टिहरी के 32 वर्षीय युवक की कोरोना से मेरठ मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मृत्यु

 कोरोना से हुई दो मौतों के इस समाचार को जागरूक रहने शोशल डिस्टेंशिग बनाये रखने और नियमित रूप से हाथ चेहरा व पैर धोने तथा घर में प्रवेश से पहले हाथों को सिनेटाईज करने कोरोना को बिल्कुल हल्के में नहीं लेने केउउद्देश्य से प्रकाशित कर रहे हैं। कोरोना किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है। इस लिए खासी सावधानी रखें।  इसी उद्देश्य से  @ भारत भूषण लेखवार फेसबुक वाल से फोटो व संवेदना लेकर ज्यों का त्यों साभार प्रकशित कर रहे हैं। 
 ” दुःखद खबर। शोक संदेश – अब हमारे बीच एक हंसता हुआ चेहरा, मिलनसार युवा नही रहा। जिसकी उम्र मात्र 32 साल के आस पास की थी। उसने कोरोना योद्धा की तरह अपनी ड्यूटी निभाई जिस दवाई की कंपनी में आजकल भी काम करता था। 25 मई से अस्पताल मे संघर्ष करते हुए कल शाम को हम सबको छोड़कर प्रदीप लेखवार पुत्र स्व. चंडी प्रसाद लेखवार, ग़ाज़ियाबाद, इस संसार से चला गया। मुझे अभी भी विस्वाश नही हों रहा। मेरी आँखें अभी नम है, आँसू नही टपक रहे जैसे कि उम्मीद की ऐसा नही हो सकता। पर भगवान को पता नही क्या मंजूर । प्रदीप अपने पीछे पत्नी और 9 दिन के बच्चे के साथ साथ बाकी परिवार और हम सबको छोड़ गया । भगवान दिवंगत आत्मा को शांति दे। भगवान और माँ सुरकण्डा से प्रार्थना की बाकी परिवार सहित हम सबको इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति दे। हमारे गांव के लिए यह एक अपूरणीय हानि है।@ भारत भूषण लेखवार
    उत्तराखंड में भी डॉ सुशीला तिवारी अस्पताल में आज मंगलवार प्रातः जनपद।चम्पावत के लोहाघाट निवासी कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। 40 वर्षीय उक्त मरीज पांच दिनों से एसटीएच के वेंटिलेटर पर था। वह मुंबई में रहकर टैक्सी चलाता था जो लॉकडाउन लागू होने के बाद मई माह में घर लौटा था। एसटीएच के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि मुम्बई से लौटे उक्त व्यक्ति को लोहाघाट सीएचसी में 21 मई को संदिग्ध कोरोना लक्षण के बाद भर्ती किया गया था। सैंपल जब कोरोना पॉजिटिव निकला तो उसे 24 मई को हल्द्वानी के डॉ सुशीला तिवारी अस्पताल में भेजा गया। उन्होंने बताया कि मरीज को निमोनिया और सांस से जुड़ी दिक्कतें थीं। वह अल्कोहॉलिक भी था। आज की तिथि में उत्तराखंड में कुल मिलाकर 1043 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं