श्री हरिहरौ* *विजयतेतराम
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_सोमवार, १७ जुलाई २०२३_*
सूर्योदय: 🌄 ०५:४७
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१८
चन्द्रोदय: 🌝 आमावास्या है इसलिए उदय नहीं दिखेगा
चन्द्रास्त: 🌜१९:२५
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉 श्रावण
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अमावस्या
(००:०१ से प्रतिपदा)
नक्षत्र👉पुनर्वसु(०५:११ से पुष्य)
योग👉व्याघात(०८:५८से हर्षण
प्रथम करण 👉 चतुष्पाद
(११:०२ तक)
द्वितीय करण👉नाग(००:०१तक
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 कर्क (२३:३१ से)
मंगल🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟कर्क (उदय, पश्चिम, मार्गी)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)
शनि🌟कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५५ से १२:५१
अमृत काल 👉 ०२:३२ से ०४:१८
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:११ से ०५:२७
विजय मुहूर्त 👉 १४:४२ से १५:३७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:१८ से १९:३८
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१९ से २०:२०
निशिता मुहूर्त 👉 ००:०३ से ००:४३
राहुकाल 👉 ०७:११ से ०८:५५
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:३९ से १२:२३
होमाहुति 👉 सूर्य
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 आकाश (००:०१ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २२:३२ से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (००:०१ से श्मशान में)
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
☄चौघड़िया विचार☄
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – अमृत २ – काल
३ – शुभ ४ – रोग
५ – उद्वेग ६ – चर
७ – लाभ ८ – अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – चर २ – रोग
३ – काल ४ – लाभ
५ – उद्वेग ६ – शुभ
७ – अमृत ८ – चर
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
देव-पितृ कार्ये हरियाली सोमवाती अमावस्या, श्रावण द्वितीय सोमवार व्रत आदि।
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
आज ०५:११ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह, ही) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (हू) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
उदय-लग्न मुहूर्त
मिथुन – ०३:१५ से ०५:३०
कर्क – ०५:३० से ०७:५१
सिंह – ०७:५१ से १०:१०
कन्या – १०:१० से १२:२८
तुला – १२:२८ से १४:४९
वृश्चिक – १४:४९ से १७:०८
धनु – १७:०८ से १९:१२
मकर – १९:१२ से २०:५३
कुम्भ – २०:५३ से २२:१९
मीन – २२:१९ से २३:४२
मेष – २३:४२ से ०१:१६
वृषभ – ०१:१६ से ०३:११
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०५:२७ से ०५:३०
शुभ मुहूर्त – ०५:३० से ०७:५१
रोग पञ्चक – ०७:५१ से १०:१०
शुभ मुहूर्त – १०:१० से १२:२८
मृत्यु पञ्चक – १२:२८ से १४:४९
अग्नि पञ्चक – १४:४९ से १७:०८
