तीनों दिग्गज नेताओं की ये भेंट सच में विश्व की राजनीति का नया अध्याय लिखती हुई दिख रही है 🌍🔥। जिस प्रकार ये एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं, उसमें मित्रता, रणनीति और भविष्य की झलक स्पष्ट दिखती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मविश्वास भरा अंदाज़ हर तस्वीर में खास होता है 🇮🇳✨। यहां भी वो अपनी बात पूरी गंभीरता और मुस्कुराते हुए रखते दिख रहे हैं, मानो कह रहे हों – “बात आगे बढ़ानी है तो मिलकर चलना होगा।”
वहीं रूस के राष्ट्रपति का चेहरा साफ बता रहा है कि वो इस बातचीत का मज़ा ले रहे हैं 🤝🙂। उनकी मुस्कान इस तस्वीर में कूटनीतिक रिश्तों की गर्मजोशी को और गहरा करती है।
दूसरी ओर चीन के राष्ट्रपति का अंदाज़ भी काफी दिलचस्प है 🇨🇳🤔। वो पूरी तन्मयता से सुनते हुए दिखाई दे रहे हैं, जैसे मोदी जी और पुतिन की बातें उनके लिए अहम हो।
इस ऐतिहासिक चित्र में राजनीति ही नहीं, बल्कि रिश्तों की गहराई और नेतृत्व का अनोखा संगम दिखता है 🙌💬। यही तो विशेषता है जब विश्व के सबसे शक्तिशाली नेता एक साथ खड़े होकर भविष्य की दिशा तय करते हैं।
तो दोस्तों, ये केवल एक चित्र नहीं अपितु आने वाले समय की दिशा बता रहा है 📸🚀। इसमें दोस्ती भी है, रणनीति भी और परिवर्तन की सुन्दरतम झलक भी।
#नया #भारत, #मोदी राज का भारत, नित्य नये रिकार्ड बना रहा है, हर क्षेत्र में #रिकार्ड बना रहा है। देश की #सेना आधुनिक हथियारों से सुसज्जित और #उद्योग बलवती हो रहे हैं।
देश का बुद्धि कौशल संसार में भारत नाम कर रहा है। भारत के #विकास ने अब #विकसित होने की दिशा पकड़ ली है, भारत #तीसरी #इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर है।
भारत अब बाहरी और भीतरी दुश्मनों को पहचान कर उनका उन्ही की भाषा में जवाब देता है, आप्रेशन #सिंदूर करता है तो आतंरिक #सर्जिकल #स्ट्राइक के रूप में #एसआईआर भी कर रहा है, जब घुसपैठिये वोटर ही नहीं रहेंगे तो उन्हें मिलने वाला राजनीतिक संरक्षण सवत: रूक जायेगा।
अब भारतीयों ने स्वदेशी वस्तुओं का महत्व भी समझ लिया है, लोग कोल्ड-ड्रिंक की जगह #मट्ठा #लस्सी #गन्ने व #फलों का जूस आदि को प्रमुखता दे रहे हैं। #चाईनीज #फास्टफूड जैसे #जहर के दिन भी लद रहे हैं, फास्टफूड की दुकानें फीकी पड़ने लगी हैं। कोई भी सचेत व्यक्ति अब चाईनीज और पैकेट बंद #जंकफूड खाता #नहीं है, इस लिए तेजी से चाईनीज व जंक फूड की बिक्री घटी है। लोग शब्जी गोभी मूली पनीर आदि के पराठे दाल भात कड़ी हरी शब्जी और मौसमी शब्जियों व मोसम के फलों की महत्ता समझने लगे हैं। #दक्षिण भारतीय, उत्तर भारतीय व उत्तराखंड के व्यंजनों की बिक्री में तेजी आयी है। #पहाड़ी दाल, मंडुवा, घी, ककड़ी, काले सफेद भट्ट काफल झंगोरा आदि लोग खोज कर खरीदते हैं क्योंकि उनकी प्रोटीन आईरन फाईबर आदि पौष्टिकता और #मेडिशनल #उपयोग लोग पहचान रहे हैं।
देश से गुलामी के चिन्ह मिट रहे हैं नयी संसद और राम मंदिर इसी के उदाहरण हैं।
धर्मान्तरण में कमी आयी है और लोग तेजी से घर वापसी कर रहे हैं, अब भारतीय अंग्रेजी और उर्दू की जगह हिन्दी अपनाने में गर्व की अनुभूति करते हैं।
पिछले दस वर्षों में संसार बहुत से देशों ने हिन्दी संस्कृत और नमस्ते के चलन को बढ़ावा दिया है। ये नये भारत की शक्ति है कि बस भारत समूचे विश्व को दिशा देने लगा है, अब युद्ध की जगह भौतिक और आत्मिक आध्यात्मिक विकास भारत की प्राथमिकता है।
आशा करते हैं कि भविष्य में स्वदेशी विचार के अन्तर्गत अब भारत #गुरूकुल, #गोपालन और #ग्रामीण #अर्थव्यवस्था को #बढावा देने की #रीति #नीति पर तेजी से कार्य करेगा क्योंकि ये भारत की हर समस्या का स्थाई समाधान है। ✍️डाॅ0 हरीश मैखुरी
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नेशनल हाईवे पर चलाने वाले वाहन चालकों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण जानकारी।
टोल की रसीद की कीमत को समझें और उसका उपयोग करें।
“टोल बूथ पर मिली इस रसीद में क्या छिपा है और इसे सुरक्षित क्यों रखा जाए?
इसके अतिरिक्त लाभ क्या हैं?” आईए आज जानते हैं।
1. यदि टोल रोड पर यात्रा करते समय आपकी कार अचानक रुक जाती है तो आपकी कार को टोचन करके ले जाने के लिए टोल कंपनी जिम्मेदार होती है।
2. अगर एक्सप्रेस हाईवे पर आपकी कार का पेट्रोल या बैटरी खत्म हो जाती है तो आपकी कार को बदलने और पेट्रोल और बाहरी चार्जिंग प्रदान करने के लिए टोल संग्रह कंपनी जिम्मेदार है। आपको 1033 नंबर पर फोन करना चाहिए। दस मिनट में मदद मिलेगी और 5 से 10 लीटर पेट्रोल फ्री मिलेगा। अगर कार पंचर हो जाए तो भी आप इस नंबर पर संपर्क कर मदद ले सकते हैं।
3. यहां तक कि अगर आपकी कार दुर्घटना में शामिल है तो आपको या आपके साथ आने वाले किसी व्यक्ति को पहले टोल रसीद पर दिए गए फोन नंबर पर संपर्क करना चाहिए।
4. यदि कार में यात्रा करते समय अचानक किसी की तबीयत खराब हो जाती है तो उस व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाने की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे समय में यह टोल कंपनियों की जिम्मेदारी है कि आप तक एंबुलेंस पहुंचाएं।
जिन लोगों को यह जानकारी मिली है, वे इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।
जिला चमोली के अति वरिष्ठ एडवोकेट
फोटो साभार संदीप रावत
अपने सभी पूर्वजों को नमन
1960 से 1980
खड़े बाएं से दाएं की ओर से स्वर्गीय प्रेम चंद्र पुरोहित जी, श्री जगदीश प्रसाद डिमरी जी स्व0नारायण सिंह राणा जी स्व0 रघुनाथ सिंह कुंवर जी के सुपुत्र , स्व0 घमंड सिंह फर्स्वाण जी, स्व0रणबीर सिंह पुष्पवान जी, श्री हरीश पुजारी जी
कुर्सी पर
स्व0 गब्बर सिंह राणा जी अराजिनवेश स्व0रघुनाथ सिंह कुंवर जी, स्व0 बचन सिंह भंडारी जी वकील, स्व 0 विक्रम सिंह रावत जी तत्कालीन अध्यक्ष बार एसोसिशन चमोली ✍️हरीश पुजारी
मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami सियासी संतुलन साधने में माहिर हैं। अपने राजनैतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जिस ‘नीतिशास्त्र’ को वह अपनाते हैं उसमें सीधा संवाद, कूटनीति और समझौते का समावेश दिखाई देता है। असहमति के स्वरों से वह कभी विचलित नहीं हुए। मतभेद का वह दिल खोलकर स्वागत करते आए हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी उनके मुँह से कभी विवादित बयान नहीं निकले। सबसे बड़ी बात कि धामी ने विरोधी को कभी शत्रु नहीं माना बल्कि एक सहयोगी के रूप में देखा, यही तमाम वजह हैं कि राजनैतिक अस्थिरता उनको छू भी न सकी। उनके अब तक के तकरीबन चार वर्ष के कार्यकाल के दौरान आभासी उथल-पुथल हुए लेकिन हर बार वह इनसे unaffected और safe रहे हैं। ✍️ दीपक फर्स्वाण
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 02 सितम्बर 2025*
*⛅दिन – मंगलवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – दक्षिणायण*
*⛅ऋतु – शरद*
*⛅मास – भाद्रपद**⛅पक्ष – शुक्ल*
*⛅तिथि – दशमी रात्रि 03:53 सितम्बर 03 तक तत्पश्चात् एकादशी*
*⛅नक्षत्र – मूल रात्रि 09:51 तक तत्पश्चात् पूर्वाषाढ़ा*
*⛅योग – प्रीति शाम 04:40 तक तत्पश्चात् आयुष्मान्*
*⛅राहुकाल – दोपहर 03:48 से शाम 05:22 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅सूर्योदय – 06:22*
*⛅सूर्यास्त – 06:56 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:51 से प्रातः 05:37 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:14 से दोपहर 01:04 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:16 सितम्बर 03 से रात्रि 01:02 सितम्बर 03 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅️व्रत पर्व विवरण – ज्येष्ठ गौरी विसर्जन*
*⛅️विशेष – दशमी को कलंबी शाक खाना त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹तिल के तेल के औषधीय प्रयोग🔹*
*🔸१] तिल का सेवन १०-१५ मिनट तक मुँह में रखकर कुल्ला करने से शरीर पुष्ट होता है, होंठ नहीं फटते, कंठ नहीं सूखता, आवाज सुरीली होती है, जबड़ा व हिलते दाँत मजबूत बनते हैं और पायरिया दूर होता है ।*
*🔸२] ५० ग्राम तिल के तेल में १ चम्मच पीसी हुई सोंठ और मटर के दाने बराबर हींग डालकर गर्म किये हुए तेल की मालिश करने से कमर का दर्द, जोड़ों का दर्द, अंगों की जकड़न, लकवा आदि वायु के रोगों में फायदा होता है ।*
*🔸३] २०-२५ लहसुन की कलियाँ २५० ग्राम तिल के तेल में डालकर उबालें । इस तेल की बूँदे कान में डालने से कान का दर्द दूर होता है ।*
*🔸४] प्रतिदिन सिर में काले तिलों के शुद्ध तेल से मालिश करने से बाल सदैव मुलायम, काले और घने रहते हैं, बाल असमय सफेद नहीं होते ।*
*🔸५] ५० मि.ली. तिल के तेल में ५० मि.ली. अदरक का रस मिला के इतना उबालें कि सिर्फ तेल रह जाय । इस तेल से मालिश करने से वायुजन्य जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है ।*
*🔸६] तिल के तेल में सेंधा नमक मिलाकर कुल्ले करने से दाँतों के हिलने में लाभ होता है ।*
*🔸७] घाव आदि पर तिल का तेल लगाने से वे जल्दी भर जाते हैं ।*
*🚩🌞*आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये भाग्योन्नति कारक रहेगा। पिछली गलतियों से सीख लेकर ही आज नए कार्य आरंभ करेंगे। मध्यान तक का समय व्यवसाय के लिए उदासीन रहेगा इसके बाद कार्यो में व्यवस्तता बढ़ेगी आर्थिक लाभ आज आवश्यकता से अधिक ही होगा। कार्य क्षेत्र पर आज नई मशीनरी अथवा अन्य उपकरण की खरीद हो सकती है। घर मे भी आज धन धान्य की वृद्धि होगी इन सब पर खर्च भी अधिक रहेगा लेकिन आय संतुलित होने से निश्चिन्त रहेंगे। पारिवारिक माहौल प्रसन्नता दायक रहेगा लेकिन अपने अकड़ू व्यवहार से स्वयं अपना हास्य करवाएंगे।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आप सेहत को लेकर लापरवाही करेंगे इसके परिणाम आगे गंभीर भी हो सकते है। प्रातः काल से ही शरीर मे स्फूर्ति की कमी अनुभव होगी जिसके चलते दैनिक कार्य भी विलम्ब से पूर्ण होंगे। काम-धंधे की गति भी मध्यान तक सुस्त रहेगी संध्या के समय धन लाभ की संभावना बन रही है परन्तु आपके अड़ियल व्यवहार के कारण बने बनाये सौदे बिगड़ भी सकते है। घर मे किसी ना किसी के बीमार रहने से अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी दवाइयों पर भी खर्च होगा। लघु यात्रा के प्रसंग भी उपस्थित होंगे यथा संभव टालने की कोशिश करें। गहरे जल एवं ऊँचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपको लगभग प्रत्येक कार्यो में विजय दिलाएगा जिस कार्य में हानि हो उसका कारण कोई अन्य व्यक्ति ही रहेगा। आर्थिक रूप से आज का दिन संतोषजनक रहेगा। व्यवसायियों को धन की प्राप्ति रुक रुक कर होती रहेगी वाणी की मिठास लाभ दिलाने में सहायक बनेगी। नौकरी वाले लोगो को किसी सहकर्मी का कार्य भी करना पड़ेगा इससे थोड़ी असुविधा तो बनेगी लेकिन लाभ भी मिलेगा। महिलाये आज वैसे तो प्रसन्न ही रहेंगी परन्तु इच्छा पूर्ति ना होने पर चुभने वाली बातें बोलकर घर का माहौल खराब करेंगी। सेहत सामान्य रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिऐ अपेक्षा अनुसार तो नही फिर भी संतोषजनक रहेगा। प्रातः काल से ही किसी से पुराने विवाद के कारण मन विचलित रहेगा फिर भी विवेक शक्ति आज जागृत रहने पर किसी भी बात को ज्यादा तूल नही देंगे। कार्य क्षेत्र पर छोटी मोटी समस्याएं बनी रहेंगी फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की आमद हों जायेगी। नौकरी पेशा जातक आज अतिरिक्त आय बनाने के चक्कर मे कुछ ना कुछ युक्ति लगाते रहेंगे इसमें आंशिक रूप से ही सफलता मिल सकेगी। महिलाये घरेलू कार्यो के साथ ही आध्यात्म में भी मगन रहेंगी। दूर रहने वाले स्वयजनो से शुभ समाचार मिलेंगे महिलाओ को जलन भी रहेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपके विचार तो उच्च रहेंगे परन्तु कर्म इसके अनुरूप ना होने से अन्य लोगो की तुलना में स्वयं को पिछड़ा अनुभव करेंगे। आज आप अपनी पुरानी गलतियों की समीक्षा कर पश्चाताप भी करेंगे महिलाये भी अपने मन मे ही खोई रहेंगी कार्य के बीच मे टोकाटोकी करने से झगड़ भी पड़ेंगी। आज आपको सहयोग करने वालो की कमी नही रहेगी लेकिन अहम की भावना के चलते किसी का सहयोग लेना पसंद नही करेंगे। आज कार्य व्यवसाय में परिश्रम के बाद ही संतोष जनक स्थिति हांसिल कर पाएंगे। धन लाभ आंशिक मात्रा में परन्तु आवश्यकता के समय हो जायेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन भी आपके लिए प्रतिकूल रहेगा। दिन भर किसी ना किसी कारण से मन बेचैन रहेगा। परिवार में भी सदस्यों के बीच मनमुटाव रहेगा स्त्री वर्ग से कलह होगी। महिलाओ का गुस्सैल एवं जवाबदेने का व्यवहार माहौल को ज्यादा खराब करेगा। आज मौन साधन कलह से बचने का उत्तम उपाय है। कार्य व्यवसाय से भी आज ज्यादा उम्मीद ना करें धन लाभ बहुत इंतजार के बाद होगा जोकि खर्चो के हिसाब से नाकाफी रहेगा। सेहत भी आज डांवाडोल ही रहेगी थकान एवं शारीरिक शिथिलता कार्यो में बाधा डालेगी। सरकार विरोधी अनैतिक कार्यो से दूर रहें मान भंग की संभावना है।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन परिस्थितियां आपके अनुकूल रहेंगी। दिन के आरंभ में कुछ कार्यो को लेकर दुविधा होगी लेकिन शीघ्र ही किसी अनुभवी का मार्गदर्शन मिलने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। शेयर अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो से अकस्मात लाभ होने की सम्भावना है। भागीदारी के कार्य से भी आशाजनक प्रगति होगी। नौकरी अथवा व्यवसाय से जुड़ी महिलाओ में आज अन्य लोगो के प्रति हीन भावना रहेगी जिससे प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी। संध्या का समय मनोकामना पूर्ति वाला रहेगा परन्तु थकान अधिक रहने से उत्साहीनता दिखायेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर निर्भर रहेगा। लंबी यात्रा की योजना बनेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिये आर्थिक उलझनों से भरा रहेगा फिर भी आज जिस व्यक्ति से कोई उम्मीद नही रखेंगे वह भी आपके लिए किसी ना किसी प्रकार से सहायक बनेगा लेकिन आज आप अपने उदासीन व्यवहार से बने बनाए लाभ के अवसर हाथ से निकाल देंगे बाद में इसकी ग्लानि भी होगी। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति हेतु धन को लेकर आज ज्यादा चिंतित रहेंगे आपकी परेशानी का हल शीघ्र ही निकल भी जाएगा महिलाये आर्थिक मामलों में मददगार रहेंगी। महिला मित्र भी आवश्यकता पड़ने पर सहायता के लिये स्वयं आगे आएंगी। परिवारक सदस्यों का महत्त्व जानेंगे। सेहत ठीक रहेगी लेकिन फिर भी आलस्य करेंगे।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन पूरी तरह आपकी आशाओ पर खरा उतरेगा। व्यवसायी वर्ग आज खुल कर निर्णय ले सकेंगे। आज दुसरो के भरोसे कार्य ना छोड़े अन्यथा अधूरे रह सकते है स्वयं के बल पर लिए निर्णयों में जरूर सफलता मिलेगी। आर्थिक रूप से भी आज का दिन लाभदायक रहेगा। एक से अधिक स्त्रोत्रों से धन की आमद होगी। उधारी के व्यवहारों में कमी आने के साथ ही आज धन कोष में वृद्धि भी कर पाएंगे। परिवार में अविवाहितों के लिए योग्य रिश्ते आएंगे। घरेलू जीवन सुखदायक रहेगा। महिलाये घर मे अपनी चलाएंगी फिर भी सभी कार्य स्वयं के बल पर ही पूर्ण कर लेंगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आप अपने लापरवाह रवैये के कारण सेहत के साथ धन की हानि भी करवाएंगे। आज आप जिस भी कार्य का निर्णय लेंगे उनमे से अधिकांश गलत साबित होंगे। आज किसी मित्र परिचित के दुख में सहभागी भी बनेंगे सार्वजनिक जीवन ज्यादा व्यस्त रहेगा जिससे स्वयं के कार्य अधूरे रह सकते है। नौकरी वाले लोग अपनी जीवन शैली से असंतुष्ट रहेंगे वही व्यवसायी वर्ग भी आज कारोबारी उठापटक से ऊबन अनुभव करेंगे धन लाभ के लिए किसी की मान गुहार करनी पड़ेगी। महिलाये बीमार व्यक्ति की तीमारदारी के साथ ही परिवार में बिखरे माहौल को समेटने में व्यस्त रहेंगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको आकस्मिक लाभ की प्राप्ति कराएगा। विरोधीयो की भी आपके आगे दाल नही गलेगी। नौकरी पेशा जातको के साथ ही आज व्यवसायियों को भी आवश्यकता पड़ने पर महिलाओ की विशेष मदद मिलेगी। बुजुर्ग का सहयोग मिलने से संतानो की तरफ से निश्चिन्त रहेंगे। कार्य व्यवसाय के साथ ही आज रिश्तेदारी के व्यवहार निभाने के चक्कर मे अधिक दौड़-धूप करनी पड़ेगी। खर्च भी बजट से अधिक करने पड़ेंगे परन्तु आय भी होने से ज्यादा अखरेंगे नही। धार्मिक कार्यो में रुचि होने पर भी व्यस्तता के चलते अधिक समय नही दे पाएंगे धार्मिक अनुष्ठानों भाग लेने अथवा देवदर्शन के योग है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी परन्तु इसके लिए शारीरिक एवं बौद्धिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। बैठे बिठाए राय देने वाले भी आज अधिक मिलेंगे इनको अनदेखा कर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करें परिश्रम का उचित फल अवश्य मिलेगा। नौकरी वाले लोगो को भाग-दौड़ अधिक रहेगी अधिकारी वर्ग आपके निर्णयों से सहमत रहेंगे आज अधिकारियों से अपना काम निकालने के लिये भी दिन उपयुक्त है। धन लाभ जिस समय उम्मीद नही होगी तब अकस्मात होगा। महिलाये परिवार के लिए सहयोगी रहेंगी सेहत थोड़ी शिथिल होने पर भी कार्य समय पर पूर्ण कर लेंगी।
🌷 *परिवर्तनी एकादशी व्रत* 🌷
🌷 *डोल ग्यारस व्रत* 🌷
🌷 *वामन एकादशी* 🌷
🌷 *जल झूलनी एकादशी व्रत* 🌷
🌷 *पदमा/पार्श्व एकादशी व्रत* 🌷
{03 सितंबर 2025,बुधवार}
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी को *परिवर्तनी एकादशी* कहते हैं इसे ” *वामन एकादशी* ” के नाम से भी जाना जाता है🙏🏻
भगवान के करवट बदलने का समय { *चातुर्मास का मध्याह्नन काल – यानी कि 2 मास* }
👉 *एकादशी तिथि का शुभारंभ*👇
03 सितंबर 2025 बुधवार प्रातः 3: 53 पर
👉 *एकादशी तिथि समाप्त*👇
04 सितंबर 2025 गुरुवार प्रातः 4: 21 पर
👉 *एकादशी तिथि पारण*👇
04 सितंबर 2025 गुरुवार दोपहर 1: 36 से 4: 05 तक
*कहते है जल झूलनी ग्यारस के दिन भगवान विष्णु जी अपने शयन पर करवट बदलते है* 🙏🏻
इसी दिन माता यशोदा ने भगवान श्री कृष्ण के कपडे भी पहली बार धोये थे इस दिन जो भक्तगण पूर्ण लगन से व्रत करता है उसे वाजपेय यज्ञ का फल प्राप्त होता है🙏🏻
👉 *जलझुलनी एकादशी की कथा इस तरह है* 👇
👉एक बार सूर्यवंश में मान्धाता नामक चक्रवर्ती राजा हुए। उनके राज्य में प्रजा बहुत प्रसन्न थी | राज्य में रहने वाले सभी तन,मन,धन से सुखी थे | पर समय का चक्र ऐसा फिरा कि एक बार इस राज्य में अकाल पड़ गया और लगातार 3 वर्ष तक वर्षा नही हुई | इससे राज्य में अन्न और पीने के पानी की अत्यंत कमी हो गयी |प्रजा व्याकुल हो उठी और राजा ने इस दुखद समय को दूर करने के लिए भगवान विष्णु की शरण ली 🙏🏻
विष्णु भगवान ने उन्हें विधि विधान से जलझुलनी एकादशी व्रत करने की आज्ञा दी | राजा मान्धाता ने इस व्रत को नियम पूर्वक किया और कुछ दिनों में ही व्रत के प्रभाव से राज्य में बहुत अच्छी वर्षा हुई | राज्य में फिर से खुशियों का मेला छा गया🙏🏻
👉 *छोटे से कृष्णा के एक संस्कार से जुड़ी है ये एकादशी* 👇
👉शिशु के जन्म के बाद जलवा पूजन, सूरज पूजन या कुआं पूजन का विधान है। उसी के बाद अन्य संस्कारों की शुरूआत होती है। यह पर्व उसी का एक रूप माना जा सकता है🙏🏻
शाम के वक्त भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को झांकी के रूप में मन्दिर के नजदीक किसी पवित्र जलस्रोत पर ले जाया जाता है और वहां उन्हें स्नान कराते है एवं वस्त्र धोते है और फिर वापस आकर उनकी पूजा की जाती है🙏🏻
👉 *भगवान विष्णु की पालकी झाँकी* 👇
👉डोल एकादशी के दिन भगवान कृष्ण और विष्णु जी के मंदिरों से उनकी मूर्तियों को पालकी में बैठाकर गलियों में ढोलक मंजीरो के साथ और गीत गान से फि़राया जाता है | इनके दर्शन करने के लिए आस पास के भक्त उत्साह से आते है और शीश नवाकर अपने जीवन में मंगलकामना करते है🙏🏻
भक्त जयकारो की गूंज के साथ इस पालकी के निचे से निकलना शुभ मानते है🙏🏻
कहते है की इस पालकी के निचे से निकलने पर शरीर निरोगी रहता है | इसी दिन प्रतिमाओ को शुद्ध जल से स्नान कराया जाता है🙏🏻
👉 *भगवान वामन की पूजा* 👇
👉इस दिन भगवान विष्णु के अवतार वामन देवता की पूजा और व्रत रखने का विशेष फल प्राप्त होता है 🙏🏻यह व्रत पाप मुक्ति में अति सहायक है | इस दिन भगवान की कमल के पुष्प से पूजा करना तीनों लोको की पूजा करने के समान है🙏🏻
👉क्यों मनाई जाती है *डोल ग्यारस* ❓ क्या है❓ कथा और महत्व ❓👇
👉कृष्णा जन्माष्टमी के बाद आने वाली एकादशी को डोल ग्यारस कहते हैं🙏🏻
*इस बार डोल ग्यारस परसों 3 सितंबर 2025, बुधवार को पड़ रही है* 🙏🏻
👉श्रीकृष्ण जन्म के अठारहवें दिन माता यशोदा ने उनका जल पूजन (घाट पूजन) किया था। इसी दिन को ‘ *डोल ग्यारस* ‘ के रूप में मनाया जाता है। जलवा पूजन के बाद ही संस्कारों की शुरुआत होती है। कहीं इसे सूरज पूजा कहते हैं तो कहीं दश्टोन पूजा कहा जाता है। जलवा पूजन को कुआं पूजा भी कहा जाता है। इस ग्यारस को परिवर्तनी एकादशी, जलझूलनी एकादशी, वामन एकादशी आदि नामों से भी जाना जाता है🙏
👉 *ग्यारस का महत्व* 👇
👉शुक्ल या कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को चंद्रमा की ग्यारह कलाओं का प्रभाव जीवों पर पड़ता है। इसके फलस्वरूप शरीर की स्थिति और मन की चंचलता स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। इसी कारण उपवास द्वारा शरीर को संभालना और ईष्टपूजा द्वारा मन को नियंत्रण में रखना एकादशी व्रत विधान है और इसे मुख्य रूप से किया जाता है🙏
👉’डोल ग्यारस’ के अवसर पर कृष्ण मंदिरों में पूजा-अर्चना होती है। भगवान कृष्ण की प्रतिमा को ‘डोल’ (रथ) में विराजमान कर उनकी शोभायात्रा निकाली जाती है। इस अवसर पर कई गाँव-नगर में मेले, चल समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है🙏🏻
इसके साथ ही डोल ग्यारस पर भगवान राधा-कृष्ण के एक से बढ़कर एक नयनाभिराम विद्युत सज्जित डोल (रथ) निकाले जाते हैं। इसमें साथ चल रहे अखाड़ों के करतज बाज कलाकार अपने प्रदर्शन से सभी का मन रोमांचित करते हैं🙏🏻
👉एकादशी तिथि (ग्यारस) का वैसे भी सनातन धर्म में बहुत महत्व माना गया है। माना जाता है, की जन्माष्टमी का व्रत डोल ग्यारस का व्रत रखे बिना पूर्ण नहीं होता🙏🏻
एकादशी तिथि में भी शुक्ल पक्ष की एकादशी को श्रेष्ठ माना गया है। शुक्ल पक्ष में भी पद्मिनी एकादशी का पुराणों में बहुत महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि एकादशी से बढ़कर कोई व्रत नहीं है। एकादशी के दिन शरीर में जल की मात्रा जितनी कम रहेगी, व्रत पूर्ण करने में उतनी ही अधिक सात्विकता रहेगी🙏🏻
👉जन्माष्टमी के बाद आने वाली एकादशी जलझूलनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। इस दिन शाम होते ही मंदिरों में विराजमान भगवान के विग्रह चांदी, तांबे, पीतल के बने विमानों में बैठकर गंधीगर के टपरा पर ढोल नगाढ़ों और बैंड की भक्ति धुनों के बीच एकत्र होने लगते हैं🙏🏻 अधिकांश विमानों को श्रद्धालु कंधों पर लेकर चलते हैं🙏🏻
*मान्यता है कि वर्षा ऋतु में पानी खराब हो जाता है,लेकिन एकादशी पर भगवान के जलाशयों में जल बिहार के बाद उसका पानी निर्मल होने लगता है।* शोभायात्रा में सभी समाजों के मंदिरों के विमान निकलते है। कंधों पर विमान लेकर चलने से मूर्तियां झूलती हैं। ऐसे में एकादशी को जल झूलनी कहा जाता है।
👉एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान कृष्ण की भक्ति करने का विधान है। इस व्रत में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इस व्रत को करने से सभी तरह की कामना पूर्ण होती है तथा रोग और शोक मिट जाते हैं। *इस दिन भगवान करवट लेते हैं, इसलिए इसको स्थान परिवर्तनी एकादशी भी कहते हैं* इस दिन व्रत करने से वाजपेय यज्ञ का फ़ल मिलता है🙏🏻जो मनुष्य भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा करता है, उससे तीनों लोक पूज्य होते हैं🙏🏻
🙏 *ओम नमो नारायणाय* 🙏
