आज का पंचाग आपका राशि फल, 19 मई को खुलेंगे भगवान रूद्रनाथ के कपाट, डिजिटल इंडिया को आगे बढाना है, लोकतंत्र है जागीर न समझें

जनपद चमोली के उच्च हिमालय में स्थित चतुर्थ केदार के रुप में विख्यात भगवान श्री रुद्रनाथ जी के कपाट आगामी 19 मई को खुलेंगे।

श्री हरिहरौ*

*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*

*आज का पञ्चाङ्ग*
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*_शुक्रवार, ३१ मार्च २०२३_*

सूर्योदय: 🌄 ०६:२६
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३६
चन्द्रोदय: 🌝 १३:१६
चन्द्रास्त: 🌜२७:३८
अयन 🌖 उत्तरायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 दशमी (२५:५८ से
एकादशी)
नक्षत्र👉पुष्य(२५:५७से आश्लेशा
योग👉सुकर्मा(२५:५७ से धृति)
प्रथम करण👉तैतिल(१२:४४तक
द्वितीय करण👉गर(२५:५८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 कर्क
मंगल 🌟 मिथुन
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध🌟मेष(अस्त,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मीन(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
शुक्र🌟मेष (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४६
अमृत काल 👉 १८:४६ से २०:३४
रवियोग 👉 पूरे दिन
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३३ से १८:५६
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३५ से १९:४४
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:४४
राहुकाल 👉 १०:४८ से १२:२१
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:२८ से १७:०१
होमाहुति 👉 शनि (२५:४९ से शुक्र)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 सभा में (२५:५८ से क्रीड़ा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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नवरात्री पारण, दुर्गा विसर्जन श्री धर्मराज दशमी, बुध मेष में १४:५८ से, गुरु अस्त पश्चिम में १६:३५ से, भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०५:५५ से प्रातः ०६:२७ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २५:५७ तक जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हू, हे, हो, डा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आश्लेषा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (डी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २९:२८ से ०६:५१
मेष – ०६:५१ से ०८:२५
वृषभ – ०८:२५ से १०:२०
मिथुन – १०:२० से १२:३५
कर्क – १२:३५ से १४:५६
सिंह – १४:५६ से १७:१५
कन्या – १७:१५ से १९:३३
तुला – १९:३३ से २१:५४
वृश्चिक – २१:५४ से २४:१३
धनु – २४:१३ से २६:१७
मकर – २६:१७ से २७:५८
कुम्भ – २७:५८ से २९:२४
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:०८ से ०६:५१
शुभ मुहूर्त – ०६:५१ से ०८:२५
रोग पञ्चक – ०८:२५ से १०:२०
शुभ मुहूर्त – १०:२० से १२:३५
मृत्यु पञ्चक – १२:३५ से १४:५६
अग्नि पञ्चक – १४:५६ से १७:१५
शुभ मुहूर्त – १७:१५ से १९:३३
रज पञ्चक – १९:३३ से २१:५४
शुभ मुहूर्त – २१:५४ से २४:१३
चोर पञ्चक – २४:१३ से २५:५७
शुभ मुहूर्त – २५:५७ से २५:५८
रोग पञ्चक – २५:५८ से २६:१७
शुभ मुहूर्त – २६:१७ से २७:५८
मृत्यु पञ्चक – २७:५८ से २९:२४
अग्नि पञ्चक – २९:२४ से ३०:०७

