78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल का पहला स्वतंत्रता दिवस संबोधन आज लाल किले की प्राची से राष्ट्र को दिया वे ग्यारहवीं बार देश को संबोधित करते हुए पूरे तेवर में दिखे उनकी भावभंगा भाव भंगिमा से कहीं भी नहीं लगता था कि वे गठबंधन सरकार के नेता हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह चुनाव और राजनीतिक लाभ की दृष्टि से कोई काम नहीं करते अपितु वह रात दिन 24 घंटे देश के लिए काम करते हैं देश और देश के लोगों के लिए काम करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है. नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को बल मिला. भाषा टैलेंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए. इकोनॉमी को सबसे तेज बनाए रखने वाला देश भारत है. हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालते हैं. वो दिन दूर नहीं, जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग का हब बनेगा. दुनिया की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया. उसके बाद देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने 98 मिनट लंबे अपने भाषण में सेकुलर कोड, रिफॉर्म, महिला अत्याचार, करप्शन और मेडिकल एजुकेशन से लेकर नई शिक्षा नीति का भी जिक्र किया. पीएम मोदी का कहना था कि अब हम चाहते हैं कि आत्मनिर्भर बनें. दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा. सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो. हमने गवर्नेंस के इस मॉडल को बदला है. आज सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 11वीं बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से 2047 में विकसित भारत के सपने का खाका पेश किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते एक दशक में कई ऐसे सुधार किए गए हैं, जिनका असर अब दिखने लगा है और पूरी दुनिया में भारत की छवि सुधरी है।…प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से 98 मिनट का सबसे लंबा भाषण दिया। उन्होंने 11वीं बार तिरंगा फहराया और मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मोदी ने 2014 से अब तक स्वतंत्रता दिवस पर ग्यारह बार लाल किले से देश को संबोधित किया है। उनका यह सबसे लंबा संबोधन था।
78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था। इस मामले में मोदी पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। नेहरू को यह सम्मान 17 बार और इंदिरा को 16 बार मिला था।मोदी से पहले 1947 में जवाहरलाल नेहरू और 1997 में इंद्रकुमार गुजराल ने सबसे लंबा संबोधन दिया था, जो 72 मिनट और 71 मिनट के थे। नेहरू और इंदिरा ने 1954 और 1966 में 14-14 मिनट का सबसे छोटा संबोधन दिया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी ने भी लाल किले से स्वतंत्रता दिवस के कुछ सबसे छोटे संबोधन दिए। साल 2012 और 2013 में सिंह के संबोधन केवल 32 और 35 मिनट के थे। 2002 और 2003 में वाजपेयी के भाषण क्रमश: 25 और 30 मिनट के थे।
*श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति ने धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस*
*• श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।*
*• श्री बदरीनाथ धाम में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने झंडारोहण किया केदारनाथ धाम में भी मंदिर समिति ने मनाया स्वतंत्रता दिवस।*
• *श्री बदरीनाथ धाम में बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल विशेष रूप से झंडारोहण कार्यक्रम में मौजूद रहे* ।
*• हक-हकूकधारियों का प्रतिनिधिमंडल मुख्य कार्याधिकारी से मिला।*
• *श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर सिंहद्वार में चलाया गया स्वच्छता अभियान।* *मुख्य कार्याधिकारी ने विश्राम गृहों कार्यालयों एवं मंदिर समिति बस टर्मिनल का निरीक्षण किया*।
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श्री बदरीनाथ/ केदारनाथ/ जोशीमठ/ उखीमठ/ ऋषिकेश/ देहरादून 15 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )ने श्री बदरीनाथ धाम श्री केदारनाथ धाम एवं श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, उखीमठ कार्यालय सहित मंदिर समिति देहरादून कार्यालय, ऋषिकेश सहित सभी विश्राम गृहों तथा कार्यालयों, संस्कृत विद्यालयों – महाविद्यालयों में उत्साह पूर्वक झंडारोहण किया । इस अवसर पर श्री बदरीनाथ धाम में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
स्वतंत्रता दिवस के पर्व के दिन मंदिरों में देश की खुशहाली हेतु प्रार्थना की तथा विशेष पूजा-अर्चना भी संपन्न की गयी।
श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में सभी श्रद्धालुओं, तथा मंदिर समिति कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
श्री बदरीनाथ धाम में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने श्री बदरीनाथ मंदिर सिंह द्वार पर झंडारोहण किया तथा स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।
इस अवसर पर बीकेटीसी के नवनियुक्त मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल झंडारोहण कार्यक्रम में विशेष रूप से भागीदार रहे अपने संबोधन में मुख्य कार्याधिकारी ने श्री बदरीनाथ धाम के सिंह द्वार पर झंडारोहण कार्यक्रम में उपस्थित सभी तीर्थयात्रियों, हक हकूकधारियों- तीर्थ पुरोहितगणों तथा मंदिर समिति अधिकारियो- कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। इसके बाद मुख्य कार्याधिकारी ने बदरीनाथ धाम के रावल अमरनाथ नंबूदरी से भी भेंट की इससे पूर्व मुख्य कार्याधिकारी आज प्रात: भगवान श्री बदरीविशाल की महाअभिषेक पूजा में शामिल हुए इसके लिए उन्होंने अपनी ओर से बीते कल बुधवार शाम को महाभिषेक का अग्रिम शुल्क भी अदा किया।
आज स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के पश्चात मुख्य कार्याधिकारी ने
मंदिर समिति के बस टर्मिनल तथा विश्राम गृहों कार्यालयों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा मौके पर अधिकारियों को निर्देश दिये।
आज ही मुख्य कार्याधिकारी अपराह्न को श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ दर्शन को पहुंचेंगे जबकि कल16 अगस्त को श्री केदारनाथ धाम पहुंच कर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के बाद श्री बदरीनाथ मंदिर की भंडार एवं अन्य व्यवस्थाओं से जुड़े बामणी गांव निवासी मेहता-भंडारी- कमदी थोक के प्रतिनिधियों रामदेव मेहता,राजेश मेहता,उत्तम मेहता, अनूप भंडारी ने मुख्य कार्याधिकारी से भेंट कर मंदिर परंपराओं के संबंध में बातचीत की तथा मुख्य कार्याधिकारी नियुक्त होने पर बधाई दी।
इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी,अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, रविन्द्र भट्ट, एवं विवेक थपलियाल, लेखाकार भूपेंद्र रावत, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, केदार सिंह रावत,भागवत मेहता, नरेंद्र खाती, प्रबंधक अजय सती अनुसुइया नौटियाल,संजय भंडारी,दीपक सयाना ,दिनेश भट्ट, विकास सनवाल, राहुल मैखुरी, अमित डिमरी आदि मौजूद रहे।
श्री केदारनाथ धाम में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी / प्रभारी केदारनाथ मंदिर यदुवीर पुष्पवान ने झंडारोहण किया। इस अवसर पर पुजारी शिवशंकर लिंग, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, प्रदीप सेमवाल, कुलदीप धर्म्वाण, पुष्कर रावत, विक्रम रावत,ललित त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
श्री नृसिंह मंदिर परिसर स्थित कार्यालय जोशीमठ में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान ने झंडारोहण रोहण किया तथा कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी।
इस अवसर पर श्री नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरुवाण, प्रबंधक भूपेंद्र राणा, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी, सुशील डिमरी, रामप्रसाद थपलियाल विजया ध्यानी, रामचंद्र बिष्ट सहित सभी कर्मचारी मौजूद रहे।
देहरादून स्थित मंदिर समिति कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस उल्लासपूर्वक मनाया गया।
कार्यालय परिसर में निजी सचिव प्रमोद नौटियाल ने झंडारोहण किया इस अवसर पर कृति भट्ट, दीपेन्द्र रावत, विनौद नौटियाल, वीरेंद्र बिष्ट, एकता मेहता,सचिन कुमार, रीना पंवार,सविता रावत, अजीत कुमार मौजूद रहे
श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ कार्यालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण ने झंडारोहण किया इस अवसर पर मंदिर प्रभारी रमेश नेगी, पुजारी बागेश लिंग,वेदपाठी यशोधर मैठाणी,विश्व मोहन जमलोकी,विदेश शैव, आदि मौजूद रहे। जबकि फार्मेसी विद्यापीठ में डा हर्षवर्धन बेंजवाल ने झंडारोहण किया।
चमोली स्थित विधि कार्यालय एवं विश्राम गृह में विधि अधिकारी एसएस बर्त्वाल प्रबंधक अमित राणा,विधि सहायक आशुतोष शुक्ला कुलदीप बिष्ट, दिलवर नेगी आदि झंडारोहण में शामिल हुए इसके अतिरिक्त मंदिर समिति के सभी कार्यालयों उप कार्यालयों संस्कृत विद्यालयों तथा संस्कृत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्यो ने झंडारोहण कार्यक्रम संपन्न किया।
मंदिर समिति के केदारनाथ आदर्श संस्कृत महाविद्यालय शोणित पुर लमगौंडी रूद्रप्रयाग में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया मुख्य अतिथि मंदिर समिति वरिष्ठ सदस्य श्रीनिवास दोस्ती ने झंडारोहण किया। कार्यक्रम अध्यक्ष विष्णु कांत शुक्ला विशिष्ट अतिथि पुष्पेंद्र प्रकाश शुक्ला, प्रधानाचार्य नित्यानंद पोखरियाल सहित सभी
प्राध्यापक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
मंदिर समिति के सभी सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्रों के निकट वर्ती शिक्षण संस्थाओं में झंडारोहण किया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के सभी विश्राम गृहों, कार्यालयों उप कार्यालयों में झंडारोहण कार्यक्रम संपन्न हुआ इस अवसर पर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। विश्राम गृहों में प्रबंधकों ने झंडारोहण किया।कारगी चौक देहरादून स्थित विश्राम गृह में झंडारोहण के अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट,प्रबंधक किशन त्रिवेदी, पुजारी वीरेंद्र सेमवाल, बल्लभ सेमवाल, भरत कुंवर, पिंकी आदि मौजूद रहे।
चंद्रभागा यात्री विश्राम गृह ऋषिकेश में झंडारोहण के अवसर पर प्रबंधक विशाल पंवार, राहुल नेगी, रामचंद्र बिष्ट, मनोज रावत, मुन्नी देवी, पार्वती देवी राजू गोडियाल, राहुल आदि मौजूद रहे।
मंदिर समिति के रेल्वे रोड स्थित चेला चेतराम यात्री विश्राम गृह कार्यालय में झंडारोहण कार्यक्रम में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़, प्रबंधक सोबन सिंह रावत, दलबीर रमोला, अन्नपूर्णा, संदीप कुमार मौजूद रहे।
देवप्रयाग में वीरेंद्र ध्यानी पौड़ी विश्राम गृह में प्रबंधक संजय भट्ट, डालमिया यात्री विश्राम गृह श्रीनगर में प्रवीण नौटियाल अनिता ममगाई, लक्ष्मण बिष्ट, उर्मिला देवी कमला देवी, प्रितम झंडारोहण में मौजूद रहे।
विश्राम गृह रूद्रप्रयाग में प्रबंधक अनिल भट्ट, पुरूषोत्तम जोशी, गुप्तकाशी में प्रबंधक भगवती सेमवाल, गौरीकुंड में कैलाश बगवाड़ी,नंद प्रयाग में दाताराम पंत, श्री तुंगनाथ में प्रबंधक बलबीर नेगी, चंद्रमोहन
बजवाल,कालीमठ में प्रकाश पुरोहित, एवं वेदपाठी रमेश चंद्र भट्ट,त्रियुगीनारायण में अजय शर्मा,झंडारोहण कार्यक्रम संपन्न किया।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मुख्य परिसर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने आयोजित की संगोष्ठी
हर्रावाला।आज मुख्य परिसर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला के प्रशासनिक सभागार में विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस पर एक चिंतन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी जी द्वारा की गयी। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता प्रोफेसर राधावल्लभ सती ने विभाजन के समय की सामाजिक त्रासदी, विभाजन के समय उपजी धार्मिक हिंसा, लोगों की पीड़ा के विषय में विस्तार से प्रकाश डाला।इस स्मृति दिवस पर, हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने अपने जीवन को खो दिया और उनके परिवारों के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं।विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें उस दर्दनाक इतिहास की याद दिलाता है और हमें एकजुटता, सहिष्णुता और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। आज, हम उन सभी को याद करते हैं जिन्होंने इस कठिन समय में संघर्ष किया और बलिदान दिया उनको स्मृति दिवस पर, हम याद करते हैं। कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर हमारी संवेदनाएँ उन लोगों के साथ हैं जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं।
