*”स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन” के रूप में विकसित होगा बद्रीनाथ : महाराज*
*चारधाम यात्रा: जीएमवीएन की बुकिंग का आंकडा पहुंचा 7 करोड़ के पार*
*चारधाम यात्रा के लिए 968951 यात्रियों ने करवाया पंजीकरण*
देहरादून। चारधाम यात्रा के लिए जिस प्रकार से यात्री लगातार बडी संख्या में अपना पंजीकरण करवा रहे हैं और गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउसों की बुकिंग का आंकडा रोज बढ़ता जा रहा है वह इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर नये कीर्तिमान स्थापित करेगी। गत वर्ष की भांति इस बार भी सरकार चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को लेकर लगातार समीक्षा कर रही है।
प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जिस प्रकार से यात्री लगातार बडी संख्या में अपना पंजीकरण करवा रहे हैं और गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउसों की बुकिंग का आंकडा रोज बढ़ता जा रहा है वह इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि इस वर्ष की चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर नये कीर्तिमान स्थापित करेगी। उन्होने कहा कि 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ-349944, बद्रीनाथ-291537, यमनोत्री-161149 और गंगोत्री धाम के लिए 166310 यात्री विभिन्न माध्यमों से अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। अभी तक कुल 968951 यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। इतना ही नहीं 16 फरवरी 2023 से शुरू हुई जीएमवीएन गेस्ट हॉउसों की बुकिंग के तहत अभी तक कुल 74177667 (सात करोड़ इकतालीस लाख सतहतर हजार छह सौ सढ़सठ हजार) रुपये की बुकिंग की जा चुकी है।
पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा निर्देशन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारों धामों के विकास के लिए हम निरंतर प्रयत्नशील हैं। वर्ष 2013 में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद केन्द्र के सहयोग से जहां प्रदेश सरकार केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करवा रही है वहीं दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम को एक “स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन” के रूप में विकसित किए जाने का सरकार चरणबद्ध रूप से कार्य कर रही है। चारधाम यात्रा और पर्यटन के विकास के लिए कनेक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण है।इसलिए हम देश के अन्य क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर तेजी से काम कर रहे हैं। हवाई सेवाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। चारधाम ऑल वेदर रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर काम जोरों पर चल रहा है। गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तथा सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना को विकसित करने की कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी गई है। दोनों रोपवे परियोजनाओं को 3 वर्ष में पूर्ण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। हाल ही में प्रदेश सरकार ने खरसाली से यमुनोत्री तक 166 करोड़ से भी अधिक की धनराशि से बनने वाने रोपवे परियोजना को मंजूरी दी है।
श्री महाराज ने कहा कि केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को तो बदरीनाथ के 27 अप्रैल को खुलेंगे जबकि परंपरा के अनुसार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। सरकार ने चारधाम सहित हेमकुंड यात्रा के लिए भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। यात्री सुविधाओं को देखते हुए इस बार प्रत्येक पंजीकृत यात्री के लिए विशेष टोकन की व्यवस्था की गई है जो उन्हें प्रत्येक धामों के दर्शन कराने में सहायक होगी। उन्होंने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि चार धाम यात्रा की विस्तृत सुविधाओं का लाभ लेने के लिए वह पंजीकरण अवश्य करवाएं। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में विभिन्न धार्मिक सर्किटों जिनमें शाक्त, शैव, वैष्णव, गोलज्यू, गुरुद्वारा, हनुमान, नाग देवता, स्वामी विवेकानंद, महासू देवता, नरसिंह देवता, और नवग्रह देवता सर्किट का निर्माण किया गया है। अपनी सुविधानुसार यात्री इन धार्मिक सर्किट के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित कर सकता है।
पर्यटन ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ है। इसलिए चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in या व्हाट्सअप नंबर 8394833833 या
टोल फ्री नंबर 1364 के जरिये भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
प्रेस विज्ञप्ति
प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी—सतपाल महाराज
