परमाणु केंद्रों पर हमले से डरे ईरान ने कहा, हम जंग नहीं चाहते, लेकिन इजरायल ने सबक सिखाने की घोषणा की

परमाणु केंद्रों पर हमले से डरे ईरान ने कहा, हम जंग नहीं चाहते, लेकिन इजरायल ने सबक सिखाने की घोषणा की।

लेबनान के जमीनी युद्ध में इजरायल के 8 सैनिक मारे गए है। इससे पहले ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइल दागी। अब इजरायल ने ईरान को सबक सिखाने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि इजरायल अब ईरान के परमाणु केंद्रों को निशाना बनाएगा। परमाणु केंद्रों पर हमले से डरे ईरान ने राष्ट्रपति मसूद ने कहा है कि हम इजरायल से युद्ध नहीं चाहते है। ईरान के राष्ट्रपति के ताजा बयान से प्रतीत होता है कि ईरान का रुख नरम हुआ है। इस बीच अमेरिका ने भी स्पष्ट किया है कि इजरायल को ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला नहीं करना चाहिए। अमेरिका भले ही इस जंग में इजरायल के साथ खड़ा हो, लेकिन अमेरिका भी चाहता है कि मध्य पूर्व में अब तनाव कम हो जाए इसके लिए अमेरिका इजरायल के साथ साथ ईरान, लेबनान, सीरिया, इराक आदि पर भी दबाव बना रहा है। यदि मध्य पूर्व की जंग और भड़केगी तो सबसे ज्यादा आर्थिक नुकसान अमेरिका को ही होगा। इसे भारत भी अछूता नहीं रहेगा। भारत भी ईरान से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल आयात करता है। यदि ईरान और इजरायल के बीच जंग और बढ़ती है तो इसका असर भारत के उद्योगों पर भी पड़ेगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रयासरत है कि मध्य पूर्व में शांति हो जाए। यदि तनाव और बढ़ता है तो इसका असर भारत के शेयर बाजार पर भी पड़ेगा। (साभार)