पांच हजार वर्ष पूर्व धराधाम के उत्थान के लिए प्राणिमात्र के कल्याण के लिए असुरों के उद्धार के लिए देवकी वासुदेव के घर इसी अष्टमी पर्व पर प्रकट हो कर गोकुल में नन्द यशोदा के महल को आलोकित कर वहां ग्वाल बालों और एक लाख गायों को आन्नद से भर देने वाले भगवान #श्रीकृष्ण का #प्राकट्य इस मृत्यु लोक की श्रेष्ठ उपलब्धियों में एक है। यह वसुंधरा उनके श्रीचरणों से धन्य हुई यमुना कृतार्थ हुई।
कस्तुरी तिलकम ललाटपटले, वक्षस्थले कौस्तुभम।*
▪️मात्र 64 दिन में वेदांग सहित वेदों का ज्ञान प्राप्त किया।
▪️मात्र 50 दिन में धनुर्विद्या को सीखा।
▪️मात्र 12 दिन में राजशिक्षा और अश्वशिक्षा प्राप्त की।
▪️मात्र 64 दिन में गणित और गंधर्ववेद आदि को पढ़ा।
ऐसे समाधिस्थ बुद्धि के स्वामी, युद्ध विद्या में पारंगत, कुशल राजनीतिज्ञ, वेद आदि शास्त्रों के ज्ञाता, एक पत्नीव्रतधारी, ब्रह्मचर्य तपधारी, संध्योपासक, विनम्र, सौम्य, सरल और मधुर स्वभाव के धनी तथा युद्ध क्षेत्र में भी ईश्वर प्रणिधान में रहने वाले….
योगेश्वर श्रीकृष्ण जी के जन्मदिवस के शुभ अवसर पर कोटिशः अभिनन्दन ✍️हरीश मैखुरी
🍁🚩 जय जय श्रीकृष्ण 🚩🍁*मेरे प्यारे माधव…*
*आपके अवतरण दिवस पर, मेरी* *कोई प्रार्थना नहीं है—केवल कृतज्ञता।*
*उस आनंद के लिए धन्यवाद जिसने मेरे मार्ग को रोशन किया,*
*जब जीवन नृत्य सा लगता था, तब आप संगीत थे,*
*और जब जीवन युद्धभूमि में बदल जाता था, तब आप सारथी थे…!*
*आपने मुझे सिखाया कि प्रेम बांसुरी की तरह कोमल…*
*और सुदर्शन चक्र की तरह प्रबल हो सकता है…!*
*इस जन्माष्टमी पर, मैं धन या पुरस्कार नहीं माँगता…*
*मैं केवल एक उपहार माँगता हूँ…*
*कि मेरे हृदय में आपके नाम की ध्वनि कभी न छूटे.!*
*क्योंकि जहाँ आप हैं, वहाँ किसी चीज़ की कमी नहीं है…!*
*जहाँ आप खड़े हैं, वहाँ हर कदम घर है.!*
*मेरे प्यारे माधव…*
*आपके अवतरण दिवस पर, मेरी* *कोई प्रार्थना नहीं है—केवल कृतज्ञता।*
*उस आनंद के लिए धन्यवाद जिसने मेरे मार्ग को रोशन किया,*
*जब जीवन नृत्य सा लगता था, तब आप संगीत थे,*
*और जब जीवन युद्धभूमि में बदल जाता था, तब आप सारथी थे…!*
*आपने मुझे सिखाया कि प्रेम बांसुरी की तरह कोमल…*
*और सुदर्शन चक्र की तरह प्रबल हो सकता है…!*
*इस जन्माष्टमी पर, मैं धन या पुरस्कार नहीं माँगता…*
*मैं केवल एक उपहार माँगता हूँ…*
*कि मेरे हृदय में आपके नाम की ध्वनि कभी न छूटे.!*
*क्योंकि जहाँ आप हैं, वहाँ किसी वस्तु की कमी नहीं है…!*
*जहाँ आप खड़े हैं, वहाँ हर पग आनन्द है.!*
*श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 16 अगस्त को:जन्माष्टमी व्रत करने से पहले लेना चाहिए संकल्प, जानिए व्रत करने के तीन तरीके कौन-कौन से हैं*
16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। द्वापर युग में भगवान विष्णु ने भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि की रात श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। जन्माष्टमी केवल उपवास करने का अवसर नहीं है, ये पर्व आत्म-संयम, भक्ति और आंतरिक शुद्धि का माध्यम बनता है। जन्माष्टमी व्रत आत्मिक साधना का एक तरीका है।
व्रत प्रारंभ करने से पहले एक विशेष प्रक्रिया होती है, जिसे संकल्प कहा जाता है। संकल्प का अर्थ है कि पूर्ण श्रद्धा के साथ ये संकल्प लेना कि हम इस व्रत को निष्ठा, शुद्धता और भक्ति के साथ निभाएंगे।
जन्माष्टमी की सुबह स्नान के बाद भगवान श्रीकृष्ण के सामने हाथ जोड़कर मन में संकल्प लें और कहें कि हे कृष्ण, मैं ये व्रत आपकी कृपा पाने और अपने अंतर्मन को शुद्ध करने के लिए कर रहा/रही हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।
*व्रत के तीन तरीके*
*निर्जला व्रत: एक बूंद जल भी नहीं लिया जाता, जब तक मध्यरात्रि में व्रत न खोला जाए।*
*फलाहार व्रत: फल, दूध, मेवे और व्रत के अनुकूल व्यंजन खाए जाते हैं।*
*आंशिक व्रत: एक बार भोजन लिया जाता है, जिसमें अनाज और सामान्य नमक नहीं होता।*
*व्रत के सामान्य नियम*
*व्रत कर रहे हैं तो अन्न का त्याग करें। इस दिन गेहूं, चावल, दाल आदि का सेवन नहीं किया जाता। व्रत आमतौर पर फलाहार या निर्जला होता है।*
*हमें अपने श्रद्धा और सामर्थ्य के हिसाब से व्रत करना चाहिए। व्रत के लिए अलग भोजन तैयार करना चाहिए। व्रत का खाना साफ बर्तनों में, साफ-सुथरे रसोईघर में बनाया जाए।*
*इस दिन तामसिक भोजन जैसे लहसुन और प्याज मन की एकाग्रता को भंग करते हैं। इसलिए इनसे बचना चाहिए।*
*व्रत कर रहे हैं तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा-स्थल को भी साफ-सुथरा रखें।*
*भोजन तैयार करते समय स्वाद चखना व्रत के नियमों का उल्लंघन माना जाता है।*
*व्रत में सामान्य नमक का इस्तेमाल करने से बचें। व्रती के लिए सेंधा नमक शुभ माना जाता है।*
*जन्माष्टमी का प्रसाद या भोजन ताजा ही होना चाहिए। पुराना बासी भोजन इस दिन न खाएं।*
*व्रत केवल पेट का उपवास नहीं है, मन का भी है। शांत, संयमित और भक्ति भाव में रहना जरूरी है। मन को शांत रखें, क्रोध, ईर्ष्या, लालच जैसे बुरे विकारों से बचें।*
*श्रीकृष्ण के मंत्रों का जप धीमी आवाज में करना चाहिए। गीता का पाठ करें। श्रीकृष्ण की कथाएं पढ़ें-सुनें।*
*मध्यरात्रि में करें श्रीकृष्ण का अभिषेक*
पौराणिक कथा के अनुसार, श्रीकृष्ण का जन्म आधी रात में मथुरा के कारागार में हुआ था। इसी वजह से जन्माष्टमी पर मध्यरात्रि 12 बजे भगवान का अभिषेक किया जाता है। विधिवत पूजा के बाद माखन-मिश्री का प्रसाद ग्रहण करके व्रत खोला जाता है।
बाल गोपाल की प्रतिमा को दूध, दही, शहद, घी व गंगाजल से स्नान कराया जाता है। अभिषेक किया जाता है।
श्रीकृष्ण को रेशमी वस्त्र, अलंकार व मोरपंख से सजाया जाता है।
एक सुंदर झूले पर बालकृष्ण को बैठाया जाता है और झूला झुलाया जाता है।
भजन, कीर्तन, और आरती से भगवान की भक्ति की जाती है।
व्रत के नियमों का पालन न कर पाएं तो…
व्रत एक आंतरिक यात्रा है। दिन की शुरुआत शरीर की भूख से होती है, लेकिन दिन का अंत तक भक्ति से होता है। कुछ घंटों के लिए अन्न-जल त्यागने से जो आत्मिक जुड़ाव मिलता है, वह आनंद देता है। अगर हम व्रत के नियमों का पालन न भी कर सकें, तो घबराएं नहीं। भगवान कृष्ण प्रेम के देवता हैं। वे यह नहीं देखते कि हम कितनी देर भूखे रहे, वे ये देखते हैं कि हमारे मन में उनके लिए कितना प्रेम है।
*༺┇卐┇༻*
*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*
*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_शनिवार, १६ अगस्त २०२५_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*
