उत्तराखंड में समाप्त होगा मरदसा बोर्ड अल्पसंख्यक विद्यालयों में राष्ट्रीय पाठ्यक्रम (NCF) और नई शिक्षा नीति (NEP-2020) के अंतर्गत दी जायेगी शिक्षा, भारत में धर्मांतरण की आरोपी मदर टेरेसा पर भी हुआ था सिक्का जारी, ब्राह्मण शब्द को लेकर भ्रांतियां एवं उनका निवारण, आज का पंचाग आप का राशिफल

ब्राह्मण शब्द को लेकर भ्रांतियां एवं उनका निवारण

#डॉ_विवेक_आर्य 

ब्राह्मण शब्द को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं। इनका समाधान करना अत्यंत आवश्यक है। क्यूंकि हिन्दू समाज की सबसे बड़ी कमजोरी जातिवाद है। ब्राह्मण शब्द को सत्य अर्थ को न समझ पाने के कारण जातिवाद को बढ़ावा मिला है।

शंका 1 ब्राह्मण की परिभाषा बताये?

समाधान-

पढने-पढ़ाने से,चिंतन-मनन करने से, ब्रह्मचर्य, अनुशासन, सत्यभाषण आदि व्रतों का पालन करने से,परोपकार आदि सत्कर्म करने से, वेद,विज्ञान आदि पढने से,कर्तव्य का पालन करने से, दान करने से और आदर्शों के प्रति समर्पित रहने से मनुष्य का यह शरीर ब्राह्मण किया जाता है। मनुस्मृति 2/28

शंका 2 ब्राह्मण जाति है अथवा वर्ण है?

समाधान- ब्राह्मण वर्ण है जाति नहीं।

वर्ण का अर्थ है चयन या चुनना और सामान्यत: शब्द वरण भी यही अर्थ रखता है। व्यक्ति अपनी रूचि, योग्यता और कर्म के अनुसार इसका स्वयं वरण करता है, इस कारण इसका नाम वर्ण है। वैदिक वर्ण व्यवस्था में चार वर्ण है। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र।

ब्राह्मण का कर्म है विधिवत पढ़ना और पढ़ाना, यज्ञ करना और कराना, दान प्राप्त करना और सुपात्रों को दान देना।

क्षत्रिय का कर्म है विधिवत पढ़ना, यज्ञ करना, प्रजाओं का पालन-पोषण और रक्षा करना, सुपात्रों को दान देना, धन ऐश्वर्य में लिप्त न होकर जितेन्द्रिय रहना।

वैश्य का कर्म है पशुओं का लालन-पोषण, सुपात्रों को दान देना, यज्ञ करना,विधिवत अध्ययन करना, व्यापार करना,धन कमाना,खेती करना।

शुद्र का कर्म है सभी चारों वर्णों के व्यक्तियों के यहाँ पर सेवा या श्रम करना।

शुद्र शब्द को मनु अथवा वेद ने कहीं भी अपमानजनक, नीचा अथवा निकृष्ठ नहीं माना है। मनु के अनुसार चारों वर्ण ब्राह्मण, क्षत्रिय,वैश्य एवं शूद्र आर्य है।- मनुस्मृति 10/4

शंका 3- मनुष्यों में कितनी जातियां है ?

समाधान- मनुष्यों में केवल एक ही जाति है। वह है “मनुष्य”। अन्य की जाति नहीं है।

शंका 4- चार वर्णों का विभाजन का आधार क्या है?

समाधान- वर्ण बनाने का मुख्य प्रयोजन कर्म विभाजन है। वर्ण विभाजन का आधार व्यक्ति की योग्यता है। आज भी शिक्षा प्राप्ति के उपरांत व्यक्ति डॉक्टर, इंजीनियर, वकील आदि बनता है। जन्म से कोई भी डॉक्टर, इंजीनियर, वकील नहीं होता। इसे ही वर्ण व्यवस्था कहते है।

शंका 5- कोई भी ब्राह्मण जन्म से होता है अथवा गुण, कर्म और स्वाभाव से होता है?

