द्वितीयं ब्रह्मचारिणी : महाराष्ट्र में गरबा पंडालों में प्रवेश के लिए VHP ने जारी किए कठोर दिशा निर्देश, पंडालों में केवल हिंदूओं को ही प्रवेश की अनुमति होगी!, मुख्यमंत्री धामी ने दी नवरात्रि की शुभकामनाएं, जाने जीएसटी लागू होने से पहले कितने प्रकार के टैक्स लगा कर की जाती थी जनता से लूट, आज का पंचाग आप का राशिफल

महाराष्ट्र में गरबा पंडालों में प्रवेश के लिए VHP ने जारी किए सख्त दिशा निर्देश, पंडालों में केवल हिंदूओं को ही प्रवेश की अनुमति होगी! प्रवेश के लिए माथे पर तिलक, हाथ में रक्षा सूत्र, गोमूत्र का छिड़काव व सेवन और देवी की पूजा करनी होगी

*मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं।*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए सभी की सुख समृद्धि एवं मंगलमय जीवन की कामना की है। नवरात्रि पर्व की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का यह पर्व हमें मातृशक्ति की उपासना तथा सम्मान की प्रेरणा देता है। समाज में नारी के महत्व को प्रदर्शित करने वाला यह पर्व हमारी संस्कृति एवं परम्परा का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि में कन्या पूजन की परम्परा भी बालिकाओं के सम्मान से जुड़ा विषय है

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1948 से लेकर 1997 तक यानि 50 वर्षों तक एक फर्जी टैक्स “चुंगी” के नाम से वसूला जाता था। जो भ्रष्टतम कर्मचारियों मंत्रियों की खुलेआम लूट का साधन था।

इन 50 वर्षों के बीच 39 बरस तक तो केवल राहुल गांधी के बाप दादे की सरकार थी, यानि 80 प्रतिशत कालखंड में। और कुल 45 बरस राहुल परिवार की ही सरकार थी। यानि लगभग 90 प्रतिशत कालखंड में।

इसके साथ GST (वस्तु एवं सेवा कर) लागू होने से पहले, भारत में लगभग सौ तरह के विभिन्न प्रकार के अप्रत्यक्ष कर लगाए जाते थे, जो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वसूले जाते थे। ये कर वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री, उत्पादन, और वितरण पर लागू होते थे। इंस्पैक्टर राज टैक्स राज था।

GST से पहले लगने वाले प्रमुख टैक्स निम्नलिखित थे:

केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स:

1 केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Central Excise Duty): वस्तुओं के उत्पादन पर लगाया जाता था।

2 सेवा कर (Service Tax): सेवाओं पर लगाया जाता था।

3 केंद्रीय बिक्री कर (Central Sales Tax): अंतर-राज्य बिक्री पर लागू होता था।

4 अतिरिक्त सीमा शुल्क (Additional Customs Duty): आयात पर लगने वाला कर।

5 विशेष अतिरिक्त शुल्क (Special Additional Duty): आयात पर लगाया जाता था।

6 काउंटरवेलिंग ड्यूटी (Countervailing Duty): आयातित वस्तुओं पर सब्सिडी के प्रभाव को संतुलित करने के लिए।

7 सेस (Cess): कुछ विशिष्ट वस्तुओं या उद्देश्यों के लिए अतिरिक्त कर, जैसे शिक्षा सेस।

राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स:

8 मूल्य वर्धित कर (Value Added Tax – VAT): वस्तुओं की बिक्री पर लगाया जाता था।

9 मनोरंजन कर (Entertainment Tax): सिनेमा, थिएटर, और अन्य मनोरंजन गतिविधियों पर।

10 लक्जरी टैक्स (Luxury Tax): होटल, रिसॉर्ट आदि पर लगाया जाता था।

11 प्रवेश कर (Entry Tax): कुछ राज्यों में वस्तुओं के राज्य में प्रवेश पर।

12 स्थानीय निकाय कर (Local Body Tax): कुछ राज्यों में स्थानीय स्तर पर।

13 खरीद कर (Purchase Tax): कुछ कृषि और अन्य वस्तुओं पर।

14 टर्नओवर टैक्स: कुछ राज्यों में व्यवसायों के टर्नओवर पर।

उपरोक्त के अलावा अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग अन्य कर लागू थे, सामान्य तौर पर लगभग 20 प्रमुख प्रकार के अप्रत्यक्ष कर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाते थे। इसके अलावा, विभिन्न राज्यों में स्थानीय निकायों द्वारा लगाए गए अतिरिक्त कर भी थे। इस प्रकार एक वस्तु पर करीब पैंतालीस से पचपन प्रतिशत तक प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष टैक्स लग जाता था।

मोदी सरकार ने GST के अधीन उक्त सभी टैक्सों का झंझट समाप्त कर 1 जुलाई 2017 से इन सभी करों को एकीकृत करके एकल कर प्रणाली लागू की, जिसने कर प्रणाली को न केवल सरल बनाया। बल्कि टैक्स भी पैंतालीस प्रतिशत से घट कर 28 %18%और 12%और 5% के स्लैब बनाये।

इस बार तो जीएसटी में बड़ा संशोधन कर केवल दो स्लैब रख दिए और बहुत सी आवश्यक वस्तुओं को कर मुक्त कर दिया है।

वर्षों तक देश लूटने वाले घोटालेबाज हुड़दंग कर रहे हैं, हल्ला मचा रहा है कि, अभीतक GST से लूटा जा रहा था, जिसे अधेड़ की सलाह और दबाव पर कम करने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़ा। समझना चाहिए कि कितना बड़ा ऐजेंडेबाज है। मोदी सरकार से पहले जब वेट लगता था तो उसका क्या रेट होता था हर वस्तु का वेट टेक्स बताइए कि हर वस्तु पर वेट के कितना था?

देशवासियों इनके समय वेट की कुल 34 दरे थी

वह भी केंद्र की अलग और राज्य अलग थी

जब 2017 मे GST आया तब हर वस्तु पर जो वेट टेक्स लगता

हर राज्य के बॉर्डर पर नाके लगे होते थे क्योंकि सभी में अलग-अलग टैक्स होता था

जब सरकार ने जीएसटी लगाया था 2017 में उस समय जो वेट लगता था उससे हर वस्तु का टैक्स कम किया था 2017 मे

करो अपने समय की रेट लिस्ट जारी कि पहले की सरकारों में टैक्स कितना लगता था
इसी कारण जनता ने वोटों की लात मार कर सत्ता से हटा दिया है तो अब वोट चोरी का नरेटिव फैला कर चुनाव आयोग को बदनाम और तारगेट कर प्रकारान्तर से वोटरों को ही चोर बता रहे हैं?

आस्ट्रेलिया के निकट वेद का तीन लाख वर्ष प्राचीन फासिल्स मिला*

🙏🏻श्री हनुमते नमो नमः🙏🏻* 

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 23 सितम्बर 2025*

🌤️ *दिन – मंगलवार*

🌤️ *विक्रम संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*

🌤️ *शक संवत -1947*

🌤️ *अयन – दक्षिणायन*

🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु* 

🌤️ *मास – आश्विन*

🌤️ *पक्ष – शुक्ल* 

🌤️ *तिथि – द्वितीया 24 सितम्बर प्रात: 04:51 तक तत्पश्चात तृतीया*

🌤️ *नक्षत्र – हस्त दोपहर 01:40 तक तत्पश्चात चित्रा*

🌤️ *योग – ब्रह्म रात्रि 08:23 तक तत्पश्चात इन्द्र*

🌤️ *राहुकाल – शाम 03:32 से शाम 05:03 तक*

🌤️ *सूर्योदय – 06:28*

🌤️ *सूर्यास्त – 06:32*

👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*

🚩 *व्रत पर्व विवरण – पूज्य बापूजी का 61वां आत्मसाक्षात्कार दिवस,चंद्र- दर्शन (शाम 06:22 से रात्रि 07:05 तक)*

