सहारा के निवेशकों को लौटाने होंगे पैसे सुप्रीम कोर्ट ने दिखाया कड़ा रुख, भोजन के संदर्भ में गरूड़ पुराण की दस महत्वपूर्ण बातें, इस भव संसार में जन्म मरण के बंधनो से मुक्त करने वाले आनंदकंद भगवान के श्रीकृष्ण चरणों में वास ही मुक्ति कहा गया है, आज के प्रमुख समाचारों में मोदी व मणिपुर, आज का पंचाग व राशिफल

गरुण पुराण, वेदव्यास जी द्वारा रचित 18 पुराणो में से एक है। गरुड़ पुराण में 279 अध्याय तथा 18000 श्र्लोक हैं। इस ग्रंथ में मृत्यु पश्चात की घटनाओं, प्रेत लोक, यम लोक, नरक तथा 84 लाख योनियों के नरक स्वरुपी जीवन आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अलावा भी इस ग्रन्थ में कई मानव उपयोगी बातें लिखी है जिनमे से एक है की किस तरह के लोगों के घर भोजन नहीं करना चाहिए।

क्योंकि एक अनुभव की बात है, जैसा खाएंगे अन्न, वैसा बनेगा मन। अर्थात हम जैसा भोजन करते हैं, ठीक वैसी ही सोच और विचार बनते हैं। इसका सबसे सशक्त उदाहरण महाभारत में मिलता है जब तीरों की शैय्या पर पड़े भीष्म पितामह से द्रोपदी पूंछती है-   क्यों उन्होंने भरी सभा में मेरे चीरहरण का विरोध नहीं किया जबकि वो सबसे बड़े और सबसे सशक्त थे।” तब भीष्म पितामह कहते है की मनुष्य जैसा अन्न खता है वैसा ही उसका मन हो जाता है। उस वक़्त में कौरवों का अधर्मी अन्न खा रहा था इसलिए मेरा मस्तिष्क वैसा ही हो गया और मैं उस कुकृत्य में गलत देख ही नहीं पाया।

हमारे समाज में एक परंपरा पुराने समय से चली आ रही है कि लोग एक-दूसरे के घर पर भोजन करने जाते हैं। कई बार दूसरे लोग हमें भक्ष्य वस्तु देते हैं। वैसे तो यह एक सामान्य सी बात है, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि किन लोगों के यहां हमें भोजन नहीं करना चाहिए।

गरुड़ पुराण के आचार कांड में बताया गया है कि हमें किन 11 लोगों के यहां भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। यदि हम इन लोगों के द्वारा दिया गया भोजन खाते हैं या इनके घर भोजन करते हैं तो इससे हमारे पापों में वृद्धि होती है। यहां जानिए ये 11 लोग कौन-कौन हैं और इनके घर पर भोजन क्यों नहीं करना चाहिए…

1. कोई चोर या अपराधी——————–कोई व्यक्ति चोर है, न्यायालय में उसका अपराधी सिद्ध हो गया हो तो उसके घर का भोजन नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार चोर के यहां का भोजन करने पर उसके पापों का असर हमारे जीवन पर भी हो सकता है।

2. चरित्रहीन स्त्री———————

इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चरित्रहीन स्त्री के हाथ से बना हुआ या उसके घर पर भोजन नहीं करना चाहिए। यहां चरित्रहीन स्त्री का अर्थ यह है कि जो स्त्री स्वेच्छा से पूरी तरह अधार्मिक आचरण करती है। गरुड़ पुराण में लिखा है कि जो व्यक्ति ऐसी स्त्री के यहां भोजन करता है, वह भी उसके पापों का फल प्राप्त करता है।

3. सूदखोर ———————-

वैसे तो आज के समय में काफी लोग ब्याज पर दूसरों को पैसा देते हैं, लेकिन जो लोग दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए अनुचित रूप से अत्यधिक ब्याज प्राप्त करते हैं, गरुड़ पुराण के अनुसार उनके घर पर भी भोजन नहीं करना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में दूसरों की मजबूरी का अनुचित लाभ उठाना पाप माना गया है। गलत ढंग से कमाया गया धन, अशुभ फल ही देता है।

4. रोगी व्यक्ति———————–

यदि कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है, कोई व्यक्ति छूत के रोग हैं तो उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति के यहां भोजन करने पर हम भी उस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। लंबे समय से रोगी मनुष्य के घर के वातावरण में भी बीमारियों के कीटाणु हो सकते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य को क्षति पहुंचा सकते हैं।

5. अत्यधिक क्रोधी व्यक्ति

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क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु होता है। अक्सर क्रोध के आवेश में व्यक्ति अच्छे और बुरे का अंतर भूल जाता है। इसी कारण व्यक्ति को हानि भी उठानी पड़ती है। जो लोग सदा ही क्रोधित रहते हैं, उनके यहां भी भोजन नहीं करना चाहिए। यदि हम उनके यहां भोजन करेंगे तो उनके क्रोध के गुण हमारे अंदर भी प्रवेश कर सकते हैं।