समाधान- व्यक्ति की योग्यता का निर्धारण शिक्षा प्राप्ति के पश्चात ही होता है। जन्म के आधार पर नहीं होता है। किसी भी व्यक्ति के गुण, कर्म और स्वाभाव के आधार पर उसके वर्ण का चयन होता हैं। कोई व्यक्ति अनपढ़ हो और अपने आपको ब्राह्मण कहे तो वह गलत है।

मनु का उपदेश पढ़िए-

जैसे लकड़ी से बना हाथी और चमड़े का बनाया हुआ हरिण सिर्फ़ नाम के लिए ही हाथी और हरिण कहे जाते है वैसे ही बिना पढ़ा ब्राह्मण मात्र नाम का ही ब्राह्मण होता है।- मनुस्मृति 2/157

शंका 6-क्या ब्राह्मण पिता की संतान केवल इसलिए ब्राह्मण कहलाती है कि उसके पिता ब्राह्मण है?

समाधान- यह भ्रान्ति है कि ब्राह्मण पिता की संतान इसलिए ब्राह्मण कहलाएगी क्यूंकि उसका पिता ब्राह्मण है। जैसे एक डॉक्टर की संतान तभी डॉक्टर कहलाएगी जब वह MBBS उत्तीर्ण कर लेगी। जैसे एक इंजीनियर की संतान तभी इंजीनियर कहलाएगी जब वह BTech उत्तीर्ण कर लेगी। बिना पढ़े नहीं कहलाएगी। वैसे ही ब्राह्मण एक अर्जित जाने वाली पुरानी उपाधि हैं।

मनु का उपदेश पढ़िए-

माता-पिता से उत्पन्न संतति का माता के गर्भ से प्राप्त जन्म साधारण जन्म है। वास्तविक जन्म तो शिक्षा पूर्ण कर लेने के उपरांत ही होता है। – मनुस्मृति 2/147

शंका 7- प्राचीन काल में ब्राह्मण बनने के लिए क्या करना पड़ता था?

समाधान- प्राचीन काल में ब्राह्मण बनने के लिए शिक्षित और गुणवान दोनों होना पड़ता था।

मनु का उपदेश देखे-

वेदों में पारंगत आचार्य द्वारा शिष्य को गायत्री मंत्र की दीक्षा देने के उपरांत ही उसका वास्तविक मनुष्य जन्म होता है।-मनुस्मृति 2/148

ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य, ये तीन वर्ण विद्याध्ययन से दूसरा जन्म प्राप्त करते हैं। विद्याध्ययन न कर पाने वाला शूद्र, चौथा वर्ण है।- मनुस्मृति 10/4

आजकल कुछ लोग केवल इसलिए अपने आपको ब्राह्मण कहकर जाति का अभिमान दिखाते है क्यूंकि उनके पूर्वज ब्राह्मण थे। यह सरासर गलत है। योग्यता अर्जित किये बिना कोई ब्राह्मण नहीं बन सकता। हमारे प्राचीन ब्राह्मण अपने तप से अपनी विद्या से अपने ज्ञान से सम्पूर्ण संसार का मार्गदर्शन करते थे। इसीलिए हमारे आर्यव्रत देश विश्वगुरु था।

🚨 पहला चित्र सुप्रीम कोर्ट के जज अब्दुल नज़ीर की है, जिन्होंने 3 तलाक पर फैसले पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया और इसे असंवैधानिक घोषित करने से भी इनकार कर दिया…

दूसरा चित्र पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की है, जिनके बारे में रॉ प्रमुख एन.के. सूद ने खुलासा किया था कि वे कई भारतीय रॉ अधिकारियों की हत्या में शामिल थे…

तीसरा चित्र पूर्व चुनाव आयुक्त एन.वाई. कुरैशी की है, जिनके मुख्य चुनाव आयुक्त रहते झारखंड और बंगाल में सबसे ज़्यादा अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम मतदाता पहचान पत्र बनाए गए…

चाहे वे पढ़े-लिखे हों या अनपढ़, धर्म के मामले में सब एक जैसे हैं…

उनके लिए #देश और संविधान नहीं ….
#मजहब पहले है।

यह महिला भारतीय भी नहीं थीं

यह भारत में धर्मांतरण (ईसाईकरण) की जननी थीं एक तरह से फैक्ट्री थी। 

-यह कई संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थीं

-इस महिला के सम्मान में वर्ष २०१० में कांग्रेस सरकार द्वारा इसके नाम पर एक सिक्का जारी किया गया इसे भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया

आज वही कांग्रेस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सिक्के से असहमत है।

उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड होगा समाप्त, राज्यपाल ने अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक को दी मंजूरी

उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड अब इतिहास बनने जा रहा है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने उत्तराखंड अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक, 2025 को मंजूरी दे दी है। इस विधेयक के लागू होने के बाद प्रदेश में संचालित सभी मदरसों को अब उत्तराखंड अल्पसंख्यक शिक्षा प्राधिकरण से मान्यता प्राप्त करनी होगी और उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद (उत्तराखंड बोर्ड) से संबद्धता लेनी होगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह निर्णय राज्य में शिक्षा व्यवस्था को समान और आधुनिक बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने बताया कि जुलाई 2026 सत्र से सभी अल्पसंख्यक विद्यालयों में राष्ट्रीय पाठ्यक्रम (NCF) और नई शिक्षा नीति (NEP-2020) के अंतर्गत शिक्षा दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि “प्रदेश का हर बच्चा — चाहे वह किसी भी वर्ग या समुदाय का हो — समान शिक्षा और समान अवसरों के साथ आगे बढ़े।”

इस निर्णय के साथ उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जहाँ मदरसा बोर्ड को समाप्त कर अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थानों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ा जाएगा।

*🙏🏻श्री हनुमते नमो नमः🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 07 अक्टूबर 2025*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु*
🌤️ *मास – आश्विन*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – पूर्णिमा सुबह 09:16 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
🌤️ *नक्षत्र – रेवती 08 अक्टूबर रात्रि 01:28 तक तत्पश्चात अश्विनी*
🌤️ *योग – ध्रुव सुबह 09:31तक तत्पश्चात व्याघात*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:24 से शाम 06:52 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:32*
🌤️ *सूर्यास्त – 06:19*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – अश्विनी पूर्णिमा,कार्तिक व्रत-स्नान आरम्भ,पंचक (समाप्त : मध्यरात्रि 01:28 ),प्रतिपदा क्षय तिथि*

💥 *विशेष – पूर्णिमा एवं व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞

🌷 *लक्ष्मी किसको सताती है, किसको सुख देती है* 🌷

👉🏻 *जहाँ शराब-कबाब का सेवन, दुर्व्यसन, कलह होता है वहाँ की लक्ष्मी ‘वित्त’ बनकर सताती है, दुःख और चिंता उत्पन्न करती है | जहाँ लक्ष्मी का धर्मयुक्त उपयोग होता है वहाँ वह महालक्ष्मी होकर नारायण के सुख से सराबोर करती हैं |*

🙏🏻 *ऋषिप्रसाद – अक्टूबर 2019*

🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~🌞

🌷 *कार्तिक मास* 🌷

➡ *07 अक्टूबर, मंगलवार से कार्तिक व्रत-स्नान प्रारंभ ।*

💥 *विशेष ~ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार 22 अक्टूबर, बुधवार से कार्तिक मास प्रारंभ।*

🌷 *कार्तिक मास में वर्जित*

🙏🏻 *ब्रह्माजी ने नारदजी को कहा : ‘कार्तिक मास में चावल, दालें, गाजर, बैंगन, लौकी और बासी अन्न नहीं खाना चाहिए | जिन फलों में बहुत सारे बीज हों उनका भी त्याग करना चाहिए और संसार – व्यवहार न करें |*’

