विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि आतंकवादी हमलों की जड़ें पाकिस्तान ही में हैं, आई लव मुहम्मद वाली मुस्लिमों की रैली व सर तन से जुदा के नारे केवल बीजेपी शासित राज्य में ही क्यों!, तमिलनाडु के दो अभिनेता : अल्लू अर्जुन को 1 मृत्यु पर सजा और जोसेफ़ विजय 39 लोगों की मृत्यु पर भी छुट्टा घूम रहा है क्या ये होता है बामपंथी सैक्यूलरिज्म?, राम मंदिर को तोड़ कर बाबरी मस्जिद बनाना ही आपराधिक कृत्य था – पूर्व मुख्य न्यायाधीश चंद्रच्यूड़, अमेरिका से भारत कोई भी व्यापार देश हित में और अपनी शर्तों पर ही करेगा – प्रधानमंत्री मोदी, आज का पंचाग आप का राशिफल,

फिल्म जगत के दो बड़े सितारे – अल्लू अर्जुन और जोसेफ़ विजय। लेकिन जब बात भीड़ और भगदड़ से जुड़ी घटनाओं की आती है तो दोनों के मामलों में ज़मीन-आसमान का अंतर दिखता है।

अल्लू अर्जुन के शो में भगदड़ से सिर्फ़ 1 मौत हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं दूसरी तरफ़, विजय की रैली में भगदड़ से 40 ज़िंदगियाँ चली गईं, लेकिन वे आज़ाद घूम रहे हैं, जैसे कुछ हुआ ही न हो।

सवाल यही है – क्या कानून का तराज़ू हर किसी के लिए बराबर है? या फिर स्टारडम और राजनीति का तिलिस्म इंसाफ़ पर भारी पड़ता है? ये तस्वीरें सिर्फ़ चेहरों की नहीं, बल्कि दोहरे मापदंडों की कहानी कह रही हैं।तमिलनाडु के करूर में जोसफ विजय की सभा में हुई भगदड़ में ३९ की मृत्यु और ६० गंभीर घायल हो गए। कुप्रबंधन के कारण निरपराधों की मृत्यु बहुत दुखद और हृदय विदारक घटना है। ८० करोड़ लोगों के कुंभ मेले पर भाजपा को तारगेट करने वाले अविमुक्तेश्वरानन्द ने अभी तक मुख्यमंत्री स्टालिन का त्यागपत्र नहीं मांगा। कुंभ पर ऐजेंडा चलाने वाले राहुल गांधी, अखिलेश यादव, टुकड़े टुकड़े गैंग, बामपंथी अर्बन नक्सल, माओवादी गिरोह आदि किसी ने भी हिन्दी विरोधी धूर्त बामपंथी मुख्यमंत्री स्टालिन का त्यागपत्र नहीं मांगा। उक्त सभी ऐजेंडेबाजों के मुंह में कल से अभी तक दही जमा है। इनको कुंभ मेले में अस्सी करोड़ की भीड़ में छिटपुट भगदड़ होने पर तत्काल योगी आदित्यनाथ का त्याग पत्र चाहिए था, गैर भाजपा राज्यों में हुई मृत्यु को ये सभी ऐजेंडेबाज मृत्यु ही नहीं मानते या

जोसफ तुमरा अब्बा लगता क्या जो इस घटना पर तुमरे मुख से उफ तक न निकला?

करूर में शनिवार रात हुई विजय की रैली जश्न नहीं, बल्कि मातम बन गई। ३९ लोगों की जान चली गई — जिनमें औरतें और मासूम बच्चे भी शामिल थे। पचास से ज़्यादा लोग अस्पतालों में ज़िंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।

धूर्त बामपंथियों और सैक्यूलरों की जब सरकार होती है तब यही होता है।

*आपने एक चीज नोटिस किया ???*
*यह आई लव मुहम्मद….. वाली मुस्लिमों की रैली सिर्फ बीजेपी शासित राज्य में ही निकल रही है*

केरल में मुस्लिम है सबसे ज्यादा मुस्लिम जम्मू कश्मीर में है झारखंड में मुस्लिम भरे पड़े हैं पंजाब में भी मुस्लिम है तेलंगाना तमिलनाडु पश्चिम बंगाल वहां यह आई लव मुहम्मद ….वाली मुस्लिमों की रैली नहीं निकल रही

*माहौल खराब सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में किया जा रहा है*
असल में इनकी INDI गठबंधन के बड़े-बड़े नेताओं के साथ बैठक हुई है
INDI गठबंधन के नेताओं ने ही इन्हें पूरी प्लानिंग दिया है पूरा स्क्रिप्ट दिया है कि आपको भाजपा शासित राज्यों में दंगे करने हैं