देश की पहली महिला डॉक्टर डा0 आनंदी बाई जोशी जी की जयंती पर शत शत नमन।

आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप स्वयं ही कलहकारी परिस्थितियों का निर्माण करेंगे। जबरदस्ती किसी के कार्यो में दखल देने अथवा बिना मांगे राय देने से बेज्जती हो सकती है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर आपको सहकर्मियों का कार्य पसंद नही आएगा और सहकर्मियों को आपका व्यवहार इससे आपसी तालमेल नही बनने के कारण सामूहिक कार्य अधूरे ही रहेंगे। धन लाभ के लिए प्रयास करेंगे फिर भी आज आय की अपेक्षा व्यय का पलड़ा भारी रहेगा। घर मे परिजनों को आपके व्यवहार से पीड़ा होगी। वादा करके मुकरने पर वातावरण अशान्त होगा। मित्र रिश्तेदार भी आज आपसे दूरी बना कर ही रहेंगे। सर अथवा बदन दर्द की शिकायत हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन के आरंभ में आर्थिक लाभ की संभावनाए बनेंगी इनके मध्यान के आस-पास पूर्ण होने की संभावना है। व्यवसायी वर्ग आज एक साथ कई कार्यो में भाग्य आजमाएंगे इनमे से कुछ लंबित रहेंगे लेकिन शेष कार्यो से अवश्य ही कुछ ना कुछ लाभ होगा। धन लाभ के लिए आज किसी अन्य के भरोसे नही रहना पड़ेगा। नौकरी करने वाले लोगो को आज अधिक भागदौड़ करनी पड़ेगी जिससे आरम्भ में थोड़ी परेशानी पर बाद में परिणाम पक्ष में रहने से प्रसन्नता मिलेगी। आज किसी पुराने परिचित से यादगार भेंट होगी कुछ समय के लिए अतीत की यादों में खोए रहेंगे। परिजनों के स्नेह में वृद्धि होगी। सेहत को लेकर आज पूर्ण संतुष्ट नही रहेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये साधारण रहेगा। आज आप मानसिक रूप से शांत एवं संतुष्ट रहेंगे लेकिन महिलाओ के मन मे कुछ ना कुछ तिकड़म लगी रहेगी अपना काम बनाने के लिये आज किसी की बुराई करने से भी नही चूकेंगी। कार्य व्यवसाय की गति सामान्य से कुछ कम रहेगी फिर भी निर्वाह योग्य आज हो जाएगी। आज आप अन्य लोगो से अपना काम निकालने के लिये मीठा व्यवहार करेंगे लेकिन किसी का कार्य स्वयं करने में आनाकानी करेंगे। सहकर्मी अधिकारियों से आपकी चुगली कर सकते है सतर्क रहें। धन लाभ परिश्रम करने के बाद ही सीमित मात्रा में होगा। परिवार में आपको छोड़ अन्य सभी कुछ ना कुछ अभाव अनुभव करेंगे। घर किसी सदस्य की सेहत खराब रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन शुभ फलदायी है आज आप दिन के आरंभ में अपने कार्यो के प्रति लापरवाही करेंगे परन्तु धीरे धीरे व्यस्तता बढ़ने के साथ ही कार्य शैली में निखार आएगा मानसिक रूप से चंचल भी रहेंगे महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने में दुविधा होगी इसलिये किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें धन लाभ आज अचानक होगा दुबे धन की प्राप्ति भी हो सकती है। व्यवसायी वर्ग मेहनत का उचित फल मिलने से प्रसन्न रहेंगे। आज आपके ऊपर कोई आरोप भी लग सकता है जिससे परिवार में गलतफहमी पनपेगी परिजन आपकी बातों पर आज मुश्किल से ही यकीन करेंगे। महिलाये आज ज्यादा सतर्क रहें ज्यादा हंसना भी नुकसान करा सकता है। सेहत में सुधार आएगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन भी परिस्थितियां आपकी आशाओ के विपरीत रहने वाली है धन संबंधित अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य आज निरस्त करने ही बेहतर रहेगा। आज आप किसी सरकारी उलझन में भी फंस सकते है वाणी एवं व्यवहार संयमित रखें। धन को लेकर घर एवं बाहर विवाद के प्रसंग बनेंगे विवेक से काम ले अन्यथा मामला गंभीर रूप ले सकता है। नौकरी वाले लोगो के अधिकारियों से मतभेद रहेंगे फिर भी मनमारके इच्छा के विपरीत कार्य करना पड़ेगा। मित्र परिचित भी आपसे मतलबी व्यवहार करेंगे किसी से आज कोई वादा ना करें पूरा नही कर पाएंगे। धन के साथ ही आरोग्य में भी कमी आएगी। बड़े बुजुर्गों की बातों को अनदेखी ना करे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपको सभी जगह से मान-सम्मान दिलाएगा। आज आपकी जीवनशैली भी उच्चवर्गीय जैसी रहेगी। कैसी भी परिस्थितियां हो खर्च करने से पीछे नही रहेंगे आडम्बर भी आज कुछ अधिक रहेगा। महिलाये भी आज दिखावा करने से नही चूकेंगी आवश्यकता से अधिक खर्च कर बाद में पछताएगी। कार्य व्यवसाय आशानुकूल रहेगा किसी पुराने अनुबंद से धन लाभ होगा। राज पक्ष से भी शुभ समाचार मिलने की संभावना है सरकारी कार्यो में ढील ना दे आज पूरे तो नही होंगे लेकिन सफलता की संभावना अधिक रहेगी। घर का वातावरण मिला जुला रहेगा सभी सदस्य अपने कार्य मे मस्त रहेग।