#सिद्धपीठ #दक्षिणकाली #दशमद्वार #कालीमठ
पौराणिक एवं प्राचीन परम्परा के अनुसार कैलाश पर्वत हेतु राजजात यात्रा में माँ नंदा दशमद्वार का मत्त्वपूर्ण स्थान है।तल्ला दशोली के कोट कण्डरा क्षेत्र के कालीमठ में माता रानी विराजमान है।माता रानी के भक्त मनोकामना सिद्धि के लिये मन्दिर में दर्शन करने दूर दूर से आते रहते है।
इसी मंदिर के समीप गढ़ी नामक स्थान भी अपने आप मे बहुत महत्व रखता है। मान्यता है कि चारों तरफ से खड़ी चटटानों पर स्थित इस स्थान पर रावण ने तपस्या की थी।तत्पश्चात गढ़ राजा ने सुरक्षा की दृष्टि से इस स्थान को अपने किले के लिए चुना।किले तक पहुँचने के लिये कठोर चट्टान को काटकर 200 सीढिया बनाई गई है।तथा यहाँ रति गंगा से एक सुरंग भी है जो गढ़ी किले तक पहुचती है।
गढ़ी के चारों तरफ दृष्टि डालने पर आपको चौखम्बा त्रिशूल रुद्रनाथ तुंगनाथ एवं हिमालय पर्वत श्रृंखला मल्ला दशोली तल्ला दशोली नागपुर क्षेत्र बैरासकुण्ड महादेव की तपस्थली बधाण गढ़ की चोटियां हरियाली डांडा की चोटिया और छोटे छोटे ग्राम समूह देखने को मिलते है।
साथ मे लेगुडे (फर्न)वृक्ष का भी यहाँ पर अपना अलग महत्व है।
जय मां नंदा दशमद्वार काली
🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻मंगलवार, २८ मार्च २०२३🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:२९
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३३
चन्द्रोदय: 🌝 १०:३३
चन्द्रास्त: 🌜२५:२६
अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 सप्तमी (१९:०२ से अष्टमी)
नक्षत्र 👉 मृगशिरा (१७:३२ से आर्द्रा)
योग 👉 सौभाग्य (२३:३६ से शोभन)
प्रथम करण 👉 वणिज (१९:०२ तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (पूर्ण रात्रि)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 मिथुन
मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मीन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 मेष (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५७ से १२:४७
अमृत काल 👉 ०७:५८ से ०९:४३
द्विपुष्कर योग 👉 ०६:१२ से १७:३२
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३१ से १८:५५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३३ से १९:४२
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:४५
राहुकाल 👉 १५:२७ से १७:००
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०९:१७ से १०:५०
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 स्वर्ग (१९:०२ से)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 भोजन में (१९:०२ से शमशान में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – रोग २ – उद्वेग
३ – चर ४ – लाभ
५ – अमृत ६ – काल
७ – शुभ ८ – रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – काल २ – लाभ
३ – उद्वेग ४ – शुभ
५ – अमृत ६ – चर
७ – रोग ८ – काल
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
चैत्र नवरात्री के सप्तम दिवस आद्य शक्ति भगवती दुर्गा के सातवें कालरात्रि स्वरूप की पूजा उपासना आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज १७:३२ तक जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (क, की) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (कु, घ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २९:३९ से ०७:०३
मेष – ०७:०३ से ०८:३७
वृषभ – ०८:३७ से १०:३१
मिथुन – १०:३१ से १२:४६
कर्क – १२:४६ से १५:०८
सिंह – १५:०८ से १७:२७
कन्या – १७:२७ से १९:४५
तुला – १९:४५ से २२:०५
वृश्चिक – २२:०५ से २४:२५
धनु – २४:२५ से २६:२८
मकर – २६:२८ से २८:१०
कुम्भ – २८:१० से २९:३५
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:१२ से ०७:०३
शुभ मुहूर्त – ०७:०३ से ०८:३७
रोग पञ्चक – ०८:३७ से १०:३१
शुभ मुहूर्त – १०:३१ से १२:४६
मृत्यु पञ्चक – १२:४६ से १५:०८
अग्नि पञ्चक – १५:०८ से १७:२७
शुभ मुहूर्त – १७:२७ से १७:३२
रज पञ्चक – १७:३२ से १९:०२
शुभ मुहूर्त – १९:०२ से १९:४५
चोर पञ्चक – १९:४५ से २२:०५
शुभ मुहूर्त – २२:०५ से २४:२५
रोग पञ्चक – २४:२५ से २६:२८
शुभ मुहूर्त – २६:२८ से २८:१०
मृत्यु पञ्चक – २८:१० से २९:३५
अग्नि पञ्चक – २९:३५ से ३०:१०