सूर्योदय: 🌄 ०६:०३, सूर्यास्त: 🌅 ०६:५९
चन्द्रोदय: 🌝 २३:२३चन्द्रास्त: 🌜१३:०१
अयन 🌘 दक्षिणायणे(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४७(विश्वावसु)
विक्रम सम्वत:👉२०८२(सिद्धार्थी
मास 👉 भाद्रपद, पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (२१:३४ सेनवमी)
नक्षत्र 👉 भरणी (०६:०६ सेकृत्तिका)
योग👉वृद्धि (०७:२१ से ध्रुव)
प्रथम करण👉बालव(१०:४१तक
द्वितीय करण 👉 कौलव
(२१:३४ तक)
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
॥ गोचर ग्रहा: ॥🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 वृष (११:४३ से)
मंगल🌟कन्या(उदित,पूर्व,मार्गी)
बुध🌟कर्क(उदय,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मिथुन(उदित,पूर्व,मार्गी)
शुक्र 🌟 मिथुन
(अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह
शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:४७
अमृत काल 👉 २६:२३ से २७:५३
सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 २८:३८ से २९:४५
अमृत सिद्धि योग 👉 २८:३८ से २९:४५
विजय मुहूर्त 👉 १४:३३ से १५:२६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५७ से १९:१९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५७ से २०:०२
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०० से २४:४३
राहुकाल 👉 ०९:०३ से १०:४२
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १४:०० से १५:३९
दुर्मुहूर्त 👉 ०५:४५ से ०६:३७
होमाहुति 👉 गुरु (०६:०६ से राहु)
दिशा शूल 👉 पूर्व
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (२८:३८ से)
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्र वास 👉 पूर्व (दक्षिण ११:४३ से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (२१:३४ से सभा में)
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव), कालाष्टमी, दूर्वाष्टमी, संक्रान्ति सूर्य सिंह में २५:५१ से, मेला गोगामेडी (राज.) समाप्त आदि।
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज ०६:०६ तक जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (लो) नामाक्षर से तथा इसके बाद २८:३८ तक जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (अ, ई, उ, ए) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ओ) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – २७:३० से ०५:५२
सिंह – ०५:५२ से ०८:१०
कन्या – ०८:१० से १०:२८
तुला – १०:२८ से १२:४९
वृश्चिक – १२:४९ से १५:०९
धनु – १५:०९ से १७:१२
मकर – १७:१२ से १८:५३
कुम्भ – १८:५३ से २०:१९
मीन – २०:१९ से २१:४२
मेष – २१:४२ से २३:१६
वृषभ – २३:१६ से २५:११+
मिथुन – २५:११+ से २७:२६+
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:४५ से ०५:५२
मृत्यु पञ्चक – ०५:५२ से ०६:०६
अग्नि पञ्चक – ०६:०६ से ०८:१०
शुभ मुहूर्त – ०८:१० से १०:२८
रज पञ्चक – १०:२८ से १२:४९
शुभ मुहूर्त – १२:४९ से १५:०९
चोर पञ्चक – १५:०९ से १७:१२
शुभ मुहूर्त – १७:१२ से १८:५३
रोग पञ्चक – १८:५३ से २०:१९
शुभ मुहूर्त – २०:१९ से २१:३४
मृत्यु पञ्चक – २१:३४ से २१:४२
रोग पञ्चक – २१:४२ से २३:१६
शुभ मुहूर्त – २३:१६ से २५:११+
मृत्यु पञ्चक – २५:११+ से २७:२६+
मृत्यु पञ्चक – २७:२६+ से २८:३८+
अग्नि पञ्चक – २८:३८+ से २९:४५+
*ꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼꈼ*
︎
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप सुनेंगे सबकी लेकिन करेंगे अपने ही मन की फिर भी आज व्यवसाय से आकस्मिक लाभ होने पर स्थिति बिगड़ने नही पाएगी दिन के आरंभ में जो लोग आपके निर्णयों के विरोध कर रहे थे सफर बाद वे ही समर्थन करते दिखेंगे। घर मे भाई बंधुओ से किसी पुश्तैनी अथवा व्यावसायिक बात को लेकर कहा सुनी हो सकती है। भागीदारी के कार्यो में निवेश से बचे अन्यथा हानि ही होगी इसके विपरीत एकल कार्यो में लाभ आवश्यकता से अधिक ही होगा। परिवार का वातावरण पल पल में बदलने पर असमंजस में रहेंगे संताने जिद पर अडेंगी मांगे मनवाकर ही शांत होंगी। मुह पर मीठा बोलने वालों से सतर्क रहें खास कर धनु एवं कुम्भ राशि जातको पर जल्दी से विश्वास ना करें। मानसिक संतुष्टि नही रहेगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपका मन काल्पनिक दुनिया की सैर करेगा मन मे खयाली पुलाव पकाएंगे लेकिन कर्म करने में लचीले रहेंगे। आज आप जिस भी कार्य को करेंगे उसकी सफ़लता असफ़लता किसी अन्य के हाथ मे रहेगी विशेष कर पति अथवा पति से बनाकर चले अन्यथा अंत समय मे सारी योजना रखी रह जायेगी। मध्यान के आस पास अकस्मात ही कही से धन की प्राप्ती होगी इसी से दैनिक खर्च के साथ भविष्य के खर्च चलाने पड़ेंगे इसलिए फिजूल खर्ची पर नियंत्रण लाये। आज व्यसन अथवा दुराचरण से बच कर रहे पारिवारिक मान हानि के साथ शारीरिक रूप से भी नुकसान देह रहेगा। कमर से नीचे के भाग में कोई नया रोग उभरने की संभावना है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपका हठीला स्वभाव बनते कार्यो में विलंब करेगा लोग आपसे व्यवहार तो करेंगे लेकिन केवल स्वार्थ पूर्ति के लिए ही अंदर से आदर का भाव नही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सहयोग की कमी रहेगी जिससे अधिकांश कार्य अपने ही बल करने ओढ सकते है। नौकरी पेशा लोग भी अधिकारियों से नाराजगी के चलते कार्यो को मनमाने ढंग से जल्दबाजी में करेंगे। धन की आमद आज जिस समय उम्मीद नही होगी तब अकस्मात ही होगी। आज विवेकी सोच रखें अन्यथा आने वाले दिनों में इसका अशुभ परिणाम अवश्य भोगना पड़ेगा। घर के सदस्य विशेष कर स्त्री अथवा संताने अपनी मांगे मनवाने के लिये अशांति फैलाएंगी इन्हें समय पर पूरा करे वरना आने वाले कल शांति से बैठना मुश्किल होगा। संध्या बाद किसी अरिष्ट की आशंका से मन भयभीत रहेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन बीते कल की तुलना में बेहतर रहेगा। समाज से सम्मान तो मिलेगा इसके लिए व्यस्तता से समय भी निकालना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय में भी प्रगति होगी लेकिन धन लाभ के समय आश्वाशन ही मिलने से निराश रहेंगे। पूजा पाठ के लिए समय कम ही मिलेगा फिर भी परोपकार के अवसर खाली नही जाने देंगे जरूरतमंदो को आप जितना हो सके उतना सहयोग करेंगे। व्यवसायी वर्ग कार्य स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करें निकट भविष्य में आगजनी अथवा अन्य किसी प्रकार से सामान अथवा आर्थिक क्षति होने की संभावना है। विरोधी पक्ष प्रबल रहेगा लेकिन परोपकार का पुण्य हानि नही होने देगा। संतानों अथवा घर के किसी सदस्य की गलत आदत से मन आहत होगा। घुटनो अथवा अन्य शारीरिक अंगों में निर्बलता रहेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन परिस्थितियां पहले से बेहतर बनेगी। आज आप किसी भी हालत में समझौता करने के पक्ष ने नही रहेंगे चाहे नुकसान ही क्यो ना हो। दिनचर्या कुछ मामलों को छोड़ सुव्यवस्थित रहेगी। काम धंधा भी मध्यान बाद अकस्मात गति पकड़ेगा लेकिन स्वभाव में नरमी रखे किसी व्यावसायिक अथवा अन्य प्रतिस्पर्धी से गरमा गरमी होने का असर व्यापारिक प्रतिष्ठा पर होगा। धन की आमद आज सहज रूप से ही हो जाएगी फिर भी असंतुष्टि में भाग दौड़ करेंगे खर्च अनियंत्रित होंगे बचत ना के बराबर ही रहेगी। कन्या राशि के लोगो से बहस से बचे। घर मे किसी न किसी से रूठना मनाना लगा रहेगा संतान का सहयोग मिलेगा। गठिया अथवा जननेन्द्रिय संबंधित समस्या उभरेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपमे धार्मिक भावनाए जागृत होंगी पूजा पाठ के लिए समय तो निकालेंगे लेकिन मन टोन टोटको पर ज्यादा विश्वाश करेगा लेकिन इनको करना ना करना एक बराबर ही है समय और धन की बर्बादी ही होगी। कार्य व्यवसाय से बीते दिनों की तुलना में लाभ में वृद्धि होगी। व्यवसाय में विस्तार के अवसर भी मिलेंगे परन्तु गलत मार्गदर्शन के कारण कर नही पाएंगे वर्तमान परिस्थित अनुसार आज काम मे विस्तार ना कर पाना अखरेगा लेकिन बाद में संतोष भी देगा। परिवार में बड़े बुजुर्गों से भाई बंधुओ को लेकर वैचारिक मतभेद रहेंगे। आवश्यक कार्य कल के लिए ना टाले संध्या बाद से सेहत में नरमी आने के कारण अधूरे रह सकते है।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन परिस्थितियां उलझन में डालने वाली बन रही है। आज कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूप रेखा अवश्य बना कर चले साथ ही हानि लाभ की समीक्षा भी पहले ही कर ले अन्यथा समय और धन की बर्बादी हो सकती है। दिनचर्या दिशाहीन रहने के कारण जिस भी कार्य को करेंगे उसे बीच मे ही अन्य काम पड़ने पर छोड़ना पड़ेगा। व्यवसाय में भी लाभ के पास पहुचते पहुचते भ्रमित हो जाएंगे। संध्या के आस पास ही थोड़ा बहुत धन लाभ हो सकेगा। नौकरी वाले जातक आज जल्दी से काम करने के मूड में नही रहेंगे। घरलू खर्चो में संकीर्णता दिखाना कलह का कारण बनेगा। महिलाए ईर्ष्या भाव से ग्रसित रहेंगी किस्मत को दोष देंगी। अकस्मात यात्रा के योग बन रहे है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन पिछले दिनो की अपेक्षा बेहतर रहेगा सेहत में सुधार अनुभव करेंगे। प्रातः काल से ही व्यवसाय अथवा किसी आवश्यक घरेलू कार्य में विलंब होने की चिंता रहेगी लेकिन दोपहर बाद सही कार्य स्वतः ही व्यवस्थित होने लगेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा लेकिन आज आप दिन के आरम्भ में जो भी योजना बनाएंगे उसमे आज नही तो कल सफलता अवश्य मिलेगी इसलिये मेहनत में कमी ना रखे। धन के व्यर्थ कार्यो पर खर्च को रोकने में असमर्थ रहने के कर आर्थिक कारणों से असंतुष्ट ही रहेंगे कल से परिस्थिति हर प्रकार से पक्ष में रहेगी। सरकार संबंधित