जन्म के आधार पर नागरिकता
(Citizenship by Birth)
डोनाल्ड ट्रंप ने खत्म किया –
28 हिंदू पहलगाम में शहीद न
होते तो आज ये भेद न खुलते -शादी हुई पाकिस्तान में ,बच्चे पैदा हो रहे हैं भारत के सरकारी अस्पताल में, नागरिकता मिल रही है भारत की,
एक नये तरीके का स्कैम अब सामने आ रहा है.!
भारत का क़ानून भी बदला जाए -विदेशी घुसपैठियों के भारत में जन्मे बच्चों को नागरिकता और वोट का अधिकार ना मिले : घुसपैठियों ने सत्तर वर्षों में भारत में लाखों नहीं करोड़ों बच्चे जन दिए एक तरह से भारत उनकी धर्मशाला ही नहीं ऐशगाह भी बन गया है जिनकी निष्ठा पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रति है लेकिन जन्म के आधार पर वे नागरिक और वोटर बन गये हैं मुफ्त योजनाओं का लाभ ले रहे हैं देश की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती हैं
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जैसे डोनाल्ड ट्रंप ने आते ही जन्म के आधार पर नागरिकता को ख़त्म किया था क्योंकि अमेरिका में बहुत विदेशी जाते थे, बच्चे को जन्म देते थे और बच्चे को स्वत: अमेरिकी नागरिकता मिल जाती थी जन्म के आधार पर।
ऐसा ही गोलमाल भारत में भी चल रहा है वर्षों से जिसका खुलासा अब हुआ है जब 28 हिंदू पहलगाम में शहीद हो गए और भारत सरकार ने सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने के आदेश दिए – इस गोलमाल में भारत और पाकिस्तान दोनों के लोग महिला / पुरुष शामिल हैं – यह कई तरीके से हो रहा है।
-35(A) के अनुसार जहां तक मैंने पढ़ा था प्रावधान था कि कोई कश्मीरी लड़की अगर किसी पाकिस्तानी से शादी करती थी तो उसके पाकिस्तानी पति को जम्मू कश्मीर की नागरिकता अपने आप मिल जाती थी जिसका मतलब था उसके पास दोहरी नागरिकता हो जाती थी – लेकिन कल गूगल सर्च में जानकारी दी गई कि वह पाकिस्तानी पति पाकिस्तानी ही रहता था – इसका मतलब अब यह निकलता है कि ऐसे हजारों पाकिस्तानियों को भी अब भारत छोड़ना पड़ेगा बीवी बच्चो के साथ या उन्हें भारत में छोड़ कर।
दूसरी कैटेगरी है – कुछ पाकिस्तानी मुस्लिम भारत की मुस्लिम लड़कियों से शादी करते आते रहे हैं और उनसे बच्चे पैदा करते हैं जिन्हें भारत की नागरिकता जन्म के आधार पर स्वत मिल जाती रही है – लेकिन वे अपनी बीवियों को भारत में ही रखते थे – इस तरह तकनीकी रूप से भारत में पाकिस्तानी मुसलमान बढ़ रहे हैं; ऐसी सभी महिलाओं को भी भारत छोड़ने के लिए कहना चाहिए और शायद यह हो भी रहा है;
तीसरी कैटेगरी है भारतीय महिलाओं की जो खुद पाकिस्तानी लड़कों से शादी करती आ रही हैं और पाकिस्तानी टूरिस्ट बन कर यहां आते है, बच्चे पैदा करते हैं और वे भी भारत की नागरिकता पा लेते हैं – पाकिस्तानी पाकिस्तान चला जाता है और बच्चे पाकिस्तानी बन कर भारत में तांडव करते हैं ऐसी महिलाओं को भी पाकिस्तान भेजने के आर्डर देने चाहिए।
चौथी कैटेगरी है जिसमें भारत के मुसलमान लड़के पाकिस्तानी लड़कियों से शादी करते हैं, उन्हें टूरिस्ट बना कर लाते है और बच्चे पैदा करते हैं जिन्हें भी भारत के नागरिकता मिल जाती है – बच्चे पैदा करने का मकसद पूरा करके पाकिस्तानी बीवी को वापस पाकिस्तान भेज देते हैं क्योंकि यहां तो 4 बीवियां रख सकते हैं, तो वो और या तो यहीं ढूंढ लेते है या पाकिस्तान से ले आते हैं निकाह करके।
अब समय आ गया है कि कानून में बदलाव करके Citizenship by Birth केवल उन्हें ही दी जाए जिनके माँ बाप दोनों भारतीय हों क्योंकि ऐसी व्यवस्था के कारण ही मुस्लिम जनसंख्या बढ़ रही है और वो विपक्ष के वोटर बन रहे हैं और दंगा फसाद अलग करते हैं – ऐसे जन्में बच्चों का वोटिंग का अधिकार भी छीन लेना चाहिए – अब उन्हें कागज दिखाने होंगे साबित करने के लिए कि वे भारतीय माँ बाप की औलाद हैं जो वो कर नहीं सकेंगे।
पहलगाम नरसंहार बहुत दुख देने वाला है लेकिन 28 हिंदुओं के बलिदान से शायद पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और रोहिंग्या की सफाई का अभियान जोर पकड़ सकता है – उन सभी अमर बलिदानियों को शत शत नमन।Children born to foreign intruders in India should not get citizenship and voting rights: Intruders have given birth to not lakhs but crores of children in India in the past seventy years. In a way, India has become not only a Dharamshala but also a pleasure resort for those whose loyalty is towards Pakistan and Bangladesh but they have become citizens and voters on the basis of birth and are taking advantage of free schemes. They are a big challenge for national security.