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप ज्यादा परिश्रम करने के मूड में नही रहेंगे कार्य करते समय भी ध्यान मनोरंजन एवं आराम की ओर भटकेगा फिर भी आर्थिक दृष्टिकोण से दिन शुभ रहेगा। कार्य व्यवसाय से आशाजनक धन की आमद होने से मनचाही वस्तु पर खर्च कर सकेंगे व्यवसाइयों की पुरानी योजना पूर्ण होगी नई पर कार्य आरंभ आज ना करें। पारिवारिक उत्तरदायित्व को आज बखूबी निभाएंगे इसके विपरीत महिलाये धन संचय करने पर ज्यादा जोर देंगे लेकिन अपनी बात आने पर इसे अमल नही करेंगी घरेलू आवश्यकता के साथ सुख के साधनों पर खर्च करेंगी। मध्यान बाद विपरीत लिंगीय आकर्षण बढेगा प्रेम प्रसंगों के लिए समय देंगे खर्च भी करेंगे। असंयमित खान-पान से पेट खराब होगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आप निश्चिन्त होकर बिताना पसंद करेंगे दिन के आरंभ से ही यात्रा पर्यटन की योजना बनाएंगे लेकिन मित्र परिचितों के कारण से थोड़ी असुविधा होगी। काम-धंदे को लेकर आज थोड़े लापरवाह रहेंगे मध्यान तक दौड़धूप भी करेंगे इसके बाद अधिकांश कार्य अधीनस्थ सहकर्मियों का भरोसे चलेंगे फिर भी संतोषजनक लाभ हो ही जायेगा। घरेलू कार्य आज अधिक रहने से महिलाये को थकान शारीरिक शिथिलता की शिकायत रहेगी। मित्रो को छोड़ शेष सभी से आज उदासीन व्यवहार करेंगे। धर्म कर्म में आस्था रहने पर भी ज्यादा समय नही देंगे इसकी जगह आज बाहर घूमना मनोरंजन ज्यादा भायेगा। परिवार के बुजुर्ग एवं संतानों के ऊपर अकस्मात खर्च होगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये सुख शांति वाला रहेगा परन्तु मन की चंचलता अधिक रहने से कारोबारी कार्य मे अनिर्णय की स्थिति किसी भी कार्य को सिरे नही चढ़ने देगी। आपके हास-परिहास के व्यवहार के कारण लोग आपकी आवश्यक बातों को भी गंभीर नही लेंगे जिससे कार्यो में रुकावट आ सकती है। लाभ पाने के लिये आज गंभीर होना अतिआवश्यक है। धन लाभ आज आवश्यकता अनुसार लेकिन अकस्मात ही होगा। पारिवारिक वातावरण खुशहाल बना रहेगा परिजनों को आवश्यकता पूर्ति हेतु खर्च एव थोड़ी दौड़ धूप करनी पड़ेगी परन्तु इससे आपको संतोष ही होगा। संध्या का समय आनंद मनोरंजन में व्यतीत होगा। किसी से बहस ना करें।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको कुछ ना कुछ हानि अवश्य कराएगा। प्रत्येक कार्य को देखभाल कर ही करें। जिस कार्य को करने में असमंजस की स्थिति बने उसमे अहम को त्याग किसी अनुभवी की सलाह ले अन्यथा आज छोड़ ही दे फायदे ने रहेंगे। सेहत भी आज नरम गरम रहने से बनी बनाई योजनाए लटकी रहेंगी। स्वभाव में झुंझलाहट रहने के कारण लोग आपसे मन की बात सांझा करने से संकोच करेंगे। काम-धंधे की गति भी मंद ही रहेगी धन लाभ के लिये आज किसी की खुशामद करनी पड़ेगी फिर भी आशाजनक नही होगा। धन संबंधित कार्यो में ज्यादा सावधानी बरतें धोखा होने की संभावना है। उधार आज किसी को भूल से भी ना दें। सेहत की समय पर जांच कराए।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिये सम्मान जनक परिस्थितियां बनाएगा। दिन की शुरुआत आज धीमी रहेगी दैनिक कार्य विलंब से पूर्ण होंगे शरीर मे प्रमाद छाया रहेगा इसके विपरीत महिलाये दैनिक कार्य जल्दी पूर्ण कर पूजा पाठ में मग्न रहेंगी। कार्य व्यवसाय को लेकर भी आज आप अधिक गंभीर रहेंगे आरंभिक मंदी के बाद बिक्री में बढ़त होगी धन की आमद भी आशाजनक रहेगी। मध्यान के आस-पास किसी से आर्थिक मामलों को लेकर नोकझोंक हो सकती है गुस्से से बचे अन्यथा हानि होगी। संध्या का समय आज पूर्व नियोजित रहेगा मनपसन्द भोजन वस्त्र अलंकार वाहन सुख मिलने से रोमांचित होंगे।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आप मानसिक उलझनों में फंसे रहेंगे। दिन को शांति से बिताने की योजना पर सगे संबंधी पानी फेर सकते है। घरेलू कार्य के साथ ही रिश्तेदारी के व्यवहार निभाने में समय के साथ धन भी खर्च करना पड़ेगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर आज आपको पैतृक प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। आज आपकी जीवन शैली धनवानों जैसी रहेगी। दिखावे के ऊपर अधिक खर्च करेंगे इस कारण बाद में पछतावा भी होगा। कार्य व्यवसाय में पिछले दिन की अपेक्षा आज थोड़ी सुस्ती रहेगी फिर भी निर्वाह योग्य आय के साधन सहज सुलभ होंगे। सहयोगी आज कार्यो में सहयोग करने में आनाकानी करेंगे। संध्या का समय अधिक खर्चीला फिर भी आनंद दायक रहेगा। व्यसन से बचें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपकी दिनचार्य अस्त-व्यस्त रहेगी। लेकिन धार्मिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे धार्मिक स्थानों की यात्रा दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। महिलाये आज भावनाओ में जल्दी भ जाएंगी किसी की भी बातो का जल्दी से विश्वास कर लेंगी इनसे काम निकालना आज बहुत आसान रहेगा। नौकरी वाले लोग अकस्मात कार्य आने से परेशान होंगे लेकिन इसका लाभ भी मिलने से संतुष्ट रहेंगे। व्यवसायी वर्ग आवश्यक कार्यो में भी लापरवाही दिखाएंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज धन की आमद सीमित रहेगी। दूर रहने वाले रिश्तेदारों की चिंता होगी। बुजुर्ग आपके मन की कुछ बाते कहना चाहेंगे परन्तु संकोच वश कह नही सकेंगे इसका ध्यान रखें।