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन के आरंभ में आप किसी कार्य को लेकर दुविधा में रहेंगे लेकिन बाद में उसी कार्य को करने पर धन लाभ के साथ ही सम्मान भी बढ़ेगा। नौकरी वाले जातक आज अपने मृदु व्यवहार के कारण अधिकारियों को प्रसन्न रखेंगे लेकिन सहकर्मियों को इससे जलन हो सकती है फिर भी निश्चिन्त रहे आज कोई चाहकर भी आपका अहित नही कर सकता। व्यवसायी वर्ग जिसभी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे जय होगी धन की आमद एकसाथ ना होकर रुक रुक कर होगी जिससे अन्य कार्य आरम्भ करने में थोड़ी परेशानी आ सकती है। गृहस्थ में आपकी बातों को महत्त्व दिया जाएगा भाइयो से फिर भी आज राग द्वेष बना रहेगा। प्रेम प्रसंगों में निकटता बढ़ेगी। सेहत उत्तम रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन भी आप किसी ना किसी कारण से परेशान रहेंगे। सेहत आज भी प्रतिकूल रहेगी लेकिन कल की अपेक्षा में थोड़ा सुधार अवश्य आएगा। व्यवसाय की स्थिति भी दयनीय रहेगी दैनिक खर्च निकालने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। नौकरी वाले लोग अधिकारी वर्ग को प्रसन्न रखने में असफल रहेंगे भाग्य साथ ना देने के कारण दिन भर की भागदौड़ व्यर्थ जाएगी। लेकिन बेरोजगार लोग आज प्रयास करने में कमी ना रखें शीघ्र ही किसी रोजगार से जुड़ सकेंगे। पारिवारिक वातावरण उथल-पुथल रहेगा घरेलू कार्य सुलझने की जगह और अधिक उलझेंगे। भाई बंधुओ में आत्मीयता की कमी रहेगी। बुजुर्गो का सहयोग मिलने से कुछ राहत अनुभव करेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन भी आपके लिए विशेष नही रहेगा। आज आप संचित धन के ऊपर ही निर्भर रहेंगे आर्थिक लाभ होते होते टल ने पर निराश होंगे। व्यावसायिक क्षेत्र पर आज भय का वातावरण रहेगा अपनी किसी कमजोरी को लेकर मन मे चिंतित रहेंगे परन्तु जाहिर नही होने देंगे। विरोधी आपके लचीले व्यवहार का फायदा उठाएंगे लेकिन सहकर्मियों का सहयोग आवश्यकता पड़ने पर मिल जाएगा। आज ना चाह कर भी किसी से उधारी का व्यवहार करना पड़ेगा। खर्च आज कम रहने से आय-व्यय में संतुलन बना रहेगा। घरेलू कामो में टालमटोल करने पर वातावरण उग्र होगा कुछ समय मे स्वतः ही सामान्य भी हो जाएगा। आलस्य अधिक रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिये थोड़ा उलझनों वाला रहेगा। आज कोई भी कार्य भाग दौड़ किये बिना बनाना संभव नही रहेगा व्यवसायी वर्ग भी आज मंदी रहने के कारण लेदेकर काम बनाने के चक्कर मे रहेंगे बाद में असकमात धन लाभ हो जाने से पश्चाताप करेंगे। सरकारी अथवा पैतृक संपत्ति संबंधित कार्यो में थोड़ी परेशानी के बाद नतीजा आपके पक्ष में ही रहेगा। दो पक्षो के झगड़े को सुलझाने में मध्यस्थता करनी पड़ेगी परन्तु पक्षपात का आरोप लग सकता है निष्पक्ष होकर फैसला करें सम्मान में वृद्धि होगी। घरेलू वातावरण आज अन्य दिनों की अपेक्षा शांत रहेगा। संध्या बाद स्वास्थ्य में विकार आएगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भी आपके अनुकूल बना हुआ है लेकिन आज किसी महत्त्वपूर्ण कार्यो को लेकर अन्य के भरोसे बैठना पड़ेगा जिसमे निराशा मिलने की संभावना अधिक है आज अपने बलबूते जो भी कार्य करेंगे उसमे देर से ही सही आशाजनक परिणाम मिलेंगे। व्यवसाय में वृद्धि तो होगी लेकिन आर्थिक लाभ समय पर ना होने के कारण आगे के कार्य प्रभावित होंगे। आज धन लाभ एवं खर्च बराबर रहने से संतुलन बना रहेगा। सहकर्मी आपसे कुछ अपेक्षा रखेंगे इसमे टालमटोल ना करें अन्यथा परेशानी हो सकती है। घर के सदस्य मनोकामना पूर्ण होने पर प्रसन्न रहेंगे लेकिन बुजुर्ग आपकी खर्चीली वृति से असंतोष जताएंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपकी तार्किक शक्ति बढ़ी हुई रहेगी लेकिन इसका सही जगह प्रयोग नही करेंगे। प्रत्येक कार्य वह चाहे घरेलू हो अथवा व्यावसायिक उसमे कुछ ना कुछ नुक्स ही निकालेंगे इससे आपके सम्मान में कमी आ सकती है साथ ही परिजनों से कलह भी हो सकती है। आप आज सम्मान पाने के लिये अन्य लोगो के आगे स्वयं को हद से ज्यादा बुद्धिमान के रूप में पेश करेंगे लेकिन आज आपके विचार अन्य लोगो से कम ही मेल खाएंगे सम्मान मिलने की जगह हास्य के पात्र बन कर रह जाएंगे। कारोबार की दशा नीचे जाएगी किसी के सहयोग से खर्च लायक आमदनी हो ही जाएगी। सेहत ठीक रहेगी।
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आजकल कुछ लोग अपने एनराईड फोन पर फ्री वाले सिम पर निरंतर घाटे में जाने वाले बीएसएनएल के लिए सरकार द्वारा प्रमोशन की बातें करते हैं और सरकार से इसके घाटा पूर्ति और उसे बढ़ाने के लिए कहते रहते हैं …

