुक्त उपक्रम है। उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 की धारा 47 (3) के अनुसार उत्तर प्रदेश द्वारा विभाजन की तिथि तक टीएचडीसी इण्डिया लि० में किये गये पूंजीगत निवेश के आधार पर उत्तराखण्ड राज्य को हस्तांतरित होना चाहिए क्योंकि टीएचडीसी इण्डिया लि० का मुख्यालय उत्तराखण्ड राज्य में स्थित है। टीएचडीसी इण्डिया लि0 की लगभग 70 प्रतिशत परियोजनाऐं उत्तराखण्ड राज्य में ही स्थित है। उक्त परियोजनाओं से उत्पन्न होने वाली पुनर्वास, कानून व्यवस्था तथा अन्य सामाजिक एवं पर्यावरण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना भी उत्तराखण्ड राज्य को करना पड़ता है। उत्तराखण्ड राज्य द्वारा वर्ष 2012 में भारतीय संविधान के अनुच्छेद-131 के अन्तर्गत टीएचडीसी इण्डिया लि० में उत्तर प्रदेश के स्थान पर उत्तराखण्ड राज्य की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी हेतु मूल वाद संख्या 05 / 2012 मा0 सर्वोच्च न्यायालय में योजित किया गया था जो सम्प्रति विचाराधीन है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से टीएचडीसी इण्डिया लि की इक्विटी शेयर धारिता में उत्तर प्रदेश के 25 प्रतिशत अंशधारिता को उत्तराखण्ड राज्य को स्थानान्तरित करने में केंद्र सरकार से सहयोग का अनुरोध किया। 

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन से स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, ऊर्जा इत्यादि क्षेत्रों में चहुंमुखी विकास कर रहा है। उनकी अपेक्षा अनुसार वर्ष 2025 में राज्य के रजत जयंती वर्ष में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में से एक होगा। *मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को उत्तराखण्ड के लोहाघाट के समीप स्थित मायावती आश्रम आने के लिये भी अनुरोध किया।*

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भेंट कर अग्निपथ योजना पर की वार्ता,

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री को बताया कि उनके द्वारा भारत सरकार की “अग्निपथ योजना के संबंध में 20 जून 2022 को उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों के पूर्व सैन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया । संवाद कार्यक्रम के दौरान समस्त पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा भारत सरकार की अग्निपथ योजना को वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सैन्य आधुनिकीकरण, देश की सुरक्षा एवं युवाओं के उज्जवल भविष्य के अनुकूल बताया गया। साथ ही संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा “अग्निपथ योजना” के संबंध में अपने-अपने सुझाव / विचार भी व्यक्त किये गये। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को पूर्व सैन्य अधिकारियों द्वारा दिये गये सुझाव / विचार संज्ञानार्थ सौंपे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल जखोली जनपद रूद्रप्रयाग में खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी थी। सैनिक स्कूल की स्थापना हेतु उत्तराखण्ड राज्य द्वारा अवस्थापना संबंधी सुविधायें उपलब्ध करानी थी। मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल की स्थापना के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री से राज्य में सीमित संसाधन देखते हुए भारत सरकार से अवस्थापना विकास हेतु वित्तीय सहायता प्रदान किये जाने का अनुरोध किया।  
 केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन से ऋषिकेश के लिए मांगी सौगात।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री जी.किशन रेड्डी से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊं मण्डल में एक विरासत सर्किट विकसित करने और गढवाल मण्डल में ऋषिकेश को एक अन्तर्राष्ट्रीय / आईकोनिक पर्यटक गन्तव्य के रूप में विकसित किये जाने के लिए भारत सरकार से विशेष पैकेज के रूप में वित्त पोषण हेतु सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के
कुमाऊं मण्डल में पिथौरागढ़, चम्पावत में प्रागैतिहासिक धार्मिक गुफाओं का विकास, नैनीताल में कैंची धाम, अल्मोड़ा में विरासत सर्किट, निर्बाध कनेक्टिविटी हेतु हैलीपोर्ट्स, ओम पर्वत सर्किट, होम स्टे का विकास, पर्यटक कस्बों का विकास एवं ऐतिहासिक विरासत स्थलों के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के तट पर अवस्थित ऋषिकेश अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योगनगरी के रूप में विश्व विख्यात है। ऋषिकेश की पर्यटन क्षमता एवं आकर्षणों को बढ़ाने के लिए इसे अंतर्राष्ट्रीय टूरिस्ट डेस्टीनेशन के रूप में विकसित किये जाने की भी योजना है। इन दोनों परियोजनाओं के विकास से राज्य के पर्यटन विकास को नया आयाम मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने उपरोक्त दोनों योजनाओं को भारत सरकार से विशेष पैकेज के रूप में वित्त पोषण हेतु सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान करने के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री से अनुरोध किया।