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रामपुर तिराहा, खटीमा मसूरी श्रीयंत्र टापू, पौड़ी, गोपेश्वर अगस्तमुनी, 1994 #उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों का बलिदान व गिरफ्तारियां याद है कि भूल गये? ऋण तभी अवमुचित होगा जब सरकार उत्तराखण्ड से पलायन रोकने और गांव में रोजगार सृजित करने के लिए दस सूझावों पर गंभीरता से कार्य करे।
1:–गैरसैंण #स्थाई_राजधानी बनाओ।
2:–नारायण दत्त तिवारी ने उत्तराखंड राज्य #आन्दोलनकारियों को जो विभिन्न #श्रेणियों में बांटा है उसे केवल #एक करो।
3:–#बदरी नस्ल के #गोवंश पालकों को एक हजार रूपये प्रति गो वंश प्रतिमाह दो।
4:– प्रत्येक गांव में आठ हजार रूपये प्रति माह पर दो #युवा बंदर लंगूर भालू सुवर भगाने वाले नियुक्त करो जो गर्मियों में ग्रामीणों के साथ आग भी बुझायेंगे
5:- प्रत्येक गांव में उसी निकटवर्ती क्षेत्र का #डाक्टर किसी भी पैथी का 20 हजार माह पर नियुक्त करो।
6:–प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक #शिशु_मंदिर खोलो और उसे मदरसों की भांति सरकारी सहायता भी दें।
7-प्रत्येक गांव को अनिवार्य रूप से #मोटर_मार्ग से जोड़ो।
8:–प्रत्येक गाँव में दो व्यक्तियों को दस लाख तक के #होम_स्टे योजना दें, ताकि पर्यटक और उस गांव के जो दिल्ली देहरादून हरिद्वार हल्द्वानी बसे प्रवासी जिनके मकान खंडहर हो गये वे भी उस होम स्टे में ठहरें।
9:–सरकार #दायी_विधा को पुनर्जीवित करे, इसके लिए दायी प्रशिक्षण व प्रत्येक गांव में तीन हजार प्रतिमाह पर उसी गाँव की एक दायी नियुक्ति हो।
10:–प्रत्येक गांव में एक युवा को अपने घर में #जनसंचार केन्द्र सुविधाओं का लिंक व कम्प्यूटर व प्रिंटर दें। जिससे लोगा गांव में आनलाइन सुविधाओं का लाभ लेसकें।
सुझाव और भी हैं लेकिन ये दस सुझाव पलायन रोकने और ग्रामीण रोजगार के लिए ये अति प्राथमिकता वाले अनिवार्य उपचार हैं। इससे #पलायन_आयोग की आवश्यकता भी नहीं रहेगी
✍️हरीश मैखुरी
काशी में मणिकर्णिका घाट पर चिता जब शांत हो जाती है तब मुखाग्नि देने वाला व्यक्ति चिता भस्म पर 94 लिखता है।
यह सभी को नहीं मालूम है। खांटी बनारसी लोग या अगल बगल के लोग ही इस परम्परा को जानते हैं। बाहर से आये शवदाहक जन इस बात को नहीं जानते।
जीवन के शतपथ होते हैं। 100 शुभ कर्मों को करने वाला व्यक्ति मरने के बाद उसी के आधार पर अगला जीवन शुभ या अशुभ प्राप्त करता है। 94 कर्म मनुष्य के अधीन हैं। वह इन्हें करने में समर्थ है पर 6 कर्म का परिणाम ब्रह्मा जी के अधीन होता है।हानि-लाभ, जीवन-मरण, यश- अपयश ये 6 कर्म विधि के नियंत्रण में होते हैं।
अतः आज चिता के साथ ही तुम्हारे 94 कर्म भस्म हो गये। आगे के 6 कर्म अब तुम्हारे लिए नया जीवन सृजित करेंगे।
अतः 100 – 6 = 94 लिखा जाता है।
गीता में भी प्रतिपादित है कि मृत्यु के बाद मन अपने साथ 5 ज्ञानेन्द्रियों को लेकर जाता है। यह संख्या 6 होती है। मन और पांच ज्ञान इन्द्रियाँ।
अगला जन्म किस देश में कहाँ और किन लोगों के बीच होगा यह प्रकृति के अतिरिक्त किसी को ज्ञात नहीं होता है। अतः 94 कर्म भस्म हुए 6 साथ जा रहे हैं।
विदा यात्री। तुम्हारे 6 कर्म तुम्हारे साथ हैं।
आपके लिए इन 100 शुभ कर्मों का विस्तृत विवरण दिया जा रहा है जो जीवन को धर्म और सत्कर्म की ओर ले जाते हैं एवं यह सूची आपके जीवन को सत्कर्म करने की प्रेरणा देगी……
100 शुभ कर्मों की गणना धर्म और नैतिकता के कर्म-
1.सत्य बोलना, प्रयास करें कि प्रत्येक स्थिति में सत्य ही बोलें।
2.अहिंसा का पालन अहिंसा परमोधर्म: धर्म हिंसा तथैव च
3.चोरी न करना
4.लोभ से बचना
5.क्रोध पर नियंत्रण
6.क्षमा करना
7.दया भाव रखना
8.दूसरों की सहायता करना
9.दान देना (अन्न, वस्त्र, धन)
10.गुरु की सेवा
11.माता-पिता का सम्मान
12.अतिथि सत्कार
13.धर्मग्रंथों का अध्ययन
14.वेदों और शास्त्रों का पाठ
15.तीर्थ यात्रा करना
16.यज्ञ और हवन करना
17.मंदिर में पूजा-अर्चना
18.पवित्र नदियों में स्नान
19.संयम और ब्रह्मचर्य का पालन
20.नियमित ध्यान और योग सामाजिक और पारिवारिक
21.परिवार का पालन-पोषण
22.बच्चों को अच्छी शिक्षा देना
23.गरीबों को भोजन देना
24.रोगियों की सेवा
25.अनाथों की सहायता
26.वृद्धों का सम्मान
27.समाज में शांति स्थापना
28.झूठे वाद-विवाद से बचना
29.दूसरों की निंदा न करना
30.सत्य और न्याय का समर्थन
31.परोपकार करना
32.सामाजिक कार्यों में भाग लेना
33.पर्यावरण की रक्षा
34.वृक्षारोपण करना
35.जल संरक्षण
36.पशु-पक्षियों की रक्षा
37.सामाजिक एकता को बढ़ावा देना
38.दूसरों को प्रेरित करना
39.समाज में कमजोर वर्गों का उत्थान
40.धर्म के प्रचार में सहयोग आध्यात्मिक और व्यक्तिगत कर्म 41.नियमित जप करना
42.भगवान का स्मरण
43.प्राणायाम करना
44.आत्मचिंतन
45.मन की शुद्धि
46.इंद्रियों पर नियंत्रण
47.लालच से मुक्ति
48.मोह-माया से दूरी
49.सादा जीवन जीना
50.स्वाध्याय (आत्म-अध्ययन)
51.संतों का सान्निध्य
52.सत्संग में भाग लेना
53.भक्ति में लीन होना
54.कर्मफल भगवान को समर्पित करना
55.तृष्णा का त्याग
56.ईर्ष्या से बचना
57.शांति का प्रसार
58.आत्मविश्वास बनाए रखना
59.दूसरों के प्रति उदारता
60.सकारात्मक सोच रखना सेवा और दान के कर्म
61.भूखों को भोजन देना
62.नग्न को वस्त्र देना
63.बेघर को आश्रय देना
64.शिक्षा के लिए दान
65.चिकित्सा के लिए सहायता
66.धार्मिक स्थानों का निर्माण
67.गौ सेवा
68.पशुओं को चारा देना
69.जलाशयों की सफाई
70.रास्तों का निर्माण
71.यात्री निवास बनवाना
72.स्कूलों को सहायता
73.पुस्तकालय स्थापना
74.धार्मिक उत्सवों में सहयोग
75.गरीबों के लिए निःशुल्क भोजन
76.वस्त्र दान
77.औषधि दान
78.विद्या दान
79.कन्या दान
80.भूमि दान, नैतिक और मानवीय
81.विश्वासघात न करना
82.वचन का पालन
83.कर्तव्यनिष्ठा
84.समय की प्रतिबद्धता
85.धैर्य रखना
86.दूसरों की भावनाओं का सम्मान
87.सत्य के लिए संघर्ष
88.अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाना
89.दुखियों के आँसू पोंछना
90.बच्चों को नैतिक शिक्षा
91.प्रकृति के प्रति कृतज्ञता
92.दूसरों को प्रोत्साहन
93.मन, वचन, कर्म से शुद्धता
94.जीवन में संतुलन बनाए रखना
विधि के अधीन 6 कर्म 95.हानि
96.लाभ
97.जीवन
98.मरण
99.यश
100.अपयश
*🚩🔱❄«ॐ»«ॐ»«ॐ»❄🔱🚩*
🌞🛕🛕 *जय रामजी की*🛕🛕🌞
🌺 *जय श्री राधेकृष्णा*🌺
🔔 *बम महाँकाल बाबा*🔔
🏹 *जय माँ जगदम्ब भवानी*🏹
*🐀🐘जय श्री गणेश🐘🐀*
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
दिनांक :-05-अक्टूबर-2025
वार :-रविवार
तिथी :-13त्रयोदशी:-15:04
पक्ष:-शुक्लपक्ष
माह:-आश्विन
नक्षत्र:-शतभिषा:-08:01/पूर्वाभाद्रपद 30:16
योग:-गण्ड:-16:34
करण:-तैतिल:-15:04
चन्द्रमा:-कुम्भ:-24:45/मीन
सुर्योदय:-06:26
सुर्यास्त:-18:12
दिशा शुल…..पश्चिम
निवारण उपाय:-जौं का सेवन
ऋतु :- शरद् ऋतु
गुलीक काल:-15:12से 16:41
राहू काल:-16:41से18:09
अभीजित….11:52से12:39
विक्रम सम्वंत ………2082
शक सम्वंत …………1947
युगाब्द ………………5126
सम्वंत सर नाम:-सिद्बार्थी
🌞चोघङिया दिन🌞
चंचल:-07:50से09:18तक
लाभ:-09:18से10:47तक
अमृत:-10:47से12:15तक
शुभ:-13:44से15:12तक
🌗चोघङिया रात🌓
शुभ:-18:09से19:41तक
अमृत:-19:41से21:12तक
चंचल:-21:12से22:44तक
लाभ :-01:47से03:18तक
शुभ :-04:50से06:21तक
🙏आज के विशेष योग🙏
वर्ष का 190वाँ दिन, पंचक, रवियोग 08:01 से 30:16, व्यतिपात महापात 12:10 से 15:46, मारवाड उत्सव प्रारंभ (2दिन, जोधपुर)
🌺👉टिप्स 👈🌺
रसोईघर के उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा रखे।
*🌅सुविचार🌅👏*
प्रयास करे मन में कभी क्रोध ना पाले..👍🏻
*💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿*
*पुदीने का सेवन दिलाये कई रोगों से मुक्ति -*
*बड़े काम की है पुदीने की चटनी*
पुदीने की चटनी बड़े काम की होती है। पुदीने के साथ अनारदाना, हरा कच्चा टमाटर, नीबू, अदरक, हरी मिर्च, सेंधा नामक, काली मिर्च, अजवाइन को मिलाकर इसकी चटनी बनाई जाती है। इसका सेवन पेट के लिए काफी फायदेमंद होता है।
*पेट के रोगों को करे दूर*
पेट से जुड़ी सभी तरह की समस्या को दूर करने के लिए पुदीने को सबसे अच्छा माना गया है। आजकल खान-पान की वजह से पेट में तरह-तरह की तकलीफें हो जाती हैं। एक चम्मच पुदीने के रस में एक कप गुनगुना पानी और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से पेट के रोगों में आराम मिलता है। जंक फूड खाने या मसालेदार खाना खाने से बदहजमी हो जाती है और पेट में दर्द होने लगता है। पुदीने को उबालकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करने से पेट की समस्या दूर होती है।
*🐑🐂 राशिफल🐊🐬*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। स्वाभिमान को ठेस लग सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
सुख के साधन प्राप्त होंगे। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक काम करने की इच्छा रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
धार्मिक अनुष्ठान पूजा-पाठ इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। कोर्ट-कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक शांति रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। समय अनुकूल है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। शारीरिक कष्ट संभव है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कुसगंति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। किसी दूसरे व्यक्ति की बातों में न आएं। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। व्यापार अच्छा चलेगा। नौकरी में मातहतों से कहासुनी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें।
👩🏻🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
शरीर में कमर व घुटने आदि के दर्द से परेशानी हो सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। शत्रुभय रहेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाइयों का सहयोग मिलेगा। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकता है।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति पर व्यय होगा। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ रहेगा। शेयर मार्केट से लाभ होगा।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी वरिष्ठ प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कष्ट व भय सताएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
राजभय रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। भागदौड़ अधिक रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश सोच-समझकर करें।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक कार्यों में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रशंसा होगी। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। व्यापार ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। यश बढ़ेगा। दूर से शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। घर में मेहमानों का आगमन होगा। कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।
🐡 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
कुबुद्धि हावी रहेगी। चोट व रोग से बचें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल सकती है। किसी न्यायपूर्ण बात का भी विरोध हो सकता है। विवाद न करें।
*🎊🎉🎁 आज जिनका जन्मदिवस या विवाह वर्षगांठ हैं उन सभी मित्रो को कोटिशः शुभकामनायें🎁🎊🎉*
※══❖═══▩ஜ ۩۞۩ ஜ▩═══❖══※
*😍आपका दिन शुभ हो😍*
*🚩जयतु जयतु हिन्दुराष्ट्रम🚩*
_*👧🏻बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ👸🏻*_