उनके लिए बीएसएनएल के स्वर्णिम युग की कुछ यादें….

तब केवल बीएसएनएल ही था हैच आदि विदेशी कंपनियां भी बाद में आई उस दौर में बीएसएनएल का अर्थ लगाया जाता था भाई साहब नहीं लगेगा याद है? क्यों कि काल करते ही ट्यून आती थी सभी लाईनें व्यस्त हैं कृपया थोड़ी देर में दुबारा करें कभी कभी तो ऐसा पूरे दिन होता था और ये स्थिति तब थी जब गिने चुने लोंगों पर फोन होते थे वो भी आज की तरह एनराईड फोन नहीं केवल बातचीत करने वाले और हां तब शोशल मीडिया तो था नहीं लेकिन मेल के लिए 1250 रू का केवल डेढ़ जीबी डाटा महिने भर के लिए मिलता था और काल रेट चार रू प्रति मिनट था और सुनने के भी पैंसे लगते थे। तब लोग मिस काल करते थे लगता है लोग ये सब परेशानी इन सात वर्षों में ही भूल गये आज फ्री वाले स्वदेशी जीओ सिम पर पांच से सात सौ रुपये में 56 दिनों तक अनलिमिटेड काल नित्य दो जीबी डाटा यूज कर डिजिटल युग बनाने वाली सरकार को कोसते हैं। गैस की लाईन और शहर शहर होने वाले बम विस्फोट भी याद नहीं रहे। एयर इंडिया लाखों करोड़ के घाटे में था सरकार जनता के टैक्स के पैसों से निरंतर एयर इंडिया का घाटा उठाती जा रही थी। एक दिन आया जब घाटा सरकार के बस से उपर होने लगा तब एयर इंडिया को निजी कंपनियों द्वारा संचालित करने के उद्देश्य से डिमोनाटाईज कर दिया गया आज टाटा एयरवेज के रूप में वही एयर इंडिया करोड़ों का लाभ अर्जित कर रहा है।✍️🤔

लोकतंत्र है साहब…….जागीर नहीं…..!