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घुसपैठ का इतिहास
नाम – रिजवाना बेगम
निकाह – सलीम ( कराची पाकिस्तान)
बच्चे – 7 (भारत में )
रिज़वाना का 8 साल पहले कराची के सलीम से निकाह हुआ था लेकिन रिज़वाना ने अपने 7 बच्चे भारत में पैदा किये जिससे उसे मोदी की सभी सौगातों का लाभ मिल सके
रिज़वाना का 2 बार हलाला भी हुआ जिसके लिए वो पाकिस्तान भी गयी, रिज़वाना से मिलने के बहाने उसका शौहर और अन्य ससुराली कई बार भारत आते रहे..
है न कमाल… निकाह पाकिस्तान में हलाला भी पाकिस्तान में, नागरिकता भारत की और
हिन्दुओं के टैक्स के पैसे पे ऐश के साथ मोदी की सौगात भी…
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क्या कहोगे इन खातूनों के लिए *मौज पाकिस्तानी मर्द लेंगे, बच्चे मोदी जी पालेंगे ।*
भारत में घुसपैठ का एक और फॉर्मूला दशकों से चलता रहा और हिंदुओं को इसके बारे में जानकारी तब मिली, जब अमित शाह ने देश के अंदर मौजूद सभी पाकिस्तानियों को फौरन देश से बाहर निकलने को कहा । अब पता ये चल रहा है कि देश के अंदर लाखों की संख्या में पाकिस्तानी मौज काट रहे हैं ।
पत्र पत्रिकाओं और मीडिया जगत से मिली जानकारी के मुताबिक देश में 5 लाख ऐसी भारतीय मुगलमान महिलाएं हैं जिन्होंने पाकिस्तानियों से निकाह किया है और ये महिलाएं बहुत तेजी से बच्चे पैदा कर रही हैं । सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अश्विनी उपाध्याय का दावा है कि इन 5 लाख मुगलमान महिलाओं में से ज्यादातर के न्यूनतम 5 बच्चे तो हैं हीं । ऐसे में अगर हिसाब किताब लगाएं तो 5 लाख महिलाओं के अगर 25 लाख बच्चे हुए तो इसका मतलब है कि इनकी कुल आबादी लगभग 30 लाख हो गई । ये 25 लाख बच्चे भी पैरेंट्स बन चुके हैं यानी इनके भी बच्चे हो चुके हैं । अगर एक के 3 बच्चे माने जाएं तो इसका मतलब ये हुआ कि ये कुल 75 लाख नाती पोते और हो गए ।
अब देखिए कुल हिसाब किताब
महिलाएं – 5 लाख
बच्चे – 25 लाख
नाती पोते- 75 लाख
कुल आबादी- 1 करोड़ 5 लाख
(भारतीय मुस्लिम महिलाओं से जन्मी पाकिस्तानी)
– अब आप समझ पा रहे होंगे कि ये कितनी बड़ी साजिश देश के अंदर चल रही हैं । दरअसल सबसे बड़ी, अहम और चौंकाने वाली बात ये है कि ये सभी मुग्लिम महिलाएं बहुत ही चतुर हैं । गैरों पे करम, अपनों पे सितम । इनको भारत के अंदर 25 करोड़ मुगलमान पुरुषों में कोई मर्द नहीं मिला । इन्होंने मजा तो जाकर पाकिस्तान के मर्दों को दिया लेकिन बच्चे पैदा करने के लिए वीजा लेकर भारत आती हैं क्योंकि भारत में बेहतरीन और बहुत सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं हैं ।
सबसे बड़ी बात ये है कि कई मामलों में ये मुग्लिम महिलाएं बच्चों को लेकर अवैध रूप से भारत में भी रहती हैं और लॉन्ग टर्म वीजा के बहाने भारत की नागरिक सुलभ अर्थव्यवस्था का लाभ भी उठा रही हैं ।
अगर सरकार जांच करवाए तो ये भी बता चलेगा कि ये महिलाएं भारत की तमाम सरकारी योजनाओं की लाभार्थी भी हैं क्योंकि इन्होंने भारत की नागरिकता ही नहीं छोड़ी है ।
ये वैसे ही है जैसे वक्फ । वक्फ एक ऐसा षड़यंत्र था जिसको पहचानने में हिंदुओं को कई वर्ष लग गए और तब तक देश की 40 लाख एकड़ जमीन वक्फ लील गया । गुलामी के 700 साल में सिर्फ 50 हजार एकड़ जमीन वक्फ के नाम हुई थी लेकिन बीते 70 सालों में 40 लाख ज़मीन वक्फ के पेट में चली गई ।
हिंदु हर दम सोता ही रहता है इसीलिए खोता ही रहता है ।
पता नहीं हम कब जाएंगे ।
सबको जगाएं
भारत माता की जय
👏👏👏👏👏🙏🙏🙏