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपको दैनिक कार्यो के अतिरिक्त अन्य अधूरे कार्यो से भागदौड़ करनी पड़ेगी। सेहत में भी उतार चढ़ाव लगा रहेगा अपनी अथवा परिजनों की सेहत को लेकर चिंतित रहेंगे। मध्यान तक काम करने की सोच में डूबे रहेंगे परन्तु आलस्य में समय व्यर्थ होगा। कार्य व्यवसाय आज संभावनाओं पर टिका रहेगा आर्थिक मामलों में केवल आश्वासन से काम चलाना पड़ेगा। घरेलू खरीददारी पर खर्च होगा। मनोरंजन की कामना आज मन मे ही रह जायेगी। घरेलू वातावरण शांत रहेगा परन्तु बीच मे कोई गलतफहमी होने से पारिवारिक सदस्य आपस मे भीड़ सकते है धैर्य का परिचय दें। संध्या का समय अपेक्षाकृत शांति से बिताएंगे।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहने वाला है आज कार्य सफलता के साथ ही मनोरंजन के लिए भी समय निकाल लेंगे। कार्य व्यवसाय में आज अचानक वृद्धि होगी धन लाभ के कई अवसर मिलेंगे आलस्य भी आज हद से ज्यादा रहेगा जल्द से किसी कार्य को करने के लिये तैयार नही होंगे परन्तु मध्यान के समय तक अधूरे कार्यो को जल्दी पूर्ण कर लेंगे। तुरंत फल देने वाले कार्यो में निवेश शुभ रहेगा इसके अतिरिक्त कार्यो में धन फंस सकता है। नौकरी वाले लोग आज एकांत में आराम की जिंदगी बिताना पसंद करेंगे लेकिन घरेलू कार्य आने से इच्छा पूर्ण नही हो सकेगी। महिलाये आज मनोकामना पूर्ण होने से उत्साहित रहेंगी। सेहत आलस्य को छोड़ सामान्य ही रहेगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिये समृद्धिकारक रहेगा। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी इसपर खर्च भी अधिक करना पड़ेगा। व्यवसाय की स्थिति मध्यान तक धीमी रहेगी इसके बाद उछाल आने से धन की आमद होने लगेगी आज पुरानी उधारी चुकता होने से राहत मिलेगी। थोक के एवं जमीन के कार्य से जुड़े व्यवसायियों को आज अधिक लाभ मिलेगा। महिलाये परिवार के लिये भाग्यशाली रहेंगी गृहस्थी की सभी उलझनों को सुलझाने में बराबर सहयोग करेगी। आज आप खर्च करने से पीछे नही हटेंगे फिर भी भाई बंधु आपसे ईर्ष्या भाव रखेंगे। सेहत बनी रहेगी। आनंद मनोरंजन के प्रसंग बनेंगे।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपकी वैचारिक एवं कल्पना शक्ति में वृद्धि होगी किसी भी कार्य मे पूर्वानुमान लगाने की खूबी सभी जगह से सम्मान दिलायेगी। आज आपको किसी विशेष प्रयोजन में निर्णायक के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है दो पक्षो के झगड़े में भी सुलह करानी पड़ सकती है बेहतर रहेगा इस लफडो से बचे अन्यथा व्यर्थ की मानसिक उलझन होगी। काम-धंधा आज सामान्य रहेगा खर्च निकालने लायक धन आसानी से मिल जाएगा। आज घर के सदस्यों की फरमाइशें खत्म नही होंगी इन्हें पूरा करने में धन खर्च होगा फिर भी शांति नही मिलेगी। महिलाये आज धनवानों जैसी जीवनशैली जीने की सोच के कारण मानसिक दुख सहेंगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये अशांति से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में कई दिनों से लटके कार्य पूरे करने की योजना बनाएंगे परन्तु आस-पास का वातावरण में कलह-क्लेश रहने से कोई भी कार्य ठीक से नही कर सकेंगे। घर के सदस्य आपसे किसी ना किसी कारण असंतुष्ट रहेंगे। भाई बंधुओ अथवा आस-पड़ोसी से मामूली बात बड़े झगड़े का रूप ले सकती है। वाणी एवं व्यवहार में नरमी रखे अन्यथा परिस्थिति गंभीर होते देर नही लगेगी। महिलाये भी अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने में असफल रहेंगी। नौकरी करने वाले लोग अधिकारी वर्ग से नाराज रहेंगे। आज पैतृक संबंधित अथवा अन्य सामूहिक घरेलू कार्य से बचकर रहें अवश्य झगड़ा होगा। धन लाभ कम खर्च अधिक रहेगा संताने उद्दंड व्यवहार करेंगी।
🙏राधे राधे🙏
#माँ_दुर्गा_के__32_नाम
ॐ दुर्गा, दुर्गतिशमनी, दुर्गाद्विनिवारिणी, दुर्ग मच्छेदनी, दुर्गसाधिनी, दुर्गनाशिनी, दुर्गतोद्धारिणी, दुर्गनिहन्त्री, दुर्गमापहा, दुर्गमज्ञानदा, दुर्गदैत्यलोकदवानला, दुर्गमा, दुर्गमालोका, दुर्गमात्मस्वरुपिणी, दुर्गमार्गप्रदा, दुर्गम विद्या, दुर्गमाश्रिता, दुर्गमज्ञान संस्थाना, दुर्गमध्यान भासिनी, दुर्गमोहा, दुर्गमगा, दुर्गमार्थस्वरुपिणी, दुर्गमासुर संहंत्रि, दुर्गमायुध धारिणी, दुर्गमांगी, दुर्गमता, दुर्गम्या, दुर्गमेश्वरी, दुर्गभीमा, दुर्गभामा, दुर्गमो, दुर्गतारिणी।
✔दुख-परेशानी या कठिनाई के समय इन नामों का उच्चारण किया जाए तो दुख अल्प समय में ही दूर हो जाता है।
|| मैं हूं श्रेष्ठ भारत ||
क्या आप जानते हैं, वियतनाम और कंबोडिया के बीच सबसे बड़ा विवाद कोनसा है…..अगर आप नहीं जानते तो सुने…..!
दोनों में से कौन भारत के ब्राह्मण कौडिन्य का सच्चा वंशज है जिसने वहाँ जाकर नागवंशी लोगों को हराया और नागकन्या सोमा से शादी करके एक साम्राज्य की स्थापित कि थी…..?