शुभ मुहूर्त – १७:०८ से १९:१२
रज पञ्चक – १९:१२ से २०:५३
शुभ मुहूर्त – २०:५३ से २२:१९
चोर पञ्चक – २२:१९ से २३:४२
रज पञ्चक – २३:४२ से ००:०१
अग्नि पञ्चक – ००:०१ से ०१:१६
शुभ मुहूर्त – ०१:१६ से ०३:११
रज पञ्चक – ०३:११ से ०५:११
शुभ मुहूर्त – ०५:११ से ०५:२७
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपको कोई नई खुशी देकर जाएगा। धन लाभ उम्मीद ना होने पर भी अकस्मात होगा। कार्यो के प्रति गंभीर रहेंगे दिन भर की मेहनत का आंकलन संध्या के समय संतोषजनक रहेगा। आज आपके मन को भटकाने वाले प्रसंग भी बनेंगे सही दिशा में जा रहा कार्य किसी के गलत मार्गदर्शन से गलत होगा जिसे सुधारने में समय खराब करेंगे। महिलाए किसी कार्य पूर्ति को लेकर आशंकित रहेंगी धर्य ना खोये देर से ही सही सफलता अवश्य मिलेगी। धन संबंधित कार्य अन्य दिनों की तुलना में शीघ्र बनेंगे। आर्थिक रूप से सक्षम रहेंगे फिर भी कंजूस प्रवृति घर मे अथवा सहकर्मियों का आगे नीचा दिखाएगी। परिवार के बुजुर्ग अनदेखी होने पर व्यथित होंगे। सेहत सामान्य ही रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन मन कार्य में आ रही बाधा के कारण अशान्त रहेगा। शारीरिक सामर्थ्य भी आज कम ही रहेगा फिर भी जबरदस्ती करेंगे। व्यवसायी वर्ग अधूरे कार्य पर ज्यादा ध्यान दें आज धन पाने का यही एक साधन है। मध्यान तक स्थिति अनियंत्रित रहेगी चाह कर भी मन के अनुसार काम नही कर पाएंगे लेकिन दोपहर बाद थोड़ा बदलाव आने लगेगा किसी की सहायता मिलने पर जटिल कार्य आसानी से पूर्ण कर लेंगे। पूर्व में किये गलत आचरण का आज भुगतान भी करना पड़ेगा। स्वभाव में चिड़चिड़ा पन रहेगा अकारण ही परिजन अथवा सहकर्मियों पर क्रोध करेंगे आस-पड़ोसी आपके प्रति सांत्वना रखेंगे लेकिन आपका व्यवहार विपरीत ही रहेगा। लोभ से दूर रहें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन थोड़ा उठापटक वाला रहेगा। आज एक समय मे मन दो कार्यो में भटकने के कारण मनचाही सफलता नही मिल पाएगी। विपरीत लिंगीय आकर्षण भी अधिक रहेगा जिसके चलते किसी की अनुचित मांग पूरा करने में संकोच नही करेंगे लेकिन याद रहे बाद में यह आत्मग्लानि का कारण भी बनेगा। मध्यान बाद कार्य व्यवसाय से लाभ की आशा जागेगी परन्तु मेहनत इसकी तुलना में कम रहने के कारण बाद में ले देकर काम निकालना पड़ेगा। व्यर्थ समय खराब करते वक्त ध्यान रहे आज कीगई मेहनत आने वाले दिनों में जीवन की दिशा बदल सकती है। पारिवारिक जन को गुमराह करने का प्रयास करेंगे यह बाद में कलह का कारण बनेगा। सेहत में छोटे मोटे विकार लगे रहेंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज भी दिनचार्य संघर्ष वाली रहेगी। दिन के आरम्भ से ही मन किस अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा हानि की सम्भवना के कारण बड़ा कार्य करने से डरेंगे लेकिन दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से पूर्ण हो जाएंगे। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर टूट-फुट अथवा अन्य कारणों से हानि होने का भय है। आर्थिक मामले अधूरे रहने के कारण धन संबंधित समस्या भी रहेगी खर्च चलाना भी आज भारी पड़ेगा। किसी से लिये उधार अतिशीघ्र वापस करने का प्रयास करें। परिजन आपकी मनोदशा को जानते हुए भी अनदेखा करेंगे मित्र परिचित केवल औपचारिक व्यवहार रखेंगे। दिन भर मानसिक बोझ बना रहेगा। संध्या बाद से थोड़ी राहत मिलने लगेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन वैसे तो आपके लिये कुछ ना कुछ लाभ ही देगा लेकिन आज आपके द्वारा कोई ऐसा काम हो सकता है जिसका पछतावा लंबे समय तक रहेगा। दिन के पहले भाग से लेकर दोपहर बाद तक भागदौड़ व्यर्थ लगेगी फिर भी व्यवहार पूर्ति के लिये करनी पड़ेगी इसके बाद का समय आकस्मिक लाभ दिलाएगा लेकिन ध्यान रहे यहाँ लापरवाही करने पर लाभ हानि में भी बदल सकता है। धन लाभ मेहनत की।तुलना में कम फिर भी संतोषजनक हो ही जायेगा। कार्य क्षेत्र पर विस्तार करने के अवसर मिलेंगे धन निवेश से ना डरें भविष्य में दुगुना होकर मिलेगा। घर मे संध्या तक स्थिति सामान्य रहेगी इसके बाद कोई हानिकर समाचार मिल सकता है। सेहत में भी गिरावट दर्ज होगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन भी आपके लिये अनुकूल बना हुआ है जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे अन्य लोगो की तुलना में शीघ्र सफलता मिल सकती है। लेकिन व्यवहारिकता की कमी अथवा स्वार्थी वृति कुछ अभाव भी बनाएगी। कार्य क्षेत्र पर धन को लेकर आज किसी भी प्रकार का समझौता नही करेंगे लेकिन अपना काम बनाने के लिये आवश्यकता से अधिक धन लुटाएंगे। पुराने कार्य मे विलम्ब होने पर कहासुनी होगी लेकिन धन की आमद हो जाने के बाद इनको भूल जाएंगे। सहकर्मी अथवा परिजन आपसे कोई अनैतिक मांग करेंगे जिस पूर्ण करने में खासी परेशानी आएगी। घर का वातावरण छोटी मोटी उलझनों को छोड़ ठीक ही रहेगा। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन धैर्य से बिताने में ही भलाई है। मेहनत करने पर तुरंत लाभ की आशा ना रखें आज किया परिश्रम का फल संध्या बाद से दिखने लगेगा लेकिन प्राप्ति में अड़चनें आएंगी आज की तुलना में कल दिन ज्यादा बेहतर रहेगा। आज केवल आश्वासनो से ही काम चलाना पड़ेगा। मध्यान तक का समय कार्य व्यवसाय के लिये उतार चढ़ाव वाला रहेगा इसके बाद परिस्थिति से समझौता कर लेंगे स्वभाव में संतोष बनेगा। धन अथवा अन्य किसी भी प्रकार के वादे ना करें पूरे नही कर पाएंगे उलटे आलोचना ही होगी। घर का कोई सदस्य जिद पर अड़ेगा जिससे कुछ समय के लिये शांति भंग होगी। महिलाए अपने कार्य छोड़ अन्य के कार्य मे मीन मेख निकालेंगी यह झगड़े का कारण बनेगा। बदन दर्द स्नायु तंत्र में दुर्बलता रहेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन सुख शांति में वृद्धि होगी लेकिन शरीर मे कोई नया विकार भी बनेगा। आज आप की कार्य गति थोड़ी धीमी रहेगी कोई भी कार्य एकदम सर पर आने पर ही करेंगे फिर भी अन्य लोगो की तुलना में जल्दी और अधिक सफाई रहेगी। मध्यान के बाद स्वभाव में तेजी आएगी कार्य-व्यवसाय