
माता अनसूया जी का मेला, जिसे अनसूया मेला या नौदी मेला भी कहा जाता है,
उत्तराखंड के चमोली जिले में आयोजित होने वाला एक बहुत प्रसिद्ध और अत्यधिक धार्मिक महत्व वाला मेला है।
संतानदायिनी शक्ति शिरोमणि माता अनसूया का दो दिवसीय मेला विधि-विधान व पूजा-पाठ के साथ बुधवार को शुरू हो गया।दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर क्षेत्र की सभी देवियो की डोलियां भी सती मां अनसूया के दरबार पहुंची। मां अनसूया मंदिर में दत्तात्रेय जयंती पर सम्पूर्ण भारत से हर वर्ष निःसंतान दंपत्ति और भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुंचते है। जिला प्रशासन ने मेले के दौरान पूरे पैदल मार्ग पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए हैं।
विदित हो कि पौराणिक काल से दत्तात्रेय जयंती पर हर वर्ष सती माता अनसूया में दो दिवसीय मेला आयोजित किया जाता हैं। मां अनुसूया मेले में निःसंतान दंपत्ति और भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए पहुंचते है। मान्यता है कि मां के दर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। मां सबकी झोली भर्ती है। इसलिए निसंतान दंपत्ति पूरी रात जागकर मां की पूजा अर्चना कर करते है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में जप और यज्ञ करने वालों को संतान की प्राप्ति होती है। इसी मान्यताओं के अनुसार, इसी स्थान पर माता अनसूया ने अपने तप के बल पर त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु और शंकर) को शिशु रूप में परिवर्तित कर पालने में खेलने पर मजबूर कर दिया था। बाद में काफी तपस्या के बाद त्रिदेवों को पुनः उनका रूप प्रदान किया और फिर यहीं तीन मुख वाले दत्तात्रेय का जन्म हुआ। इसी के बाद से यहां संतान की कामना को लेकर लोग आते हैं। यहां दत्तात्रेय मंदिर की स्थापना भी की गई है। बताते है कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मां अनुसूया के सतीत्व की परीक्षा लेनी चाही थी, तब उन्होंने तीनों को शिशु बना दिया। यही त्रिरूप दत्तात्रेय भगवान बने। उनकी जयंती पर यहां मेला और पूजा अर्चना होती है।
मेले का धार्मिक महत्व
संतानदायिनी के रूप में मान्यता:
यह मेला निसंतान दंपत्तियों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह व्यापक रूप से माना जाता है कि जो दंपत्ति सच्चे मन से माता अनसूया के दरबार में आकर पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसीलिए माता अनसूया को ‘संतानदायिनी’ शक्ति शिरोमणि भी कहा जाता है।
दत्तात्रेय जयंती पर आयोजन: यह मेला प्रतिवर्ष दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर आयोजित किया जाता है, जो आमतौर पर दिसंबर माह में पड़ती है। यह मेला दो दिवसीय होता है।(साभार-✍️ अतुल शाह)
मानो कोई दिव्य सितारा उदित हुआ हो…
महाराष्ट्र के अहिल्यानगर के युवा देवव्रत महेश रेखे ने मात्र 19 वर्ष की आयु में ऐसा अद्भुत कार्य कर दिखाया है, जिसे सुनकर हर सनातनी का हृदय गर्व से भर उठे।
🔱 दण्डक्रम वेद पारायण के अंतर्गत
🔱 25 लाख से अधिक वेद पदों का
🔱 निरंतर 50 दिनों तक
🔱 बिना किसी ग्रंथ के सहारे,
🔱 बिना एक भी त्रुटि,
उच्चारण कर उन्होंने सनातन वेद परंपरा की ध्वजा और भी ऊँची कर दी है।
उनकी वाणी में तप है, साधना है, और अप्रतिम दिव्यता का तेज है।
ऐसी अलौकिक प्रतिभा सदियों में कभी-कभार जन्म लेती है।
देवव्रत जी को हृदय से साधुवाद एवं शुभाशीष।
अभिनंदन! अभिनंदन!
