वेद की ज्ञात 1180 से अधिक शाखाओं में से केवल 10-15 शाखाएँ ही पूर्ण या अर्ध-पूर्ण रूप में उपलब्ध हैं।
98% से अधिक वैदिक ज्ञान लुप्त हो चुका है। तनिक विचार करें….
इस वैदिक ज्ञान का क्या महत्व है?
क्योंकि ये मात्र धर्मग्रंथ नहीं थे
ये वैदिक सभ्यता की रूपरेखा, सनातन धर्म की आत्मा, आध्यात्मिक विकास के विज्ञान थे।
हमने केवल ग्रंथ ही नहीं खोए।
हमने एक ब्रह्मांडीय विरासत खो दी।
किसका थे मुख्य कारण ?
🚩 विदेशी आक्रांताओं का आक्रमण
🚩 पुस्तकालयों का दहन (जैसे तक्षशिला, नालंदा)
🚩 संस्कृत शिक्षा की उपेक्षा
🚩 वैदिक मूल्यों का औपनिवेशिक विरूपण
🚩 आधुनिक उदासीनता
फिर भी, ब्राह्मण सनातन धर्म जीवित है।
केवल 2% वैदिक ज्ञान के साथ भी, यह लाखों लोगों का आध्यात्मिक मार्गदर्शन करता है।
100% पर इसकी ओरा और उपयोगिता की कल्पना कीजिए।
यह अमरत्व प्राप्त करने का विज्ञान था।
अब सोचिए- यदि हम इसे पुनर्स्थापित कर दें तो क्या होगा?
आइए, जो बचा है उसे पुनर्जीवित करें, संरक्षित करें और उसका सम्मान करें।
वेद कोई पौराणिक कथा नहीं हैं।
वे शाश्वत ज्ञान हैं सदैव वर्तमान में विद्यमान रहते हैं कभी भूत या भविष्य में नहीं – जीवन, विज्ञान, चिकित्सा, नैतिकता और मोक्ष पर संसृत।
और अधिक अब कुछ खोने न दें।
जो हमारे पास है, उसी से आरंभ करें।
पढ़ें। अभ्यास करें। साझा करें। पुनर्जीवित करें। 🙏🏼✍️हरीश मैखुरी
क्या चाइना मिट हो रहा है??
क्या उसका डेवलपमेंट बबल बर्स्ट होने को है??
कुछ तो ऐसा है जो छुपाया जा रहा है… कुछ बहुत भयानक… जिस तरह की ख़बरें आ रही हैं उससे तो लगता है कि वहाँ सबकुछ ठीक नहीं है.. चाइना वो नहीं है जैसा हमें दिखाया जाता है या प्रचारित किया जाता है… सबकुछ एक भ्रम जैसा है.. एक सपना जो संभवतः टूटने ही वाला है…
2019 से वहाँ लोगों की आय में कोई वृद्धि नहीं हुई है…
वस्तुओं की कीमत 2020 से 2025 के बीच लगभग दोगुनी हो चुकी हैं..
तनख्वाह से गुजारा बेहद मुश्किल हो चुका है..
बीजिंग जैसे शहर में 93% फिजिकल कमर्शियल स्टोर्स बंद हो चुके हैं…
बीजिंग के सबसे बड़े मॉल्स खाली पड़े हैं..
कम से कम 50 नये बसाये गए शहर “घोस्ट-टाउन्स” में बदल चुके हैं.. जहाँ कोई एक सिंगल इंसान भी नहीं रहता..
हजारों गगनचुम्बी ईमारतें खाली पड़ी हैं जिनके लिए कोई ग्राहक नहीं..जिनके पास घर हैं और वो बेचना चाहते हैं उनके घर नहीं बिक रहे..
सबसे आश्चर्यजनक तो ये खबर है कि वहाँ के बिल्डर्स प्याज और लहसुन के ऐवज़ में घर बेचने को तैयार हैं.. तब भी कोई नहीं खरीद रहा..
दस – पंद्रह चमकते शहरों के अलावा पूरा चाइना गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी और अभावों से त्रस्त है…
प्रकृति के साथ जो प्रयोग किये जा रहे हैं उनके चलते हर तरह की प्राकृतिक आपदा रोज रोज की घटनाएं हो चुकी हैं.
केवल और केवल वेस्ट के खिलाफ अपनी सुप्रीमेसी दिखाने के चक्कर में क्या चाइना ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार दी है??
केवल दुनिया को दिखाने के लिए सबसे बड़े शहर के रूप में chongqing को बसाया गया हो… अद्भुत और हैरतअंगेज इंफ्रास्ट्रक्चर से दुनिया को चकित किया जा रहा हो… पर उस सबसे हासिल क्या??
ये बात भी जगजाहिर हो चुकी है कि खुद की इकॉनमी को 19 ट्रिलियन बताने वाले चाइना की वास्तविक इकॉनमी इसके आधे पर भी नहीं है.. उसका GDP मापने का फार्मूला अपना खुद है.. जो दुनिया से अलग है..