भारत ने अमेरिका को दो टूक कहा है कि वह रूस से तेल की खरीद तभी कम कर सकता है, जब उसे ईरान और वेनेजुएला जैसे प्रतिबंधित देशों से तेल लेने की छूट दी जाए। यह रुख भारत की ऊर्जा रणनीति को दर्शाता है, जो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विविध स्रोतों पर निर्भर करती है।

जानकारी के अनुसार, हाल ही में अमेरिका में हुई मुलाकातों में भारतीय प्रतिनिधियों ने यह मांग दोहराई। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश होने के नाते भारत ने पिछले कुछ वर्षों में रूस से सस्ते तेल की खरीद बढ़ाई है। हालांकि, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश भारत पर दबाव डाल रहे हैं कि वह रूसी तेल पर अपनी निर्भरता घटाए। भारत का कहना है कि इसके लिए विकल्प उपलब्ध होना जरूरी है और इसमें ईरान तथा वेनेजुएला जैसे देश अहम भूमिका निभा सकते हैं।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सप्ताह अमेरिका गए भारतीय अधिकारियों ने अपने समकक्षों से साफ कहा कि रूस, ईरान और वेनेजुएला—तीनों से आपूर्ति पर एक साथ रोक लगाने से वैश्विक तेल बाजार अस्थिर होगा और दामों में भारी उछाल आएगा।

यह बातचीत ऐसे समय हो रही है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है। हाल ही में अमेरिका ने रूस से भारत के बढ़ते तेल व्यापार के कारण भारतीय वस्तुओं पर 50% तक टैरिफ लगाया था। इसके बावजूद भारत ने रूस से आयात जारी रखा।

इस बीच, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने न्यूयॉर्क में कहा कि भारत अमेरिकी तेल और गैस के आयात को और बढ़ाएगा। उन्होंने अमेरिका को भारत का “स्वाभाविक साझेदार” बताते हुए कहा कि यह सहयोग ऊर्जा सुरक्षा, कीमतों की स्थिरता और विविध स्रोतों तक पहुंच सुनिश्चित करेगा।

रूस ने यूक्रेन युद्ध के बाद भारत को रियायती दामों पर तेल उपलब्ध कराया है, जिससे भारत का आयात बिल कम हुआ। भारत अपनी कुल तेल जरूरत का लगभग 90% आयात करता है, ऐसे में सस्ते तेल तक पहुंच उसके लिए मजबूरी भी है और राहत भी।

भारतीय अधिकारियों का कहना है कि अगर रूस, ईरान और वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति एक साथ बाधित हुई तो न सिर्फ भारत की ऊर्जा सुरक्षा प्रभावित होगी, बल्कि पूरी दुनिया में तेल की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी। इसलिए भारत ने अमेरिका से अपील की है कि वह ऊर्जा व्यापार में लचीलापन दिखाए ताकि बाजार स्थिर रहे और भारत की जरूरतें भी पूरी हो सकें।

✨ “मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद बनाना… यह न केवल गलत, बल्कि अत्यंत अनैतिक कार्य था।” ✨

पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ का यह कथन महज़ एक बयान नहीं, बल्कि सदियों से दबे सच को उजागर करने जैसा है। बाबरी ढाँचा कभी भी आस्था का प्रतीक नहीं था, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर पर हुआ एक गहरा अन्याय था।

आज जब अयोध्या की धरती पर भव्य श्रीराम मंदिर पुनः स्थापित हो चुका है, तो यह स्वीकारोक्ति और भी अधिक ऐतिहासिक महत्व रखती है। इतिहास बार-बार यही सिखाता है कि अन्याय चाहे कितने वर्षों तक क्यों न बना रहे, अंततः सत्य और धर्म की ही विजय होती है। 🚩

रामलला का मंदिर भले ही गिराया गया था, लेकिन करोड़ों हिंदुओं की आस्था और विश्वास को कोई ताक़त कभी मिटा नहीं सकी, न कभी मिटा पाएगी। ✨

#महान_सनातनी_योद्धा_पुष्यमित्र_शुंग

जिसके माथे पर तिलक ना दिखे उसका सिर धड़ से ही अलग कर दो:- सम्राट पुष्यमित्र शुंग।

यह बात आज से लगभग 2100 वर्ष पहले की है।

बिहार के एक किसान ब्राह्मण के घर एक पुत्र ने जन्म लिया,
जिसका नाम रखा गया पुष्यमित्र,अर्थात पुष्यमित्र शुंग और वह बना एक महान हिंदू सम्राट जिसने भारत देश को बौद्ध देश बनने से बचाया।