🌷 *कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी*

🙏🏻 *प्रात: स्नान, दान, जप, व्रत, मौन, देव – दर्शन, गुरु – दर्शन, पूजन का अमिट पुण्य होता है | सवेरे तुलसी का दर्शन भी समस्त पापनाशक है | भूमि पर शयन, ब्रह्मचर्य का पालन, दीपदान, तुलसीबन अथवा तुलसी के पौधे लगाना हितकारी है |*

🙏🏻 *भगवदगीता का पाठ करना तथा उसके अर्थ में अपने मन को लगाना चाहिए | ब्रह्माजी नारदजी को कहते हैं कि ‘ऐसे व्यक्ति के पुण्यों का वर्णन महिनों तक भी नहीं किया जा सकता |’*

🙏🏻 *श्रीविष्णुसहस्त्रनाम का पाठ*
*करना भी विशेष लाभदायी है | ‘ॐ नमो नारायणाय ‘| इस महामंत्र का जो जितना अधिक जप करें, उसका उतना अधिक मंगल होता है | कम – से – कम १०८ बार तो जप करना ही चाहिए|*

🙏🏻 *प्रात: उठकर करदर्शन करें | ‘पुरुषार्थ से लक्ष्मी, यश, सफलता तो मिलती है पर परम पुरुषार्थ मेरे नारायण की प्राप्ति में सहायक हो’ – इस भावना से हाथ देखें तो कार्तिक मास में विशेष पुण्यदायी होता है |*

🙏🏻 *सूर्योदय के पूर्व स्नान अवश्य करें*

🙏🏻 *जो कार्तिक मास में सूर्योदय के बाद स्नान करता है वह अपने पुण्य क्षय करता है और जो सूर्योदय के पहले स्नान करता है वह अपने रोग और पापों को नष्ट करनेवाला हो जाता है | पूरे कार्तिक मास के स्नान से पापशमन होता है तथा प्रभुप्रीति और सुख – दुःख व अनुकूलता – प्रतिकूलता में सम रहने के सदगुण विकसित होते हैं |*

🙏🏻 *हम छोटे थे तब की बात है | हमारी माँ कार्तिक मास में सुबह स्नान करती, बहनें भी करतीं, फिर आस – पडोस की माताओं – बहनों के साथ मिल के भजन गातीं | सूर्योदय से पहले स्नान करने से पुण्यदायी ऊर्जा बनती है, पापनाशिनी मति आती है | कार्तिक मास का आप लोग भी फायदा उठाना |*

🌷 *३ दिन में पूरे कार्तिक मास के पुण्यों की प्राप्ति*

🙏🏻 *कार्तिक मास के सभी दिन अगर कोई प्रात: स्नान नहीं कर पाये तो उसे कार्तिक मास के अंतिम ३ दिन – त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को ‘ॐकार’ का जप करते हुए सुबह सूर्योदय से तनिक पहले स्नान कर लेने से महिनेभर के कार्तिक मास के स्नान के पुण्यों की प्राप्ति कही गयी है |*

🙏🏻 *- स्त्रोत – ऋषिप्रसाद -अक्टूबर २०१५ से*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी बहेन निलेश ठक्कर*

📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपको कुछ ना कुछ हानि अवश्य कराएगा प्रत्येक कार्य देखभाल कर ही करें विशेषकर आज धन संबंधित कार्यो अधिक स्पष्टता बरते किसी से धोखा अथवा अपमानित होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर भी आज निवेश करने से पहले अनुभवी की सलाह जरूर लें घाटा हो सकता है। व्यवसाय को आज मेहनत के बाद भी नियंत्रित नही कर पाएंगे धन लाभ के लिये विविध प्रयास विफल ही होंगे ऊपर से आकस्मिक खर्च आने से संचित कोष से खर्च करना पड़ेगा। आज आपकी मानसिकता धन लोलुप जैसी रहेगी प्रलोभन में शीघ्र आ जाएंगे जिसका बाद में दुख होगा। घर मे किसी न किसी बात से कोहराम लगा रहेगा दाम्पत्य जीवन मे तालमेल नही बैठा पाएंगे कुछ दिन धैर्य धारण करे सेहत में भी आज नया विकार बन सकता है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज भी आपका व्यवहार सामने वाले को अहंकारी जैसा लगेगा लेकिन बाहर से रूखापन दिखने पर भी अंदर से नरमी रहेगी। आज कोई भी आवश्यकता पड़ने पर आपके पास से खाली हाथ नही जाएंगा। कार्य व्यवसाय से आज आशा से अधिक लाभ कमा सकते है परन्तु इसके लिये व्यर्थ के सामाजिक व्यवहारों में आज कमी लाने आवश्यक है। धन की आमद के लिये किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी जो आपके कुशल व्यवहार से तुरंत मिल जाएगी। व्यवसाय में आज गति रहने पर भी कुछ कमी अनुभव करेंगे जिसकी पूर्ति आज सम्भव नही इसपर ध्यान भी ना दें। सरकारी कार्य आज दिन रहते कर ले बाद में सहयोग की कमी के चलते अधूरे रह सकते है। घरेलू व सन्तानो का खर्च बढ़ चढ़ कर रहेगा। दाहिने नेत्र अथवा शरीर के दाहिने भाग में कोई समस्या बन सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये कार्य सफलता वाला रहेगा। बीते दिनों में समाज से मिले अनादर के कारण हीन भावना से ग्रस्त रहेंगे स्वभाव में ईर्ष्या का भाव आपको लाभ से दूर रखेगा इससे बचने का प्रयास करें तो दिन हर प्रकार से आनंददायक बन सकता है। आज काम-धंधा कुछ न कुछ लाभ अवश्य देगा कार्य क्षेत्र पर आज लोगो को आपके सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी इसका लाभ उठाएं मन से अहम की भावना को त्याग समाज सेवा करें इससे धन के साथ सम्मान की भी प्राप्ति होगी।आपके वादा करके टालमटोल करने पर घरेलू वातावरण कुछ समय के लिये अशांत बनेगा महिलाओ का आज वाणी पर नियंत्रण नही रहेगा फिर भी घर मे चलन पहल बनाये रखेंगी। यात्रा के योग बन रहे है इससे लाभ कम शरीर को थोड़ा कष्ट थकान अधिक बनेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन मिला जुला फल देगा। प्रातः काल में किसी जरूरी कार्य को लेकर किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी लेकिन लोग स्पष्ट बात ना कर आपको टालने के प्रयास करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज व्यस्तता बढ़ेगी इसका लाभ भी अवश्य मिलेगा मध्यान के समय आपकी वाणी से किसी का दिल ना दुखे इसका ध्यान रखे। व्यवसायी वर्ग को धन की आमद आवश्यकता अनुसार आसानी से हो जाएगी। लेकिन नौकरी पेशाओ को आज परिश्रम का फल मिलना परेशानी भरा रहेगा लेट लतीफी एवं लापरवाही के कारण अधिकारी वर्ग के क्रोध का सामना करना पड़ेगा। घर का वातावरण सामान्य रहेगा सन्तानो के ऊपर खर्च बढ़ेगा बाहर घूमने की योजना बनेगी। सेहत को लेकर आशंकित रहेंगे लेकिन लापरवाही भी करेंगे। धर्म कर्म में आस्था बढ़ेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। प्रातः काल से ही सेहत में कुछ ना कुछ कमी आएगी जिससे मध्यान तक कि दिनचार्य अस्त व्यस्त रहेगी पेट संबंधित संमस्या में लापरवाही ना करें अन्यथा बाद मे परिणाम गंभीर भी हो सकते है। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि रंगीन मिजाज जैसी बनेगी बोलते समय स्वयं पर नियंत्रण नही रहेगा इसका विपरीत प्रभाव आपकी सख्शियत पर पड़ेगा। कार्य व्यवसाय से आज लाभ अवश्य होगा लेकिन धन आते ही जाने के रास्ते बना लेगा। महिलाओ का स्वभाव आज सब सुख सुविधा मिलने के बाद भी असंतुष्ट ही रहेगा अन्य लोगो से अपनी तुलना करने पर मन हीन भावना से ग्रस्त होगा। आज पैतृक कार्यो को लेकर घर मे खींच तान हो सकती है। पिता से संबंधों में खटास आ सकती है। टोने टोटको पर खर्च करेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन बीते दिन की तुलना में काफी राहत प्रदान करेगा आज आप अपनी बुद्धि एवं व्यवहार के बल पर सम्मान के हकदार बनेंगे। दिन के पहले भाग में किसी घरेलू समस्या को लेकर मानसिक उलझन रहेगी लेकिन पुरानी घटना से अनुभव लेकर इससे पार पा लेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपकी छवि अनुभवी एवं भद्र इंसान जैसी रहेगी मध्यान के समय कोई न कोई अपनी समस्या को लेकर आपसे परामर्श लेगा। काम धंधा आज संभावनाओं पर केंद्रित रहेगा फिर भी पुराने सौदे आज धन देकर जाएंगे। संध्या बाद घरेलू मामलों में लापरवाही करने पर परिजन से मतभेद हो सकते है आज समय पर आवश्यकताओं की पूर्ति करे अन्यथा कलह के लिये तैयार रहे। घर के किसी सदस्य की सेहत चिंता बढ़ाएगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप बैठे बिठाये फालतू के झगड़े मोल लेंगे। किसी काम मे विशेष योग्यता होने का पूरा फायदा उठाएंगे जिससे अन्य लोगो मे आपके प्रति कटु भावनाएं जन्म लेंगी लेकिन आज अपना हित साधने के लिये किसी भी बात या व्यवहारिकता की परवाह नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर मनमानी दिखाएंगे सहकर्मी अथवा जरूरतमंद आपसे मजबूरी में ही व्यवहार करेंगे। धन की आमद संतोषजनक रहेगी थोड़ा धन मिलने पर इसका प्रलोभन बढ़ता ही जायेगा जिससे मन शांत नहीं बैठेगा। आज माता, मशीनरी, संपत्ति अथवा पशु संबंधित कार्यो पर विशेष खर्च करना पड़ेगा इसके कारण अन्य खर्चो में कटौती करने पर घर के सदस्य नाराज हो सकते है। धर्म से ज्यादा कर्म को महत्त्व देंगे फिर भी गुप्त प्रयोग टोन टोटको के लिये भी थोड़ा समय निकाल लेंगे। लोहे की वस्तु अथवा वाहन से चोट का भय है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि एवं पराक्रम का परिचय देंगे। दिन के पहले भाग में किसी से वैचारिक मतभेद बढ़ सकते है आपको अपने कार्य मे किसी का हस्तक्षेप करना अखरेगा विवेकी व्यवहार से बात बढ़ने नही देंगे फिर भी मन मे खटास अवश्य रह जायेगी। कार्य व्यवसाय में आज आप असम्भव कार्य को भी संभव बना लोगो की वाहवाही लूटेंगे धन की आमद किसी न किसी रूप में अवश्य होगी इसके लिये ज्यादा झंझट में ना पड़े वरना सामाजिक क्षेत्र पर किसी से बिना बात की दुश्मनी हो सकती है आज आप जिसे अपना हितैषी समझेंगे वही पीछे से हानि पहुचायेगा। जमीन जायदाद संबंधित मामले उलझेंगे इनको टालना ही बेहतर है। भाई बंधु एवं पति पत्नी के बीच स्वार्थी संबंध रहेंगे। सेहत मामूली बातो को छोड़ ठीक रहेगी वाहन से सावधानी बरतें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपके लिये आज का दिन प्रतिकूल है आज ना चाहते हुए भी