परेडग्राउंड आन्दोन विपक्ष ने जोड़ा और श्रेय ले गये धामी : आंदोलनकारियों के बीच करी नकल माफिया की सीबीआई जांच की संस्तुति युवाओं पर पंजीकृत वाद भी लिए वापस

आन्दोन विपक्ष ने जोड़ा और श्रेय ले गये धामी : आंदोलनकारियों के बीच करी नकल माफिया की सीबीआई जांच की संस्तुति उन्होंने युवाओं पर पंजीकृत वाद भी लिए वापस लेने की संस्तुति की। 

आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर राजनीति की चाणक्य सिद्ध हुए उन्होंने पहले विपक्ष को आन्दोलनकारी जोड़ने दिये एजेंडा चलाने दिया जब विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति पर पूरे जोरों पर था धामी सरकार के विरूद्ध वातावरण बनाने का ये अवसर पूरे दो वर्ष बाद विपक्षियों के हाथ लगा था। लेकिन राजनीति के मंझे हुए खिलाडी बन चुके धामी ने विपक्ष के सारे समीकरण और गणित पर पानी फेर दिया। धामी सीधे आन्दोलनकारियों के बीच पंहुच गये उन्होंने आन्दोलन करने वालों की मांग पर तत्काल नकल माफिया के विरूद्ध सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी साथ में आन्दोलनकारियों पर पहले से पंजीकृत सभी वाद भी वापस ले लिया। इससे जहां आन्दोलन का विषय समाप्त हो गया है वहीं विपक्ष को भी अब नया ऐजेंडा देखना होगा। 

सीबीआई जांच की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हजारों बेरोजगारों को एक तरह से धामी ने नवरात्र की सौगात देकर सभी को भौंचक्का कर दिया। धामी ने हजारों युवाओं के आक्रोश पर सहमति का लेपन कर के विपक्ष के गुब्बारे पर पिन मार दी, विपक्ष के हाथ से मुद्दा लपकते हुए बेरोजगारों की सीबीआई जांच की मांग पर संस्तुति की घोषणा कर दी। 

प्रकरण पर जनता पार्टी के  प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कहा “युवा साथियों में न रहे,कोई भी संशय। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने पेपर लीक मामले में सीबीआई जाँच की दी स्वीकृति। परीक्षा देने वाले सभी छात्रों पर दर्ज मुकदमे होंगे वापस। मुख्यमंत्री जी की इस घोषणा का भारतीय जनता पार्टी स्वागत करती है”मित्रों मेरे कल के एक चैनल के बयान को जिस रूप में कुछ साथियों द्वारा लिया उसका उत्तर एक समय के बाद युवा साथी समझेंगे।लग्न और मेहनत से परीक्षा देने वाले छात्रों का अहित मुझे स्वीकार्य नहीं था। परन्तु ये भी सच है कि मेरे कल के बयान ने सीबीआई जाँच का रास्ता खोला है”

हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्रसिंह रावत ने भी युवाओं की मांग पर युक्त संगत निर्णय के लिए धामी की प्रशंसा की। त्रिवेन्द्रसिंह के यहाँ इस अवसर पर पर पटाखे भी फूटे। ✍️हरीश मैखुरी