वेदों में पशुबलि एवं माँसाहार का विधान नहीं है अपितु समूचे ब्रह्मांड के लिए शांतिपाठ और स्वस्ति वाचन है

वेदों में पशुबलि, माँसाहार आदि अभक्ष्य का विधान नहीं है। वेदों में पशु हत्या पाप बतायी गई है। वेद आज से करोड़ों वर्ष पूर्व श्रुति स्मृति

Read more