हरीश मैखुरी
भारत के चार धामो में सर्वश्रेष्ठ और सतयुग के धाम भगवान बद्रीनाथ के कपाट आज सुबह ब्रहृमवेला
में 4:30बजकर पूरे विधीविधान वेद मंत्रोच्चारण एवं पूजा अर्चना के साथ श्रधालु के लिए खोल दिये गये।
इस अवसर पर देश वि देश से आये हजारों श्रदालु ने बदरीविशाल के जय कारे के साथ अखंड ज्योति के दर्शन किये। इस अवसर पर सेना के बैंड की मधुर ध्वनि व संस्कृत विद्मालय के बच्चों के द्वारा स्तुतिवादन ने श्रदालु ओं के मन को मोह लिया।
- तड़के मंदिर के कपाट खुलने के समय उद्वव भगवान जी व कुबेर जी की मूर्तीयों को गर्भ गृह में भगवान बदरी विशाल के साथ विराजमान किया गया। तथा शीतकाल में छःमाह भगवान बदरीवीशाल के साथ विराजमान लक्ष्मी जी को गर्वग्रह से बाहर लाकर
लक्ष्मी मंदिर में विराज मान किया गया। इसी के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट आम श्रधालु के लिए खोल दिए गए। शीतकाल में भगवान बदरीविशाल को ओढ़ाया गया घृत कम्बल श्रधालु को प्रसाद के रूप में दिया गया। श्री बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इस बार मंदिर समिति ने बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम और स्थानीय उत्पादों से बने प्रसाद की व्यवस्था की है इस बार मौसम बहुत अच्छा होने के कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के बद्रीनाथ पहुंचने की उम्मीद है। अब रोड भी काफी चौड़ी हो गई है और बरसात में भी खुली रहेगी। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ पहुंच कर अखंड ज्योति और बद्रीनाथ भगवान के निर्वाण दर्शन कििए। मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, बद्रीनाथ क्षेत्र के विधायक महेंद्र भट्ट एवं कर्णप्रयाग क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने भी बद्रीनाथ पहुंचकर भगवान बद्री विशाल के दर्शन कर देश की खुशहाली एवं अमन-चैन के लिए दुआएं मांगी।