आप सभी को देवभूमि उत्तराखण्ड के लोकपर्व घी संक्रांति की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। 💐💐 भाद्रपद अर्थात् भादो माह में जब सूर्यदेव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं तो उस संक्रांति को सिंह संक्रांति कहते हैं और इसी दिन उत्तराखंड में घी संक्रांति (Ghee Sankranti) मनाया जाता है. सिंह संक्रांति के दिन भगवान विष्णु, सूर्य देव और भगवान नरसिंह की पूजा की जाती है. इस दिन घी खाने की परंपरा रही हैं।
इस संक्रांति को घ्यूँ त्यार या घी संक्रांति भी कहा जाता है, समझा जाता है कि अप्रैल से लेकर अगस्त तक मनुष्य के शरीर से बहुत सारी चर्बी और तरलता तेज धूप के कारण शरीर को बाहर में से बाहर निकल जाती है उसी की प्रतिपूर्ति के लिए भादो की महीने की संक्रांति पर उत्तराखंड में सभी घरों में एक दो चम्मच घी पीने का रिवाज की परंपरा है यह स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अति उत्तम है चमोली जिले में आज के दिन गेहूं के आटे का हलवा बनाकर उसमें उसमें खूब घी चुपड़ कर खाया जाता है
470 करोड़ का खर्च, मिले 6 मेडल, एक मेडल की कीमत 78.33 करोड़! 🥇
पेरिस ओलंपिक में भारत ने 117 एथलीट्स की तैयारी पर 470 करोड़ रुपए खर्च किए, लेकिन नतीजा सिर्फ 6 मेडल! हर मेडल पर भारी पड़ा 78.33 करोड़ रुपए का खर्च।
नीरज चोपड़ा, मनु भाकर, स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह, अमन सहरावत, और हमारी गर्वीली भारतीय हॉकी टीम ने देश का मान बढ़ाया, लेकिन क्या ये निवेश वाकई पर्याप्त था?
26 जुलाई से 11 अगस्त तक चले इस महामुकाबले में 117 भारतीय एथलीट्स ने 16 खेलों में हिस्सा लिया। कई खिलाड़ी मेडल की दौड़ में चौथे स्थान तक पहुंच गए, लेकिन जीत की वो चमक बाकी रही।
अब सवाल ये है—क्या अगला ओलंपिक हमारे लिए और भी ज्यादा सुनहरा होगा? उम्मीद है कि आने वाले समय में भारतीय एथलीट्स अपने प्रदर्शन से और भी अधिक मेडल देश में लाएंगे। 🙏
*नई दिल्ली: पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस पर किसानों और महिलाओं से लेकर देश के विकास पर क्या बोले, यहां जानें 10 बड़ी बातें*
*अगस्त 15, 2024 08:31 am IST*
*नई दिल्ली:* पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस संबोधन की खास बातें पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित कहा कि जब देश की सशस्त्र सेनाएं ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और हवाई हमले करती हैं, तो हर भारतीय गर्व से भर जाता है. पहले लोग बदलाव चाहते थे लेकिन उनकी आकांक्षाओं पर ध्यान नहीं दिया गया; हमने जमीनी स्तर पर बड़े सुधार किए.पीएम मोदी ने लाल किले से कहा कि जन जीवन मिशन के तहत 12 करोड़ नए परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है. 15 करोड़ परिवार आभार्थी हैं. बिजली और पानी जैसी व्यय्वस्थाओं से कौन वंचित रह गया है. समाज के अग्रिम पंक्ति के लोग इसके अभाव में नहीं थे. मेरे दलित, मेरे पीड़ित, मेरे शोषित, मेरे आदिवासी भाई बहन, मेरे गरीब भाई बहन, मेरे झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला भाई बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे. हमारी सरकार ने उनकी प्राथमिक जरूरतों के लिए कोशिश की.लाल किले से अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हमारा एक ही संकल्प है नेशन फर्स्ट. हमनें बैंकिंग सेक्टर में सुधार के लिए कई बड़े बदलाव किए. हमारी सरकार बड़े रिफॉर्म्स के लिए प्रतिबद्ध है. आज हमने गवर्नेंस के मॉडल को बदला है. सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है.10 साल में नौजवानों का आत्मविश्वास बढ़ा है. ये भारत के लिए गोल्डन एरा है, ये मौका हमें जाने नहीं देना चाहिए.पीएम मोदी ने कहा कि आज 10 करोड़ बहनें आत्मनिर्भर बनीं हैं. हमनें स्पेस सेक्टर में बहुत सुधार किए हैं. आज प्राइवेट सेटेलाइट, रॉकेट लॉन्च हो रहे हैं. हम इज ऑफ लिविंग औऱ इज ऑफ डूइंग पर भी काम कर रहे हैं. बीते दस साल में गांव में स्कूल बनाने की बात हो, हाइवे बनाने की हो, अस्पताल बनाने की बात, मेडिकल का काम हो. हमने इन सेक्टर में अभूतपूर्व काम किया है.