महाराष्ट्र : हिन्दू जब भी मोरबी जाते थे तो #मणि_मंदिर के बगल में बनी #मस्जिद देखकर उनको अवश्य बहुत पीड़ा होती थी,
क्योंकि यह मंदिर की जमीन पर मस्जिद बन गई थी और यह बहुत ही धोखे से बनाई गई थी।
बाद में वक्फ बोर्ड ने इसे अपनी प्रॉपर्टी बताया !
गुजरात सरकार इस अबैध मस्जिद को तोड़ने का ऑर्डर की तो मुस्लिम लोग लोअर कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले आए…!
उसके बाद गुजरात सरकार ने स्टे ऑर्डर को हाई कोर्ट में चुनौती दिया और हाईकोर्ट ने स्टे ऑर्डर पर रोक हटाया,
जैसे ही रोक हटा सिर्फ 15 मिनट में तमाम बुलडोजर जाकर मंदिर की जमीन पर बनी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया…!
हर्ष भाई संघवी जी का और गुजरात के मुख्यमंत्री का और गुजरात सरकार का बहुत-बहुत आभार जो एक के बाद एक हमारे घावों का उपचार कर रहे हैं।
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गृह मंत्री की बेटी को अगवा करने वाला 35 साल बाद गिरफ्तार
1989 में तत्कालीन गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद को किडनैपिंग केस में 35 साल से भगोड़े घोषित शफात अहमद सांगलू को CBI ने श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया है.
शांगलू ने आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट चीफ यासीन मलिक और अन्य के साथ मिलकर इस किडनैपिंग को अंजाम दिया था.
रुबैया की रिहाई के बदले भारत सरकार को मजबूरन 5 आतंकियों को छोड़ना पड़ा था. और ये घटना कश्मीर में आतंकवाद शुरू होने के क्रम में मिल का पत्थर साबित हुआ….इसके बाद आतंकवाद ने जोर पकड़ लिया.
दशकों पुराने अपराधियों को भी मोदी सरकार में पकड़ा जा रहा है….कोई है तो… जो बचा रहा था क्यो फारूख अब्दुल्ला सरकार थी क्या वो मुफ्ती महबूबा सरकार थी क्या वो उमर अब्दुल्ला सरकार है?
दुनिया का पहला हवाई जहाज बनाने वाला राइट ब्रदर्स नहीं बल्कि एक भारतीय था…🙏😎🛫😍
आपको बस यह पता है कि राइट ब्रदर्स ने अमेरिका के कैरोलीन तट पर 17 दिसम्बर सन् 1903 को यह कारनामा किया था, और उनका बनाया हवाई जहाज करीब 120 फीट की ऊँचायी तक उड़ कर गिर गया था। क्योंकि हमें यही पढ़ाया गया है लेकिन सच्चायी यह है कि एक भारतीय कई वर्षों पहले यह कारनामा कर चुका था। जिन्होंने सन् 1895 में बहुत बड़ा विमान बनाया था और उसे मुम्बई की चौपाटी के समुद्र तट पर उड़ाया था। यह हवाई जहाज 1500 फिट ऊपर उड़ा और तब नीचे आया था। इनका नाम “ शिवकर बापूजी तलपड़े” था ,जो मुम्बई के चिरा बाजार के रहने वाले थे और मुम्बई स्कूल ऑफ आर्ट्स के अध्यापक व वैदिक वैदिक विद्वान थे। उन्होंने महर्षि भारद्वाज द्वारा लिखे विमान शास्त्र नामक पुस्तक पढ़कर ऐसा किया था, जिसके 8 अध्याय में विमान बनाने की तकनीक का वर्णन है।
इस विमान का नाम शिवकर बापूजी तलपड़े ने ‘मरुत्सखा’ रखा था जिसका अर्थ ‘हवा का मित्र’ होता है। इस घटना को बाल गंगाधार तिलक ने अपने पंजाब केसरी के सम्पादकीय में भी जगह दी थी, साथ ही इस मौके पर दो अंग्रेज़ पत्रकार भी वहाँ मौजूद थे, और लन्दन के अखबारों में भी यह खबर छपी थी। तत्कालीन भारतीय जज महादेव गोविन्दा रानाडे और बरोडा के राज सय्याजी राव गायकवाड़ भी इस घटना के गवाह रहे थे।
18 वीं सदी से पहले पूरे विश्व में हवाई जहाज की कोई कल्पना भी नहीं थी, जब अंग्रेज़ भारत में आये तो उन्होंने हमारे धर्म ग्रन्थों को पढ़ने समझने के लिये संस्कृत सीखी।