नई दिल्ली/देहरादून 29 मार्च 2023। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी। इससे प्रदेश में जहां पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा वहीं बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। श्री महाराज ने नई दिल्ली में होटल अशोक में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर के समापन अवसर पर उक्त बातें कही।
श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में आने वाले पर्यटकों की सहूलियत के लिए सरकार बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है। इसमें निजी निवेश की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है। प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति निजी निवेशकों को आकर्षित करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नई पर्यटन नीति 2023 राज्य में पर्यटन क्षेत्र में निजी उद्योगों को प्रोत्साहन देगी। नई पर्यटन नीति 2023 में नये पर्यटन उत्पादों और सेवाओं जैसे हैली टूरिज्म, कारावान टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, कैब ऑपरेटर (केवल इलैक्ट्रिक वेहिकल्स) के लिए 100 प्रतिशत पूंजिगत सब्सिडी का प्राविधान किया गया है। प्रदेश में व्यवसाय के वातावरण को सरल बनाने के प्रयासों के परिणाम स्वरूप राज्य की ईज़ ऑफ डुइंग बिजनेस रैंकिंग साल 2015 में 23वें रैंक से बढ़कर 2021 आते आते 11वीं हो गई। वर्ष 2022 में उत्तराखंड को एचीवर्स की श्रेणी में रखा गया है।
पयर्टन मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड फिल्म शूटिंग के लिए पसंदीदा स्थल रहा है। राज्य में नैनीताल, मसूरी, गंगा, चारधाम, जिम कॉर्बेट, गढ़वाल और कुमाऊं का पर्वतीय भूभाग फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करता रहा है। प्रदेश सरकार ने पर्यटन नीति के मुताबिक निर्माताओं को फिल्म साइट के लिए शीघ्र अनुमोदन दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
पयर्टन मंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के दिशा-निर्देशों और माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में बद्रीनाथ धाम को एक Smart Spritual Hill Town के रूप में विकसित किये जाने के उद्देश्य से राज्य सरकार चरणबद्ध रूप से कार्य करवा रही है। वहीं प्रदेश सरकार देश के अन्य क्षेत्रों के साथ कनेक्टिविटी बेहतर बनाने पर तेजी से काम कर रही है। दिल्ली से देहरादून के लिए एक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है जिससे दोनों शहरों की दूरी दो-ढाई घंटे रह जाएगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में हवाई सेवाओं को भी विस्तार दिया जा रहा है।
आगामी अप्रैल माह से प्रदेश में चारधाम यात्रा प्रारंभ होने वाली है। यात्रा के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य है। यात्रियों के लिए चार माध्यम से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु ऑनलाइन पोर्टेल, मोबाइल एप, ऑन कॉल और व्हाट्सएप के जरिए अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। 21 फरवरी से प्रारंभ हुई पंजीकरण प्रक्रिया के तहत अब तक 7 लाख 73 हजार से अधिक पंजीकरण किए जा चुके है।
उत्तराखंड में एस्ट्रो टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। चमोली के बेनीताल को देश के एस्ट्रो विलेज के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसके अलावा एस्ट्रो टूरिस्ट बागेश्वर, भीमताल, कौसानी, मुनस्यारी और खलिया टॉप से स्टारगेजिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। राज्य को एक प्रसिद्ध वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के लिए, विश्व प्रसिद्ध त्रियुगीनारायण मंदिर का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य जल्द ही प्रारम्भ किया जायेगा। इसके अलावा अल्मोड़ा में सरायखेत और नैनीताल में मारचुला को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। अल्मोड़ा के प्रसिद्ध चितई गोलू देव मंदिर को भी विवाह गंतव्य स्थल के लिए विकसित किया जाएगा।
राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिये वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत अब तक 7,200 (सात हजार दो सौ) से अधिक लोगों को रोजगार मिल चुका है। वहीं राज्य में दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना चलायी जा रही है ताकि विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक स्वच्छ, सस्ती और मानक आवासीय सुविधाएं मिल सकें। अब तक ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 4600 (छियालीस सौ) आवासीय इकाइयां पंजीकृत की जा चुकी हैं। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 16,500 (सोलह हजार पांच सौ) लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। चिंतन शिविर में उत्तराखण्ड राज्य सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।