दोनों ही देश का मानना है कि वह भारतीय मूल के राजा कौडिन्य के वारसदार हैं..! और दोनों अपने आप को अखंड भारत का हिस्सा मानते हैं और भारत के मूल की संस्कृति से जुड़ने में दोनों गर्व ले रहे हैं और एक हम हैं जिनका ……जन्म ही इन महान पवित्र भूमि भारत में सनातन संस्कृति के गर्भ से हुआ है जिसका न तो हम गर्व लेते हैं उल्टा खुद को पाश्चात्य संस्कृति के साथ जुड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं जो नाशवंत है और जिनका ऐहसास पाश्चात्य संस्कृति के लोग खुद कर रहे हैं।
इस तस्वीर को देखें। मिस कंबोडिया☝️ प्रतियोगिता की विजेता लड़की अपने हाथों में सनातन संस्कृति के मान्य सृजनहार प्रभु श्री विष्णु की मूर्ति को हाथ में लिए खड़ी गौरव का अनुभव कर रही है।
|| सत्य सनातन धर्म की जय ||
*घरेलू उपाय…*
*कर के तो देखें.!*
■ नारियल के तेल में लौंग के तेल की 8-10 बूँदें टपकाकर यह तेल सर में लगाकर मालिश करने से सिरदर्द ठीक हो जाता है।
■ लौंग, सौंफ, छोटी इलायची, जरा-सा खोपरा समभाग लेकर कूट-पीस लें। इसे मुँह में रखने से मुख शुद्ध और दाँत मजबूत होते हैं।
■ लौंग, छोटी हरड़ और सेंधा नमक तीनों 10-10 ग्राम लेकर पीस लें। भोजन करने के बाद यह चूर्ण एक चम्मच, पानी के साथ फाँकने से उदर रोग ठीक होते हैं।
■ हरी इलायची 10 ग्राम, सौंफ 20 ग्राम, मिश्री 40 ग्राम तीनों को (इलायची छिलके सहित) महीन पीसकर मिला लें। प्रातः एक चम्मच चूर्ण दूध के साथ पीने से नेत्र ज्योति बढ़ती है व हृदय को बल मिलता है।
■ छिलके सहित छोटी इलायची, सौंठ, कालीमिर्च और दालचीनी समभाग लेकर पीस लें और महीन चूर्ण बना लें। चाय बनाते समय खौलते पानी में यह चूर्ण एक चुटकी भर डालकर चाय बनाइए। बड़ी स्वादिष्ट चाय बनेगी।
■ लौंग के तेल की एक-दो बूँद रुई के फाहे पर टपकाकर जिस दाँत में दर्द हो, वहाँ रखकर दबाएँ, दाँत का दर्द दूर हो जाएगा।
■ हरी इलायची छिलके सहित इलायची को आग में जलाकर राख कर लें। इस राख को शहद में मिलाकर चाटने से उल्टी होना बंद होती है।
■ नारियल के तेल में लौंग के तेल की 8-10 बूँदें टपकाकर यह तेल सर में लगाकर मालिश करने से सिरदर्द ठीक हो जाता है।
■ लौंग, छोटी हरड़ और सेंधा नमक तीनों 10-10 ग्राम लेकर पीस लें। भोजन करने के बाद यह चूर्ण एक चम्मच, पानी के साथ फाँकने से उदर रोग ठीक होते हैं।
■ यदि दाँत का दर्द है, तो उसके नीचे प्याज का एक छोटा टुकड़ा दबा लीजिए।
आराम मिलेगा।
नेचुरोपैथ कौशल
*हाइपो या हाइपर थायरायडिज्म -*
*कारण, लक्षण,*
*परहेज – आहार :*
*आयुर्वेद, प्राकृतिक योग और प्राणायाम चिकित्सा :-*
थाइराइड की स्थिति में या तो थाइराइड हार्मोन अधिक बनता है जिसे हाइपर थाइरॉइडिस्म कहा जाता है या कम होता है जिसे हाइपो थायरायडिज्म कहा जाता है। हाइपर थायरायडिज्म में यह ग्रंथि ज्यादा प्रभावी होती है और थाइराइड हार्मोन (थाइरॉक्सिन) ज्यादा पैदा करती है।
*कारण :*
इसोफ्लावोन गहन सोया प्रोटीन, कैप्सूल, और पाउडर के रूप में सोया उत्पादों का जरूरत से ज्यादा प्रयोग भी थायराइड होने के कारण हो सकते है।
*लक्षण :*
हाइपोथायराइड के लक्षणों में अनावश्यक वजन बढ़ना, आवाज भारी होना, थकान, अधिक नींद आना, गर्दन का दर्द, सिरदर्द, पेट का अफारा, भूख कम हो जाना, बच्चों में ऊँचाई की जगह चौड़ाई बढ़ना, चेहरे और आँखों पर सूजन रहना, ठंड का अधिक अनुभव करना, सूखी त्वचा, कब्जियत, जोड़ों में दर्द आदि लक्षणों को व्यक्ति तब अनुभव करता है, जब उसकी थायराइड ग्रंथि का थायरोक्सीन संप्रेरक (हार्मोन) कम बनने लगता है।
यह समस्या स्त्री पुरुषों में एक समान आती है, परंतु महिलाओं में अधिक पाई जाती है।
इसका कोलेस्ट्रॉल, मासिक रक्तस्राव, हृदय की धड़कन आदि पर भी प्रभाव पड़ता है।
यदि आपके वजन में अचानक घटने या बढ़ने जैसा परिवर्तन सामने आ रहा हो तो यह थायराइड ग्रंथि से समबन्धित समस्या की और आपका ध्यान दिला सकता हैI
वजन का अचानक बढ़ जाना “थायरोक्सिन” हार्मोन की कमी (हायपो थायराईडिज्म) के कारण उत्पन्न हो सकता है, इसके विपरीत यदि “थायरोक्सिन” की आवश्यक मात्रा से अधिक उत्पत्ति होने से (हायपर थायराईडिज्म) की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसमें अचानक वजन कम होने लग जाता हैI
इन दोनों ही स्थितियों में से हायपो थायराईडिज्म एक आम समस्या के रूप में सामने आता हैI
➡️ गर्दन के सामने वाले हिस्से में अचानक सूजन उत्पन्न हो जाना भी आपको थायराइड से सम्बंधित समस्या की और इंगित करता हैI