अगर पुष्यमित्र शुंग जैसा कोई राजा कंबोडिया मलेशिया या इंडोनेशिया में जन्म लेता तो आज भी ये देश हिंदू देश होते।

जब सिकंदर राजा पोरस से मार खाकर अपना विश्व विजय का सपना छोड़ कर उत्तर भारत से शर्मिंदा होकर मगध की ओर गया था तो उसके साथ आए हुए बहुत से यवन वहां बस गए थे।

सम्राट अशोक के बौद्ध धर्म अपना लेने से उनके बाद उनके वंशजों ने भारत में बौद्ध धर्म लागू करवा दिया।

ब्राह्मणों के द्वारा इस नीति का विरोध होने पर उनका सबसे अधिक कत्लेआम हुआ। लाखो ब्राह्मणों की हत्याएं हुईं और हजारो मंदिर गिरा दिए गए।

(बिहार में अन्य राज्यों की अपेक्षा मंदिरों की संख्या इसी लिए कम हैं। बौद्धधर्म का उदय भी बिहार में ही हुआ था)

इसी समय पुष्यमित्र के माता-पिता को धर्म परिवर्तन के लिए कहा गया। जब उन्होंने मनाकर दिया तो छोटे से बालक पुष्यमित्र के सामने ही उसके माता-पिता का की गर्दन काट दी गयी।

बालक चिल्लाता रहा मेरे माता पिता को छोड़ दो, पर किसी ने नहीं सुनी माता-पिता को मरा देखकर पुष्यमित्र की आंखों में रक्त उतर आया।

उसे गांव वालों की संवेदना से नफरत हो गई और उसने प्रतिज्ञा ली कि वह इसका बदला बौद्धों से एक दिन जरूर लेगा और जंगल की ओर भाग गया।

ब्राह्मण परिवार में जन्म लेने के कारण योग की सूक्ष्म क्रियाओं का ज्ञान पुष्यमित्र को था। अतः उसने महान योग क्रियाओं के द्वारा अपने शरीर को अत्यधिक बलवान बना लिया।

एक दिन बौद्ध राजा बृहद्रथ मौर्य वन में घूम रहा था अचानक वहां उसके सामने एक शेर आ गया। शेर सम्राट की ओर झपटा ही था तभी अचानक एक लंबा चौड़ा बलशाली भीमसेन जैसा बलवान युवक शेर के सामने आ गया और उसने अपनी मजबूत भुजाओ से उस शेर के जबड़े को पकड़कर उसके दो टुकड़े कर बीच से चीर दिया और सम्राट से कहा कि आप अब सुरक्षित हो।

सम्राट ने पूछा- “कौन हो तुम?

युवक-“ब्राह्मण हूं महाराज”

उसका पराक्रम देखकर सम्राट ने कहा,”मगध के सेनापति बनोगे ?

युवक आकाश की ओर देखकर रक्त से अपना तिलक कर बोला – “महाराज जी मातृभूमि को समर्पित है यह जीवन”।

उसी वक्त सम्राट ने उसे मगध का उप सेनापति घोषित कर दिया। जल्दी ही अपने शौर्य और पराक्रम के बल पर वह प्रधान सेनापति बन गया।

शांति का पाठ अधिक पढने के कारण मगध साम्राज्य कायर हो चुका था,लेकिन पुष्यमित्र के अंदर ज्वाला अभी भी जल रही थी। वह रक्त से स्नान करने और तलवार से बात करने में विश्वास रखता था।

पुष्यमित्र एक निष्ठावान हिंदू था और भारत को फिर से हिंदू राष्ट्र बनाने का सपना देख रहा था।

फिर आखिर वह दिन भी आ गया जब यवनों की लाखों की फौज ने मगध पर आक्रमण कर दिया।

पुष्यमित्र समझ गया कि अब मगध विदेशी गुलाम बनने जा रहा है। जब उसने यह बात सम्राट बृहद्रथ को बताई तो सम्राट बृहद्रथ ने कहा कि वह युद्ध द्वारा मगध की रक्षा करने के पक्ष में नहीं है। उसका कहना था की युद्ध से रक्तपात होता है और हम बौद्धों को शांति चाहिए युद्ध नहीं।

मगध के नागरिकों में यवनों का भय व्याप्त होने लगा क्योंकि युद्ध के बाद यवन लूटपाट,हत्याएं और स्त्रियों का शीलहरण करते थे।

पुष्यमित्र ने बिना सम्राट की आज्ञा लिए सेना को युद्ध के लिए तैयारी करने का आदेश दे दिया उसने कहा कि “इससे पहले कि दुश्मन के पैर हमारी मातृभूमि पर पड़े हम उसका शीश उड़ा देंगे”।

यह नीति तत्कालीन मौर्य साम्राज्य के बौद्ध धार्मिक विचारों के विरुद्ध थी,अतः सम्राट बृहद्रथ पुष्यमित्र के पास गया और गुस्से से बोला” किसके आदेश से तुम सेना को युद्ध के लिए तैयार कर रहे हो” ?