6. नपुंसक या किन्नर——————-

किन्नरों को दान देने का विशेष विधान बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि इन्हें दान देने पर हमें अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि इन्हें दान देना चाहिए, लेकिन इनके यहां भोजन नहीं करना चाहिए। किन्नर कई प्रकार के लोगों से दान में धन प्राप्त करते हैं। इन्हें दान देने वालों में अच्छे-बुरे, दोनों प्रकार के लोग होते हैं।

7. निर्दयी व्यक्ति———————-

यदि कोई व्यक्ति निर्दयी है, दूसरों के प्रति मानवीय भाव नहीं रखता है, सभी को कष्ट देते रहता है या पशुओं की हत्या करता तो उसके घर का भी भोजन नहीं खाना चाहिए। ऐसे लोगों द्वारा अर्जित किए गए धन से बना खाना हमारा स्वभाव भी वैसा ही बना सकता है। हम भी निर्दयी बन सकते हैं। जैसा भोजन हम पाते हैं, हमारी सोच और विचार भी वैसे ही बनते हैं।

8. निर्दयी और अन्यायी राजा————–

यदि कोई राजा निर्दयी है और अपनी प्रजा का ध्यान न रखते हुए सभी को कष्ट देता है और निष्पक्ष न्याय नहीं करता तो उसके यहां का भोजन नहीं करना चाहिए। राजा का कर्तव्य है कि प्रजा का ध्यान रखें और अपने अधीन रहने वाले लोगों की आवश्यकताओं को पूरी करें। जो राजा इस बात का ध्यान न रखते हुए सभी को सताता है, उसके यहां का भोजन नहीं खाना चाहिए।

9. चुगलखोर व्यक्ति

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जिन लोग दूसरों की अभिरूचि चुगली करने की रहती हैं, उनके यहां या उनके द्वारा दिए गए भोजन को ग्रहण नहीं करना चाहिए। चुगली करना बुरी आदत है। चुगली करने वाले लोग दूसरों को परेशानियों फंसा देते हैं और स्वयं आनंद उठाते हैं। इस काम को भी पाप की श्रेणी में रखा गया है। अत: ऐसे लोगों के यहां भोजन करने से बचना चाहिए।

10. नशीले पदार्थ बेचने वाले〰〰〰〰〰

नशा करना भी पाप की श्रेणी में ही आता है और जो लोग नशीली चीजों का व्यापार करते हैं, गरुड़ पुराण में उनका यहां भोजन करना वर्जित किया गया है। नशे के कारण कई लोगों के घर बर्बाद हो जाते हैं। इसका दोष नशा बेचने वालों को भी लगता है। ऐसे लोगों के यहां भोजन करने पर उनके पाप का प्रभाव हमारे जीवन पर भी होता है।

11-कुत्ता पालक————-

जिसके घर में कुत्तों का वास रहता है उसके घर का भोजन भी अस्पृश्य हो जाता है कुत्तों द्वारा भोजन की गंध सूंधने कुत्तों के रोम भोजन में गिरने के कारण देवता और पितृ उस घर का भोजन गृहण नहीं करते हैं। उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है, कुत्तों के प्राकृतिक आवास गलियां या आंगन हैं। कुत्तों को दुलारना पुचकारना भी नहीं चाहिए यदि कुत्ता छू जाय तो उसके उपरांत स्नान करना चाहिए।

*श्रीराधे चरित*~

श्रीराधे जू की चरित्र का वर्णन करने का सामर्थ्य ना तो ब्रह्मा जी में है,और ना ही श्री शारदा जी में ही हैं,

*एक बार द्वारिका में श्री रुक्मिणी जी ने मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण के श्वांश-श्वांश से श्री राधे-श्री राधे नाम की ध्वंनि का गुंजन सुना और सुनकर चौंक गई,*

*उन्हें पूरी रात्रि नींद नहीं आई और प्रातःकाल होते ही रुक्मिणी जी श्रीकृष्ण से पूछ पड़ी हैं प्रभु! समस्त संसार,यहाँ तक की अखिल ब्रह्माण्ड अपने श्वांशो में सिर्फ आपके नाम का सुमिरन करते हैं,और आप अखिल ब्रह्माण्ड के स्वामी होकर श्रीराधे नाम का अपनी श्वांशो में सुमिरन करते हैं,आखिर ये श्रीराधे कौन हैं मुझे कृपा करके बताइये प्रभु। भगवान श्रीकृष्ण मुस्कराये और कहा है देवी! मैं अखिल ब्रह्माण्ड का स्वामी होते हुए भी,मेरी वाणी में इतना सामर्थ्य नहीं है कि मैं श्रीराधे जू के चरित्र का वर्णन कर सकूँ। मैं आपको वचन देता हूँ कि आपकी भेंट श्रीराधे जू से अवश्य होगी,तब आपको आपके मन में उठ रहे समस्त प्रश्नों का उत्तर भी मिल जाएगा*

*श्रीकृष्ण श्रीराधे के बिना नीरस हो जाते हैं,इसीलिए श्रीराधे कृष्ण की युगल उपासना को ही सर्वश्रेष्ठ उपासना माना जाता है। दोउ चंद्र हैं और दोउ चकोर हैं।*

*श्रीकृष्ण जब वृन्दावन छोड़कर जाने लगे तब वो श्रीराधे जू के पास आये और उन्होंने कहा हे राधे! मैं जा रहा हूँ,ब्रज में मेरी लीलाओं का विराम हो चुका है और अब मुझे धर्मस्थापना के लिए कार्य करना है,श्रीकृष्ण के इस प्रकार के वचनों को सुनकर पहले तो किशोरी जी को मूर्च्छा आ गई और वो भूमि पर गिर पड़ी,श्रीकृष्ण जी ने उन्हें अपनी गोद में उठाया और अपनी पीताम्बरी से उन्हें पंखा करने लगे,कुछ समय पश्चात श्रीप्रिया जू की मूर्च्छा भंग हुई, तब श्रीराधे जू ने कहा हे प्राण प्रियतम! मैं तो प्रेम हूँ,और प्रेम का स्वभाव बाँधना नहीं होता है,प्रेम तो वो अति पावन परम तत्त्व है जो सम्पूर्ण सांसारिक बंधनो से मुक्त करके जीवन मुक्त परमानन्द की स्थिति में आरुण करता है। प्रेम ही सेवा है…प्रेम ही भक्ति है।*

*श्रीराधे के इस प्रकार के वचनों को सुनकर श्रीकृष्ण के नेत्रों से अश्रुपात होने लगे,और उन्होंने कहा- हे मेरी स्वामिनि! आप धन्य हैं,सम्पूर्ण जगत सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मुझेसे पहले आपको स्थान देगा,यदि जो मेरे नाम के बाद आपका नाम लेगा उसे मेरी कृपा भक्ति कभी प्राप्त नही होगी,ये मेरी बंशी अब आप रख लीजिये,क्योंकि ये बंशी केवल प्रेम के लिए ही बजती है,और अब मैं अपने प्रेम यानि आपसे से दूर जा रहा हूँ,इसलिए अब ये बंशी मुझसे नहीं बजेगी,उसके बाद जो श्याम ब्रज छोड़कर गये दुबारा नहीं लौटे। असल में श्रीराधे कृष्ण का विच्छेद कभी होता नहीं। बस सांसारिक दृष्टि से दोनों अलग हुए थे।*

*श्रीराधे जू ने अपने सारे श्रृंगारों का त्याग किया,श्रीराधे जू ने महल का भी त्याग कर दिया था,अब तो वो केवल एक वक्त ही गौमाता का दुग्धपान करती थी,वो इसलिए नहीं की वो जीना चाहती थीं,बल्कि इसलिए की उन्हें पूर्ण विश्वाश था की उनकी भेंट इसी जीवन में गोविन्द से अवश्य होगी,श्रीराधे जू ने सौ वर्षों तक नींद और विश्राम नहीं लिया,बस अहर्निश उनके ह्रदय और वाणी से श्रीकृष्ण नाम का जाप होता रहता था,रोम रोम श्रीकृष्ण के लिए तडपता था। उनका मन अहर्निश अपने प्राण प्रियतम श्रीकृष्ण के स्मरण में ही डूबा रहता था,यदि अपनी विरह ज्वाला को प्रकट कर देतीं तो ये विश्व भस्म हो जाता। श्रीराधे जु के अति सुन्दर लम्बे केश अब बड़ी-बड़ी जटाओं में परिवर्तित हो चुके थे,उनकी प्यारी अष्ट प्रमुख सखियाँ सदैव उनकी सेवा में लगि रहती थीं,इस तरह से जब सौ वर्षो की अवधि पूर्ण हुई तब एक बार सूर्य ग्रहण के समय श्रीराधा सहित सभी ब्रजवासियों को कुरुक्षेत्र आने का अवसर मिला,और तभी उन सभी की भेंट श्रीकृष्ण से हुई थी,तब श्रीकृष्ण जी श्रीराधे जू के चरणों में गिरकर बहुत रोए थे और कहा मैं महापापी हूँ…है राधे! मुझे दण्डित करो*

*मेरा रोम-रोम तुम्हारे प्रेम का ऋणी है,इस ऋण से मैं कभी भी उऋण नहीं हो सकता,श्रीराधे जू श्रीकृष्ण को अपने चरणों से उठाकर अपने ह्रदय से लगा लेती हैं। देवता लोग स्वर्ग से पुष्पों की वर्षा करने लगते हैं,दुन्दुभियां बजने लगती है,दसों दिशाओं में श्रीराधे कृष्ण नाम का संकीर्तन होने लगता है,ततपश्चात श्रीकृष्ण की समस्त पत्नियां श्रीराधे जू के दर्शन पाने को आतीं हैं,जब श्रीराधे जू को इस बात का पता चलता है तो वो दौड़कर श्रीकृष्ण की पत्नियों से मिलने उनके पास आती हैं,और श्री रुक्मिणी जी के चरणों में गिरकर श्रीराधे जू कहती हैं- हे रुक्मिणी जी! मुझे अपनी दासी बना लीजिये,मेरा रोंम-रोंम आपका ऋणी है,आपने मेरे गोविन्द की अपार सेवा की हैं,आपने मेरे गोविन्द को बहुत सुख दिया है,मैं आपका ये ऋण कभी चूका नहीं पाऊँगी। मुझे जन्म-जन्म के लिए अपनी दासी बना लीजिये,मैं आप सभी की बहुत-बहुत ऋणी हूँ।*

 

*तब श्री रुक्मिणी जी को श्रीकृष्ण जी की वो बात याद आ गई जब उन्होंने कहा था कि- आप जब श्रीराधे जू से मिलेंगी तब आपके मन में उठ रहे समस्त प्रश्नों का उत्तर मिल जाएगा। देवी रुक्मिणी भी रो पडतीं हैं…कहती हैं – हे देवी श्रीराधे! मैं धन्य हो गई तुम्हारी दर्शन पाकर। तुम्हारे प्रेम को कोटि कोटि नमन…*

‼ *श्रीराधे* ‼

हे नाथ!हे मेरे नाथ!!आप बहुत ही कृपालुं हैं!!!

PM मोदी को मणिपुर में SPG ने कैसे पहुंचाया?

चौंकाने वाली तस्वीर आई सामने:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचते हैं तो पायलट साफ कहता है सर उड़ान भरना संभव नहीं है, जबरदस्ती उड़ान भरने का मतलब खतरा बड़ा हो सकता है.

एसपीजी कमांडो भी अपने वीवीआईपी को किसी भी हाल में खतरे में नहीं डालना चाहते, इसलिए एसपीजी अपना ब्लू बुक निकालती है, जिसमें रूट मैप के साथ-साथ इमरजेंसी एग्जिट का प्लान भी लिखा होता है, लेकिन यहां पीएम मोदी एग्जिट को तैयार नहीं थे, वो सिर्फ दो सवाल पूछ रहे थे… पहला, चुराचांदपुर जाने में कितना वक्त लगेगा, और दूसरा, बिना वहां के लोगों से मिले लौटने का कोई प्लान नहीं बनेगा.

अब यहां आप एसपीजी का दिमाग देखिए.
SPG को ये बात पता थी कि जिस रास्ते से मोदी जाना चाहते हैं, उसी रास्ते पर कल तोड़फोड़ हुई है।

एयरपोर्ट वाले एरिये में मैतई समुदाय के लोग ज्यादा हैं, जबकि वहां कुकी समुदाय के लोग ज्यादा हैं,कहीं-कहीं सड़कें संकरीं और घुमावदार हैं, लैंडस्लाइड का खतरा भी बीच-बीच में पहाड़ों में बना हुआ है।

ये भी ख़बर मिलती है इंफाल के कांगला किले के कुछ हिस्सों में घुटनों तक पानी भर गया है,
जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंसा के दौरान विस्थापित लोगों से मिलने वाले हैं. इसीलिए एसपीजी के जवान वहां से सीधा स्थानीय पुलिस के साथ-साथ 60-70 किलोमीटर के इलाके का पूरा मौसम अपडेट भी लेते हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे से आसानी से निपटा जा सके.

जिस एयरपोर्ट पर मोदी थे वहां से करीब 60-70 किलोमीटर दूर बने रैली स्थल में पड़ने वाले हर नाकेबंदी और पुलिस थाने को अलर्ट किया जाता है. वहां के आईपीएस ऑफिसर खुद मोर्चा संभालते हैं, और कुछ ही मिनट के भीतर, कई ब्लैक शीशे वाली गाड़ियां वहां खड़ी होती हैं, पीएम मोदी को जो गाड़ी दी जाती है, उसकी डमी गाड़ियां भी तैयार हो जाती हैं, मोदी का काफिला एयरपोर्ट से निकल पड़ता है, लेकिन बीच रास्ते इतनी भयंकर बारिश होती है कि ज्यादा दूर तक कुछ भी देखना संभव नहीं था, फिर भी तकनीक से लैस एसपीजी के जवान हर पल, हर कदम की ख़बर ले रहे थे, और सबने राहत की सांस तब ली जब पीएम मोदी चुराचांदपुर पहुंचे।

वहां लोगों से मुलाकात की. जहां पीएम मोदी को देखते ही एक बच्ची रोने लगी, ये वो तस्वीर थी जिसने मोदी को भी भावुक कर दिया, वहां की महिलाएं, वहां के पुरुष, वहां के बच्चे, और वहां के बुजुर्ग सभी मोदी से मिलकर अपना दुख सुनाना चाहते थे, जिसे मोदी ने सुना भी.

हालांकि फिर भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मोदी को इसके लिए राजधर्म की याद दिलाते हैं, वो ट्वीट कर लिखते हैं, ” मणिपुर में आपका तीन घंटे का पड़ाव करुणा नहीं है। यह एक दिखावा और घायल लोगों का घोर अपमान है।

आज इंफाल और चुराचांदपुर में आपका तथाकथित रोड शो, राहत शिविरों में लोगों की चीखें सुनने से बचने का एक कायराना प्रयास है. आपका राजधर्म कहां है?” हालांकि कल से ही कांग्रेस के समर्थक वहां पर तोड़फोड़ और प्रदर्शन कर रहे थे..

हालांकि कांग्रेस को ये भी बताना चाहिए कि जब उसने दशकों तक नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को विकास से दूर रखा, एक ट्रेन तक मिजोरम से दिल्ली नहीं चलाई, तब उसका राजधर्म कहां था, ये सवाल सियासत के नहीं बल्कि आम जनता के विकास से जुड़े हैं,

यही वजह है कि मोदी पायलट के मना करने के बाद भी मणिपुर सड़क मार्ग से जाते हैं, और कहते हैं अच्छा हुआ मेरा हेलीकॉप्टर उड़ नहीं पाया, वर्ना रास्तेभर लोगों को ये प्यार नहीं देख पाता.

जो मणिपुर कुछ वक्त तक पहले तक अशांत था, जहां दो समुदाय की लड़ाई ने राज्य को हिंसा में झोंक दिया, उन दोनों समुदायों के लोगों से मुलाकात कर मोदी ने शांति की अपील की है, और इन सबके बीच एसपीजी कमांडो ने जिस तरीके से आपात स्थिति में पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था संभाली, रूट मैप बदला, वो देखने योग्य है👏

*सहारा के निवेशकों को लौटाने होंगे पैसे, सुप्रीम कोर्ट ने दिखाया कड़ा रुख* ..

सहारा के निवेशकों के लिए सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला,

5,000 करोड़ होंगे जारी, लाखों जमाकर्ताओं को राहत…

नई दिल्ली:सहारा निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है.

*सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के पास रखे गए सहारा रिफंड खाते से 5,000 करोड़ रुपये जारी किए जाएं*.

यह रकम उन जमाकर्ताओं को लौटाई जाएगी जिन्होंने सहारा समूह की सहकारी समितियों में निवेश किया था.

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की अर्जी पर यह फैसला सुनाते हुए निवेशकों को भुगतान की अंतिम तिथि भी बढ़ाकर 31 दिसंबर 2026 कर दी है.

*सुबह देश राज्यों से बड़ी खबरें*

*14- सितंबर – रविवार*

*!! हिंदी – दिवस!!*

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*1* आज पीएम असम में, करोड़ों की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ होगा; मेडिकल कॉलेज-अस्पताल की सौगात

*2* चुनाव आयोग बोला- वोटर लिस्ट बनाना, बदलना सिर्फ हमारा काम, SIR कराना विशेष अधिकार, सुप्रीम कोर्ट का निर्देश देना हमारे काम में दखल

*3* भारत-EU के बीच FTA को लेकर 13वें-राउंड की बातचीत पूरी,कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा- फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के 60% चैप्टर्स कंपलीट

*4* ऑपरेशन सिंदूर के वक्त असीम मुनीर बंकर में छिपे थे, पूर्व भारतीय सेना अधिकारी बोले- PAK एयर डिफेंस हमारी एक मिसाइल भी नहीं रोक पाया

*5* सुप्रीम कोर्ट बोला-राजनीतिक दलों के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग गंभीर मामला, ठोस कानून क्यों नहीं; चुनाव आयोग और केंद्र से 3 नवंबर तक जवाब मांगा

*6* PM व उनकी मां से जुड़े AI वीडियो मामले में दिल्ली पुलिस की FIR, BJP नेता की शिकायत पर लिया एक्शन

*7* भारत-PAK मैच देखने दुबई नहीं जाएंगे BCCI अफसर, पहलगाम में मारे गए शुभम की पत्नी बोलीं- बॉयकाट करें; केजरीवाल की धमकी- मैच ना दिखाएं

*8* क्या पिच बिगाड़ेगी टीम इंडिया का खेल, 13 साल में पाकिस्तान से सिर्फ 2 मैच हारा भारत, दोनों दुबई में; आज एशिया कप में भिड़ंत

*9* एशिया कप- श्रीलंका ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराया, निसांका की फिफ्टी, मिशारा के साथ 95 रन जोड़े; हसरंगा को 2 विकेट

*10* विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में भारत की बेटी का दबदबा देखा गया। फाइनल में पोलैंड की जूलिया को मात देकर उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले जैस्मिन ने सेमीफाइनल में वेनेजुएला की कैरोलिना अल्काला को 5-0 से परास्त किया था। 

*11* ‘ना हम युद्ध की साजिश रचते हैं और ना उसमें शामिल होते हैं’, ट्रंप की 100% टैरिफ वाली अपील पर चीन का जवाब

*12* लंदन में अचानक क्या हुआ? सड़कों पर उतरे एक लाख से ज्यादा प्रदर्शनकारी, सरकार के खिलाफ बोला हल्ला

*13* इस साल भारत में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, ला नीना के कारण चलेगी शीतलहर; मौसम वैज्ञानिकों ने चेताया
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*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*

*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_रविवार, १४ सितम्बर २०२५_*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:१६सूर्यास्त: 🌅 ०६:३०
चन्द्रोदय: 🌝 २३:०९चन्द्रास्त: 🌜१३:११
अयन 🌘 दक्षिणायणे(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४७(विश्वावसु)
विक्रम सम्वत:👉२०८२(सिद्धार्थी
मास 👉 आश्विन, पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (२७:०६ सेनवमी)
नक्षत्र 👉 रोहिणी (०८:४१से मृगशिरा)
योग 👉वज्र(०७:३५ से सिद्धि)
प्रथम करण👉बालव(१६:०२तक
द्वितीय करण 👉 कौलव(२७:०६ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 मिथुन (२०:०३ से)
मंगल🌟तुला(उदित,पूर्व,मार्गी)
बुध🌟सिंह(उदय,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मिथुन(उदित,पूर्व,मार्गी)
शुक्र 🌟 सिंह
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४७ से १२:३७
अमृत काल 👉 २३:०९ से २४:४०
रवि योग 👉 ०६:०१ से ०८:४१
विजय मुहूर्त 👉 १४:१६ से १५:०५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:२३ से १८:४७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:२३ से १९:३३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:४९ से २४:३६
राहुकाल 👉 १६:५१ से १८:२३
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:१२ से १३:४५
दुर्मुहूर्त 👉 १६:४४ से १७:३४
होमाहुति 👉 गुरु
दिशा शूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (०८:४१ तक)
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्र वास 👉 दक्षिण (पश्चिम २०:०३ से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (२७:०६ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर, ३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ, ७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत, ३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ, ७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (पान का सेवन कर यात्रा करें।
 तिथि विशेष
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श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त, अशोकाष्टमी, अष्टमी तिथि का श्राद्ध, जीवित्पुत्रिका व्रत, कालाष्टमी, शुक्र सिंह में २४:१५ से आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०८:४१ तक जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीया एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वे, वो, क, की) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – २७:५८ से ०६:१६
कन्या – ०६:१६ से ०८:३४
तुला – ०८:३४ से १०:५५
वृश्चिक – १०:५५ से १३:१५
धनु – १३:१५ से १५:१८
मकर – १५:१८ से १६:५९
कुम्भ – १६:५९ से १८:२५
मीन – १८:२५ से १९:४८
मेष – १९:४८ से २१:२२
वृषभ – २१:२२ से २३:१७
मिथुन – २३:१७ से २५:३२+
कर्क – २५:३२+ से २७:५४+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०६:०१ से ०६:१६
शुभ मुहूर्त – ०६:१६ से ०८:३४
रोग पञ्चक – ०८:३४ से ०८:४१
शुभ मुहूर्त – ०८:४१ से १०:५५
मृत्यु पञ्चक – १०:५५ से १३:१५
अग्नि पञ्चक – १३:१५ से १५:१८
शुभ मुहूर्त – १५:१८ से १६:५९
रज पञ्चक – १६:५९ से १८:२५
शुभ मुहूर्त – १८:२५ से १९:४८
शुभ मुहूर्त – १९:४८ से २१:२२
रज पञ्चक – २१:२२ से २३:१७
शुभ मुहूर्त – २३:१७ से २५:३२+
चोर पञ्चक – २५:३२+ से २७:०६+
शुभ मुहूर्त – २७:०६+ से २७:५४+
रोग पञ्चक – २७:५४+ से ३०:०१+
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए साधारण रहेगा। आज आपके अंदर आत्म संतोष की भावना रहने से अतिआवश्यक कार्यो को छोड़ अन्य किसी भी कार्य को करने के लिए ज्यादा भागदौड़ करना पसंद नही करेंगे। नौकरी वाले लोग कार्य क्षेत्र पर टालमटोल वाले रवैये के कारण अपमानित हो सकते है। महिलाये भी आज सीमित साधनों से निर्वाह कर लेंगी। आर्थिक लाभ कम लेकीन आवश्यकता के समय होगा। पूजा पाठ में मन की एकग्रता नही रख सकेंगे। आज आप अपने कार्यो की अपेक्षा अन्य लोगो के लिये ज्यादा सहयोगी सिद्ध होंगे। स्वास्थ्य छोटी-मोटी परेशानियों को छोड़ सामान्य बना रहेगा। बुजुर्गो का सानिध्य मिलेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
बीते कल की अपेक्षा आज परिस्थितियों में सुधार अनुभव करेंगे। आज आप जिस भी कार्य को आरम्भ करेंगे उसके शुरुआत में कोई ना कोई बाधा आएगी परन्तु धैर्य धारण कर लगे रहे सफलता निश्चित मिलेगी। आज आपके लटके सरकारी कार्य पूर्ण होने की भी संभावना है अधिकारी वर्ग से बहस ना करें। व्यवसाय में आज कुछ बदलाव लाने का प्रयास भी करेंगे परन्तु इसमे पूर्ण सफलता नही मिल सकेगी। धन लाभ आवश्यकता अनुसार हो जाएगा लेकिन दिखावे की मनोवृत्ति भी रहने से फिजूल के खर्च भी रहेंगे। महिलाये आज पारिवारिक जिम्मेदारी को किसी अन्य को सौपकर स्वयं निश्चिन्त रहना पसंद करेंगी फिर भी आवश्यकता पड़ने पर सहयोग करेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके प्रतिकूल रहेगा। आज आपको स्वास्थ्य के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। खाने पीने में भी सावधानी रखें पेट संबंधित व्याधि अन्य रोगों के जन्म का कारण बनेगी। जोखिम वाले कार्यो से बचकर रहना आज हितकर रहेगा। व्यवसायिक क्षेत्र पर भी आज कार्यो को स्वतः ही होने दें धन संबंधित मामलों में जोर-जबरदस्ती हानि ही कराएगी। धन लाभ के लिये परिश्रम अधिक करना पड़ेगा फिर भी आशानुकूल नही होगा महिलाओ को भी आज वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है बेतुकी बाते व्यर्थ के विवाद को जन्म देंगी। मित्र-स्नेहीजन से अशुभ समाचार मिल सकता है। मन किसी अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा। धैर्य से आज का दिन बिताये।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिये लाभदायक है लेकिन आज स्वभाव की चंचलता पल पल पर आपके कार्यो में विघ्न डालेगी। अकड़ू स्वभाव के कारण अपनी बात के आगे किसी की नही चलने देंगे। कार्य व्यवसाय में थोड़े से परिश्रम के बाद वृद्धि के साथ धन लाभ भी होगा। सहयोगियों का ईर्ष्यालु व्यवहार कुछ समय के लिये परेशानी खड़ी करेगा लेकिन आज आपमें भी अहंकार की भावना रहने से किसी की बातो की परवाह नही करेंगे। महिलाये आज काम की अपेक्षा बखान ज्यादा करेंगी। मित्र रिश्तेदारी में जाना पड़ेगा। उपहार अथवा अन्य लेनदेन पर खर्च होगा। विरोधी प्रबल रहेंगे लेकिन आपका अहित नही कर सकेंगे। परिवार के बुजुर्गो एवं बच्चों की सेहत का ध्यान रखें। यात्रा के योग बनते-बनते निरस्त हो सकते है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन भी आपके अनुकूल बना रहेगा। आज आपका मिलनसार व्यवहार एवं मृदु वाणी सभी क्षेत्र पर जय कराएगी। प्रतिद्वन्दी भी आज आपकी कार्य कुशलता से प्रभावित होंगे। नौकरी वाले लोग अधिकारियों का सानिध्य मिलने से आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर महिला मित्रो का महत्त्वपूर्ण सहयोग मिलेगा संबंधों में भी समीपता आएगी। धन लाभ के लिये आज ज्यादा परेशान नही होना पड़ेगा पुराने कार्यो से बैठे बिठाये हो जाएगा लेकिन नए अनुबंध मिलने में संध्या तक इंतजार करना पड़ेगा। पारिवारिक वातावरण आज आनंदित रहेगा सभी सदस्यों में आपसी तालमेल बना रहेगा। पैतृक मामलो को लेकर अपना मत प्रकट ना करें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए भाग्योदय कारक रहेगा लेकिन उन्नति पाने के लिए आज अपना हठी स्वभाव त्यागना पड़ेगा साथ ही सभी से मित्रवत व्यवहार करना पड़ेगा। आय एक से अधिक साधनों से होगी पर विघ्न डालने वाले भी अधिक रहेंगे अनुभवियों की राय भी आज गलत हो सकती है इसलिये अपने ही विवेक से कार्य करें। व्यवसाय एवं नौकरी में संभावित के साथ अतिरिक्त आय बनाने के अवसर मिलेंगे। महिलाये आज गृहस्थ में खरीददारी के ऊपर ध्यान देंगी सुख के साधनों में वृद्धि होगी इनपर खर्च भी अधिक रहेगा परन्तु अनावश्यक नही लगेगा। संताने मनोकामना पूर्ति होने से प्रसंन्न रहेंगी। बुजुर्ग आपको आडम्बर युक्त दिनचार्य से अवश्य असहमति दिखाएंगे। आरोग्य बना रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिये राहत भरा रहेगा। बीमार लोगो की सेहत में सुधार आएगा। आज आप व्यावसायिक कार्यो को ज्यादा महत्त्व ना देकर सार्वजनिक अथवा धार्मिक कार्यो में लिप्त रहेंगे। समाज मे मान-सम्मान बढेगा परन्तु घर मे आपका अनादर होगा। आर्थिक मामले लचीले व्यवहार के कारण लंबित रहेंगे फिर भी निर्वाह योग्य आय बना ही लेंगे। व्यावसायिक अथवा अन्य पर्यटक यात्रा के प्रसंग बनेंगे इन्हें भी टालने का भरपूर प्रयास करेंगे आर्थिक दृष्टिकोण से यह निर्णय हित में ही रहेगा। परिवार के बुजुर्ग आपकी किसी बुरी आदत से परेशान रहेंगे महिलाये आज आध्यात्म में ज्यादा रुचि लेंगी घर अस्त-व्यस्त कार्यो को सुधारने में गुस्सा आएगा। सेहत आलस्य को छोड़ सामान्य ही रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको शुभफलो की प्राप्ति कराएगा। महिलाये आज कार्य क्षेत्र पर ज्यादा प्रभावशाली रहेंगी। आज आप जिस कार्य को करने की ठान लेंगे उसे अकेले ही पूर्ण करने का सामर्थ्य रखेंगे। व्यवसायी वर्ग को अकस्मात लाभ के अनुबंध मिलेंगे धन लाभ भी बीच बीच मे होते रहने से जोखिम वाले कार्य करने में हिचकेंगे नही। आज आपका कंजूस स्वभाव परिजनों के लिये परेशानी करेगा समय पर मांग पूरी ना होने पर घर मे रूठना मनाना लगा रहेगा। महिलाये मनोरंजन को छोड़ भविष्य के लिये संचय करेंगी। नौकरी पेशा जातको को आज कोई महत्त्वपूर्ण कार्य सौंपा जाएगा आरम्भ में यह परेशानी वाला परन्तु अंत मे सम्मान के साथ ही अतिरिक्त आय भी प्रदान करेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिये कोई नई दुविधा लायेगा। दिन का आरंभ आलस्य में खराब होगा इसके बाद कार्यो में व्यस्त हो जाएंगे। धन लाभ की कामना आज भी आशानुकूल पूर्ण नही होगी। गुजारे योग्य आय से ही काम चलाना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा कम रहेगी फिर भी इसका कोई विशेष लाभ आपको नही मिल सकेगा। आज आपका मन अनर्गल प्रवृतियों में ज्यादा भटकेगा। मौज-शौक के अवसर खाली नही जाने देंगे इनपर खर्च भी आंख बंद करके करेंगे। महिलाये परिवार में किसी सदस्य की उद्दंडता से परेशान रहेंगी लेकिन अपने कार्य व्यवस्थित रखेंगी। घुटनो में दर्द अथवा अन्य शारीरिक परेशानी रहेगी आय की अपेक्षा व्यय अधिक होगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप मानसिक रूप से बेचैन रहेंगे। पूर्व में की गई गलतियों का भय बना रहेगा घर एवं बाहर किसी ना किसी से झगड़ा होने की संभावना है वाणी ओर व्यवहार का संतुलित प्रयोग करें अन्यथा मुश्किल होगी। धन संबंधित कार्यो को लेकर आज धैर्य दिखाये महिलाओ का मिजाज भी आज बिगड़ा रहेगा लेकिन किसी के भड़काने पर ही विवाद करेंगी अन्यथा नही। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था को सुधारने की असफल कोशिश करेंगे लापरवाही के कारण लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है। धन लाभ मध्यान के बाद ही अचानक से होगा। आज कोई भी नई योजना ना बनाए धैर्य से समय व्यतीत करे शीघ्र ही स्थिति आपके पक्ष में होने वाली है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये विपरीत फलदायक रहेगा कल तक जो आपकी सहायता अथवा समर्थन कर रहे थे आज वे ही आवश्यकता के समय पल्ला झाड़ते नजर आएंगे। कार्य क्षेत्र पर लाभ की आशा की जगह किसी गलती के कारण हानि होने की संभावना है। आज आप आर्थिक संबंधित कार्यो को लेकर किसी अन्य के भरोसे ना बैठे निराशा ही मिलेगी। किसी से कोई वादा ना करें पूरा नही कर पाएंगे। महिलाये भी आज प्रत्येक कार्य देखभाल कर ही करें बिगड़ने की संभावना अधिक है। नौकरी वाले लोगो को कार्य मुक्त अथवा किसी नापसंद कार्य से लगाया जाने से नई उलझन बढ़ेगी। धन की आमद न्यून आकस्मिक खर्च अधिक रहने से बजट बिगड़ेगा। मानसिक विकार आएंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपका आत्मविश्वास बड़ा रहेगा। किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी बारीकी से जांच करेंगे जिससे आगे भ्रमित होने की संभावना नही रहेगी। इसके विपरीत महिलाये अधिकांश कार्यो में जल्दबाजी दिखाएंगी जिस के कारण काम तो बिगड़ेगा ही साथ ही बड़ो की डांट भी सुन्नी पड़ेगी। व्यावसायिक स्थिति आपके परिश्रम के ऊपर निर्भर रहेगी नौकरी पेशाओ को भागदौड़ के बाद ही सफलता मिलेगी वही व्यवसायी वर्ग भी प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से कुछ कमी अनुभव करेंगे। आज आप पुरानी खट्टी मीठी यादो के ताजा होने से काल्पनिक दुनिया मे भी खोये रहेंगे। परिवार के वातावरण में थोड़ी बहुत नोंकझोंक के बाद भी शांति रहेगी।