हायपो या हायपर थायराईडिज्म दोनों ही स्थितियों में गोएटर (घेघा) बन सकता है।
हाँ, कभी-कभी गर्दन में सूजन का कारण थायराइड कैंसर या नोड्यूल्स अथवा ग्रंथि के अन्दर किसी लम्प के बन जाने के कारण भी हो सकता है,
कभी कभी इसका थायराइड ग्रंथि से कोई सम्बन्ध नहीं होता हैI
➡️ हृदय गति में अचानक आया परिवर्तन भी थायराइड ग्रंथि से सम्बंधित समस्या के कारण उत्पन्न हो सकता हैI
हायपो थायराईडिज्म से पीड़ित व्यक्ति अक्सर धीमी हृदयगति होने की शिकायत करते हैं जबकि इसके विपरीत हायपर थायराईडिज्म से पीड़ित तीव्र हृदयगति से पीड़ित होते हैं।
तीव्र हृदयगति के कारण अचानक रक्तचाप बढ़ जाता है तथा रोगी धड़कन (पल्पीटेशन) बढ़ने की समस्या से जूझता हैI
➡️ थायराइड ग्रंथि का प्रभाव शरीर के लगभग सभी अंगों पर होता है जिससे व्यक्ति का एनर्जी लेवल एवं मूड प्रभावित होता हैI
हायपो थायराईडिज्म से पीड़ित व्यक्ति अक्सर थकान, आलस्य, जोड़ों में दर्द, सूजन एवं अवसाद जैसे लक्षणों से पीड़ित होता है जबकि हायपर थायराईडिज्म से पीड़ित व्यक्ति घबराहट, बैचैनी, अनिद्रा एवं उत्तेजित रहने जैसे लक्षणों से दो-चार होता है I
➡️ बालों का अचानक झड़ना भी थायराइड हार्मोस के बेलेंस के बिगड़ने की और इंगित करता है,
हायपो या हाईपर थायराईडिज्म दोनों ही स्थितियों में बाल झड़ने की समस्या उत्पन्न होती हैI
➡️ थायराइड ग्रंथि से सम्बंधित समस्या का सीधा सम्बन्ध शरीर के तापक्रम को नियंत्रित करने से होता हैI
हायपो थायराईडिज्म से पीड़ित रोगी को समान्य से अधिक ठण्ड लगती है जबकि हायपर थायराईडिज्म से पीड़ित व्यक्ति को अधिक गर्मी लगती है साथ ही पसीना भी अधिक आता हैI
इसके अलावा भी कुछ अन्य लक्षण हैं जिससे हायपर थायराईडिज्म को पहचाना जा सकता है जैसे त्वचा का रुक्ष होना, हाथों का सुन्न (NUMBNESS ) हो जाना या हाथ-पाँव में चुनचुनाहट (TINGLING ) होना आदि.
➡️ इसी प्रकार हायपर थायराईडिज्म को भी कुछ अतिरिक्त लक्षणों से पहचाना जा सकता है जैसे मांसपेशियों का कमजोर पड़ना, कम्पन होना, दस्त लग जाना, देखने में परेशानी होना और स्त्रियों में मासिक चक्र का अनियमित होनाI
➡️ कभी-कभी थायराइड ग्रंथि की गड़बड़ी के कारण स्त्रियों में मासिक चक्र बदल जाता है जिससे मेनोपाज का भ्रम उत्पन्न होता है अतः ऐसी स्थिति में रक्त के नमूने से की गयी थायराइड ग्रंथि की कार्यकुशलता की जांच इस भ्रम को दूर कर देती हैI
➡️ कई बार कुछ दवाओं के प्रतिकूल प्रभाव भी थायराइड की वजह होते हैं।
*थायरायड की प्राकृतिक चिकित्सा :-*
==================
➡️ थायरायड के लिए हरे पत्ते वाले धनिये की ताजा चटनी बना कर एक बडा चम्मच एक गिलास पानी में घोल कर पियें रोजाना….
एक दम ठीक हो जायेंगे (बस धनिया देसी हो उसकी सुगन्ध अच्छी हो)
*आहार चिकित्सा :-*
➡️ सादा सुपाच्य भोजन, मट्ठा, दही, नारियल का पानी, मौसमी फल, ताज़ी हरी साग – सब्जियां, अंकुरित गेंहूँ, चोकर सहित आंटे की रोटी को अपने भोजन में शामिल करें।
*परहेज :-*
➡️ मिर्च-मसाला, तेल,अधिक नमक, चीनी, खटाई, चावल, मैदा, चाय, काफी, नशीली वस्तुओं, तली-भुनी चीजों, रबड़ी, मलाई, मांस, अंडा जैसे खाद्यों से परहेज रखें।
अगर आप सफ़ेद नमक (समुन्द्री नमक) खाते है तो उसे तुरन्त बंद कर दे और सैंधा नमक ही खाने में प्रयोग करे, सिर्फ़ और सिर्फ सैंधा नमक ही खाए सब जगह।
रोज 8-10 मखाने का सेवन करने से थॉयरोइड में लाभ मिलना शुरू हो जाता हे और कमल जड़ का भी सेवन हफ्ते में 1 बार करे किसी भी सब्जी में.!
*थायरायड की एक्युप्रेशर चिकित्सा :-*
==================
➡️ एक्युप्रेशर चिकित्सा के अनुसार
थायरायड व् पैराथायरायड के प्रतिबिम्ब केंद्र दोनों हांथो एवं पैरों के अंगूठे के बिलकुल नीचे व् अंगूठे की जड़ के नीचे ऊँचे उठे हुए भाग में स्थित हैं।
➡️ थायरायड के अल्पस्राव की अवस्था में इन केन्द्रों पर घडी की सुई की दिशा में अर्थात बाएं से दायें प्रेशर दें तथा अतिस्राव की स्थिति में प्रेशर दायें से बाएं (घडी की सुई की उलटी दिशा में) देना चाहिए।
इसके साथ ही पियुष ग्रंथि के भी प्रतिबिम्ब केन्द्रों पर भी प्रेशर देना चाहिए।
*विशेष :-*
➡️ प्रत्येक केंद्र पर एक से तीन मिनट तक प्रतिदिन दो बार प्रेशर दें |
➡️ पियुष ग्रंथि के केंद्र पर पम्पिंग पद्धति (पम्प की तरह दो-तीन सेकेण्ड के लिए दबाएँ फिर एक दो सेकेण्ड के लिए ढीला छोड़ दें) से प्रेशर देना चाहिए!
➡️ आप किसी एक्युप्रेशर चिकित्सक से संपर्क करके आप उन केन्द्रों को एक बार समझ सकते है और फिर स्वयं भी कर सकते है!
*थायराइड मरीज के लिए डाइट चार्ट:-*
==================
➡️ थायराइड बहुत ही आवश्यक ग्रंथि है।
यह ग्रंथि गले के अगले निचले हिस्से में होती है।
थायराइड को साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
क्योंकि इसका लक्षण एक साथ नही दिखता है।
अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो आदमी की मौत हो सकती है।
यह ग्रंथि होती तो बहुत छोटी है लेकिन, हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने में इसका बहुत योगदान होता है।
➡️ थाइराइड एक प्रकार की इंडोक्राइन या अन्तःस्रावी ग्रंथि है, जो कुछ हार्मोन के स्राव के लिए जिम्मेदार होती है।
यदि थाइराइड ग्रंथि अच्छे से काम करना बंद कर दे तो शरीर में कई समस्यायें शुरू हो जाती हैं।
शरीर से हार्मोन का स्राव प्रभावित हो जाता है।
लेकिन यदि थायराइड ग्रंथि कम या अधिक सक्रिय हो तब भी शरीर को प्रभावित करती है।
➡️ लाइफस्टाइल और खान-पान में अनियमितता बरतने के कारण थायराइड की समस्या होती है।
अगर शुरूआत में ही खान-पान का ध्यान रखा जाए तो थायराइड की समस्या होने की संभावना कम होती है।
*थायराइड के मरीजों का डाइट चार्ट कैसा हो, हम आपको उसकी जानकारी देते हैं…*
*थायराइड रोगियों के लिए डाइट चार्ट :-*
==================
➡️ आप अपनी डाइट चार्ट में ऐसे खाद्य-पदार्थों को शामिल कीजिए जिसमें आयोडीन की भरपूर मात्रा हो। क्योंकि आयोडीन की मात्रा थायराइड फंक्शन को प्रभावित करती है।
➡️ समुद्री जीवों में सबसे ज्यादा आयोडीन पाया जाता है। समुद्री शैवाल, समुद्र की सब्जियों और मछलियों में आयोडीन की भरपूर मात्रा होती है।
➡️ कॉपर और आयरन युक्त आहार के सेवन करने से भी डायराइड फंक्शन में बढ़ोतरी होती है।
➡️ काजू, बादाम और सूरजमुखी के बीज में कॉपर की मात्रा होती है।
➡️ हरी और पत्तेदार सब्जियों में आयरन की भरपूर मात्रा होती है।
➡️ पनीर और हरी मिर्च तथा टमाटर थायराइड गंथि के लिए फायदेमंद हैं।
➡️ विटामिन और मिनरल्स युक्त आहार खाने से थायराइड फंक्शन में वृद्धि होती है।
➡️ प्याज, लहसुन, मशरूम में ज्यादा मात्रा में विटामिन पाया जाता है।
➡️ कम वसायुक्त आइसक्रीम और दही का भी सेवन थायराइड के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
➡️ गाय का दूध भी थायराइड के मरीजों को पीना चाहिए।
➡️ नारियल का तेल भी थायराइड फंक्शन में वृद्धि करता है।
नारियल तेल का प्रयोग सब्जी बनाते वक्त भी किया जा सकता है।
*थायराइड के रोगी इन खाद्य पदार्थों को न खायें :-*
===================
➡️ सोया और उससे बने खाद्य-पदार्थों का सेवन बिलकुल मत कीजिए।
➡️ जंक और फास्ट फूड भी थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करते हैं। इसलिए फास्ट फूड को अपनी आदत मत बनाइए।
➡️ ब्रोकोली, गोभी जैसे खाद्य-पदार्थ थायराइड फंक्शन को कमजोर करते हैं।
ज्यादा जानकारी एवं प्राकृतिक उपचार के लिये निःशुल्क परामर्श लें…
नेचुरोपैथ कौशल
*सबसे पहले इस आर्टिकल को पढ़ें फिर पुष्टि करें, उसके बाद अगर सच लगे तो ही विश्वास करें।*
*मेरा प्रयास जागरूकता फैलाना है न कि मेरा कोई इरादा जबरदस्ती मनवाने का बिल्कुल नही है।*
*सावधान… सरकारें सालों से रोज़ दे रहीं हैं आपको मीठा जहर.!*
निकाला था, चोरी-छिपे जनसंख्या वृद्धि रोकने का अदभुत तरीका..!
सावधान आपके खाने और दवाइयों में साइनाइड नामक प्राणघातक जहर मिलाकर खिलाया जा रहा है.!
जानिए.. क्या है साइनाइड (Cyanide) नामक जहर..?
शायद आपने पहले कभी साइनाइड के भयंकर साइड इफेक्ट के बारे में ना सुना हो, लेकिन यह एक अंतर्राष्ट्रीय साजिश है जिसका शिकार लगभग 50% भारतीय है।
आप से निवेदन है कि इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें और समझें और जो नहीं समझना चाहता वह जहर खायें।
आपके अन्न और दवाओं में साइनाइड नामक प्राणघातक जहर मिलाया जा रहा है।
साइनाइड एक घातक जहर है।
चौंकिए मत, यह बिलकुल सत्य है।
आजकल आपने देखा होगा कि एक पूर्ण स्वस्थ व्यक्ति कुछ काम करते करते अचानक मर जाता है और मृत्यु का कारण पता नहीं चलता, ऐसी घटनाएं आम हो रही है।
आइये देखते है ऐसे खाद्य पदार्थ और दवाएं जिसमे साइनाइड विष मिलाया जा रहा है और हम निर्दोष शिकार बन रहे हैं…
(1). नमक..