पुष्यमित्र ने कहा, “मातृभूमि की रक्षा के लिए मुझे किसी आज्ञा की आवश्यकता नहीं है और ब्राह्मण किसी की आज्ञा नहीं लेता है” यह कहकर पुष्यमित्र ने सम्राट का सर तलवार के एक ही प्रहार से धड़ से अलग कर दिया।

लाल आंखों वाले पुष्यमित्र ने सम्राट के रक्त से अपना तिलक किया और पुष्यमित्र ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा,
“न तो बृहद्रथ महत्वपूर्ण है,और न ही पुष्यमित्र,.महत्वपूर्ण है तो हमारी मातृभूमि।

क्या तुम मातृभूमि के लिए रक्त बहाने को तैयार हो ?

पुष्यमित्र की शेर जैसी गरजती आवाज से सेना जोश में आ गई और सभी सैनिक आगे बढ़कर बोले, “हां सम्राट पुष्यमित्र हम तैयार हैं”।

पुष्यमित्र ने कहा- “आज मैं सेनापति हूं,”चलो काट डालो यवनों को जो मगध पर अपनी विजय पताका फहराने का स्वप्न पाले
हुए हैं और युद्ध में गाजर मूली की तरह ही बहुत बड़ी संख्या मे यवनों को काट दिया गया।

एक सेना जो कल तक दबी हुई,डरी हुई रहती थी आज युद्ध में हर हर महादेव और जय महाकाल के नारों से दुश्मन को थर्रा रही थी।

यवनों ने मगध तो छोड़ ही दिया, साथ ही साथ अपना राज्य भी खो दिया।

इसके बाद पुष्यमित्र का राज्याभिषेक हुआ।

सम्राट बनने के बाद पुष्यमित्र ने घोषणा की,”अब मगध में कोई बौद्ध धर्म नही मानेगा। हिंदू सनातन धर्म ही राजधर्म है और जिसके माथे पर तिलक ना दिखे वह सर ही धड़ से अलग कर दिया जाएगा”।

उसके बाद पुष्यमित्र ने वो किया जो आज तक नहीं हुआ।

हजारों की संख्या में बौद्ध मंदिरो को जो कि हिंदू मंदिरों को ही ध्वस्त कर कर बनाए गए थे उन्हें ध्वस्त करा दिया। बौद्ध मठों को तबाह कर दिया गया। चाणक्य काल के वापसी की घोषणा हुई और तक्षशिला विश्वविद्यालय का सनातन शौर्य फिर से स्थापित हुआ। जो लोग अपने सनातन धर्म को त्याग कर बौद्ध बन गए थे उन्होंने पुनः सनातन धर्म में वापसी की।

जिन लोगों ने सनातन धर्म का विरोध किया उनकी पुष्यमित्र ने हत्या करा दी।

पुष्यमित्र शुंग के पुत्र सम्राट अग्निमित्र शुंग ने अपना साम्राज्य तिब्बत तक फैला लिया और तिब्बत भारत का अंग बन गया वह बौद्धों को दौड़ाता हुआ चीन तक ले गया।

वहां चीन के सम्राट ने अपनी बेटी की शादी अग्निमित्र से करके संधि स्थापित की और इनके वंशज आज भी चीन में शुंग उपनाम नाम ही लिखते हैं।

पंजाब,अफगानिस्तान,सिंध की शाही ब्राह्मण वंशावली के बाद शुंग वंश सबसे बेहतरीन सनातन साम्राज्य था। शायद पेशवा से भी महान,जिसने सनातन धर्म को पुनः स्थापित करने का महान कार्य किया।

हमें गर्व करना चाहिए अपने पूर्वजों पर जिन्होंने अपने बलिदान से हमें आज सर उठा कर जीने का अधिकार दिलाया।

पुष्यमित्र जैसा सनातन धर्म का रक्षक आज तक कोई नहीं हुआ। वह जानता था कि बिना शास्त्र और शस्त्र के धर्म की रक्षा नहीं हो सकती।