तो क्या वाक़ई देश में लोकतंत्र खतरे में है, जहां अब वर्तमान केंद्र सरकार इतनी प्रभावशाली हो चली है जो न्यायालय के निर्णयों को भी प्रभावित कर सके या फिर यह विशुद्ध रूप से एक परिवार के देश में विशेषाधिकार को स्थापित रखने का ही संघर्ष है ।

केरल के वायनाड से सांसद रहे राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने को लेकर देश में विपक्ष विशेषकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोला हुआ है, स्थिति ऐसी है कि कांग्रेसी सांसदों से लेकर जिन राज्यों में भी कांग्रेस की सरकारें हैं वहां भी पार्टी अपने डी-फैक्टो नेता को लेकर सड़को पर है, कांग्रेसी नेताओं का तर्क यह है कि भले ही राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने का आदेश न्यायालय ने दिया हो लेकिन यह सब कुछ केंद्र सरकार का ही किया धरा है जिसको लेकर कांग्रेस आर पार के मूड में दिखाई दे रही।

राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के इस पूरे मामले को लेकर पार्टी की बेचैनी को ऐसे समझे कि इन विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई करने प्रियंका वाड्रा सामने आईं जिन्होंने अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए दावा किया कि यह उनके बलिदानी पिता का अपमान है, उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी एवं उनके परिवार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लगातार अमर्यादित टिप्पणी करते रहे हैं, लेकिन कार्यवाई उनके भाई पर ही कि गई है, वहीं सोमवार को इस मामले से संबंधित विकास में लोकसभा हाउसिंग कमेटी द्वारा राहुल को सरकारी आवास खाली करने को दिए गए नोटिस के बाद कांग्रेसी नेता इसे भाजपा के बड़े षड़यंत्र के रूप में परिभाषित करने में लगे हैं।

 

 भाजपा की बात करें तो कांग्रेस के इन विरोध प्रदर्शनों से इतर भाजपा भी इस पूरे मुद्दे पर आक्रामक ही दिखाई दे रही है, पार्टी राहुल गांधी के इस पूरे मामले को ओबीसी के अपमान से जोड़ रही है, इसके अतिरिक्त पार्टी मजबूती से यह कहती आई है कि देश के कानून के समक्ष राहुल गांधी कोई अपवाद नहीं और संसद सदस्यता रद्द करने का निर्णय न्यायालय की ओर से आया है जिसका सम्मान किया जाना चाहिए।

 

 पार्टी का एक मजबूत तर्क यह भी है कि आखिर कांग्रेसी प्रवक्ता पवन खेड़ा द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी के मामले में एक घंटे के भीतर सुप्रीम कोर्ट पहुंची पार्टी राहुल के मामले में कोर्ट जाने से क्यों बच रही है ? सोमवार को दबी जुबान से कुछेक पार्टी नेताओं द्वारा यह भी दावा किया गया कि आखिर राहुल गांधी को चुनावों से दूर करके सबसे अधिक लाभ किसे मिलने वाला है

 

जबकि मोदी के प्रतिद्वंद्वी के रूप में राहुल का रहना अब तक भाजपा को लाभ ही पहुंचाते आया है।

 

 चुनावी आंकड़ो की बात करें तो दबी जुबान से भाजपा नेताओं द्वारा किये जा रहे इन दावों में वास्तविकता भी दिखाई देती है, बहरहाल राहुल की सदस्यता रद्द होने के बाद यदि शिर्ष न्यायालयों से भी उन्हें राहत नहीं मिलती है तो इस स्थिति में इसका प्रत्यक्ष लाभ किसे मिलेगा यह तो भविष्य के गर्भ में है वर्तमान में इतना अवश्य है कि इस पूरे मामले ने संसद की डेडलॉक वाली स्थिति को फिर से संजीवनी दे दी है जो मोटे तौर पर राहुल गांधी के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए गए आपत्तिजनक बयान के विवाद से निरंतर बनी हुई है, जिसको लेकर जहां एक ओर भाजपा इसे देश विरोधी कृत्य से जोड़ रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस इसे लोकतंत्र पर गंभीर खतरा बताते हुए सड़को पर उतरी हुई है।

 

