आज का पंचाग आपका राशि फल, सनातन धर्म संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन और अनुभूत जन्य वैज्ञानिक अनुसंधान पर आधारित परम्परा है इसकी सुरक्षा भारत सरकार का दायित्व है, मोदी नेहरू और विदेश यात्रा, आम पंया वट पीपल और तुलसी लगायें ऑक्सीजन बैंक बनायें

 *श्री हरिहरौ* *विजयतेतराम* *सुप्रभातम*

             *आज का पञ्चाङ्ग*

*_शनिवार, ०८ जुलाई २०२३

सूर्योदय: 🌄 ०५:४२

सूर्यास्त: 🌅 ०७:२०

चन्द्रोदय: 🌝 २३:१९

चन्द्रास्त: 🌜१०:३३

अयन 🌖 दक्षिणायणे

(उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा

शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)

मास 👉 श्रावण

पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 षष्ठी (२१:५१ से

सप्तमी)

नक्षत्र 👉 पूर्वाभाद्रपद

(२०:३६ से उत्तराभाद्रपद)

योग 👉 सौभाग्य (१७:२३

से शोभन)

प्रथम करण👉गर (११:०० तक

द्वितीय करण 👉 वणिज

(२१:५१ तक)

💐💐💐💐💐💐💐💐

॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मिथुन

चंद्र 🌟 मीन (१४:५७ से)

मंगल 🌟 सिंह

(उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध🌟कर्क (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ

(उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:५०

अमृत काल 👉 १३:०९ से १४:३८

रवियोग 👉 २०:३६ से ०५:२२

विजय मुहूर्त 👉 १४:४२ से १५:३८

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:२० से १९:४०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:२२ से २०:२२

निशिता मुहूर्त 👉 ००:०२ से ००:४२

राहुकाल 👉 ०८:५२ से १०:३७

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १४:०७ से १५:५२

होमाहुति 👉 गुरु

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (२०:३६ तक)

अग्निवास 👉 आकाश 

भद्रावास 👉 मृत्यु (२१:५१ से) 

चन्द्र वास 👉 पश्चिम (उत्तर १४:५८ से) 

शिववास 👉 भोजन में (२१:५१ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

🚌🚈🚗⛵🛫

उत्तर-पश्चिम (वाय विन्डिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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बुध कर्क में १२:१४ से, विवाहादि मुहूर्त कुम्भ- मीन लग्न (रात्रि ०९:३५ से मध्यरात्रि १२:३१) तक, गृह प्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:२१ से ०९:०५ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

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आज २०:३६ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (सो, द, दि) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (दू, थ) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मिथुन – ०३:५० से ०६:०५

