बिगब्रेकिंग : उत्तराखंड में होगी 27 46 स्टाफ नर्सों की भर्ती, वर्षवार भर्ती प्रक्रिया को स्वास्थ्य मंत्री डाॅ0 धनसिंह रावत की हरी झंडी

उत्तराखंड सरकार ने बहुत सराहनीय पहल करते हुए राज्य के मेडिकल कॉलेजों एवं चिकित्सालयों में नर्सिंग पदों को वर्षवार भरने का निर्णय लिया है। विभागीय मंत्री डाॅ धनसिंह रावत ने अधिकारियों को सौ दिन के भीतर रिक्त 2746 नर्सिंग पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दे दिए गए हैं। समझा जाता है कि इससे जहां प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा वहीं चिकित्सालयों में रिक्त पद भरने से बीमारों और सामन्य लोगों को भी बड़ी सुविधा होगी।

वहीं *चारधाम यात्रा- 2022 हेतु यात्रियों के स्वास्थ्य हेतु उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने दिशा निर्देश (Health Advisory) भी जारी किए हैं। 

चारधाम यात्रा- 2022 के लिये मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों के स्वास्थ्य के लिये हेल्थ एडवाईजरी जारी की गई है।

चारधाम यात्रा में समस्त तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी0 से भी अधिक है। उन स्थानों में यात्रीगण अत्यधिक ठण्ड, कम आद्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वॉयलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। अतः सभी तीर्थ यात्रियों के सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु निम्न दिशा-निर्देश (Health Advisory) निर्गत किये गये हैं।

श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।

पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें।

अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।

तीर्थस्थल पर पहुँचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करना उचित होगा।

गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें। हृदय रोग, श्वांस रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें।

लक्षण जैसे- सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट का होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सांस फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पहुँचें एवं 104 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करें।

धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें।

सनस्क्रीन एस०पी०एफ0 50 का उपयोग अपनी त्वचा को तेज धूप से बचाने के लिए करें । यू०वी किरणों से अपनी आंखों के बचाव हेतु सन ग्लासेस का उपयोग करें।

यात्रा के दौरान पानी पीते रहें और भूखे पेट ना रहें। लम्बी पैदल यात्रा के दौरान बीच-बीच में विश्राम करें। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में व्यायाम से बचें। किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी हेतु 104 एवं एम्बुलैंस हेतु 108 हैल्पलाईन नम्बर पर सम्पर्क करेंगे

वहीं उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर महानिदेशक डा० शैलजा भट्ट ने यात्रा मार्ग से सम्बन्धित जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की

डा० भट्ट ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि चारधाम चात्रा के महत्वपूर्ण धाम केदारनाथ मार्ग में 08 स्थायी चिकित्सालय तथा 14 अस्थाई मेडिकल रीलिफ पोस्ट बनाये गये हैं, गंगोत्री मार्ग में 10 स्थायी चिकित्सालय एवं 03 अस्थाई मेडिकल रीलिफ पोस्ट, बद्रीनाथ मार्ग पर 19 स्थायी चिकित्सालय तथा 02 अस्थाई मेडिकल रीलिफ पोस्ट एवं यमुनोत्री मार्ग पर 11 स्थायी चिकित्सालय एवं 04 अस्थाई मेडिकल रीलिफ पोस्ट कार्य कर रहे हैं। यमुनोत्री मार्ग पर 08 फर्स्ट मेडिकल रिस्पोन्डर इकाईयां भी उपलब्ध हैं। यात्रियों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 132 चिकित्सकों को विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया गया है और सभी को 24×7 मुश्तैद रहने के निर्देश दिये गये हैं।

महानिदेशक ने बताया कि आकस्मिक उपचार एवं दुर्घटना / ट्रामा के दौरान रक्त की आवश्यकता को देखते हुए यात्रा मार्ग में 08 ब्लड बैंक तथा 04 ब्लड स्टोरेज यूनिट भी संचालित हो रही हैं। यात्रियों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सूचना के लिए 104 हैल्प लाइन काम कर रही है जबकि 108 आपातकालीन सेवा की 102 एम्बुलेन्स तथा एडवान्स लाइफ सपोर्ट एम्बुलेन्स भी इस यात्रा के लिए प्रमुख एवं संवेदनशील स्थानों पर तैनात की गयी हैं।

चारधाम यात्रा के आरम्भिक दिनों में हुई 23 यात्रियों की आकस्मिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के कारणों के बारे में जानकारी देते हुए महानिदेशक ने कहा कि इनमें से कोई भी मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई है और मृत्यु से पूर्व कोई भी हताहत यात्री चिकित्सालय पर उपचार हेतु नहीं लाया गया। सभी मृत्यु के सम्भावित कारणों में आकस्मिक हृदयघात हाईपरटेंशन, पूर्व में कोविड तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित होना पाया गया है। महानिदेशक ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस बावत विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए।

महानिदेशक ने यह भी बताया की सचिव, चिकित्सा श्रीमती राधिका झा द्वारा भी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की गयी जिसमें एस.डी.आर.एफ. की टीम को मेडिकल टीम के साथ समन्वय करने के निर्देश दिये गये ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों को त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।