संगोष्ठी कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर(डा०) अरुण कुमार त्रिपाठी जी ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 अगस्त 2021 को लाल किले पर अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की थी। इस घोषणा का उद्देश्य विभाजन के दौरान हुई पीड़ा और बलिदानों को याद करना और उन लोगों को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने इस कठिन समय का सामना किया ।
आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस है, जो भारत के विभाजन के दौरान हुए दुखद और हृदयविदारक घटनाओं की याद में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं तो उन घटनाओं को नहीं देखा लेकिन फिर भी इनका सजीव चित्रण उसे समय के लोगों द्वारा सुना है जो इस विभाजन विभीषिका से पीड़ित थे। इस दिन हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई, अपने घरों को खो दिया, और अपने परिवारों से बिछुड़ गए। हमारा देश आजादी के बाद से ही विभाजन के दर्द से जूझ रहा है, और इसके परिणामस्वरूप हुए दुखों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इसलिए, हमें इस दिन को एक स्मृति दिवस के रूप में मनाना चाहिए और उन लोगों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए जिन्होंने अपने जीवन को खो दिया। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने-अपने कार्य क्षेत्र में धार्मिकता, जातिवाद , क्षैत्रवाद आदि से ऊपर उठकर राष्ट्र-प्रथम भावना के साथ कार्य करना चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव रामजीशरण शर्मा जी ने कहा कि हमें विचार करना चाहिए, कि क्यों हमें वर्तमान परिपेक्ष में विभाजन स्मृति दिवस मनाने की आवश्यकता पड़ी। आज हम समाज देख रहे हैं कि आपसी मतभेद, मनभेद, धार्मिक असहिष्णुता बढ़ रही है। विभिन्न तरीकों से हमारे समाज को बांटने का काम किया जा रहा है। कुछ देश विरोधी तत्वों द्वारा किया जा रहा है।इस अवसर पर, हमें विभाजन के कारणों और परिणामों पर विचार करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी त्रासदी फिर कभी न हो। हमें मिलकर एक ऐसा समाज बनाना चाहिए जो सहिष्णुता, एकता और शांति पर आधारित हो। कार्यक्रम का सफल संचालन डा० राजीव कुरेले द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संजीव पांडे उप रजिस्ट्रार, डॉ जया काला, डॉ ईला तन्ना, डॉ अंजना टांक, विवेक जोशी, डॉ० वर्षा सक्सैना डॉक्टर रिचा शर्मा, डॉ ०ऋषि आर्य, डॉ० मन्नत मरवाह, डा०शिशिर प्रसाद, डा० आकांक्षागुप्ता, डॉ०उषा राणा, डॉ०अर्चना सिंह, विवेक तिवारी मुख्य फार्मासिस्ट, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बी.ए.एम.एस के छात्र- छात्राओं, इंटर्न, चिकित्सकों, कार्यालय स्टाफ आदि ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया ।
भारतीय व्यापार मंडल के उत्तराखंड इकाई ने स्वतंत्रता दिवस मनाया।
देहरादून- 15 अगस्त 2024- भारतीय व्यापार मंडल के उत्तराखंड इकाई द्वारा आज दून वन शॉपिंग कंपलेक्स, न्यू कैंट रोड, सालावाला मुख्यालय में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। भारतीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष माननीय सतीश अग्रवाल जी द्वारा ध्वजारोहण किया गया। साथ ही 101 किलो बूंदी के लड्डुओं का वितरण भी लोगों में किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सतीश अग्रवाल जी ने कहा कि आगामी 2025 के स्वतंत्रता दिवस तक भारतीय व्यापार मंडल से उत्तराखंड में 1 लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। हमारा उद्देश्य है सभी व्यापारी वर्गों को एक साथ लेकर आगे बढ़ाना एवं व्यापारियों के हितों से जुड़े हर समस्याओं का समाधान करना। सतीश अग्रवाल जी ने अपने संबोधन में सभी व्यापारी वर्गों के साथ-साथ देश के सभी नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव भार्गव, महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सुशीला खत्री प्रदेश सचिव अनिल कुमार, करण सिंह चौधरी, सत्यम अग्रवाल श्याम मोहन अग्रवाल, नरेंद्र जी, संदीप सकलानी, आशीष सेमवाल, आजाद विशाल पंकज तिवारी मनोज कुमार अतुल सैनी ललित सेमवाल अर्जुन ठाकुर मोनू सिंह कविता थापा उषा नेगी प्रेम राठौर कविता पाल लक्ष्मी देवी समेत सभी सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालक प्रदेश महामंत्री संजीव शर्मा किया।