उलझनों में फंसने की भी संभावना है अनैतिक कार्यो से दूर रहे। धर्म कर्म में कम रुचि रहेगी। घर की बड़ी महिलाओ से कहा सुनी हो सकती है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन पहले की तुलना में सुधार वाला रहेगा लेकिन आज धन की प्राप्ति केवल जोखिम लेकर ही हो सकेगी। कार्य क्षेत्र पर हानि के भय से जल्दी से कोई बड़ा निर्णय नही लेंगे भयभीत ना हो निसंकोच होकर किसी भी प्रकार का जोखिम विशेष कर निवेश करें वरना निकट भविष्य में आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। व्यवसाय में आज किया निवेश तुरंत लाभ तो नही देगा लेकिन आने वाले दिनों में इसका सकारत्मक परिणाम अवश्य मिल सकेगा। धर्म कर्म टोन टोटको में भी रुचि रहेगी इनपर समय और अल्प धन भी व्यय होगा। भाई बंधु और स्त्री वर्ग का मिजाज चढ़ा रहेगा सतर्क रहकर व्यवहार करें। सेहत में कुछ ना कुछ नुक्स लगा रहेगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप पिछली गलतियों से सीख लेकर ही सभी क्षेत्र पर व्यवहार करेंगे इससे मान सम्मान में वृद्धि के साथ ही नुकसान में भी कमी आएगी। कार्य व्यवसाय अथवा सामाजिक क्षेत्र पर विरोधियो के प्रति नरम व्यवहार रखना आज कुछ ना कुछ लाभ ही देकर जाएगा। आज की मेहनत निकट भविष्य में धन लाभ के नए मार्ग खोलेगी इसमे कमी ना रखे। आज भी धन लाभ आशानुकूल रहेगा फिर भी धन संबंधित प्रसंग आने पर दिमाग गर्म होगा इससे बचे। महिला वर्ग कार्य समय पर करेंगी लेकिन अहसान भी जताएंगी। भाई बंधुओ को आपके अथवा आपको उनसे उनके सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी व्यवहारिक रहे ईर्ष्या बनते कामो की बिगाड़ेगी। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन शांति से बिताने की आवश्यकता है आज आप स्थित को भांप कर ही व्यवहार करेंगे परन्तु सामने वाला आपकी परिस्थिति का खयाल नही करेगा धन सम्बन्धित मामले किसी ना किसी रूप में कलह का कारण बनेंगे इन्हें प्रेम से निपटाने का प्रयास करें। कार्य व्यवसाय से धन की आमद तो होगी लेकिन कोई न कोई खर्च लगा रहने से संध्या बाद हाथ खाली ही रह जायेगा। पति पत्नी की घरेलू कलह बाहर के लोगो तक न पहुचे इसका विशेष ध्यान रहे लोग सुलझाने की जगह आनंद लेंगे। संतानो का व्यवहार भी अनापेक्षित रहने से अंदर ही अंदर परेशान रहेंगे कहल बढ़ने के डर से विरोध भी नही कर पाएंगे। सेहत ठीक ही रहेगी। मध्य रात्रि बाद स्थिति में सुधार आने लगेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन से आप काफी आशाएं लगा कर रहेंगे परन्तु एक समय मे अधिक कार्य करने पर मतिभ्रम का शिकार बनेंगे। कार्य व्यवसाय सामान्य रहेगा लेकिन आकस्मिक कार्य आने पर उचित समय नही दे पाएंगे अधीनस्थ सहकर्मियों का ऊपर निर्भर रहना पड़ेगा। यात्रा की योजना दिन के आरंभ से ही बनेगी इस पर व्यर्थ खर्च भी करना पड़ेगा। घर मे संतान के कारण कोई नई परेशानी खड़ी होगी लेकिन उच्च पदस्थ लोगों का सहयोग मिलने से राहत मिल जाएगी सरकार संबंधित कार्य संध्या से पहले पूर्ण करने का प्रयास करे अन्यथा कुछ समय के लिये लंबित रह जायेगा। परिवार की महिलाए विशेष कर स्त्री वर्ग मानसिक तनाव से ग्रसित रहेंगी। कंधे कमर अथवा अन्य शारीरिक जोड़ो में दर्द रह सकता है।
︎