लार्ड मकौले ने 25 वर्ष तक संस्कृत में हिन्दू ग्रन्थों का अध्यन किया। भारत को ज्ञान रूप से इतना समृद्ध देख कर उसको विश्वास हो गया कि बौद्धिक ज्ञान-विज्ञान की समृद्धि के वजह से वो लम्बे समय तक भारत को गुलाम बनाने में असफल रहेंगे.. अतः उसने हमारे धर्म ग्रन्थों में मिलावट तथा झूठी बातों का प्रचार प्रसार करना शुरू किया और राम और पुष्पक विमान को कोरी कल्पना कहना शुरू कर दिया। वो कहते कि दिखाओ कहा कुछ हवा में उड़ता है,यह रामायण काल्पनिक है।
शिवकर बापूजी तलपड़े ने इस कथित कल्पना को सत्य सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और अंग्रेज़ों के सामने गुलामी के काल में ही अपने संस्कृत व वेद-उपनिषद के ज्ञान से विश्व का सबसे पहला हवाई जहाज बना के दिखा दिया था।
लेकिन इस घटना के बाद वे हमेशा अंग्रेज़ों के नज़रों में खटकते रहे और उनकी साज़िशों का शिकार होकर गुमनाम हो गये…!जय सनातन धर्म जय हिन्द 🙏🚩
🇮🇳PMO परिसर को नई पहचान
प्रधानमंत्री कार्यालय परिसर को ‘सेवा तीर्थ’ का स्वरूप देने की दिशा में एक नई पहल की गई है।
देशभर में राजभवनों को ‘लोकभवन’ और केंद्रीय सचिवालय को ‘कर्तव्य भवन’ कहे जाने का संदेश साफ है
शासन की सोच में बदलाव
सत्ता को सेवा से जोड़ना,
अधिकारी को कर्तव्य से जोड़ना
और व्यवस्था को जनता से जोड़ना।
संवाद की नई भाषा
अब नाम सिर्फ इमारतों के नहीं बदले जा रहे,
सोच, दृष्टि और ज़िम्मेदारी का भी नया ढांचा तैयार किया जा रहा है।
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*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*
*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_गुरुवार, ०४ दिसम्बर २०२५_*
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सूर्योदय: 🌄 ०७:०५सूर्यास्त: 🌅 ०५:२९
चन्द्रोदय: 🌝 १६:२६चन्द्रास्त: 🌜❌❌❌
अयन 🌘 दक्षिणायणे(दक्षिण गोले)
ऋतु: 🌳 हेमन्त
शक सम्वत:👉१९४७(विश्वावसु)
विक्रम सम्वत:👉२०८२(सिद्धार्थी
मास 👉 मार्गशीर्ष, पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 चतुर्दशी (०८:३७से पूर्णिमा)
नक्षत्र 👉 कृत्तिका (१४:५४से रोहिणी)
योग👉शिव (१२:३४ से सिद्ध)
प्रथम करण👉वणिज(०८:३७तक
द्वितीय कारण👉विष्टि(१८:४०तक
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॥ गोचर ग्रहा: ॥🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृश्चिक, चंद्र 🌟 वृष
मंगल 🌟 वृश्चिक(अस्त, पश्चिम , मार्गी)
बुध🌟तुला(उदित,पूर्व,मार्गी )
गुरु 🌟 कर्क(उदित, पूर्व, वक्री)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह
☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग७ – शुभ ८ – अमृत
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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श्री सत्यनारायण (पूर्णिमा) व्रत, श्री दत महाप्रभु-अन्नपूर्णा, त्रिपुर भैरव जयन्ती (लवण दान) पूर्णिमा तिथि क्षय, विवाहादि मुहूर्त मिथुन-कर्क ल० (सायं ०६:४१ से रात्रि १०:३७ तक), नींव खुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त दिन ११:५६ से दोपहर १२:३८ तक, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः १०:५८ से दोपहर १२:१७ तक, व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त सायं ०४:११ से ०५:२९ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १४:५४ तक जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (उ, ए) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ओ, वा, वी) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृश्चिक – २९:३७ से ०७:५६
धनु – ०७:५६ से १०:००
मकर – १०:०० से ११:४१
कुम्भ – ११:४१ से १३:०७
मीन – १३:०७ से १४:३०
मेष – १४:३० से १६:०४
वृषभ – १६:०४ से १७:५९
मिथुन – १७:५९ से २०:१४
कर्क – २०:१४ से २२:३५
सिंह – २२:३५ से २४:५४+
कन्या – २४:५४+ से २७:१२+
तुला – २७:१२+ से २९:३३+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:५८ से ०७:५६
रज पञ्चक – ०७:५६ से ०८:३७
शुभ मुहूर्त – ०८:३७ से १०:००
चोर पञ्चक – १०:०० से ११:४१
शुभ मुहूर्त – ११:४१ से १३:०७
रोग पञ्चक – १३:०७ से १४:३०
चोर पञ्चक – १४:३० से १४:५४
शुभ मुहूर्त – १४:५४ से १६:०४
रोग पञ्चक – १६:०४ से १७:५९
शुभ मुहूर्त – १७:५९ से २०:१४
मृत्यु पञ्चक – २०:१४ से २२:३५
अग्नि पञ्चक – २२:३५ से २४:५४+
शुभ मुहूर्त – २४:५४+ से २७:१२+
शुभ मुहूर्त – २७:१२+ से २८:४३+
रज पञ्चक – २८:४३+ से २९:३३+
शुभ मुहूर्त – २९:३३+ से ३०:५८+
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप अपने आस-पास कई बदलाव अनुभव करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज आपके मन के अनुसार कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी लेकिन मध्यान के समय आप अपनी आलसी प्रवृति के कारण लाभ के अवसर हाथ से गवां सकते है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमो को प्राथमिकता से पूर्ण करना हितकर रहेगा। संध्या के समय थानाक रहने पर भी अपने आपको परिस्थितयो के अनुसार ढाल कर लाभ उठाएंगे। सहकर्मी आपकी कार्य कुशलता के कायल हो जाएंगे। किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में खर्च करेंगे। विरोधियो अथवा प्रतिस्पर्धियों को आज हलके में लेना हानि कराएगा। आकस्मिक खर्च होंगे। घरेलू सुख सामान्य रहेगा। ठंडी वस्तुओ का परहेज करें।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपमें भावुकता अधिक रहने के कारण छोटी-छोटी बाते दिल पर लेंगे अपने कार्यो को छोड़ अन्य के काम मे टांग अड़ाएंगे इसके परिणामस्वरूप स्नेहीजनों से आज दूरी बन सकती है। सेहत सामान्य रहेगी लेकिन एकाग्रता की कमी हर कार्य मे बाधक बनेगी। व्यर्थ की बहस या झगड़ो से बचें अपने काम से काम रखे तो अपनी दिनचर्या से लाभ उठा सकते है। सरकारी कार्य लंबित रहेंगे। मध्यान बाद माश्पेशी में अकड़न की समस्या रह सकती है। व्यावसायिक यात्रा का विचार बनेगा। घर का वातावरण स्थिर रहेगा। संध्या के समय आपके स्वयं लिए निर्णय सफल होंगे आवश्यकता अनुसार धन लाभ हो जाएगा लेकिन भ्रामक खबरों पर यकीन ना करें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपको दैनिक कार्यो के अतिरिक्त भाग दौड़ करनी पड़ेगा लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नही मिलेगा। आज अधिकांश कार्य किसी अन्य पर निर्भर रहने के कारण अधूरे रह सकते है जोर जबरदस्ती करने पर हानि ही होगी। कार्य व्यवसाय अथवा सरकारी क्षेत्र से अशुभ समाचार मिलने या किसी अप्रिय घटना की संभावना मन को बेचैन रखेगी। धन की आमद सीमित रहेगी लेकिन ख़र्च अनियंत्रित होने पर बजट प्रभावित होगा। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी अथवा अधिकारी वर्ग से गलतफहमी बनेगी फिर भी मामला गंभीर नही होने देंगे। परिवार के सदस्य से हानि हो सकती है धैर्य से काम लें। यात्रा से सेहत में अकस्मात नरमी आएगी। बुजुर्गो के प्रति आदर भाव बढेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में विदेश स्थित रिश्तेदारो अथवा व्यवहारों से शुभ समाचार मिलेंगे। विदेश यात्रा का अवसर भी मिल सकता है। नए अनुबंधों की शुरुआत के लिए आज का दिन उत्तम है।
कमीशन के व्यवसाय से अधिक लाभ की संभावना है। सामाजिक व्यवहार बढ़ने से कार्य क्षेत्र पर भी आज कई बार आकस्मिक लाभ के अवसर मिलेंगे परंतु सभी का लाभ नहीं उठा पाएंगे। फिर भी आवश्यकता से अधिक धन लाभ सहज हो जाएगा। परिजनों के सहयोग से भाग्योन्नति होगी। आज के दिन प्रेम-प्यार से दूर रहें लंबी यात्रा अधिक आवश्यक होने पर ही करें नए पुराने मित्रो से सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। गर्म सर्द की परेशानी की संभावना है।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन पूर्वार्ध में पहले मिली सफलता के कारण निश्चिन्त रहेंगे महत्त्वपूर्ण कार्यो में लापरवाही करेंगे लेकिन मध्यान के बाद ही स्थिति को भाँप कर मेहनत के लिये प्रेरित होंगे। आज किये परिश्रम का फल निकट भविष्य में कुछ ना कुछ आर्थिक अथवा अन्य प्रकार से वृद्धि कराएगा। घर मे सुखोपभोग के साधन की खरीद की योजना बनेगी परन्तु आज बजट की कमी के कारण टालना भी पड़ सकता है। धन लाभ आशाजनक लेकिन भाग दौड़ के बाद ही होगा खर्च साथ लगे रहने से परिजनों की इच्छापूर्ति करने में विलंब होगा फिर भी आपसी तालमेल बना रहेगा स्वास्थ्य को लेकर आशंकित रहेंगे।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन संभावनाओं पर ज्यादा केंद्रित रहेगा। परिश्रम करने में कमी नही रखेंगे फिर भी सफलता असफलता संपर्क में रहने वालों पर निर्भर रहेगी। मध्यान तक का समय उदासीनता में बीतेगा इसके बाद व्यस्तता बढ़ेगी कार्य व्यवसाय में गति आने से लाभ की संभावना जागेगी लेकिन धन प्राप्ति में विलंब होगा फिर भी आज के दिन से वृद्धि की आशा रख सकते है भले ही इसमें विलंब क्यो ना हो। सहकर्मी अपने मनमाने व्यवहार से कुछ समय के लिये परेशानी में डालेंगे लेकिन इससे बाहर भी स्वयं ही निकालेंगे। गृहस्थ में शांति रहेगी परन्तु आज किसी व्यक्ति विशेष का अभाव भी अनुभव करेंगे। सेहत को लेकर थोड़ी समस्या बनेगी पर प्रदर्शित नही करेंगे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपको प्रतिकूल फल देगा। आज दिन भर शरीर में स्फूर्ति की कमी रहेगी भावुकता भी अधिक रहने से स्वास्थ्य पर इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। आज आप अधिकांश कार्यो को बे मन से करेंगे जिससे कार्यो में विलम्ब होगा। सहकर्मियों से अहं को लेकर मतभेद होगा। अधिकारी वर्ग से सावधान रहें। प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से व्यवसाय मंदा रहेगा मध्यान पश्चात स्थिति में सुधार आएगा पुराने संपर्कों से आंशिक लाभ होगा। अटपटे व्यवहार के कारण सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आएगी। पारिवारिक जीवन भी संघर्षमय रहेगा। संध्या बाद एकाग्रता बढ़ेगी पत्नी-संतान का सहयोग भी मिलेगा लेकिन घर के बुजुर्ग आपसे नाराज ही रहेंगे। यात्रा आज स्थगित रखे।