किसी विवाद में उतारना पड़ेगा जिससे सम्मान को ठेस पहुच सकती है। वाणी एवं व्यवहार को नियंत्रण में रखें खास कर महिलाए पराये कामो में टांग ना फसाये तो बेहतर रहेगा अन्यथा बैठे बिठाये बदनामी हो सकती है। काम के सिलसिले से यात्रा करनी पड़ेगी इससे पहले खर्च करने पर धन लाभ तो होगा लेकिन आशा से कम ही दलाली के कार्य में अन्य कार्यो की तुलना में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है। घर मे पैतृक संपत्ति अथवा अन्य कारणों से पक्षपात का आरोप लग सकता है घरेलू निर्णय बड़ो के ऊपर छोड़ दे इससे सम्मान बना रहेगा। सन्तानो को लेकर आज मन दुखी रहेगा। घर मे छोटी मोटी बातो को अनदेखा करें आवश्यकता पड़ने पर ही बोले। कमर अथवा पैर संबंधित संमस्या हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आपके मन मे दिन भर कुछ ना कुछ उठापटक लगी रहेगी। आज आपको सामाजिक रीतियों के विपरीत कार्य करने में आनद आएगा। अपने कुतर्कों से आस पास के लोगो को दुविधा में डालेंगे इससे आपके ही व्यक्तित्त्व में कमी आएगी। कार्य व्यवसाय से आज जितनी उम्मीद लगाएंगे उसका आधा लाभ भी नही मिल पायेगा। व्यवहारिकता की कमी हर क्षेत्र पर नुकसान ही कराएगी। सहकर्मी अथवा कार्य क्षेत्र पर अन्य किसी से अहम को लेकर टकराव हो सकता है स्वभाव में परिवर्तन लाये किसी के भी ऊपर अनैतिक दबाव डालने पर सम्मान हानि तुरंत होगी। महिला वर्ग घरेलू एवं व्यक्तिगत आवश्यकताओं की लंबी लिस्ट बनाकर पुरुषों को परेशानी में डालेंगी। संध्या के समय टालने पर भी व्यर्थ के खर्च होंगे। मानसिक एवं शारीरिक क्षमता कम रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन मिला जुला रहेगा। आज आपको पूर्व में किये किसी निवेश से काफी उम्मीद रहेगी लेकिन अंत समय मे निराशा ही हाथ लगेगी लाभ की जगह निवेश किया धन व्यर्थ होने की संभावना है। धन को लेकर आज कोई नई संमस्या खड़ी होगी व्यवसाय अथवा अन्य आवश्यक कार्यो के लिये माता अथवा अन्य किसी नापसंद व्यक्ति की आर्थिक सहायता लेनी पड़ेगी जिसमे पहले मामूली कलह का सामना भी करना पड़ेगा। आज भी मध्यान तक कोई बड़ा निर्णय ना ले इसके बाद स्वतंत्र होकर कर कर सकते है आवश्यकता पूर्ति अनुसार धन कहि न कही से उपलब्ध हो जाएगा। पैतृक कारणों से भाई बंधुओ के बीच स्नेह संबंध बिगड़ सकते है जहां तक संभव हो आज किसी के आगे हाथ ना फैलाये। मानसिक चंचलता और तनाव को छोड़ सेहत ठीक ही रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये शुभ फल प्रदान करेगा। दिन के आरम्भ में जो भी योजना बनाएंगे उसमें कई उतार चढ़ाव देखने को मिलेंगे फिर भी ले देंकर सफलता अवश्य मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर आज जिस भी काम को हाथ मे लेंगे उसमे कोई न कोई झंझट अवश्य रहेगा। शत्रु अथवा प्रतिस्पर्धी पक्ष आपको हानि पहुचाने का हर सम्भव प्रयास करेंगे इनको अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा अन्यथा व्यर्थ की दुविधा में फंस कर अपने उद्देश्य से भटक सकते है। धन लाभ आकस्मिक होगा कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी काम के समय मनमानी करेंगे पहले से ही आत्म निर्भर रहे तो परेशानी नही आएगी। लेखन से जुड़े लोग चाह कर भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित नही कर पाएंगे। दाम्पत्य एव संतान सुख आज न्यून रहेगा। संध्या बाद का समय राहत दिलाएगा लेकिन घर मे कम ही बोलें।
🌞 *~ हिन्दू पंचांग *🌞
🙏🏻🌷🍀🌹🌻🌺🌸🍁🙏🏻
〰〰〰🙏राधे राधे🙏〰〰〰