💥 *विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा  बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

🌷 *शारदीय नवरात्रि* 🌷

🙏🏻 *अश्विन मास के नवरात्रि का आरंभ 22 सितम्बर, सोमवार से हो गया है। मान्यता है कि नवरात्रि में रोज देवी को अलग-अलग भोग लगाने से तथा बाद में इन चीजों का दान करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है। जानिए नवरात्रि में किस तिथि को देवी को क्या भोग लगाएं-*

🙏🏻 *नवरात्रि की द्वितीया तिथि यानी दूसरे दिन माता दुर्गा को शक्कर का भोग लगाएं ।इससे उम्र लंबी होती है ।*

🌷 *शारदीय नवरात्रि* 🌷

🙏🏻 *अश्विन मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ 22 सितम्बर, सोमवार से हो गया है, धर्म ग्रंथों के अनुसार, नवरात्रि में हर तिथि पर माता के एक विशेष रूप का पूजन करने से भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है। जानिए नवरात्रि में किस दिन देवी के कौन से स्वरूप की पूजा करें-*

🌷 *तप की शक्ति का प्रतीक है मां ब्रह्मचारिणी*

🙏🏻 *नवरात्रि की द्वितीया तिथि पर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म शक्ति यानी तप की शक्ति का प्रतीक हैं। इनकी आराधना से भक्त की तप करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही, सभी मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं।*

🙏🏻 *मां ब्रह्मचारिणी हमें यह संदेश देती है कि जीवन में बिना तपस्या अर्थात कठोर परिश्रम के सफलता प्राप्त करना असंभव है। बिना श्रम के सफलता प्राप्त करना ईश्वर के प्रबंधन के विपरीत है। अत: ब्रह्मशक्ति अर्थात समझने व तप करने की शक्ति हेतु इस दिन शक्ति का स्मरण करें। योगशास्त्र में यह शक्ति स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होती है। अत: समस्त ध्यान स्वाधिष्ठान चक्र में करने से यह शक्ति बलवान होती है एवं सर्वत्र सिद्धि व विजय प्राप्त होती है।

🌷 *नवरात्रि में त्रिदेवी आराधना* 🌷

🙏🏻 *नवरात्रि में 9 तिथियों को 3-3-3 तिथि में बांटा गया है। प्रथम 3 तिथि माँ दुर्गा की पूजा (तमस को जीतने की आराधना), बीच की तीन तिथि माँ लक्ष्मी की पूजा (रजस को जीतने की आराधना) तथा अंतिम तीन तिथि माँ सरस्वती की पूजा (सत्व को जीतने की आराधना) विशेष रूप से की जाती है।*

🙏🏻 *दुर्गा की पूजा करके प्रथम तीन दिनों में मनुष्य अपने अंदर उपस्थित दैत्य, अपने विघ्न, रोग, पाप तथा शत्रु का नाश कर डालता है। उसके बाद अगले तीन दिन सभी भौतिकवादी, आध्यात्मिक धन और समृद्धि प्राप्त करने के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करता है। अंत में आध्यात्मिक ज्ञान के उद्देश्य से कला तथा ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती की आराधना करता है ।*

👉🏻 *अब मैं तीनों शक्तियों की आराधना के मूल मंत्रों का वर्णन करता हूँ। नवरात्र में इनका यथासंभव जप करना चाहिए।*

🙏🏻 *१. दुर्गाजी का उत्तमोत्तम नवार्ण मंत्र महामंत्र है। इसको मंत्रराज कहा गया है। नवार्ण मंत्र की साधना धन-धान्य, सुख-समृद्धि आदि सहित सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती है।*

🌷 *“ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे”*

🙏🏻 *२. लक्ष्मी जी का मूल मंत्र जिसके द्वारा कुबेर ने परमऐश्वर्य प्राप्त किया था ।*