से लाभ आशाजनक रहेगा फिर भी सन्तोष नही होगा अधिक पाने की लालसा परेशानी में डालेंगी धर्य से काम लें। नौकरी वाले लोग महत्त्वपूर्ण कार्य सम्पन्न होने पर प्रसन्न रहेंगे अधिकारी वर्ग से काम निकालने के लिये आज दिन उपयुक्त है। व्यवसायी वर्ग धन का निवेश करने से बचे आने वाले समय मे व्यवधान आएंगे। सेहत भी संध्या बाद प्रतिकूल होने लगेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन मिश्रित फल प्रदान करेगा। कभी लाभ होता नजर आएगा अगले पल निराश होने पड़ेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर मनमाना व्यवहार करेंगे इससे आप तो निश्चिन्त रहेंगे लेकिन संपर्क में रहने वालों को परेशानी आएगी। कार्य करते समय भी मन मौज शौक की ओर आकर्षित होगा। आज आप प्रलोभन में अनैतिक कार्य करने से भी परहेज नही करेंगे इससे धन लाभ शीघ्र तो होगा साथ मे नई समस्या भी बढ़ेगी जिसके परिणाम निकट भविष्य में भुगतने पड़ेंगे। व्यवसायी वर्ग नए कार्य मे निवेश कर सकते है इसके निकट भविष्य में संतोषजनक परिणाम मिलेंगे। घर के सदस्य अपने कामो में मस्त रहेंगे। कफ अथवा अन्य ठंड संबंधित समस्या हो सकती है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी दिन आपके पक्ष में रहेगा लेकिन आज आपके अंदर समझ की कमी भी रहेगी सही की जगह गलत बातो का समर्थन करना घर अथवा बाहर वैचारिक मतभेद बनाएगा। कार्य व्यवसाय एवं दैनिक कार्यो में आज परिश्रम अधिक करना पड़ेगा परन्तु इसका परिणाम सकारत्मक ही रहेगा। आज आपको सहयोग भी बिन मांगे मिल जायेगा अपने कार्य समय से पूर्ण कर लेंगे लेकिन अन्य लोगो की सहायता करने में टालमटोल करेंगे घरेलू कार्य की अनदेखी करने पर ताने सुनने को मिलेंगे। धन की आमाद निश्चित होगी सामाजिक व्यवहार इसके कम या अधिक होने में महत्त्वपूर्ण रहेगा। सेहत आज ठीक ही रहेगी फिर भी खाना समय पर खाये।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आप पिछली गलतियों से सीख लेंगे। व्यवहार में सुधार करेंगे मीठा बोलकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर लेंगे। घर के सदस्य बजट से अधिक मांग कर दिनचार्य को जटिल बनाएंगे आज दिन भर धन संबंधित मामले दिमाग मे चलते रहेंगे फिर भी आज धन की तुलना में बौद्धिक क्षमता की उन्नति अधिक होगीं। मध्यान के आस पास सगे संबंधियों से किसी बात को लेकर टकराव होने की संभावना है आज स्वभाव की नरमी बात बढ़ेंगे नही देगी लेकिन मानसिक बेचैनी जरूर रहेगी। कार्य व्यवसाय में उन्नति होगी पर धन लाभ के लिये इंतजार करना पड़ेगा। बाहर घूमे के प्रसंग बनेंगे परन्तु अंत समय मे टल भी सकते है। मानसिक अंतर्द्वन्द को छोड़ सेहत ठीक रहेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज भी बचते बचते कलह होने की संभावना है आज स्वभाव में नरमी रखना अत्यंत आवश्यक है। आप जल्दी से किसी विवाद में नही पड़ेंगे लेकिन वातावरण ही ऐसा बनेगा ना चाहकर भी क्रोध आयेगा। आर्थिक कारणों से घर एवं कार्य क्षेत्र पर खींच तान होगी। भाई बंधुओ से किसी पुराने