वेस्टर्न देशों ने भी अपना विकास इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर ही किया है.. लेकिन… उस सबके लिए उन्होने 70 से 200 साल लगाए…एक रात में सब खड़ा नहीं हुआ… उनसे अंधे कम्पटीशन और आगे निकलने की होड़ में चाइना ने वो सबकुछ किया जिसे मानवीय तो कहीं से नहीं कहा जा सकता… उसके इस विकास की कीमत उसकी जनता ने भरी है… चुपचाप सबकुछ सहते हुए.. एक आम चायनीज सबके सामने भले ही कुछ ना कह पाए… लेकिन चाइना से निजात पा जैसे ही वो किसी सुरक्षित स्थान पर पहुँचता है उसके दिल का दर्द फूट पड़ता है.. और वो वास्तविकता बयान कर देता है… वास्तविकता जो बेहद भयानक है… दहला देने वाली..
हमारे यहाँ कई लोग हैं जो चाइना के इस फर्जी विकास से चौधियाये हुए रहते हैं… बात बात पर अपने देश को कोसते रहते हैं… मेरा दावा है कि वो किसी आम चायनीज का जीवन एक महीना भी नहीं झेल सकते.. ना बोलने की आजादी… ना विरोध की आजादी.. ना गलत को गलत कह पाने की आजादी.. ना अपने जीवन के फैसले खुद ले पाने की आजादी.. अपने जीवन के हर हाल के लिए सरकार के फैसलों पर निर्भर जीवन.. वो फैसले जो हर हाल में आपको स्वीकारने ही हैं… दूसरा कोई विकल्प ही नहीं.. अगर जीना है तो…
हाँ हम चाइना से कम विकसित हैं.. चाइना से गरीब हैं… पर हमारे हालात जो भी हैं.. असली हैं… ऑर्गनिक हैं… हमें तमाम वो स्वतंत्रता है जिसके लिए चाइना तो छोड़ो पश्चिम के तथाकथित विकसित देशों के नागरिक भी तरसते हैं..
हम भी विकसित होंगे… लेकिन अपनी गति से.. अपने हालातों को ध्यान में रखते हुए.. अपनी सीमितताओं को नजरअंदाज ना करते हुए… दूसरे को दिखाने के लिए कुछ भी अप्राकृतिक ना करते हुए.. वो विकास जो देखने में मानवीय क्षमताओं के अनुरूप लगे… दैविक या असामान्य नहीं.. ऐसा विकास जो देर से भले हो.. पर टिकाऊ हो… क्षणभंगुर नहीं.. ऐसा विकास जिसमें सबकी ख़ुशी शामिल हो ना कि किसी की हाय…
वो सुबह कभी तो आएगी… (साभार)
*|| 🕉️ ||**🌞 सुप्रभातम 🌞*
*आज का पञ्चांग*
*दिनांक:-13/07/2025,रविवार*
*तृतीया, कृष्ण पक्ष,**आषाढ*
तिथि———— तृतीया 25:02:01. तक
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———— श्रवण 06:51:59
योग————– प्रीति 17:59:26
करण———– वणिज 13:26:25
करण——– विष्टि भद्र 25:02:01
वार————————- रविवार
माह————————–श्रावण
चन्द्र राशि—— मकर 18:52:24
चन्द्र राशि—————— कुम्भ
सूर्य राशि——————- मिथुन
रितु———‐—————– वर्षा
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर) ————–सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————–2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————— 5126
सूर्योदय—————- 05:33:53
सूर्यास्त—————– 19:15:56
दिन काल————– 13:42:03
रात्री काल————– 10:18:25
चंद्रास्त—————– 07:40:27
चंद्रोदय—‐———— 21:18:26
लग्न —- मिथुन 26°40′ , 86°40′
सूर्य नक्षत्र——————- पुनर्वसु
चन्द्र नक्षत्र——————- श्रवण
नक्षत्र पाया——————– ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
खो—- श्रवण 06:51:59
गा—- धनिष्ठा 12:52:49
गी—- धनिष्ठा 18:52:24
गु—- धनिष्ठा 24:50:46
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
============================
सूर्य= मिथुन 26°49, पुनर्वसु 2 को
चन्द्र= मकर 22 °30 , श्रवण 4 खो
बुध = कर्क 20°52 ‘ आश्लेषा 2 डू
शु क्र= वृषभ 15°05, रोहिणी , 2 वा
मंगल= सिंह 20°30 ‘ पू o फ़ा o 3 टी
गुरु=मिथुन 13°30 आर्द्रा , 2 घ
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 27°05 पू o भा o, 3 दा
केतु= (व) सिंह 27°05 उ oफा o 1 टे
============================
*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮🚩*
राहू काल 17:33 – 19:16 अशुभ
यम घंटा 12:25 – 14:08 अशुभ
गुली काल 15:50 – 17:33 अशुभ
अभिजित 11:58 – 12:52 शुभ
दूर मुहूर्त 17:26 – 18:21 अशुभ
वर्ज्यम 10:53 – 12:29 अशुभ
प्रदोष 19:16 – 21:21 शुभ
🚩पंचक ¹ 18:52 – अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 05:34 – 07:17 अशुभ
चर 07:17 – 08:59 शुभ
लाभ 08:59 – 10:42 शुभ
अमृत 10:42 – 12:25 शुभ
काल 12:25 – 14:08 अशुभ
शुभ 14:08 – 15:50 शुभ
रोग 15:50 – 17:33 अशुभ
उद्वेग 17:33 – 19:16 अशुभ
🚩चोघडिया, रात
शुभ 19:16 – 20:33 शुभ
अमृत 20:33 – 21:51 शुभ
चर 21:51 – 23:08 शुभ
रोग 23:08 – 24:25 अशुभ
काल 24:25* – 25:42अशुभ
लाभ 25:42* – 26:59* शुभ
उद्वेग 26:59* – 28:17अशुभ
शुभ 28:17* – 29:34* शुभ
💮होरा, दिन
सूर्य 05:34 – 06:42
शुक्र 06:42 – 07:51
बुध 07:51 – 08:59
चन्द्र 08:59 – 10:08
शनि 10:08 – 11:16
बृहस्पति 11:16 – 12:25
मंगल 12:25 – 13:33
सूर्य 13:33 – 14:42
शुक्र 14:42 – 15:50
बुध 15:50 – 16:59
चन्द्र 16:59 – 18:07
शनि 18:07 – 19:16
🚩होरा, रात
बृहस्पति 19:16 – 20:07
मंगल 20:07 – 20:59
सूर्य 20:59 – 21:51
शुक्र 21:51 – 22:42
बुध 22:42 – 23:34
चन्द्र 23:34 – 24:25
शनि 24:25* – 25:17
बृहस्पति 25:17* – 26:08
मंगल 26:08* – 26:59
सूर्य 26:59* – 27:51
शुक्र 27:51* – 28:43
बुध 28:43* – 29:34
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मिथुन > 03:34 से 05:44 तक
कर्क > 05:44 से 08:04 तक
सिंह > 08:04 से 10:24 तक
कन्या > 10:24 से 12:38 तक
तुला > 12:38 से 14:58 तक
वृश्चिक > 14:58 से 17:18 तक
धनु > 17:18 से 19:32 तक
मकर > 19:32 से 21:10 तक
कुम्भ > 21:10 से 22:30 तक
मीन > 22:30 से 23:50 तक
मेष > 23:50 से 01:46 तक
वृषभ > 01:46 से 03:36 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————- पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
15 + 3 + 1 + 1 = 20 ÷ 4 = 0 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
मंगल ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष
क्रीड़ायां = शोक, दुःख कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
दोपहर 13:24 से 25:02 तक
पाताल लोक = धनलाभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*पंचक प्रारंभ 18:50 से*
*जया पार्वती व्रत*
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
मूर्खस्तु परिहर्त्तव्यः प्रत्यक्षो द्विपदः पशुः ।
भिद्यते वाक्यशूलेन अदृश्यं कण्टकं यथा ।।
।।चाo नीo।।
मूर्खो के साथ मित्रता नहीं रखनी चाहिए उन्हें त्याग देना ही उचित है, क्योंकि प्रत्यक्ष रूप से वे दो पैरों वाले पशु के सामान हैं,जो अपने धारदार वचनो से वैसे ही हदय को छलनी करता है जैसे अदृश्य काँटा शारीर में घुसकर छलनी करता है .
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18
सर्वगुह्यतमं भूतः श्रृणु मे परमं वचः।
इष्टोऽसि मे दृढमिति ततो वक्ष्यामि ते हितम्॥
संपूर्ण गोपनीयों से अति गोपनीय मेरे परम रहस्ययुक्त वचन को तू फिर भी सुन। तू मेरा अतिशय प्रिय है, इससे यह परम हितकारक वचन मैं तुझसे कहूँगा।
।।64।।
*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करेंग। कार्य में सफलता मिलेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा।
🐂वृष
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। प्रमाद न करें।
👫मिथुन
कोई बड़ी बाधा उठ खड़ी हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें, गुम हो सकती है। विवाद के बढ़ावा न दें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। मेहनत अधिक होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।
🦀कर्क
कानूनी अड़चन सामने आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी। व्यर्थ दौड़धूप रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। रोजगार मिलेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।
🐅सिंह
किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी।
🙍♀️कन्या
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। शत्रु पस्त होंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक व्यय होगा।
⚖️तुला
विवाद को बढ़ावा न दें। चोट व दुर्घटना के प्रति सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में विघ्न आ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेकार बातों की तरफ ध्यान न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। फालतू खर्च होगा।
🦂वृश्चिक
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।
🏹धनु
किसी बड़े काम को करने की तीव्र इच्छा जागृत होगी। आर्थिक उन्नति की योजना बनेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। थकान व कमजोरी रहेगी।
🐊मकर
यात्रा लाभदायक रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। लाभ में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पारिवारिक चिंता रहेगी। जोखिम न लें।
🍯कुंभ
विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर खर्च होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी न करें।
🐟मीन
शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। बेरोजगारी के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। समय अनुकूल है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*