हिमालयी सचल महाकुंभ श्री नन्दा देवी राजजात अध्ययन यात्रा भाग 02
होमकुण्ड से सुतोल 8 नवंबर को वापस नौटी पहुंचेगी नन्दा देवी मन्दिर मे पूजा अर्चना के बाद पर्यावरण मेला नन्दासैंण के उद्घाटन समारोह में दल के07 सदस्यों का होगा नागरिक अभिन्नदन
40 वर्षों के बाद श्री नन्दा-देवी राजजात के मुख्य यात्रा मार्ग- नन्दा धाम नौटी से होम कुण्ड होते हुए वापस नौटी पहुंचने की अध्ययन यात्रा भाग-02 6सितम्बर2025 को नौटी से प्रारंभ हुई थी लेकिन मौसम की खराबी के कारणअभियान दल के पांच सदस्यों के दल जिसका नेतृत्व श्रीअतुल चमोला कर रहे थे ऱ्यूरागली से वापस आना पड़ा था पिक्सल यात्री11 के इस दल में राजगुरु श्री गणेश नौटियाल,श्री आलोक कुंवर, श्री पंकज कुंवर , श्री आलोक सती श्री सदस्य के रूप में शामिल हुए थे ।
यात्री दल ने पुनः4 नवम्बर को सुतोल से शिला समुद्ध पड़ाव, छोटी होमकुण्ड बड़ी होम कुण्ड, होकर चन्दनियाघट पड़ाव से आज यात्रा प्रातः सुतोल पहुंची,8 नवम्बर को सुतोल से नन्दा नगर पड़ाव होते हुए ,नंदप्रयाग से कर्णप्रयाग संगम, ईडाबघाणी होकर होकर रात तक नौटी पहुंचेंगे ‘ इस बार यात्री दल में3 सदस्य गणेश नौटियाल, पंकज कुंवर, आलोक कुंवर विभिन्न कारणों से प्रतिभाग नहीं कर पाये लेकिन वह सभी नौटी पहुंचेंगे । इस बार की यात्रा में सुतोल गाँव के श्री रणजीत सिंह नेगी, कमलेश नेगी ने भाग लिया ।9 नवम्बर को राज्य के स्थापना दिवस की रजत जयंती के शुभ अवसर प्रातः श्री नन्दा देवी मन्दिर नौटी में अध्ययन यात्रा भाग02 के सभी07 सदस्यों द्वारा भगवती की पूजा अर्चना के बाद मन्दिर समिति द्वारा स्वागत किया जायेगा ।
राज्य स्थापना दिवस पर नन्दासैण में आयोजित होने वाले पर्यावरण संवर्धन मेले के उद्घाटन पर श्री नन्दादेवी राज जात अध्ययन यात्रा भाग02 के सभी सदस्यों का नागरिक अभिनन्दन “नन्दा गौरव” सम्मान सें किया जायेगा ।
यात्रा दल के टीम लिडर ने श्री अतुल चमोला बताया कि शिलासमुद्ध पड़ाव भूस्खलनसे क्षतिग्रस्तहो रखा है । बड़ी होमकुण्ड तथा वापसी मेंचंदनियाघट व सुतोल के पैदल मार्ग अत्य अधिक क्षतिग्रस्त हैं इन रास्त्रो का निर्माण इसी माह वर्फवारी से पूर्वनहीं होता हैतो आगामी वर्ष होने वाली यात्राअत्यधिक जोखिम
भरी होगी पैदल पुल तो अगली वर्ष गर्मियों में बनाने होंगे । यात्रा मार्गए निर्माण में वन विभाग को नेहरु पर्वत रोहण संस्थान, आई० टी० वी० पी व कर्नल कोठियाल जी का मार्ग दर्शन अवश्य लेना चाहिए बड़ी होम कुण्ड में1968 के बाद पूजा नहीं हो सकी क्योंकि ग्लेशियर से वहां के रास्ते पूरी तरह नेस्तानाबुत हो गये थे । सन्1987,2000, व2014 की यात्रा की अन्तिम पूजा छोटी होम कुण्ड में हुई थी, आगामी यात्रा पूजा भी जन सुरक्षा की दृष्टि की दृष्टि से यहीं पर होनी चाहिए । वहीं बड़ी होम कुण्डी जाने के लिए4 सदस्यों को ही कई घण्टों का संघर्ष आने जाने के लिए करना पड़ा/ सरकार को बिना बिलम्व किये ध्यान देना होगा ।
इस तरह सन्1985 में जब स्व० प्रकाश पुरोहित जयदीप अपने 5 सदस्यीय अध्ययन यात्रा 01 पर निकले थे तो अब40 बर्षो बाद आयोजित इस यात्रा को यात्रा मार्ग व पड़ावों पर नन्दा भक्तों व जनता ने भरपूर सहयोग दिया ‘ गौचर मेले के बाद अध्ययन दल अपनी रिपोर्ट देहरादून में प्रदेश के माननीय मुख्य मन्त्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी को सौपेगी इस रिपोर्ट से यात्रा की तैयारियों को अवश्य लाभ मिलेगा ।
श्री नन्दा देवी राजजात समिति ने इस प्रकारके अध्ययत यात्राओं के आयोजन के लिए फिक्सल यात्री-11 एवं श्री प्रकाश संस्था को साधुवाद देते हुए सभी नन्दा भक्तों से अपील कि कि वे अपने क्षेत्र व गाँव में पड़ने वाले पड़ावों व यात्रा मार्ग पर यात्रा को भव्य व दिव्य रूप से आयोजित करते में स्थानीय समितियों को अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें
