उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने LUCC चिटफंड घोटाले की जांच सीबीआई से करवाने की मंजूरी दे दी है. उत्तराखंड में इस LUCC (loni Urban multi state credit & Thrift Co-operative Society) नामक चिटफंड कंपनी ने 92 करोड़ के करीब घोटाला कर इसके लोग देश छोड़कर भाग गए,उत्तराखंड के हजारों लोगों का पैसा इस कंपनी में लगा था. इस घोटाले की जांच के लिए पौड़ी के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, नैनीताल सांसद अजय भट्ट, टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी शाह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इन लोगों ने इस कंपनी के खिलाफ सख्त से सख्त ठोस कार्यवाही करने की मांग की थी.उत्तराखंड भाजपा के भाजपा सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से की भेंट की थी।
हरिद्वार से लोक सभा सांसद श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी, नैनीताल से लोक सभा सांसद श्री अजय भट्ट जी, टिहरी से लोक सभा सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह जी के साथ मैंने आज केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री माननीय श्री Amit Shah जी से मुलाकात की और उनसे उत्तराखंड में गरीब लोगों के साथ हुए LUCC फ्रॉड मामले में प्रोमोटर्स पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया ताकि पहाड़ के लोगों की खून-पसीने की कमाई को तुरंत उन्हें वापस दिलाया जा सके। हमारी राज्य सरकार द्वारा भी इस मामले की जांच की संस्तुति की गई है।
माननीय गृह मंत्री जी से आग्रह किया कि LUCC फ्रॉड मामले में इस के प्रोमोटर्स को इंटरपोल की मदद से वापस देश लाकर गुनाहगारों को न्याय के कठघड़े में खड़ा किया जाए और उन्हें ऐसी सजा दी जाए ताकि फिर से कोई ठग, गरीबों को धोखा देने का प्रयास न करे।
माननीय गृह मंत्री जी ने आश्वस्त करते हुए कहा कि वे इस मामले पर कड़ा एक्शन लेंगे और दोषियों को उनके किये की सजा भुगतनी ही होगी।
गृह एवं सहकारिता विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त बतायी गयी इस फर्जी कंपनी के घोटाले के विरोध में प्रदेशभर में उठे जनाक्रोश के खबरों वाली वीडियोज , समाचार पत्रों की कटिंग , उस फर्जी कंपनी के बड़े बड़े आफिसों और उनके बाहर लगे देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी जी की फोटो वाली एडवरटाइजिंग की वीडियो, फोटो भी सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह जी को दिखाई होगी या भविष्य में दिखायेंगे और बतायेंगे कि इस घोटाले से उत्तराखंड सरकार के साथ साथ मोदी जी और अमित शाह जी की भी छवि पर कितना बुरा प्रभाव पड़ा होगा और उत्तराखंड की धामी सरकार को फिर भी इस घोटाले की खबर तक नहीं लगी थी और खुफिया विभाग , सहकारिता विभाग भी सोया रहा । ये सब जानकर मोदी जी और गृहमंत्री अमित शाह को इतना गुस्सा तो आना ही चाहिए।
प्रश्न ये भी है उत्तराखंड की पुलिस सुरक्षा ऐजेसिंयों और सूचना तंत्र को इस घोटालेबाजों की भनक काहे नहीं लगी?