बंग्लादेश प्रकरण पर मोदी कूटनीतिक युद्ध लड़ रहे हैं वे किसी ट्रैप उकसावे या भड़कावे में आने वाले नहीं हैं बंग्लादेश बिना लड़े ही भिखारी बनेगा, बस इतना समझ लीजिए बंग्लादेश का खेल समाप्त होगा, उसकी उल्टी गिनती आरंभ हो चुकी है

बंग्लादेश में करीब दो लाख हिन्दुओं के नरसंहार और दो हजार से अधिक मंदिरों को लूटे तोड़े और विद्रुप किए जाने की आशंका है। 

बंग्लादेश में तख्तापलट कर वहां की सत्ता हथियाने वाला मुहम्मद युनूस इन दिनों बंग्लादेश में हिन्दूओं के नरसंहार का पर्याय बन चुका है। तख्तापलट से पहलशो इन्हीं युनुस के षड्यंत्र से बंग्लादेश में आरक्षण विरोध के नाम पर मारकाट और तख्तापलट हुआ शोशल मीडिया पर वायरल बंग्लादेश नरसंहारों की कई वीडियो दिल दहलाने वाली हैं।

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इस्लाम कबूल करो अन्यथा मरो

मोहम्मद युनूस के साथ राहुल गांधी की तस्वीरें भी शोशल मीडिया पर वायरल हैं। राहुल आज कल भारत में हिन्दुओं को बांटने के उद्देश्य से जाति आधारित जनगणना के लिए हर मंच पर सक्रीय हैं। वे आरक्षण की सीमा पचास प्रतिशत से अधिक बढाने के लिए भी उतावले हैं। समाचारों की माने तो राहुल भारत में भी बंग्लादेश के जैसा ही कुछ कर सकते हैं। 

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भगवान कांग्रेस को इतनी ताकत दे कि वो 20 जनवरी तक ममता बनर्जी का प्रेशर झेल ले। ममता का ये सारा खेल संभवतः इसलिए है कि भारत बांग्लादेश से युद्ध छेड़ दे। अब इन्हे कौन बताये कि तुम गठबंधन में ममता बनर्जी बैठाओ या स्टालिन को बैठाओ, 20 जनवरी तक तो भारत म्यान भी नहीं उठाने वाला। ये वातावरण बनाया जा रहा है कि भारत आक्रमण कर देगा लेकिन भारत अपनी तैयारी के अनुसार कार्य करेगा, रूस और इजरायल वाली गलती नहीं करेगा।

जो लोग इजरायल के फैन है उन्हें भी ये नहीं पता कि युद्ध के कारण इजरायल की अर्थव्यवस्था डगमगा चुकी है, पिछले डेढ़ साल से इजरायल मे अडानी के अलावा कोई बड़ा निवेश नहीं आया है। अडानी ने भी केवल पुरानी डील क्लोज की है। तेल वाले अविव में युद्ध रोकने के लिये भरपूर प्रदर्शन हो रहे है।

इस्लामी आतंकवादियों को उन्ही की रणनीति से निबटाना अधिक कारगर होगा। हथियार और इस्लामी आतंकवाद एक दूसरे के पूरक बन चुके हैं। इस कारण इजरायल गाजा को ना खत्म कर पा रहा है, ना ही अपने बंदी छुड़ा पा रहा है। रफाह में लोगो के पास खाने को रोटी नहीं है रहने को ठिकाने नहीं है लेकिन रॉकेट लांचर भरपूर है, कोई तो शक्ति है जो इजरायल को युद्ध मे उलझा रही है। अमेरिकी कम्पनियों के बिल बढ़ते जा रहे है, बदले मे इजरायल को मिलेगी 10-20 किमी की जमीन।

हलांकि शोशल मीडिया पर अनेक उकसावे और भड़कावे के चित्र और लेख तैर रहे हैं। लेकिन भारत को रणनीति से बांग्लादेश को उसी की तर्ज पर निबटाना होगा। युद्ध करना करना आवश्यक हो तो पहले अपने अज्ञात तत्वों से बांग्लादेश के रहस्य पता करो। फिर उसकी रसद काटो, इस बार नौसेना की बड़ी भूमिका होंगी।

उसके साथ ही विदेशो मे अपने फंडिंग के आधार ढूंढो, क्योंकि ज़ब युद्ध होगा तो अर्थव्यवस्था गड़बड़ायेगी और विपक्ष राजनीति खेलेगा। वो खाना भी चित्त होना चाहिए ऐसे निवेशक चाहिए जो स्टॉक मार्केट को गिरने ही ना दे।

इसके साथ ही जो भारत के मित्र राष्ट्र है उन्हें संज्ञान मे लेना होगा कि भारत जब बांग्लादेश को अधिग्रहित करे तो वे उसे मान्यता देंगे। ये डिप्लोमेटिक और समय खाने वाला काम है।

एक विचार के अनुसार बांग्लादेश को काटकर एक हिन्दुराष्ट्र बना कर हमें अपना चिकन नेक बड़ा करना चाहिए और बांग्लादेश की दक्षिण पूर्व की जमीन भी कब्ज़ानी चाहिए ताकि त्रिपुरा और मणिपुर को समुद्र का एक्सेस मिले।

ये सारे समीकरण 1-2 महीने में नहीं बनेंगे, भारत को समय चाहिए होगा। जल्दबाजी में मोदीजी नहीं बल्कि अज्ञात तत्व दबाव में आएंगे और व्यर्थ में बेरहमी से मारे जाएंगे।

इसलिए मोदीजी हमें कोई जल्दी नहीं है आप आराम से तैयारी करो और करवाओ।

बाकि ये जो लोग बांग्लादेशी हिन्दुओं के लिये प्रदर्शन कर रहे है, ममता बानो कुछ बोल रही है और त्रिपुरा मे बांग्लादेश के झंडे जल रहे है। ये सब चलने मे कोई दिक्क़त नहीं ताकि भारत के डीप स्टेट का मनोबल बना रहे और उसे कोई संदेह ना रहे कि जनता उसके साथ है।

ये सोनिया गाँधी और जगदीप धनकड़ वाला मनोरंजन भी इस बीच जारी रहे तो अच्छा है सेना को तैयारी का पूरा समय मिलता रहेगा। लेकिन मोदीजी पर दबाव बनाने का सपना भी मत देखो, ये दबाव अल्टीमेटली सेना और एजेंसियो पर बनेगा। वैसे भी मोदीजी पर तुम 2002 जितना दबाव तो ऐसे भी नहीं बना सकोगे।

युद्ध होगा, मगर भारत 2 साल लम्बा नहीं खींचेगा, भारत एक बड़े हिस्से पर कब्जा करेगा और बांग्लादेश की आबादी को पीछे धकेलेगा। बाकि जैसे विवाह कुछ नकारात्मक लोगों के बिना अधूरा नहीं रहता है ठीक वैसे ही कुछ लोग सरकार की निंदा करके इस विजय को पूर्ण बनाएंगे।

जो लिखा है उसका 80% हिस्सा 2025 के अंत तक भारत में होगा सही सिद्ध होगा। जितने ज्यादा नकारात्मक कमेंट आये उतना अच्छा है क्योंकि एक साल उपरांत जब ये सब सच सिद्ध होगा तो उस समय आंकलन के लिये तत्कालीन परिस्थिति भी सामने रहेगी। कुल मिलाकर बंग्लादेश पर मोदी कूटनीतिक युद्ध लड़ रहे हैं वे किसी ट्रैप में फंसने वाले नहीं हैं न किसी उकसावे या भड़कावे में आने वाले हैं। बंग्लादेश को पहले बिना लड़े ही भिखारी बनेगा उसके बाद अगला रणनीतिक एक्शन होगा बस इतना समझ लीजिए बंग्लादेश का खेल समाप्त होने को है उसकी उल्टी गिनती आरंभ हो चुकी है।✍️हरीश मैखुरी 

दिल्ली का संगम विहार बना बांग्लादेश….!

सैकड़ों जिहादियों ने किया हिंदू परिवार पर हमला

देखें #बिंदास_बोल धर्म योद्धा डॉ. सुरेश चव्हाणके जी के साथ 

https://youtube.com/live/sSrI2dX9T3E

भारत की विडंबना ये भी है कि भारत ढाई मोर्चे पर लड रहा है पाकिस्तान बंग्लादेश और भारत में बसे उनके करोड़ों लोग और आका राजनीतिज्ञ। 

*_सबूतों के साथ चुनाव आयोग पहुंची भाजपा, दिल्ली में रोहिंग्या-बांग्लादेशी और फर्जी वोटरों को लिस्ट से हटाने की मांग।_*

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