आपके नमक के पैकेट को ध्यान से देखिये यदि उस पर क्रिस्टल मोडिफायर (Crystal Modifier) या E-536 लिखा हुआ है तो इसका मतलब नमक में पोटेशियम फेरो साइनाइड मिला हुआ है जिसके एक केमिकल अणु में साइनाइड के 6 परमाणु है जिसका केमिकल फार्मूला (K4Fe(CN)6) है।
यद्यपि यह अल्प मात्रा में होता है जैसे ही यह हमारे पेट में पहुँचता है उदर में उपस्थित पाचक अम्ल (HCL) से रिएक्ट कर के पोटेशियम और फेरोसाईनाइड के पोसिटिव और नेगेटिव आयन बनाता है और फेरोसाइनाइड पेट में उत्पन्न HCl से रिएक्ट कर के फेरस क्लोराइड और हाइड्रोजन साइनाइड बनाता है जो अत्यंत जहरीला विष है इस विष को डीटाक्सीफाई या प्रभावहीन बनाने के लिए लिवर पर अत्यधिक दबाव पडता है।
प्रतिदिन इस धीमे जहर मिले हुए नमक खाने से कुछ महीनो या वर्षो में आप मृत्यु के निकट पहुँच सकते है।
(2). विटामिन-बी
सबसे ज्यादा खाया जाने वाला विटामिन है इस बी-काम्प्लेक्स विटामिन में एक जहरीला पदार्थ है साईनाकोबलामिन या B-12 (Cyanocobalamin) है जो आपके पेट या खून में पहुँच कर साइनाइड के अणु छोड़ता है।
सावधान
यदि आपके बी-काम्प्लेक्स कैप्सूल टैबलेट या इंजेक्शन में B-12 सैनकोबाल्मिन है तो मत लीजिये, चाहे डॉक्टर कितना भी आश्वाशन क्यूं न दे।
मार्किट में 99% बी-काम्प्लेक्स विटामिन में बी-12 (Cyanocobalamin) होता है केवल 1% दवा कम्पनियाँ ही Methylcobalamin B-12 बनाती है जो खाने में सेफ है सुरक्षित है, इसीलिए विटामिन-बी खरीदते समय केवल Methylcobalamin B-12 युक्त ही ख़रीदे।
(3). मार्च 2017 में सरकार ने नया फरमान जारी किया है अब गेहूँ के आटे जैसे आशीर्वाद, पिल्सबरी पतंजलि आदि में साइनाइड मिला हुआ B-12 Cyanocobalamin विटामिन डालना अनिवार्य कर दिया है। (फोर्टिफाइड आटा)
सरकार ने सुरक्षित B-12 Methylcobalamin को प्रस्तावित क्यों नहीं किया ?
क्या सरकार को नहीं मालूम कि तवे के ताप में गेहू की रोटियाँ सेकने पर गर्मी से विटामिन-बी पूरी तरह नष्ट हो जाता है और बचते है सिर्फ जहरीले साइनाइड के अणु जो गर्मी से नष्ट नहीं होते, तो आटे के फोर्टीफिकेशन का क्या फायदा और उपयोग है ?
या सरकार जानबूझ कर अन्न पदार्थो में जहर मिला रही है ?
चौकिये मत…
सरकार पर छुपी हुई अंतरराष्ट्रीय वैश्विक दानवी सरकार (Hidden World Government) का दबाव है कि भारत की जनसँख्या कम करने के लिए ये एक कोवर्ट डीपापुलेशन प्रोग्राम है जिसे विस्तार पूर्वक पढ़ कर होश उड़ जाएंगे।
आइये देखते है कुछ और डी-पापुलेशन केमिकल पदार्थ आयोडीन नमक विश्व का सबसे बड़ा जंनसंख्या विहिनिकरण (डीपापुलेशन) षड्यंत्र
आज से लगभग 30-40 साल पहले जनता को आयोडीन नमक के बारे में बिलकुल पता नहीं था।
जनता में आयोडीन की कमी नहीं थी, यदि मानव इतिहास देखे तो जीसस क्राइस्ट काल या उससे भी पहले 5000 वर्ष पूर्व महाभारत या दस लाख वर्ष पूर्व रामायण पुराण आदि में एक भी उदहारण प्राप्त नहीं होता जहां आयोडीन के कमी के लक्षण दिखाई देवे।अचानक ही लगभग 30 साल पहले सरकार ने लाखों करोडो का टीवी और समाचार पत्र में विज्ञापन दे दे कर ब्रेनवाश शुरू किया कि भारत में आयोडीन की कमी है।
बच्चो के मानसिक विकास के लिए आयोडीन युक्त नमक ही खाये और भोली भारत की जनता ने इसे आदर्श मान लिया, तब भारत में बर्थ रेट 40 प्रति 1000 था।
यही प्रोपेगंडा पकिस्तान में भी किया गया लेकिन पाकिस्तानी जनता होशियार थी उसने सरकारी आयोडीन नमक को नही ख़रीदा और बाजार में खुला समुद्री नमक ही खरीदने लगी जिसमे आयोडीन जहर नहीं मिलाया गया था, नतीजा पाकिस्तान में सरकार द्वारा प्रायोजित आयोडीन नमक प्रोग्राम फैल हो गया।
आज तीस वर्ष बाद भारत में आयोडीन नमक के कारण बर्थ रेट लगभग 8 प्रति 1000 है।
ठीक है जनसँख्या कम होनी भी चाहिए लेकिन ऐसे घटिये तरीके से ??
भारत में आयोडीन की बिलकुल कमी नहीं है और इसकी पूर्ति दूध और हरी सब्जियों से पूरी हो जाती है।
आवश्यकता से अधिक आयोडीन खाने से कंठ (गले) में स्थित थाइरॉइड ग्रंथि अधिक हार्मोन बनाती है जिससे स्त्रियों में बाँझपन PCO अनियमित मासिक स्राव इत्यादि रोग होते है।
आज भारत में 70% स्त्रियों में बाँझपन और बच्चे नहीं होने का कारण आयोडीन नमक से उत्पन्न थाइरॉयड समस्या है।
वहीँ पुरुषों में भी आयोडीन नमक से हाइपर थायरोइडिसम (Hyperthyroidism) के कारण उच्च रक्तचाप, मानसिक तनाव, अनिद्रा, ह्रदय में तेज़ धड़कन, नपुंसकता आदि रोग होते है।
आज भारत की जनता को गिनी पिग बना कर आयोडीन नमक के एक्सपेरीमेन्ट के कारण कई परिवारों के अस्तित्व समाप्त हो गए है।
लेकिन जनता अब जागरूक हो रही है और धीरे धीरे सब पता चल रहा है इसीलिए अब सरकार सारा दोष टाटा कंपनी पर डाल रही है कि टाटा कम्पनी ने सरकार पर दबाव बना कर टाटा नमक में आयोडीन जहर मिलाया।
वास्तव में इसे एक फाल्सफ्लैग आपरेशन कहते है जिससे जनता का गुस्सा सरकार से हट कर टाटा पर जाए और जनता टाटा को ही दोषी समझे।
लेकिन अब सत्य का पता चल गया है सरकार ने आयोडीन जहर के एक्सपेरीमेन्ट के लिए और अपनी कमाई के लिए टाटा को बलि का बकरा बनाया ।
यदि भारत में आयोडीन नमक (इसका विकल्प सादा खुला बिकने वाला समुद्री नमक और सेन्धा नमक है), रिफाइंड तेल (इसका विकल्प मूंगफली, सरसो, जैतून, तिल आदि खरीद कर तेल निकलवाए),
फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट,
अंग्रेजी दर्द निवारक दवाएं जैसे ब्रूफिन डिक्लोफेनेक असेक्लोफेनेक,
आटे और ब्रेड में ब्रोमाइड,
पेप्सी कोला आदि कोल्ड ड्रिंक,
पानी में क्लोरीन ब्लीच (इसका विकल्प ओज़ोन है)और एंडोसल्फान जैसे कीटनाशक बन्द हो गए तो भारत में कैंसर, ह्रदय, थाइरॉइड और किडनी रोग ख़त्म और भारत के 80-90% अस्पताल बन्द हो जाएंगे।
(1) फ्लोराइड जो टूथपेस्ट में मिलाया जाता है वह जहर है आप केवल बिना फ्लोराइड के टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल कीजिये।
(2). ओरल पोलियो वेक्सीन जिसमे SV-40 नामक कैन्सर उत्पन्न करने वाले वाइरस को मिलाया गया है (गूगल सर्च कीजिये)
(3). टेटनस टैक्सओइड वेक्सीन (टीटी इंजेक्शन) में स्त्रियों को बाँझ बनाने की दवा की मिलावट.!
अपनी लाडली बेटियों को कभी भी टीटी का इंजेक्शन न दिलाये शायद वे जिंदगी में कभी माँ न बन पायेगी क्योकि उसमे Anti-HCG antibody की मिलावट की गयी है।
विश्वास नहीं हो रहा है Tetanus HCG Kenya लिख कर गूगल कीजिये अभी तो केन्या की रिपोर्ट आई है लेकिन भारत में बीस साल पहले यह प्रयोग हो चुका है अब भी जारी है।
हमारा फ़र्ज़ था बताना, अब फैसला आपका.!
नेचरोपैथ कौशल
# **श्री राम का राज्य बंटा था 8 भागों में…….**
राम तथा अन्य भाईयों के भी थे दो-दो पुत्र। अनंतधाम जाने से पूर्व भगवान राम ने पूरे राज्य को बांटा दिया था आठ भागों में।
अयोध्या। वैवस्तव मनु के कुल दस पुत्र थे। जिनमें आठवें पुत्र का नाम इक्ष्वाकु था। इक्ष्वाकु के द्वारा ही कोशल नगरी बसाई गयी थी जिसकी राजधानी का नाम अयोध्या था।
इक्ष्वाकु के वंश में अज तथा उनके पुत्र राजा दशरथ हुए। राजा दशरथ के ही पुत्र राम लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघन हुए। राजा दशरथ की पत्नी कौशल्या के पुत्र राम सुमित्रा के पुत्र लक्ष्मण तथा शत्रुघन तथा कैकई के पुत्र भरत थे।
वाल्मिीकी रामायण के अनुसार भगवान राम की पत्नी सीता तथा उनके दो पुत्र लव तथा कुश थे।
भरत की पत्नी माण्डवी उनके पुत्र पुष्कल तथा मणिभद्र थे।
लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला तथा उनके पुत्र चन्द्रकेतु और चित्रांगद (अंगद) थे।
शत्रुघन की पत्नी श्रुतिकीर्ति तथा उनके पुत्र सुबाह तथा भद्रसेन हुए। भद्रसेन को शूरसेन के नाम भी जाना जाता है।
भगवान राम ने अनंत धाम जाने से पूर्व भरत को अयोध्या के सिंहासन पर बैठाना चाहते थे। परन्तु भरत भी भगवान के साथ जाने को तैयार हुए।
तब भगवान राम ने अपने राज्य को आठ भागों में बांट दिया था। चारों भाईयों के पुत्रों को एक भाग का राजा बना दिया था।
**भगवान राम के पुत्र लव तथा कुश…………**
भगवान राम ने लव को उत्तर कौशलपुरी का राजा बनाया जिसकी राजधानी का नाम लवपुरी (लाहौर) था। कुश को दक्षिण कौशल नगरी का राजा बनाया जिनकी राजधानी का नाम कौशाम्बी था।
**लक्ष्मण के पुत्र चन्द्रकेतु तथा चित्रांगद………..**
लक्ष्मण के पुत्र चित्रांगद को कामरूथ तथा चन्द्रकेतु को चन्द्रकांतापुरी को राजा बनाया गया था।
**भरत के पुत्र पुष्कल और मणिभद्र…………**
भरत के पुत्र पुष्कल को पुष्कलावत तथा मणिभद्र को तक्षशिला नामके राज्य का राजा बनाया था।
**शत्रुघन के पुत्र सुबाहु तथा भद्रसेन……….**
शत्रुघन के पुत्र सुबाह को मथुरा नगरी का राजा तथा भद्रसेन को विदिशा नगरी का राजा बनाया था। (साभार)