विवाद को लेकर तीखी झड़प होने की संभावना है बेतुकी बयानबाजी से बचें अन्यथा स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। नई सरकारी उलझने भी बनने के आसार है अनैतिक गतिविधियोंसे स्वयं को दूर रखें। महिला वर्ग भी आज आवश्यकता पड़ने पर ही अपना विचार रखें अन्यथा मान हानि हो सकती हैं। आज धन लाभ की आशा कम ही रखें बस खर्च ही निकाल पाएंगे। सेहत में सुधार आएगा पर अपनी ही गलती से समस्या दोबारा हो सकती है। अति आवश्यक कार्यो के लिये संध्या का इंतजार करें।
‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣‣🚩🙏
हिन्दूओं ये 1800 साल पुराना मंदिर ,बहुत से रहस्य समेटे हुए है ,मंदिर के अंदर एक पानी का कुंड है जो लगातार पानी को बाहर फेंकता रहता है
मंदिर प्रकृति को दर्शाता है ,जिससे मानव शरीर निर्मित है ,हवा पानी जल पृथ्वी आकाश का सम्मल्लित रुप है ,
पानी का स्त्रोत और हवा का प्रेशर जो लगातार पानी को बाहर फेंकता रहता है मंदिर के अंदर फर्स के उपर से मुख द्वार से बाहर निकलता है ,कोई भी अभी तक रहस्य का पता नहीं लगा पाया ,
ऐसे अनगिनत रहस्य और हमारी संस्कृति को कांग्रेसी सरकारों ने हमसे छिपाये रखा ,
जंबूकेश्वर मंदिर तिरुचिरापल्ली तमिलनाडु ,चोल वंश द्वारा निर्मित
साभार
हमारी इन तमाम विरासतों को सैक्युलर गैंग की सरकारों और बामपंथी गिरोह के इतिहासकारों ने हमसे बहुत ही कुटिल और शातिर तरीके से हमसे छिपाए रखा ।जय श्री राम

।।भारत में कई सदियों पहले एक किताब- (#मेरुतुंगाचार्य_रचित_प्रबन्ध_चिन्तामणि) आई थी जिसमें महान लोगों के बारे में कई हस्तलिखित कहानियाँ थी। कोई कहता है किताब १३१० के दशक में आई तो कोई उसे १३६० के दशक का मानता है, १३१० वाले ज़्यादा लोग हैं।
खैर मुद्दा वो नहीं है, किताब का १४ वीं सदी का होना ही काफी है। उसमें राजा भोज पर भी कई कहानिया है जिसमें से एक ये है, जिसे थोड़ा ध्यान से पढ़ा जाना चाहिए –
एक रात अचानक आँख खुल जाने से राजा भोज ने देखा कि चाँदनी के छिटकने से बड़ा ही सुहावना समय हो रहा है, और सामने ही आकाश में स्थित चन्द्रमा देखने वाले के मन मे आल्हाद उत्पन्न कर रहा है। यह देख राजा की आँखें उस तरफ अटक गई और थोड़ी देर में उन्होने यह श्लोकार्ध पढ़ा –
यदेतइन्द्रान्तर्जलदलवलीलां प्रकुरुते।
तदाचष्टे लेाकः शशक इति नो सां प्रति यथा॥
अर्थात् – “चाँद के भीतर जो यह बादल का टुकड़ा सा दिखाई देता है लोग उसे शशक (खरगोश) कहते हैं। परन्तु मैं ऐसा नहीं समझता।”
संयोग से इसके पहले ही एक विद्वान् चोर राज महल मे घुस आया था और राजा के जाग जाने के कारण एक तरफ छिपा बैठा था।
जब भोज ने दो तीन वार इसी श्लोकार्ध को पढ़ा और अगला श्लोकार्ध उनके मुँह से न निकला तब उस चोर से चुप न रहा गया और उसने आगे का श्लोकार्ध कह कर उस श्लोक की पूर्ति इस प्रकार कर दी-
अहं त्विन्दु मन्ये त्वरिविरहाक्रान्ततरुणो।
कटाक्षोल्कापातव्रणशतकलङ्काङ्किततनुम्॥
अर्थात् – “मै तो समझता हूं कि तुम्हारे शत्रुओ की विरहिणी स्त्रियो के कटाक्ष रूपी उल्काओं के पड़ने से चन्द्रमा के शरीर में सैकड़ों घाव हो गए हैं और ये उसी के दाग़ हैं।”
