जम्मू कश्मीर के पुंछ के सूरनकोट में आतंकियों से मुठभेड़ के समय आज एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान बलिदान हो गए।*Big Breaking : कश्मीर में राजौरी सैक्टर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में जेसीओ सहित 05 भारतीय सैनिकों का बलिदान * बलिदानियों में एक जूनियर कमीशन्ड आफीसर भी है। बताया गया है कश्मीर में मुस्लिम समुदाय के कई परिवार मजहब के झांसे में आने के कारण अथवा डर के मारे इन इस्लामिक आतंकियों को छिपाने में सहायक बनते हैं, जिस कारण घनी आबादी के बीच छिपे इन आतंकवादियों पर कार्यवाही करना सेना के लिए सदैव इसलिए चुनौती बना रहता है कि कहीं आम कश्मीरियों को नुकसान ना पंहुचे। इसी का लाभ उठा कर आतंकवादी घात लगा कर सेना के जवानों को निशाना बना रहे हैं। आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। घटना क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। सेना की विशेष यूनिट मुठभेड़ स्थल पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाया था जिसके कुचक्र में सेना के जवान फंस गए। घायल जवानों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में आतंकवादी अभी भी छिपे हुए हैं। घाटी में इस्लामी आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछ कर ‘टार्गेटेड किलिंग’ के मामले सामने आने के बाद सुरक्षाबलों ने अपना अभियान तेज कर दिया है। इससे पहले पिछली रात सुरक्षाबलों ने अनंतनाग और बांदीपुरा में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में दो आतंकवादियों को मार गिराया। मारे गए एक आतंकवादी की पहचान इम्तियाज अहमद डार के रूप में हुई। हाल ही में एक नागरिक की हुई हत्या में डार शामिल था। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि डार प्रतिबंधित संगठन लश्कर तैयबा के टीआरएफ से जुड़ा था। बता दें कि भारी संख्या में जवानों को घटना स्थल पर भेजा जा रहा है ताकि आतंकवादियों की खोजबीन की जा सके।
इस घटना पर कांग्रेस ने केन्द्र से पूछा कि नोट बंदी के बाद भी कश्मीर में आतंकी घटनायें क्यों हो रही है। वहीं महबूबा मुफ्ती ने आतंकवादियों का बचाव करते हुए कहा कि भारत को आतंकवादी संगठनों से बातचीत करनी चाहिए अन्यथा भारतीय फौज भी वही कर रही है जो आतंकवादी कर रहे हैं। जबकि भाजपा ने कहा कि अफगानिस्तान के आतंकवादियों का जो जमावड़ा पीओके में लगा हुआ है उसके कारण आतंकवादी घटनायें बढ़ी है।
यही नहीं आतंकवादियों को अलगाव वादियों और उनके सहोदरों की भी सह मिल रही है। भारत में अराजकता फैला रहे कथित किसान संगठन को भी कश्मीर में सिक्ख रेजिमेंट के पांच जवानों की हत्या पर सांप सूंघ गया है। अभी तक एक शब्द भी इन जवानों की हत्या पर नहीं बोला। फिर भी हमें आशा है कि जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए एनकाउंटर में 5 जवान जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। अश्रुपूर्ण श्रधांजलि 🙏 breakinguttarakhand.com