आवश्यकता है अपने बच्चों को सही इतिहास बताने की। जय सनातन धर्म 🙏

*आपने एक चीज नोटिस किया ???*
*यह आई लव मुहम्मद….. वाली मुस्लिमों की रैली व सर तन से जुदा के नारे केवल बीजेपी शासित राज्य में ही निकल रही है*

केरल में मुस्लिम है सबसे ज्यादा मुस्लिम जम्मू कश्मीर में है झारखंड में मुस्लिम भरे पड़े हैं पंजाब में भी मुस्लिम है तेलंगाना तमिलनाडु पश्चिम बंगाल वहां यह आई लव मुहम्मद ….वाली मुस्लिमों की रैली नहीं निकल रही

*माहौल खराब सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में किया जा रहा है*
असल में इनकी INDI गठबंधन के बड़े-बड़े नेताओं के साथ बैठक हुई है
INDI गठबंधन के नेताओं ने ही इन्हें पूरी प्लानिंग दिया है पूरा स्क्रिप्ट दिया है कि आपको भाजपा शासित राज्यों में दंगे करने हैं

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि आतंकवादी हमलों की जड़ें एक ही देश में अधिक है, इशारा पाकिस्तान की ओर है। 

🕉️ *~ वैदिक पंचांग ~* 🕉️

23 अक्टूबर को होंगे केदारनाथ धाम के कपाट बंद

🌤️ *दिनांक – 29 सितम्बर 2025*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत – 1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ऋतु*
🌤️ *मास – आश्विन*🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – सप्तमी शाम 04:31 तक तत्पश्चात अष्टमी*
🌤️ *नक्षत्र – मूल 30 सितम्बर प्रात:06:17 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा*
🌤️ *योग – सौभाग्य 30 सितम्बर रात्रि 01:01 तक तत्पश्चात शोभन*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 07:59 से सुबह 09:29 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:30, *🌤️ *सूर्यास्त – 06:27*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – सरस्वती आवाहन*
💥 *विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🕉️~*वैदिक पंचांग* ~🕉️

👉🏻 *विजया दशमी के दिन इस वस्तु को अपने पास रखने से सभी क्षेत्र में सफलता मिलती है*

🌷 *काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए*
🙏🏻 *अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी हो.. बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से …. मंत्र बोले ” ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । ” और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें, देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताया है।*

🌷 *दुर्गाष्टमी* 🌷
➡ *30 सितम्बर, मंगलवार को दुर्गाष्टमी है ।*
🙏🏻 *प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।*
🌷 *नारदपुराण पूर्वार्ध अध्याय 117*
*आश्विने शुक्लपक्षे तु प्रोक्ता विप्र महाष्टमी ।। ११७-७६ ।।*
*तत्र दुर्गाचनं प्रोक्तं सव्रैरप्युपचारकैः ।।*
*उपवासं चैकभक्तं महाष्टम्यां विधाय तु ।। ११७-७७ ।।*
*सर्वतो विभवं प्राप्य मोदते देववच्चिरम् ।।*
🙏🏻 *आश्विन मास के शुक्लपक्ष में जो अष्टमी आती है, उसे महाष्टमी कहा गया है (महाष्टमी 30 सितम्बर मंगलवार को है उसमें सभी प्रकार से दुर्गा के पूजन का विधान है। जो महाष्टमी को उपवास अथवा एकभुक्त व्रत करता है, वह सब ओर से वैभव पाकर देवता की भाँति चिरकाल तक आनंदमग्न रहता है।*
🌷 *भविष्यपुराण, उत्तरपर्व, अध्याय – २६*
*देव, दानव, राक्षस, गन्धर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, नर आदि सभी अष्टमी तथा नवमी को उनकी पूजा-अर्चना करते हैं | आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी को जगन्माता भगवती श्रीअम्बिका का पूजन करने से सभी शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो जाती है | यह तिथि पुण्य, पवित्रता, धर्म और सुख को देनेवाली है | इस दिन मुंडमालिनी चामुंडा का पूजन अवश्य करना चाहिये |*
🌷 *देवीभागवतपुराण पञ्चम स्कन्ध*
*अष्टम्याञ्च चतुर्दश्यां नवम्याञ्च विशेषतः ।*
*कर्तव्यं पूजनं देव्या ब्राह्मणानाञ्च भोजनम् ॥*
*निर्धनो धनमाप्नोति रोगी रोगात्प्रमुच्यते ।*
*अपुत्रो लभते पुत्राञ्छुभांश्च वशवर्तिनः ॥*
*राज्यभ्रष्टो नृपो राज्यं प्राप्नोति सार्वभौमिकम् ।*
*शत्रुभिः पीडितो हन्ति रिपुं मायाप्रसादतः ॥*
*विद्यार्थी पूजनं यस्तु करोति नियतेन्द्रियः ।*
*अनवद्यां शुभा विद्यां विन्दते नात्र संशयः ॥*
🙏🏻 *अष्टमी, नवमी एवं चतुर्दशी को विशेष रूप से देवीपूजन करना चाहिए और इस अवसर पर ब्राह्मण भोजन भी कराना चाहिए। ऐसा करने से निर्धन को धन की प्राप्ति होती है, रोगी रोगमुक्त हो जाता है, पुत्रहीन व्यक्ति सुंदर और आज्ञाकारी पुत्रों को प्राप्त करता है और राज्यच्युत राज को सार्वभौम राज्य प्राप्त करता है। देवी महामाया की कृपा से शत्रुओं से पीड़ित मनुष्य अपने शत्रुओं का नाश कर देता है। जो विद्यार्थी इंद्रियों को वश में करके इस पूजन को करता है, वह शीघ्र ही पुण्यमयी उत्तम विद्या प्राप्त कर लेता है इसमें संदेह नहीं है।*
🌷 *नवरात्रि अष्टमी को महागौरी की पूजा सर्वविदित है*
🙏🏻 *अग्निपुराण के अध्याय 268 में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को भद्रकाली की पूजा का विधान वर्णित है।*
🙏🏻 *स्कन्दपुराण माहेश्वरखण्ड कुमारिकाखण्ड में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को वत्सेश्वरी देवी की पूजा का विधान बताया है।*
🙏🏻 *गरुड़पुराण अष्टमी तिथिमें दुर्गा और नवमी तिथिमें मातृका तथा दिशाएँ पूजित होनेपर अर्थ प्रदान करती है ।*

🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🌷🙏🏻

*⚜️ आज का राशिफल ⚜️*
*दिनांक : 29 सितंबर 2025*

🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपको धार्मिक एवं परोपकारी स्वभाव का लाभ प्रत्येक क्षेत्र में मिलेगा। दिन के आरंभ में पूजा पाठ देवदर्शन के योग है इसके बाद का समय व्यस्तता से भरा रहेगा। पारिवारिक एवं सामाजिक मामलों में निष्पक्ष फैसले लेने पर छवि सम्मानजनक बनेगी। परिवार के सदस्यों के साथ ही रिश्तेदार भी महत्त्वपूर्ण कार्यो में आपकी राय लेंगे लेकिन आज किसी की जमानत लेने से बचें अन्यथा बैठे बिठाये सरदर्दी बढ़ेगी। कार्य व्यवसाय सुव्यवस्थित रूप से चलेगा धन लाभ आशा जनक होगा। महिलाओ को मनपसंद वस्तु की प्राप्ति होगी। परिचितों के कार्यो में भी सहयोग करेंगे। घर एवं बाहर के लोग आपकी प्रसंशा अवश्य करेंगे। स्वास्थ्य में नया विकार बनेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन शारीरिक एवं आर्थिक दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। एक पल में प्रसन्न अगले ही पल उदास होने पर मानसिक स्थिति दुविधापूर्ण रहेगी। व्यवसाय से धन लाभ होगा लेकिन धन आने के साथ ही जाने के रास्ते भी बना लेगा। पारिवारिक जन की सेहत अथवा रिश्तेदारी पर खर्च करना पड़ेगा। नौकरी वाले लोगो को कार्य जल्दी पूर्ण करने के प्रयास में गलती होने पर विलम्ब होगा। महिलाये किसी गलतफहमी की शिकार होंगी परिवार का वातावरण चिंताजनक रहेगा। संध्या पश्चात कुछ राहत मिलेगी। यात्रा में सेहत एवं सामान के प्रति सावधानी बरतें। बुजुर्ग लोग अचानक नाराज होंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप दिन के आरंभ से ही किसी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर चिन्तित रहेंगे लेकिन मध्यान बाद स्थिति स्पष्ट होने से मानसिक दबाव कम होगा। कार्य क्षेत्र पर आपकी राय की आवश्यकता पड़ेगी। अधिकारी वर्ग आप के ऊपर प्रसन्न रहेंगे। कुछ दिनों से मन मे चल रही दुविधा का आज कुछ ना कुछ हल अवश्य निकल आएगा। लेकिन आर्थिक दृष्टिकोण से दिन परेशानी भरा रहेगा फिर भी खर्चो पर नियंत्रण रहने से ज्यादा भार नही पड़ेगा। परिजनों से वैर विरोध की भावना रहने से घर का वातावरण उदासीन रहेगा महिलाये शांति बनाने के लिए पहल करेंगी। संध्या बाद धन लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन अहंकार के कारण हाथ से ना निकले इसका ध्यान रखें। दोपहर बाद सेहत में नरमी आएगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन संपन्नता कारक रहेगा। मध्यान तक अधूरे कार्यो को पूर्ण करने की जल्दबाजी रहेगी इसके बाद परिश्रम का फल लाभ के रूप में मिलने लगेगा। अकस्मात धन की प्राप्ति से उत्साह वृद्धि होगी। पारिवारिक संबंध आपकी उन्नति में सहायक बनेंगे। लेकिन भाई-बंधुओ से किसी पुरानी बात को लेकर खींच-तान होने की संभावना भी है। महिलाये किसी अन्य महिला से मन ही मन इर्ष्या का भाव रखेंगी। घरेलू अथवा अन्य कार्य भी रूखे मन से करेंगी। घरेलू वातावरण आपकी आलसी अथवा टालमटोल वाली वृति से अस्त-व्यस्त रहेगा। प्रेम-प्रसंगों में अधिक भावुकता दुख का कारण बनेगी। बुजुर्गो का सहयोग एवं मार्गदर्शन मिलेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन पिछले दिन की अपेक्षा सुधार लाएगा। मन मे चल रही बातो को बेजीझक होकर बोलेंगे जिससे आपसी गकतफहमिया कम होंगी फिर भी परिजनो के आगे ज्यादा खुलापन नए विवाद को जन्म दे सकता है सतर्क रहें।
