📖 *नीतिदर्शन……………………*✍🏿 *वेत्ति यावत् स्वरूपं न तावद् व्यक्तिर्विषीदति।* *स्वरूपं हनुमान् स्मृत्वा लंघे$ब्धिं सुदुस्तरम्।।* 📝 *भावार्थ* 👉🏿 जबतक व्यक्ति अपने रूप-बलको नहीं पहचानता है, तबतक ही
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📖 *नीतिदर्शन……………………*✍🏿 *वेत्ति यावत् स्वरूपं न तावद् व्यक्तिर्विषीदति।* *स्वरूपं हनुमान् स्मृत्वा लंघे$ब्धिं सुदुस्तरम्।।* 📝 *भावार्थ* 👉🏿 जबतक व्यक्ति अपने रूप-बलको नहीं पहचानता है, तबतक ही
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