“क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक भारतीय महिला सलवार-कमीज पहनकर WWE की रिंग में उतरती है और पूरा संसार उसकी शक्ति और साहस का सम्मान करती है? यह कहानी है हरियाणा के जिंद जिले की बेटी, कविता देवी की, जिन्होंने न केवल कुश्ती के अखाड़े में अपितु सबके दिलों में भी अपनी जगह बनाई।”
द ग्रेट खली की “कॉन्टिनेंटल रेसलिंग अकादमी” में प्रशिक्षण लेकर कविता ने अपनी प्रतिभा और जुनून से WWE जैसे बड़े मंच पर अपनी जगह बनाई। 2017 में “मे यंग क्लासिक टूर्नामेंट” में डेब्यू करते हुए उन्होंने न केवल रेसलिंग कौशल का प्रदर्शन किया, अपितु https://business.facebook.com/latest/composer/?ref=biz_web_content_manager_calendar_view&asset_id=338443560135390&nav_ref=internal_nav&context_ref=CONTENT_CALENDAR# भारतीय संस्कृति का परचम भी लहराया। सलवार-कमीज पहनकर रिंग में उतरना उनका एक ऐसा कदम था जिसने भारतीय परंपरा को वैश्विक स्तर पर गर्व का कारण बना दिया।
संघर्षों और असंख्य चुनौतियों के होते भी, कविता ने कभी हार नहीं मानी। उनकी सफलता भारतीय महिलाओं के लिए यह संदेश देती है कि किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए परिश्रम, साहस और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है।
आज कविता देवी न केवल एक रेसलर हैं, वरन् लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा और भारतीय गौरव की अद्वितीय उदहारण हैं। उनकी जीवनी हमें प्रेरणा देती है कि अपने लक्ष्य साकार करने के लिए साहस और निरंतर परिश्रम ही श्रेष्ठ मंत्र है। आज हरियाणा जिंद की कविता भारतीय वस्त्रों में WWE रिंग में उतरती हैं और कुश्ती महारथियों को धूल चटा कर देश का नाम उजागर करती हैं (साभार)