🌷 *“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा”*

🙏🏻 *३. सरस्वती जी का वैदिक अष्टाक्षर मूल मंत्र जिसे भगवान शिव ने कणादमुनि तथा गौतम को, श्रीनारायण ने वाल्मीकि को, ब्रह्मा जी ने भृगु को, भृगुमुनि ने शुक्राचार्य को, कश्यप ने बृहस्पति को दिया था जिसको सिद्ध करने से मनुष्य बृहस्पति के समान हो जाता है।*

🌷 *“श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा”*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी बहेन निलेश ठक्कर*

आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन भी प्रसन्नता दायक रहेगा। घर मे धन धान्य की वृद्धि होगी। सुख सुविधा पर आज अधिक खर्च करेंगे। लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने की अपेक्षा बैठ कर काम करना पसंद करेंगे इससे लाभ तो होगा लेकिन कुछ लोगो की नाराजगी भी सहनी पड़ेगी। पारिवारिक दायित्व बेहतर रूप से निभाने पर बड़े बुजुर्गों के प्रशंशा पात्र बनेंगे। नौकरी पेशाओ को आकस्मिक काम आने से परेशानी होगी लेकिन अधिकारी वर्ग को प्रसन्न कर अपनी बात मनवा सकेंगे। मध्यान बाद का समय मित्र परिचितों के साथ आनंद से व्यतीत करेंगे लेकिन स्वभाव में थोड़ा अहम रहने से रंग में भंग पड़ सकता है। लोग मन मे आलोचना करेंगे व्यवहार खराब होने के डर से दर्शाएंगे नही। संध्या के समय किसी समाचार से बेचैनी रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आपका मतलबी व्यवहार किसी ना किसी से मतभेद बढ़ायेगा। दिन के आरंभ में कार्यो के प्रति लापरवाही दिखाएंगे एकदम सर पर आने पर ही करेंगे। आध्यात्मिक पक्ष आज प्रबल रहेगा परोपकार की भावना भी प्रबल रहेगी धार्मिक क्षेत्र की यात्रा दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। स्वभाव में दिखावा अधिक रहेगा सार्वजिनक कार्यो में प्रतिस्पर्धा के कारण सहयोग करेंगे। काम-धंदे में आमदनी होगी पर उधारी वाले व्यवहारों में ही चली जायेगी। मध्यान बाद का समय अधिक खर्चीला रहेगा मनोरंजन के लिए आंख बंद कर खर्च करेंगे। परिजन आपकी किसी बुरी आदत से परेशान होंगे। भाई बंधुओ से तकरार होने की संभावना है धर्य का परिचय दें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आपको विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। पारिवारिक कलह मामूली बात से आरम्भ होकर गंभीर रूप ले सकती है इससे बचने के लिये आज घर मे कम ही समय बिताये। कार्य व्यवसाय में भी आज चाहकर भी मन की योजनाये पूरी नही कर सकेंगें। धन को लेकर भी किसी से कहासुनी सो सकती है। मानसिक दबाव आज कुछ ज्यादा ही रहेगा कोई अनैतिक कदम उठाने से बचे बुजुर्गो के सानिध्य में रहे अथवा आध्यात्म से जुड़े मानसिक रूप से काफी राहत मिलेगी। आर्थक दृष्टिकोण से दिन ठीक ही रहेगा फिर भी आज कुछ ना कुछ कमी अवश्य बनी रहेगी। संध्या का समय दिन की अपेक्षा शान्ति से बीतेगा। सेहत स्वयं की गलती से खराब होगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए यादगार रहेगा। दिन के आरंभ में थोड़ी सुस्ती रहेगी इसके बाद मस्ती के मूड में रहेंगे परिवार का वातावरण भी आज सहयोगी रहेगा जिससे मन की इच्छा पूर्ण करने में आसानी रहेगी। काम-धंदे के प्रति मध्यान के समय गंभीरता आएगी धन लाभ के लिए ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी सहज रूप से हो जाएगा। मध्यान बाद का समय आनंद मनोरंजन में बीतेगा बाहर घूमने के प्रसंग बनेंगे। उत्तम भोजन वाहन उपहार सम्मान मिलने से अतिउत्साहित रहेंगे लेकिन संध्या बाद थोड़ी सतर्कता बरते आपकी किसी पुरानी गलती उजागर होने पर घर मे कलह हो सकती है। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिये संतोषजनक रहेगा। आज आप जल्दी से किसी कार्य को करने के मूड में नही रहेंगे प्रातः काल से ही आराम से काम करने के चक्कर मे दिनचार्य धीमी चलेगी। परिजनों के टोकने पर ही कार्य के प्रति गंभीरता आएगी। काम-धंधा बीते कल की अपेक्षा कम रहेगा आवश्यक कार्य लेदेकर पूर्ण कर लेंगे। आर्थिक दृष्टिकोण से आज दिन आय की तुलना में खर्चीला अधिक रहेगा। ना चाहकर भी परिजनों की प्रसन्नता के लिये खर्च करना पड़ेगा। पुराने मित्रों से भेंट याद ताजा करेगी। मध्यान बाद कही से कोई अप्रिय समाचार मिलेने से थोड़ी अफरा तफरी का माहौल बन सकता है। परिवार के बुजुर्ग आपसे मन की बात करेंगे इसकी अनदेखी ना करें अन्यथा बाद पछताना पड़ेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज दिन भर आपके ऊपर चंचलता हावी रहेगी। परिजनों की किसी भी बात को गंभीर ना लेकर मजाक में उड़ा देंगे इससे घर का माहौल खराब होगा। घरेलू कार्यो में भी टालमटोल करने का प्रयास करेंगे बाद में मन मारकर करना ही पड़ेगा। काम धंदे में ज्यादा ध्यान नही देंगे फलस्वरूप आय भी सीमित ही आवश्यकता अनुसार रहेगी। मध्यान बाद का समय पर्यटन मनोरंजन में व्यतीत करेंगे महिलाये किसी मनोकामना पूर्ति को लेकर उत्साही रहेंगी लेकिन आज पूर्ण होने में संदेह रहेगा। व्यवसायी वर्ग किसी नई योजना को लेकर मानसिक परेशानी में रहेंगे अभी इसपर कार्य आरंभ ना करें अन्यथा अधूरा रह जायेगा। सेहत थोड़ी नरम रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपका अभिमानी स्वभाव कुछ ना कुछ गड़बड़ ही कराएगा। स्वयं को अन्य लोगो की तुलना में अधिक बुद्धिमान समझना आपसी संबंधों में खटास लाएगा। लोग स्वार्थवश आपकी खुशामद करेंगे लेकिन पीठ पीछे बुराई करने से नही चूकेंगे। कार्य व्यसाय को लेकर मध्यान तक व्यस्त रहेंगे मेहनत की तुलना में आज लाभ कम ही रहेगा ऊपर से आकस्मिक खर्च लगे रहने से धन संबंधित परेशानियां उभरेंगी। दोपहर बाद का समय काम से अवकाश लेकर बाहर घूमने में बीतेगा स्नेहीजन का सानिध्य मिलेगा लेकिन व्यवहार में उदासीनता बनी रहेगी। परिवार के बड़ो के साथ कुछ समय अवश्य बिताये इससे आपसी गलतफहमियां दूर होंगी कुछ नया सीखने को मिलेगा। सेहत ठीक रहेगी फिर भी मेहनत से दूर भागेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आपका मानसिक संतुलन बराबर नही रहेगा दो कामो को एक साथ करने के प्रयास में गलती होने की संभावना है। धार्मिक कार्यो में रुचि तो रहेगी लेकिन मन कही और ही भटकने से पूजा पाठ का उद्देश्य सफल नही हो सकेगा। व्यावसायिक गतिविधयां किसी अन्य के कारण धीमी रहेंगी। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय तो रहेगा लेकिन सहयोग की कमी रहने से अकेले विजय नही पा सकेंगे कम लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। गृहस्थ में किसी ना किसी से रूठना मनना लगा रहेगा संध्या के समय खर्च करने के बाद ही स्थिति सामान्य हो पाएगी। धार्मिक स्थल की यात्रा भी हो सकती है। सेहत मध्यान बाद अकस्मात खराब होगी पहके से ही सतर्क रहें भोजन संबंधित नियमो का पालन करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज दिन का अधिकांश भाग सोच विचार में ही व्यर्थ होगा। आपके मन मे योजनाए तो कई लगी रहेंगी लेकिन आलस्य अधिक रहने से किसी भी योजना को साकार रूप नही दे सकेंगे। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर सहयोगियो की कमी रहेगी ज्यादा काम ना बढ़ाये कम में ही संतोष करें अन्यथा बेवजह की मुसीबत बनेगी। धन लाभ कम फिर भी खर्च लायक हो जाएगा। सामाजिक कार्यो में भी रुचि लेंगे इस के कारण अपने कार्यो में भी बदलाव करना पड़ेगा समाज मे आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी लेकिन समूह में कम बोले अन्यथा परिणाम उल्टे भी हो सकते है। पारिवारिक वातावरण में स्वार्थसिद्धि की भावना अधिक रहेगी। मौसम जनित बीमारी हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपका अधिकांश समय दुविधा में बीतेगा। कार्य क्षेत्र और गृहस्त में तालमेल बैठाने में असफल रहेंगे एक काम करने के लिए किसी अन्य काम के बिगड़ने का डर सताएगा। व्यवसाय की व्यस्तता के चलते परिजनों की कामना पूर्ति करने में असमर्थ रहेंगे घरेलू कलह का कारण भी आज यही रहेगा। भाई बंधुओ को आपकी मदद की आवश्यकता पड़ेगा अथवा आपको इनसे लेनी पड़ सकती है इसमे भी कुछ ना कुछ विघ्न आएंगे। आज आपका कोई भी कार्य बिना भाग-दौड़ के पूर्ण नही हो सकेगा। व्यवसाय स्थल पर प्रतिस्पर्धियों का बोलबाला अधिक रहने से अपनी योजना को विराम देना पड़ेगा। निवेश से बचें हानि के योग है। सेहत का साथ भी कम ही रहेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन प्रातः काल से ही स्वास्थ्य संबंधित समस्या लगी रहेगी खराब स्वास्थ्य के कारण जल्दी से किसी कार्य का मन नही बनेगा लेकिन सामाजिक व्यवहारों के लिए समय निकालना ही पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में अन्य लोगो के ऊपर आश्रित रहना पड़ेगा। धन की आमद आवश्यकता से कुछ कम रहेगी फिर भी कोई कार्य धन के कारण रुकेगा नही। आज अकस्मात खर्च ज्यादा परेशान करेंगे व्यर्थ के खर्चो पर नियंत्रण की आवश्यकता है। नौकरी करने वाले कामना पूर्ति ना होने पर अधिकारियों से नाराज रहेंगे जानकर काम खराब भी कर सकते है। मध्यान के बाद धार्मिक भावनाओं का उदय होगा लेकिन पूजा पाठ केवल स्वार्थ के लिए ही करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आपका स्वभाव अत्यंत आलसी रहेगा परन्तु फिर भी जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता अवश्य ही मिलेगी। घरेलू कार्यो के साथ ही व्यावसायिक कार्य भी एकसाथ करने में थोड़ी दुविधा बनेगी लेकिन बुजुर्गो का सहयोग मिलने से इससे निजात पा लेंगे। कार्य-व्यवसाय में आज किसी बहुप्रतीक्षित योजना के परिणाम को लेकर बेचैन रहेंगे धर्य से काम लें जल्दबाजी में कोई गलत निर्णय लेने से बचें विजय आपकी ही होगी। धन की आमद को लेकर दिन के आरंभ में आशंकित रहेंगे लेकिन मध्यान बाद अकस्मात मिलने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। आपके पीछे से चुगली करने वाले लोग हानि पहुचा सकते है सतर्क रहें। सेहत में थोड़ा उतार-चढ़ाव लगा रहेगा मनोरंजन के अवसर मिलेंगे।

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   〰〰〰🙏राधे राधे🙏〰〰〰