आज आपको कोई नापसंद कार्य भी मजबूरी में करना पड़ेगा। आर्थिक रूप से दिन सामान्य से उत्तम रहेगा लेकिन आकस्मिक खर्च भी साथ मे लगे रहने से बचत नही कर पाएंगे। आप जिस किसी से भी कोई वादा करेंगे उसे अवश्य पूरा करेंगे। मध्यान तक परिश्रम का फल ना मिलने से निराशा रहेगी परन्तु संध्या के समय धन की आमद होने लगेगी व्यवसाय में आज विस्तार ना करें। नौकरी पेशा कार्यभार बढ़ने से थकान अनुभव करेंगे। घर मे कुछ मतभेद के बाद भी शांति बनी रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको विशेष सावधानी बरतने की सलाह है। स्वभाव में नरमी रख कर ही आज का दिन सामान्य रूप से बिताया जा सकता है। अपने कार्य निकलने के लिये अन्य लोगो का मोहताज होना पड़ेगा। मध्यान तक लगभग सभी कार्य अव्यवस्थित रहेंगे जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे कोई ना कोई उलझन पड़ेगी। आर्थिक कमी रहने से मन मे नकारात्मक भाव आएंगे। महिलाओ को पेट, कमर अथवा जोड़ो संबंधित परेशानी रहने के कारण घर के कार्यो में विलंब होगा। कार्य व्यवसाय में से भी आज निराशा ही हाथ लगेगी। आज आप केवल व्यवहारिकता के बल पर ही लाभ कमा सकते है। घर मे किसी सदस्य से अथवा कार्य क्षेत्र पर उग्र वार्ता होने की संभावना है। सरदर्द की समस्या भी रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज भी परिस्थितियां आपके पक्ष में बनी रहेंगी कार्य व्यवसाय में व्यवहारिकता का सकारात्मक फल मिलने से दिनचार्य से संतोष करेंगे। मध्यान के समय कार्यो को पूर्ण करने की जल्दी में कुछ उल्टा-सीधा हो सकता है फिर भी आज आप जोड़ तोड़ करने अपना काम निकाल ही लेंगे। नौकरी पेशा लोग अधिकारी वर्ग से अपनी बात मनवाने के लिए गुप्त युक्तियां लगाएंगे लेकिन इसमे सफलता निश्चित नही रहेगी। धन लाभ भी आपके परिश्रम की तुलना से अधिक हो सकता है परंतु इसके लिए कार्य क्षेत्र पर अनर्गल बातो को छोड़ लक्ष्य को केंद्रित रकह कार्य करें। स्त्रीवर्ग आज ज्यादा भावुक रहेंगी कोई इसका गलत फायदा भी उठा सकता है। आंख बंद कर किसी पर विश्वास ना करें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। आज आपकी आवश्यकता पूर्ति थोड़े से प्रयास से हो जाएगी लेकिन फिर भी मन में संतोष नही होगा कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी। मेहनत करने पर संध्या तक आर्थिक स्थिति बेहतर हो जायेगी। पुराने उधार चुकता होने पर राहत मिलेगी। महिलाये आज महंगी वस्तुओं की खरीददारी का मन बनाएंगी लेकिन अंत समय मे कोई व्यवधान आ सकता है। पारिवारिक वातावरण में छुट-पुट छींटा कशी लगी रहेगी फिर भी स्थिति सामान्य बनी रहेगी। संतानो के ऊपर खर्च करने के बाद भी परिणाम आशानुकूल नही रहेंगे। घर के बुजुर्गो अथवा महिलाओ से वित्तीय लाभ की सम्भावना है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन राहत वाला रहेगा लेकिन आज आपके स्वभाव में अचानक परिवर्तन देखने को मिलेगा। अपनी बचकानी हरकतों से आसपास का माहौल हल्का बनाएंगे फिर भी व्यवहार ने ज्यादा चंचलता ना आने दें अन्यथा मजाक में किसी से झड़प हो सकती है।
