*मा0 मुख्यमंत्री के निर्देश, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंचे डीएम सविन बंसल*
*आपदा, कोई मुसीबत या किसी अनहोनी को सबसे पहले न्यून करना जिला प्रशासन का ही दायित्वः डीएम*
*आपदा पीडितों से मिले डीएम, हर संभव मदद का दिया भरोसा, प्रभावित लोगों के साथ प्रशासन हरदम खड़ा*
*सुरक्षित स्थानों में किराए पर शिफ्ट होने के लिए प्रभावित प्रति परिवार को मिलेंगे 4-4 हजार प्रतिमाह।*
*डीएम के विभागों को निर्देश, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं प्राथमिकता पर करें बहाल।*
*पैदल कार्लीकागाड, मजयाडी पहुंचे डीएम, रेस्क्यू टीम की मदद से 70 लोगों को सुरक्षित निकाला।*
*अतिवृष्टि के कारण देहरादून में 13 व्यक्तियों की मृत्यु, 03 व्यक्ति घायल और 16 लापता।*
*देहरादून 16 सितंबर,2025 (सू.वि),*
जिलाधिकार सविन बंसल ने देहरादून शहर के मालदेवता, सहस्रधारा, मजयाडा, कार्लीगाड आदि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर मौजूदा स्थिति और क्षति का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवारों से भेंट करते हुए उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिलाया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह और सीडीओ अभिनव शाह भी उनके साथ मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्याे में तेजी लाए। लोनिवि एवं पीएमजीएसवाई पर्याप्त संख्या में मैनपावर और मशीनरी लगाते हुए अवरूद्व सड़क एवं संपर्क मार्गाे को शीघ्र सुचारू करें। प्रभावित क्षेत्रों में ड्राई राशन, राहत शिविर में ठहराए गए लोगों तक फूड पैकेट वितरण सुनिश्चित करते हुए उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध की जाए। जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए।
सोमवार की रात्रि को अतिवृष्टि के कारण देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में जनहानि, पशु हानि, सरकारी एवं निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़क, संपर्क मार्ग, पुल, पुलिया क्षतिग्रस्त होने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की इस कठिन घडी में जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ खडा है। प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर कसर नही छोड़ी जाएगी। आपदा प्रभावित सभी क्षेत्रों में पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ क्विक रिस्पांस टीमें तैनात की गई है। रेस्क्यू कार्य के लिए जो भी आवश्यकता पड रही है, उस पर तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से कार्लीगाड में फंसे 70 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं को जल्द बहाल करने का प्रयास जारी है।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र सहस्रधारा, मजयाडा, कार्लीगाड में पैदल भ्रमण करते हुए क्षति का निरीक्षण किया। मजयाडा में तीन लोग मलबे में दबे होने और एक व्यक्ति लापता होना बताया गया। यहां पर कुछ आवासीय भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, 13 दुकान, 08 होटल, 03 रेस्टोरेंट सहित सहस्रधारा-कार्लीगाड मोटर मार्ग भूस्खलन के कारण 09 से अधिक स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। रा.पूर्व.मा.वि. चामासारी में बनाए गए राहत शिविर में कुछ प्रभावित लोगों को ठहराया गया है। शिविर में प्रभावित लोगों से मिलते हुए जिलाधिकारी ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित परिवार यदि सुरक्षित स्थानों पर किराए में शिफ्ट होना चाहते है तो उनको प्रति परिवार तीन माह तक 4-4 हजार किराया भी दिया जाएगा।
जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में अतिवृष्टि के कारण 13 व्यक्तियों की मृत्यु, 03 व्यक्ति घायल और 16 व्यक्ति लापता हुए है। वहीं सरकारी एवं निजी परिसंपत्तियों का भी भारी नुकसान हुआ है। देहरादून जनपद के सभी विकासखंडो में 13 पुल, 10 पुलिया, 02 मकान, 31 दीवार, 02 अमृत सरोवर, 12 खेत, 12 नहर, 21 सड़के, 7 पेयजल योजना, 08 हॉज, 24 पुस्ता आदि परिसंपत्तियों की भारी क्षति हुई है।*डीएम, एसएसपी ने मौके पर पंहुच स्वंय कार्लीगाड में 24 घंटे से फसे 70 लोगों को करवाया रेस्क्यू; सुरक्षित स्थान पर किया शिफ्ट*
जन्मदिन पर आपदा से जूझते रहे मुख्यमंत्री धामी: हेमंत द्विवेदी
देहरादून। उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं बीकेटीसी के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपने जन्मदिन को सादगी और सेवा भाव के रूप मना कर पूरे उत्तराखंड में एक आदर्श पेश किया है।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता श्री हेमंत द्विवेदी ने कहा कि जिस तरह से आपदा से घिरे पीड़ित लोगों तक पहुंचे और उनकी सुध ली, वह सराहनीय है। श्री द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपने 50वें जन्मदिन के मौके पर सुबह से ही प्रदेश में आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर जूझते हुए दिखाई पड़े। मुख्यमंत्री जी मंगलवार को सुबह ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य के विशेष निर्देश दिए। साथ ही नौ बजे से पहले ही देहरादून में मालदेवता क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए निकल गए। इस दौरान उन्होंने ट्रैक्टर पर चढ़कर, नुकसान का जायजा लिया, साथ ही प्रभावितों को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। श्री द्विवेदी ने कहा कि ऐसा करके मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में ऐसा छाप छोड़ी है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जन्मदिन अवसर पर किसी प्रकार का उत्सव या औपचारिक आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया था। मुख्यमंत्री ने अपना जन्मदिन सादगी और सेवा के साथ मनाने की घोषणा करते हुए, समर्थकों से भी सादगी का पालन करने की अपील की थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री आवास से प्रदेशभर की सभी तहसीलों में आयोजित तहसील दिवस कार्यक्रमों में वर्चुअल प्रतिभाग किया। जनता से संवाद किया। । इसके अलावा मुख्यमंत्री जी हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडियन एआई समिट में हिस्सा लिया। श्री द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही, देवभूमि की प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। श्री द्विवेदी ने कहा कि भगवान उन्हें और ज्यादा शक्ति दें, ताकि मुख्यमंत्री जी दीन-दुखियों की सेवा ज्यादा से ज्यादा कर सके। साथ ही, अपने इस प्रदेश को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने में सफल हो सकें।