कर्क – ०६:०५ से ०८:२७

सिंह – ०८:२७ से १०:४६

कन्या – १०:४६ से १३:०४

तुला – १३:०४ से १५:२४

वृश्चिक – १५:२४ से १७:४४

धनु – १७:४४ से १९:४७

मकर – १९:४७ से २१:२८

कुम्भ – २१:२८ से २२:५४

मीन – २२:५४ से ००:१८

मेष – ००:१८ से ०१:५२

वृषभ – ०१:५२ से ०३:४६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

अग्नि पञ्चक – ०५:२२ से ०६:०५

शुभ मुहूर्त – ०६:०५ से ०८:२७

रज पञ्चक – ०८:२७ से १०:४६

शुभ मुहूर्त – १०:४६ से १३:०४

चोर पञ्चक – १३:०४ से १५:२४

शुभ मुहूर्त – १५:२४ से १७:४४

रोग पञ्चक – १७:४४ से १९:४७

शुभ मुहूर्त – १९:४७ से २०:३६

मृत्यु पञ्चक – २०:३६ से २१:२८

अग्नि पञ्चक – २१:२८ से २१:५१

शुभ मुहूर्त – २१:५१ से २२:५४

रज पञ्चक – २२:५४ से ००:१८

अग्नि पञ्चक – ००:१८ से ०१:५२

शुभ मुहूर्त – ०१:५२ से ०३:४६

रज पञ्चक – ०३:४६ से ०५:२२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आप आनंद मनोरंजन में बितायेंगे। पूर्व में किये गए प्रयास आज सफल होने से मानसिक शांति मिलेगी धन की आमद भी अकस्मात होने से दिनभर प्रसन्न रहेंगे। नए कार्य अनुबंधों की योजना तैयार रखें शीघ्र ही इसपर कार्य आरम्भ कर सकते है। आज किया गया पूँजी निवेश भविष्य के लिए उत्तम रहेगा। स्त्री एवं प्रेम प्रसंगों में निकटता का अनुभव होगा। संध्या बाद का समय परिजनों के साथ शांति से व्यतीत होगा। आज कुछ न कुछ शारीरिक समस्या पर खर्च होने की संभावना है सतर्क रहें।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए सफलता देने वाला रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज कम।समय देंगे फिर भी जितना समय देंगे वह आपके अनुकूल रहेगा। थोड़े प्रयास से बडा लाभ कमा सकते है धन की आमद कही न कही से हो ही जाएगी। परंतु इसके लिए व्यवहार में नरमी रखना भी आवश्यक है। नौकरी पेशा जातको की पदोन्नति में आ रही बाधा शांत होगी। सामाजिक कार्यो में रूचि लेने से मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। विरोधी आज शांत रहेंगे। घर की जगह बाहर का वातावरण अधिक भायेगा यह कलह की वजह भी बन सकता है ध्यान दें।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के आप शांति से दिन बिताने की योजना बनाएंगे लेकिन पूरे दिन घरेलु कार्यो में फंसे रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज ज्यादा ध्यान नहीं दे पाने से सीमित संसाधनों से ही निर्वाह करना होगा। धन की आमद भी कम ही रहेगी। परिजनों के साथ किसी महत्त्वपूर्ण विषय अथवा आयोजन की रूपरेखा बनेगी। किसी पुराने रुके हुए कार्यो में मध्यान के बाद सफलता मिलने की संभावना है। दूर रहने वाले प्रियजनों से शुभ समाचार मिलेंगे। सेहत उत्तम रहेगी फिर भी खान पान का ध्यान रखें।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपका आज का दिन भी स्वास्थ्य के लिए हानिकर रहेगा। मौसमी बीमारियों का प्रकोप रहने से शरीर शिथिल रहेगा। आज शल्य चिकित्सा भी करवानी पड़ सकती है। वाहन से दुर्घटना का भय है सावधानी रखें। कार्य क्षेत्र पर आज किसी के बहकावे में आकर धन की हानि हो सकती है। आज किसी से ना उलझें अन्यथा बात बढ़ सकती है। परिजनों के साथ अधिक समय बिताएं लेकिन मर्यादा में रहकर ही। मित्र परिचितों से छोटी सी बात पर संबंधों में खटास आने की संभावना है आज के दिन मौन का अधिकाधिक प्रयोग करना ही बेहतर रहेगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन कार्य क्षेत्र पर कुछ ज्यादा करने के लिये नही रहेगा फिर भी मध्याह्न का समय महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने वाला रहेगा आपके कार्य कुशलता की सर्वत्र प्रशंसा होगी। परन्तु अतिआत्मविश्वास आज नुक्सान भी करा सकता है। किसी कार्य में उलझने की अपेक्षा स्वतः ही होने दे लाभ अवश्य होगा। धार्मिक यात्रा होने की सम्भवना रहेगी। परिवार में वातावरण शांत रहेगा। व्यवसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी पेशाओ को विविध घरेलू झंझटों का सामना करना पड़ेगा। सेहत अनुकूल रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपका आज का दिन अत्यन्त खर्चीला रहेगा। आज पारिवारिक आवश्यकताओ की पूर्ति करते-करते धन कम पड़ जाएगा। परंतु कार्य क्षेत्र पर आज लाभ के सौदे होने से आर्थिक स्थिति बराबर रहेगी। अतरिक्त आय के प्रयास भी सफल होंगे लेकिन अनैतिक कार्यो में मां हानि के योग भी है इसका विशेष ध्यान रखें। अविवाहितो को योग्य साथी की तलाश पूरी होगी। सामाजिक क्षेत्र पर परिजनों का मान बढ़ाने के अवसर मिलेंगे। घरेलू वातावरण कुछ समय के लिये अशांत होगा गलतफहमियां दूर होने पर स्वतः ही शान्त हो जाएगा। सेहत लगभग ठीक ही रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन भी आपके लिए अधिक परिश्रम वाला रहेगा। घरेलु कार्यो एवं व्यवसाय के बीच आज तालमेल बैठाना परेशानी भरा रहेगा। दैनिक कार्यो में विलंब होने से सारे दिन की बनी बनाई योजना चौपट हो सकती है। आलस्य को त्याग लक्ष्य पर ध्यान लगाए थोडे विलम्ब से ही सही सफलता अवश्य मिलेगी। धन की आमद आज अनिश्चित रहेगी। परिजनों के साथ नरमी बरतें अन्यथा छोटी सी बात का बतंगड़ बनते देर नही लगेगी। सेहत में थोड़े बहुत उतार चढ़ाव लगे रहेंगे आप इनकी परवाह भी नही करेंगे।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन भी मन में दुविधा रहेगी। आज मन में संदिग्ध विचार आएंगे। गलत व्यवहार अथवा आचरण के कारण घर अथवा समाज में छवि खराब हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर आज कोई भी नए प्रयोग ना करें हानि उठानी पड़ सकती है। किसी भी कार्य मे जबरदस्ती ठीक नही अपने आप जो मिल जाये उसी में सन्तोष करें अन्यथा हाथ आया भी निकल सकता है। प्रेम-प्रसंगों के कारण आज मन व्याकुल रहेगा। व्यसनों के ऊपर धन खर्च होगा। फिजूल खर्ची से बचें। परिजनों के परामर्श से ही कार्य करें। ठंडी वस्तुओ के सेवन से बचें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपका आज का दिन लाभदायक रहने वाला है। दिन के आरम्भ में सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकते है। लेकिन धन अथवा अन्य लाभ होने से मानसिक शांति रहेगी। आवश्यक कार्यों को दोपहर के बाद पूरा करें इसके बाद कार्य क्षेत्र के साथ घर पर भी आज आपके विचारों की अनदेखी हो सकती है। आज मन में अहम् की भावना अधिक रहने से किसी की आगे झुकना पसंद नहीं करेंगे। हतोत्साहित ना हो दोपहर के बाद धन लाभ के प्रयत्न सफल होंगे। छोटी बड़ी किसी भी यात्रा से बचें। 

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन का अधिकांश समय मिला जुला फल देगा। आर्थिक एवं पारिवारिक कारणों से संतोष रहेगा फिर भी किसी से आज कोई उम्मीद लगाकर ना रखें निराश होना पड़ेगा। परिजनों की आवश्यकता पूर्ती ना होने पर घर में विवाद की स्थिति बन सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज का दिन सावधानी से बिताएं गलत निर्णय लेने से अधिक हानि उठानी पड़ सकती है। जोखिम के कार्यो में निवेश क्र सकते है आने वाले समय में लाभ देगा। आज धन लाभ की जगह व्यर्थ के खर्च परेशान करेंगे। सिर, गला या छाती संबंधित समस्या हो सकती है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आप के मन के अनुरूप रहेगा। आज दिखावे आडंबर पर अधिक खर्च करेंगे। मौज-शौक मनोरंजन में दिन का अधिकांश समय व्यतीत होगा। कार्य व्यवसाय में ज्यादा समय नही देंगे फिर भी आज आशा से अधिक धन लाभ होगा। प्रतिस्पर्धा कम रहने के बाद भी ज्यादातर कामो में दिमागी कसरत करनी पड़ेगी। सामाजिक स्तर पर आज आपकी छवि धनी लोगो की तरह बनेगी। बुजुर्गो को सम्मान दें बहुत गहरा ज्ञान मिल सकता है। सेहत आपकी ही लापरवाही से नरम हो सकती है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी आपको अशुभ फलदायक रहेगा। दिन के आरंभ में ही कुछ न कुछ उल्टा होने की भनक लग जायेगी परिजनों के विपरीत व्यवहार से मन दुखी होगा। किसी गुप्त चिंता के कारण अंदर ही अंदर घुटेंगे। भावुकता भी आज अधिक रहने से हास्य की बाते भी मन को चुभ सकती है। सामाजिक व्यवहार आज कम रखें मान हानि की संभावना है। व्यर्थ के विवादों से खुद को दूर रखें भलाई करने पर बुराई ही मिलेगी। शांति से आज का दिन व्यतीत करें। स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रहे।

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हिन्दू मित्रों ! कृपया ठंडे मस्तिष्क से पढ़िये :-

१-हिन्दू एकता, हिन्दू सुरक्षा और हिन्दू संगठन के बिन्दुओं पर चर्चा-वार्ता करना हिन्दू-मुस्लिम करना नहीं है,

२-ईसा से ७०० वर्ष पूर्व रोमनों ने यहूदियों के मंदिर तोड़ दिये थे तब हिन्दू समाज ने भिन्न मत वाले यहूदियों को भारत में शरण दी थी,

३-न केवल एक ही हिन्दू परिवार में भिन्न-भिन्न देवी- देवताओं की स्वतंत्रता से पूजा होती है अपितु एक हिन्दू स्वयं भी उत्सवानुसार और दिवसानुसार भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की पूजा करता है,

४-निराकार-साकार, सजीव-निर्जीव, शैव-वैष्णव, वैदिक-अवैदिक, आस्तिक-नास्तिक, एकदेववाद- बहुदेववाद,द्वैतवाद- अद्वैतवाद आदि अनेकों विलोम ,भिन्न और विरोधी मतों,विचारों को मानने की प्राकृतिक और स्वाभाविक स्वतंत्रता हिन्दू चिंतन का अत्यावश्यक भाग है,

५-मुण्डे-मुण्डे मतिर्भिन्ना अर्थात प्रत्येक मस्तिष्क में भिन्न प्रकार की बुद्धि होती है,यह हम हिन्दुओं की प्राकृतिक,स्वाभाविक दृष्टि, रीति-नीति है,

६-हम हिन्दू समाज के व्यक्ति भिन्न समुदायों को भी समान अधिकार प्रदान करते हैं क्योंकि हिन्दुत्व ही मनुष्यत्व है,

७-खण्डित भारत का अहिन्दू भाग खण्डित भारत से पृथक हो जाता है इसलिये हिन्दुत्व ही राष्ट्रीयत्व है, 

८-हिन्दू समाज सद् एक विप्र:भवन्ति अर्थात सत्य एक होता है परन्तु विद्वान बहुत सारे होते हैं, पर विश्वास करता है और इसी के आधार पर भिन्न-२ विद्वानों के सभी विचारों को समान सम्मान, समान स्थान और समान अधिकार प्राकृतिक रूप से प्रदान करता है,

९-हिन्दू मनीषा के एक विशेष पुस्तक और एक विशेष महापुरुष से न बंधे होने के कारण ही हिन्दू बहुल खण्डित भारत में अहिन्दू समुदायों को समान अधिकार प्राप्त है,

१०-हिंदू चिंतन सभी महापुरुषों के अच्छे विचारों के समन्वय और शिक्षाओं से प्रेरणा लेता है,यही कारण है कि वैदिक भारत में वैदिक विचारधारा को अमान्य ठहराने वाले तथागत गौतमबुद्ध हिन्दू समाज में ही जन्मे और हिन्दू समाज ने उनकी अवैदिक संकल्पना को सम्मान दिया, स्वीकारा,विदेशों में प्रचार-प्रसार किया,

११-हिन्दुत्व का असीम, अनंत और विशालतम वैचारिक आकाश प्रत्येक विचारक को अपने दृष्टिकोण से सोचने, फैलाने और प्रत्येक विचार के प्रवर्तन का सुअवसर प्रदान करता है, ऐसा हिन्दू समाज और हिन्दू कभी सांप्रदायिक नहीं हो सकता है, ऐसे हिन्दू समाज के चिंतन और संगठन से उत्पन्न शक्ति से मानवता का कल्याण हो सकता है।

आइये,हम सभी भारतवंशी मिलकर न केवल खण्डित भारत अपितु संपूर्ण मानव जाति को बचायें।परमाणु शक्ति के युग में खण्डित भारत ही विश्व की आशाओं का एकमात्र केंद्र है। #अखण्ड भारत,सुरक्षित भारत। 

मोदी, नेहरू और विदेश यात्रा।

कांग्रेस नेता शशि थरूर कह रहे हैं कि नेहरू जी अकेले ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री थे, जिनका स्वागत करने खुद अमेरिका के राष्ट्रपति एयरपोर्ट आये। 

अब कांग्रेसी थरूर ने नेहरू गांधी गिरोह के प्रथम मुखिया नेहरू के लिए यह बात कही, तो हमारा भी दायित्व बनता है कि देश को शेष जानकारी हम दें।

किसी भी भारत के प्रधानमंत्री द्वारा ये पहली विदेश यात्रा थी और अमेरिका की यह यात्रा 10 अक्टूबर 1949 को आरम्भ हुई। अब उस जमाने में भारत के पास अपना कोई ऐसा हवाई जहाज नहीं था, जो दिल्ली से सीधे अमेरिका के लिए उड़ सकता हो। अमेरिका के लिए वाया यूरोप ही जाना पड़ता था। परन्तु नेहरू चचा का जलवा था, सो उन्होंने इंग्लैंड से जहाज भाड़े पर लिया और दिल्ली से उड़कर सीधे अमेरिका के वाशिंगटन डीसी पहुंच गए।

11 तारीख को USA पहुंचकर नेहरू चचा ने पहले से किराये पर ली गयी खुली लग्ज़री गाड़ी में अपनी शाही सवारी निकाली और राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन से वार्ता करने पहुँच गए। वार्ता के बाद उनसे पत्रकारों ने पूछा कि किन विषयों पर बात हुई तो चचा ने कहा-

मैंने तो केवल सामान्य बातें ही की, बाकी महत्वपूर्ण विषय जी. एस. बाजपेई देख लेंगे। ऐसा बोल उन्होंने बाजपेई की तरफ इशारा कर दिया।

अपनी इस कुल 45 मिनट की मुलाक़ात के बाद चचा लौटे नहीं, क्योंकि वो अकेले नहीं गए थे। वो भारत की गरीब जनता के पैसे से साथ में घुमाने को पद्मजा नायडू सहित अपनी आधा दर्जन सहेलियां भी ले गए थे, सो चचा नेहरु सहेलियों के साथ अमेरिका के नजारे उत्तर से दक्षिण देखने को कार पर सवार हो लिए और न्यूयॉर्क, शिकागो, सेनफ्रांसिस्को सहित कई शहरों में 6 दिन घूमते रहे।

लेकिन यात्रा यहीं समाप्त नहीं हुई !! 

दरअसल इस बीच उनकी लाड़ली ने फोन किया कि पप्पा तुम अमेरिका में मौज काट रहे हो और मैं यहां सड़ रही हूँ।फिर क्या चचा का हवाई जहाज उड़कर 16 अक्टूबर 1949 को दिल्ली आ गया और उसके चार दिन बाद वापस बिटिया और सहेलियों को साथ लेकर कनाडा को उड़ गया।

1954 के अक्टूबर में चचा ने अपनी सहेलियों के साथ ऐसी ही एक चीन और इंडो-चायना दर्शन यात्रा की और 10 दिन चीन में और इतने ही लगभग कुछ अन्य देशों में बिताकर लौटे।

नामुराद भारत में नवंबर बिताकर चचा फिर से थाई मसाज़ का आनंद और फार ईस्ट का भ्रमण करने निकल गए और आराम से दिसंबर माह बर्मा, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया में घूमते हुए, मौज करते बिताया।

चचा के जमाने में सोशल मीडिया होता तो कोई जरूर पूछता- अरे ओ चचा, कभी घर में भी रहा करो।

अब आप कहोगे कि चलो कोई नहीं, प्रधानमंत्री थे काम से गए, थोड़ा घूम भी लिए तो आगे सुनो…..1955 की गर्मियों में तो चचा नेहरू ने विदेश यात्रा का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला !!

अर्थात दुनिया के किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा की गई अब तक की सबसे लंबी दूरी और अवधि की विदेश यात्रा।

7 जून 1955 को मास्को पहुँचे और निकिता ख्रुश्चेव से मिलने का एहसान करके नेहरू USSR घूमने निकल पड़े। 17 दिनों तक पूरा सोवियत घूमने के बाद चचा ने यूगोस्लाविया का रुख किया, वहां से पोलेंड, फिर चेकोस्लोवाकिया, ऑस्ट्रिया, इटली, इजिप्ट आदि आदि इत्यादि घूमकर चचा जब पौने दो महीने में फ्री हुए, तो उन्हें याद आया कि वो भारत के प्रधानमंत्री भी हैं और बस चचा देश पर अहसान करने लौट आये।

ये वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भी चचा नेहरू के नाम दर्ज है जिसे अभी तक तोड़ना बाकी है। मोदी भी नहीं तोड़ पाए। 

शशि थरूर यह महत्वपूर्ण जानकारी संकोच-वश नहीं दे पाए, टेंसन नहीं थरूर साब ! सोशल मीडिया का धरातल और हम हैं न… चिंता नहीं करना।

लोहिया ने कहा था देश कि 95% जनता चार आना रोज पर गुज़र कर रही है और लेहरू 25,000 रुपए रोज देश के गरीब का खुद पर खर्च करता है। (इस शोशल मीडिया वायरल पर पाठक सुधीजन अपना मंतव्य रख सकते हैं) 

आम पंया वट पीपल और तुलसी लगायें ऑक्सीजन बैंक बनायें संसार में ऑक्सीजन का प्राकृतिक स्रोत एक मात्र वनस्पति /पेड़ पौधे ही हैं जीवन इसके बिना असंभव है इसलिए इसे प्राणवायु कहते हैं। कोरोना काल में लोगों को इसका महत्व समझ में आया अन्यथा आम आदमी कभी प्रकृति के बारे में कुछ सोचता ही नहीं है। एक जापानी वनस्पति विज्ञानी Akiro Miyavaki ने शोध में पाया कि जब पौधों को बहुत नजदीक नजदीक लगाया जाता है तो वह प्रकाश की होड़ में ऊंचाई में तेजी से बढ़ते हैं। सघन वनों में ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होती है। य़ह एक तरह से ऑक्सीजन बैंक जैसे होते हैं। उत्तराखंड हल्द्वानी के हमारे एक परिचित डॉ आशुतोष पंतआयुर्वेद चिकित्सक/पर्यावरण कार्यकर्ता मोबाइल 9412958988 ने बताया कि “सघन वन बहुत छोटी जगह ( 500 वर्ग फीट से 1000 वर्ग फीट) में भी लगाए जा सकते हैं। हमारे एक मैंने अपने स्वंय के संसाधनों से आठ स्थानों पर मित्रों के सहयोग से प्रयास किया है। इनमें से दो तो रुद्रपुर शहर में ही हैं जो अगले वर्ष तक छोटे जंगल जैसा रूप ले लेंगे। इस बरसात में 10 छोटे सघन वन लगाने का विचार है।य़ह मिश्रित भी हो सकते हैं और एकल भी. इस बार एकल वन में बांस लगाने का विचार है। यदि कोई संस्था, स्कूल-कॉलेज, गेट बंद कॉलोनी वाले छोटे सघन वन लगाना चाहें तो मैं निःशुल्क पौधे उपलब्ध करा सकता हूं. जितनी मुझे थोड़ी बहुत तकनीकी जानकारी है उसके साथ मैं पूरा सहयोग करूंगा. विनम्रता के साथ निवेदन है कि पौधे वही लोग लगाएं जो कम से कम तीन साल तक देखभाल कर सकते हों. कई लोगों के फोन आते हैं कि उनके पास पहाड़ में बहुत जमीन पड़ी है या शहर में प्लॉट है।पूछने पर पता चलता है कि वह 2-4 महीने में कभी एक बार वहां जा पाते हैं. ऐसे लोगों से मैं विनम्रता पूर्वक क्षमा चाहता हूं, और मेरी सलाह है कि वह खुद खरीद कर भी वहां पौधे ना लगाएं. जानबूझ कर पेड़ों की हत्या करना ठीक नहीं है.

जो लोग इच्छुक हों वह मुझे 8 जुलाई सुबह 10 बजे तक फोन करके बताने का कष्ट करें ताकि उसी के हिसाब से इंतजाम किया जा सके।