कार्य व्यवसाय के सिलसिले में मध्यान तक दौड़-धूप परिश्रम करना पड़ेगा इसके बाद ही लाभ की संभावनाएं बनेंगी। धन लाभ निश्चित ना होकर आकस्मिक ही होगा जिससे आगे की योजनाएं बनाने में परेशानी आएगी। नौकरी पेशा जातको को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। परिवारक दायित्वों की पूर्ति करने में थोड़े असहज रह सकते है लेकिन ले देकर इससे भी पार पा लेंगे महिलाओ का स्वभाव चिड़चिड़ा रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिये हानिकर रहेगा। कार्य क्षेत्र एवं गृहस्थी में तालमेल बैठाना बहुत मुश्किल रहेगा एक कार्य करने के चक्कर मे अन्य कार्य की हानि निश्चित है। आस-पास का वातावरण आपको ना चाहते हुए भी क्रोध करने पर मजबूर करेगा। कार्य क्षेत्र एवं परिवार में भी महिला वर्ग से तकरार होने की सम्भवना है। भाई-बंधु अथवा पड़ोसियों के साथ मामूली बात का बतंगड़ बनने से अशांत रहेंगे। कार्य व्यवसाय पर भी व्यवस्था की कमी रहने के कारण व्यवधान आएंगे। आज आप जिस लाभ एवं सम्मान के अधिकारी है वह परिचित व्यक्ति से मतभेद कारण नही मिल सकेगा। महिलाओ में भी अहम की भावना अधिक रहेगी नुकसान भले ही हो जाये परन्तु झुकेगी नही। दाम्पत्य जीवन मे नीरसता रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन लाभदायक रहने वाला है लेकिन आज आशाजनक लाभ पाने के लिये वाणी में मिठास रखने की आवश्यकता पड़ेगी। दिन के आरंभ में मन के अनुसार कार्य ना होने पर क्रोध आएगा धर्य धारण करें दिन आज आपके पक्ष में ही है लाभ देर से ही सही अवश्य मिलेगा। मन मे अहम आने से अपने आगे किसी को नही गिनेंगे किसी के सम्मान को ठेस पहुचाने पर मतभेद हो सकते है। आर्थिक रूप से दिन उत्तम रहेगा जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे वहां से कुछ ना कुछ लाभ अवश्य मिलेगा। परिवार की महिलाये एवं बुजुर्ग आपकी किसी बुरी आदत से दुखी होंगे। संध्या के समय घरेलू खर्च के साथ ही मौज शौक पर खर्च होगा। सुखोपभोग आज आपकी प्राथमिकता रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपको व्यवसाय के साथ अन्य घरेलू कार्यो को लेकर भागदौड़ करनी पड़ेगी दिन कार्य सफलता वाला है इसलिए भागदौड़ का परिणाम संतोषजनक ही रहेगा। दिन के आरम्भ में व्यवसाय से शुभ समाचार मिलेंगे धन लाभ थोड़े अंतराल पर होता रहेगा। नौकरी पेशा जातक भी अधिकारी वर्ग के निकट रहने से आसानी से अपनी कामना सिद्धि कर सकेंगे। महिलाये आध्यात्म में रुचि लेंगी लेकिन सुख सुविधाओं को लेकर असंतुष्ट भी रहेंगी। घर अथवा व्यावसायिक स्थल को नया रूप देने के लिये तोड़-फोड़ करने की योजना बनायेंगे। नये कार्यानुबन्ध हाथ मे लेना आज शुभ रहेगा। कही से रुका धन मिलने से प्रसन्नता होगी। घर में के किंचित अशांति के उपरांतभी स्थिति सुखदायी रहेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।