अपने पकड़े जाने की परवाह न करने वाले उस चोर के चमत्कार पूर्ण कथन को सुनकर भोज बहुत खुश हुये और सावधानी के तौर पर उस चोर को प्रातःकाल तक के लिये एक कोठरी मे बंद करवा दिया। परंतु उस समय विद्वता की पूछ परख ज्यादा थी सो अगले दिन प्रातः उसे भारी पुरस्कार देकर विदा किया गया।
लगभग 250 साल के लंबे अंतराल के बाद, गेलेलियों ने ३० नवंबर सन १६०९ को पहली बार टेलिस्कोप से चंद्रमा देखा और अपनी डायरी में नोट किया कि, “चंद्रमा की सतह चिकनी नहीं है जैसी कि मानी जाती थी (क्योंकि केवल आंखो से वह ऐसी ही दिखती है), बल्कि असमतल और ऊबड़-खाबड़ है।”
वहाँ उन्हे पहाड़ियाँ और गढ़हों जैसी रचनाएँ नज़र आई थी। उन्होने टेलिस्कोप से खुद के देखे चंद्रमा एक स्केच भी अपनी डायरी में बनाया।
कहानी का सार बस इतना है कि जिस समय चर्च यह मानता था कि रात का आसमान एक काली चादर है, जिसमें छेद हो गए और उसमे से स्वर्ग का प्रकाश तारों के रूप में दिख रहा है, उस समय भारत के एक चोट्टे को भी ये पता था कि चंद्रमा की सतह समतल नहीं है और उस पर जो दाग हैं वो उल्काओं के गिरने से बने हैं। बात खतम।
अब ये अलग बात है कि स्वयंभू वामपंथी इतिहासकारों, सेक्युलरता के घातक रोग से पीड़ित लिबरलों, और खुद पर ही शर्मिंदा कुछ भारतीय गोरों को यह बात आज भी नहीं पता, क्योंकि ना तो उन्हे इतिहास का अध्ययन करना आता है और ना ही उनमें इतनी क्षमता ही है।
हाई एजुकेटेड बेरोजगार युवक यह बात गाँठ बांध लें.👇
6 महीने में आप बाइक के मैकेनिक बन सकते हो।
6 महीने में आप कार के मैकेनिक बन सकते हो।
6 महीने में आप साइकिल के मकैनिक बन सकते हो।
6 महीने में आप मधुमक्खी पालन सीख सकते हो।
6 महीने में आप दर्जी का काम सिख सकते हो।
6 महीने में आप डेयरी फार्मिंग सीख सकते हो।
6 महीने में आप हलवाई का काम सीख सकते हो।
6 महीने में आप घर की इलेक्ट्रिक वायरिंग सीख सकते हो।
6 महीने में आप घर का प्लंबर का कार्य सीख सकते हो।
6 महीने में आप मोबाइल रिपेयरिंग सीख सकते हो।
6 महीने में आप जूते बनाना सीख सकते हो।
6 महीने में आप दरवाजे बनाना सीख सकते हो।
6 महीने में आप वेल्डिंग का काम सीख सकते हो।
6 महीने में आप मिट्टी के बर्तन बनाना सीख सकते हो।
6 महीने में आप घर की चिनाई करना सीख सकते हैं।
6 महीने में आप योगासन सीख सकते हो।
6 महीने में आप मशरूम की खेती का काम सीख सकते हो।
6 महीने में आप बाल काटने सीख सकते हो।
6 महीने में आप बहुत से काम ऐसे सीख सकते हो जो आपके परिवार को भूखा नहीं सोने देगा।
आज भारत में सबसे अधिक दुखी वह लोग हैं जो बहुत अधिक पढ़ लिखकर बेरोजगार हैं।
जो शिक्षा आप को रोजगार न दे सके वह शिक्षा किसी काम की नहीं।
रोजगार के लिए आपका अधिक पढ़ा लिखा होना कोई मायने नहीं।
भारत में 90% रोजगार वे लोग कर रहे हैं जो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं।
10% रोजगार पाने के लिए पढ़े लिखे लोगों में मारामारी है। स्वयं विचार करें।