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप अपनी ही धुन में रहेंगे। मन की ज्यादा सुनेंगे और करेंगे भी वैसा ही किसी का कार्यो में दखल देना कुछ ज्यादा ही अखरेगा जरासी बात पर नाराज हो जाएंगे जिससे मुख्य लक्ष्य से भटक सकते है। कार्य व्यवसाय आज अन्य दिन की तुलना में थोड़ा धीमा रहेगा इसका एक कारण आपका मानसिक रूप से तैयार ना होना भी रहेगा। लाभ हानि की परवाह किये बिना ही कार्य हाथ मे लेंगे बाद में ले देकर पूरा करने का प्रयास कुछ ना कुछ हानि ही कराएगा। घर में किसी ना किसी से व्यर्थ की बातों पर बहस कर समय खराब करेंगे। मानसिक रूप से बेचैनी अधिक रहने पर पूजा पाठ से भी विमुख रहेंगे एक साथ दो जगह मन भटकने के कारण आध्यात्मिकता का लाभ नही मिल सकेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी आपके लिए लाभदायक रहेगा। आज सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्य क्षेत्र पर आज बेहतर काम के लिए सम्मानित होंगे। पूर्व निर्धारित कार्य ले देकर पूर्ण होने से मन को राहत पहुचेगी।
सरकारी कार्यो में भी आज आसानी से सफलता मिलेगी। संध्या के समय आकस्मिक लाभ होगा। दाम्पत्य जीवन में खुशहाली बढ़ेगी पिता का सहयोग अथवा पैतृक कार्यो से समृद्धि आएगी। सामाजिक कार्यों में योगदान देंगे। किसी प्रियजन से शुभ समाचार मिलेगा लेकिन ध्यान रहे आज लालची प्रवृति के कारण सामाजिक सम्मान में कमी भी आ सकती है। गले सम्बंधित रोग होने की संभावना है। आवश्यक कार्य आज ही पूर्ण कर लें कल पर टालना विलंब कराएगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपको बुद्धि विवेक का लाभ मिलेगा आपकी सोच दूरदर्शी रहेगी लेकिन इससे मनिच्छित सफलता नही मिल सकेगी दिन के पहले भाग में घर मे पुरानी बात के कारण मतभेद रहेंगे शांत रहने का प्रयास करें अन्यथा दिन भर मानसिक अशांति रहेगी। कार्य क्षेत्र पर नए तरीके से काम करने का प्रयास करेंगे इससे अन्य लोगो मे आपकी बुद्धि कौशल का प्रचार होगा पर धन लाभ के लिये तरसना पड़ेगा परिश्रम करने पर भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। लोग केवल मीठा बोलकर अपना हित साधेंगे सहयोग कोई नही करेगा। सेहत में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। परिवार की आवश्यकता पूर्ती करने में असमर्थ रहेंगे।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपमे धैर्य की कमी रहेगी। किसी भी कार्यो को लेकर पहले लापरवाही करेंगे बाद में उसे जल्दबाजी में करने पर कुछ ना कुछ कमी रह जायेगी। धन संबंधित मामलों में जल्दबाजी ना करें अन्यथा आज के दिन का उचित लाभ लेने से वंचित रह जाएंगे कार्य व्यवसाय से आरंभ में ज्यादा आशा नही रहेगी लेकिन धीरे धीरे जमने पर अकस्मात धन के मार्ग खुलने से उत्साह बढेगा। दान-पुण्य के साथ किसी की सहायता पर खर्च करना पड़ेगा परोपकार की भावना के कारण अखरेगा नही। आज घर मे समय पर वादा पूर्ति ना करने पर विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य आज सामान्य ही रहेगा। क्रोध से बचें।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आप धन लाभ की कामना से अधिकांश कार्य करेंगे लाभ होगा भी लेकिन खर्च लगे रहने से हाथ मे रुकेगा नही। कार्य व्यवसाय में तेजी मंदी लगी रहने के कारण बनी बनाई योजना लटकी रह जायेगी। आज आप असमर्थ होते हुए भी अन्य लोगो की सहायता के लिये तत्पर रहेंगे लेकिन परिजनों को आपका परोपकार कम ही जमेगा। आवश्यकता की वस्तुओं की जगह आज व्यर्थ के कार्यो पर खर्च होगा। घर मे किसी न किसी से इच्छा पूर्ति ना होने पर नाराजगी रहेगी। संध्या का समय अपेक्षा से अधिक आनंद दायक रहेगा। मित्र परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे लेकिन एक दूसरे के प्रति आदर का अभाव रहेगा।
