*लिखें वही जिसके नीचे अपने हस्ताक्षर कर सकें, सोचें वही जो बेहिचक बोल सकें और बोलें वही जिसका जवाब सुन सकें**शुप्रभात*✍️हरीश मैखुरी ।। *ॐ* ।।🚩 🌞
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*लिखें वही जिसके नीचे अपने हस्ताक्षर कर सकें, सोचें वही जो बेहिचक बोल सकें और बोलें वही जिसका जवाब सुन सकें**शुप्रभात*✍️हरीश मैखुरी ।। *ॐ* ।।🚩 🌞
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