तो क्या वाक़ई देश में लोकतंत्र खतरे में है, जहां अब वर्तमान केंद्र सरकार इतनी प्रभावशाली हो चली है जो न्यायालय के निर्णयों को भी प्रभावित कर सके या फिर यह विशुद्ध रूप से एक परिवार के देश में विशेषाधिकार को स्थापित रखने का ही संघर्ष है जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी सहित पूरा नेहरू-गांधी परिवार सड़को पर है? या फिर इस पूरे मामले को लेकर अब जो दबी जुबान से तीसरी बात यानी राहुल गांधी के चुनाव ना लड़ने से विपक्ष को मिलने वाले लाभ की संभावनाओं से जुड़ी है उसमें भी कुछ तथ्य हैं ?

 

 दरअसल बीते कुछ वर्षों में कांग्रेस जोर शोर से यह प्रचार करने में जुटी है कि देश में लोकतंत्र खतरे में है, इस क्रम में अभी हाल ही में ब्रिटेन स्थित कैंब्रिज में राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि भारत के भीतर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है और देश से लोकतांत्रिक व्यवस्था को मिटा दिया गया है जबकि अमेरिका एवं ब्रिटेन जैसे देश इसे देखते रहे। राहुल ने यह दावा तब किया है जब बीते महीने ही समाप्त हुई अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे वीर सावरकर से लेकर भाजपा एवं उसके मातृ संगठन संघ पर जमकर बरसते रहे, यहां तक कि इस यात्रा के शुरुवाती चरण में ही कांग्रेस ने संघ गणवेश की जलती हुई फ़ोटो भी ट्वीट की जिसे उकसावे वाला कृत्य कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी, बावजूद इसके उनपर या किसी भी अन्य कांग्रेसीकार्यकर्ता पर कोई भी वैधानिक कार्यवाई अथवा प्राथमिकी दर्ज हुई हो ऐसा बिल्कुल भी नहीं।

 

 वर्तमान प्रकरण में भी जिसको लेकर उन्हें दो वर्ष की सजा सुनाई गई है वह भी किसी पार्टी विशेष के बजाए एक जाति विशेष ये विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी से संबंधित है जो भारतीय गणराज्य में स्थापित वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार ही हुई है, यहां तक कि न्यायालय ने अपने निर्णय के बाद भी राहुल गांधी को त्वरित रूप से जमानत देते हुए शिर्ष न्यायालयों में अपील करने के लिए उन्हें एक महीने की समय सीमा भी दी है, बावजूद इसके कांग्रेस इसे भाजपा एवं वर्तमान केंद्र सरकार की कथित तानाशाही से जोड़ने पर आमादा है, जहां तक बात संसद सदस्यता रद्द करने एवं सरकारी आवास खाली करने संबंधित नोटिस की है तो यह स्पष्ट है कि दंड दिए जाने ये बाद सदस्यता रद्द होना एवं आवास खाली करने सम्बंधित नोटिस विधि सम्मत है, बावजूद इसके कांग्रेसी नेता इसे लक्षित कर की हुई कार्यवाई बताते हुए सड़को पर हैं।

 

 इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस एवं नेहरू-गांधी परिवार यह प्रमाणित करने में लगा है कि इस निर्णय के माध्यम से सरकार राहुल गांधी के विरुद्ध लक्षित कार्यवाई में जुटी है, इस दौरान कांग्रेसी नेताओं द्वारा पार्टी के सर्वेसर्वा राहुल गांधी के बचाव में अलग अलग दलीलें भी दी जा रही हैं, इस क्रम में कुछेक ने तो नेहरू- गांधी परिवार को विशेष दृष्टि से देखे जाने की भी वकालत कर दी है, जबकि राहुल के बचाव में उतरी परिवार की सदस्या प्रियंका वाड्रा इसे बलिदानी परिवार के अपमान से जोड़ती दिखाई दी, कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रियंका ने दावा किया कि उनके बलिदानी परिवार पर ओछी टिप्पणी की जाती रही है बावजूद इसके भाजपा नेताओं पर कोई कार्यवाई क्यों नहीं होती ? हालांकि राजनीतिक सहानभूति बटोरने के इस पूरे प्रपंच एवं परिवार विशेष को मिलने वाली विशेष सुविधाओं की दशकों से चली आ रही राजनीतिक परंपराओं से इतर होकर देखें तो प्रियंका एवं कांग्रेसी नेताओं के इन तर्कों में गंभीरता नहीं दिखती।

 

 “ इसे ऐसे समझे कि यह पूरा प्रकरण किसी राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप से ना जुड़ा होकर राहुल द्वारा किसी एक समुदाय विशेष के ऊपर लगाए गए निराधार आरोपों से जुड़ा है यह भी कि यह छुपी बात नहीं कि बीते 20 वर्षों में कांग्रेसी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री मोदी, उनके परिवार उनकी पहचान को लेकर अमर्यादित टिप्पणी करने के दर्जनों उदाहरण हैं, यहां तक कि इनमें से कई टिप्पणियां तो सीधे नेहरू-गांधी परिवार एवं उनके करीबियों द्वारा की गई है इसलिए प्रियंका एवं दूसरे कांग्रेसी नेताओं के इस दावे की वास्तविकता मोटे तौर पर खोखली ही है कि यह कार्यवाई राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित है।”

 

 जहां तक बात इस प्रकरण को लेकर कांग्रेस के संसद से लेकर सड़क तक किये जाने प्रदर्शनों की है तो इसमे संशय नहीं कि यह सब कुछ बहुत हद तक एक परिवार विशेष के भारतीय राजनीति में दशकों से स्थापित विशेषाधिकार से ही संबंधित दिखाई देता है, यही कारण है कि दशकों तक देश की सत्ता पर काबिज रहे परिवार के समर्थकों को भारतीय गणराज्य, जहां कानून की दृष्टि में प्रत्येक नागरिक को समान दृष्टिकोण से देखा गया है के विधि सम्मत प्रावधानों द्वारा राहुल गांधी के विरुद्ध हुई यह कार्यवाई रास नहीं आ रही।

 

 राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के रूप में कांग्रेस को यह समझने की आवश्यकता है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के नाम पर एक परिवार विशेष को दी जाने वाली विशेष सहूलियत किसी बीते जमाने की बात होगी नये भारत में इसके लिए कोई स्थान शेष नहीं, उसके समर्थकों को यह समझना चाहिए कि बदलता भारत सामान्य जनमानस की आकांक्षाओं को समर्पित है, यह लोकतंत्र के वास्तविक मूल्यों को समर्पित है, सबसे ज्यादा उन्हें यह समझने की आवश्यकता है कि नया भारत अपने नेतृत्वकर्ता का चयन किसी परिवार विशेष की राजनीतिक विरासत से इतर अपने नेता की नीयत एवं नए भारत को समर्पित उसके विज़न के आधार पर करता है।

 

 आप आंकड़ो की दृष्टि से ही देखें आप पाएंगे कि पारिवारिक विरासत की मखमली चादर ओढ़कर सत्ता पर काबिज होने के दिन अब लद गए और नये भारत का उभार अब अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित राष्ट्र के रूप में हो रहा है जहां परिवार कोई भी हो जनसाधारण की भावना लोकहित को समर्पित नेताओं के साथ ही जुड़ती दिखाई दे रही है, इसमें भी संशय नहीं कि यह परिवर्तन सहजता से नहीं आएगा, हां इतना अवश्य है कि विशेषाधिकार के मद के आदि हो चुके नेताओं को देर सवेर यह समझना ही होगा कि भारत लोकतंत्र है किसी परिवार विशेष की जागीर नहीं…….!इसलिए विधि सम्मत की गई किसी भी कार्यवाई को राजनीतिक विद्वेष बताकर संसद से लेकर सड़क तक संग्राम से बेहतर तो यही है कि राहुल गांधी इस पूरे मामले में राजनीतिक परिपवक्ता दिखाएं और राजनीतिक तौर पर भी एक सामान्य नागरिक की तरह स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रतिस्पर्धा करें, जहां तक बात इस प्रकरण कि है तो सड़क से संसद तक सहानभूति बटोरने की कवायद में जुटी कांग्रेस के लिए तो यही बेहतर है कि उसके नेता उस न्यायालय का ही रुख करे जिसने नेशनल हेराल्ड से लेकर पवन खेड़ा तक के मामले में उसके नेताओं को अब तक विधि सम्मत राहत दी है। (साभार शोशल मीडिया)