प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय बैंकों की गिनती अब दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में की जाती है. हमारे द्वारा चुना गया सुधार का मार्ग विकास का खाका बन गया है. पहले लोग सुविधाओं के लिए सरकार से गुहार लगाते थे, अब उन्हें सुविधाएं दरवाजे पर मिलती हैं. देश का युवा धीमी गति से नहीं चलना चाहता, यह हमारा स्वर्णिम युग है.पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में जो रिफॉर्म हुआ…आप सोचिए बैंकिंग सेक्टर का पहले क्या हाल था, ना विकास होता था, ना विस्तार होता था, ना विश्वास बढ़ता था…हमने बैंकिंग सेक्टर में अनेक रिफॉर्म किए। आज विश्व के सबसे मजबूत बैंकों में हमारे बैंकों ने अपना स्थान बनाया। जब बैंकिंग मजबूत होती है तो अर्थव्यवस्था की ताकत भी बढ़ती है.पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आज तो हम 140 करोड़ हैं. अगर 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़ सकते हैं, आजादी के सपने को पूर्ण कर सकते हैं, आजादी लेकर दिखा सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी, 140 करोड़ मेरे परिवारजन अगर संकल्प लेकर चल पड़ते हैं, एक दिशा निर्धारित करके चल पड़ते हैं, कदम से कदम मिलाकर और कंधे से कंधा मिलाकर अगर चल पड़ते हैं तो चुनौतियां कितनी भी क्यों ना हो, अभाव कितना भी तीव्र क्यों ना हो, संसाधनों के लिए जूझने की नौबत क्यों न हो तो भी… हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं.” लाल किले से पीएम मोदी ने ये भी कहा, ‘‘हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं. अगर 40 करोड़ देशवासी अपने पुरुषार्थ, समर्पण, त्याग और बलिदान से आजादी दिला सकते हैं, आजाद भारत बना सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं.” आज यह समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का और अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है. विकसित भारत 2047 सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं, बल्कि इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। देश के कोटि-कोटि जनों के सुझाव लिए जा रहे हैं.पीएम मोदी ने कहा कि हमारे CEO दुनिया भर में अपनी धाक जमा रहे हैं. एक तरफ भारत के CEO भारत का नाम बढ़ा रहे हैं, वहीं 1 करोड़ सामान्य परिवार की महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. दोनों ही गर्व की बात हैं. हमने नए आपराधिक कानूनों में सजा के बजाय न्याय को प्राथमिकता दी. मध्यम वर्ग देश को बहुत कुछ देता है; गुणवत्तापूर्ण जीवन की अपेक्षा करता है; हमारा प्रयास न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप सुनिश्चित करने का होगा.प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में सरकार के हर स्तर से जीवन की सुगमता में सुधार की दिशा में मिशन मोड पर काम करने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक विकास में भारत का योगदान बढ़ा है; देश का निर्यात बढ़ा है. शासन में सुधार को बढ़ावा देना होगा, आपूर्ति प्रणाली को मजबूत बनाना होगा ताकि 2047 के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने UCC का यूसीसी पर भी बड़ा वक्तव्य दिया….
अब देश को “सेक्युलर सिविल कोड” की जरूरत है।
लंबे समय से देश में “कम्युनल सिविल कोड” लागू रही, इसे अब बदलने की जरूरत है।
एक देश-एक कानून अब भारत की आवश्यकता है। हर जाति, धर्म, मजहब के लिए एक ही कानून होनी चाहिए, किसी के लिए अलग कानून की कोई आवश्यकता नहीं है
*आज की शुभ तिथि*
*माह श्रावण मासे शुक्लपक्षे*
*तिथि : एकादशी शुक्रवार*
*विक्रम संवत* 2081 तदनुसार 16 अगस्त 2024
आज एकादशी प्रातः09:39am तक तत्पश्चात द्वादशी
*आज का विशेष दिन*
वरलक्ष्मी व्रत,सिंह संक्रांति,पुत्रदा एकादशी व्रत,
राष्ट्रीय स्वत्रंत श्रमिक दिवस, पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी पुण्यतिथि
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*सूर्यराशि* कर्क
*चंद्रराशि* धनु
*दिशाशूल* पश्चिम
*अग्निवास* पाताल/पृथ्वी
*नक्षत्र* मूल
*ब्रह्म मुहूर्त* 04:35 से 05:18
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*राहुकाल का समय* प्रातः10:30 से 12:00 तक रहेगा
*अभिजित मुहूर्त :-*प्रातः 11:54 से 12:44 तक रहेगा
*भद्रा समय*06:01AM से 09:39AM
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कल प्रदोष व्रत,शनि त्रियोदशी, एकादशी व्रत पारण 6:02 से 8:05am, मलयालम नव वर्ष
18 अगस्त भद्रा, रवियोग,सर्वार्थसिद्धि योग,
19 अगस्त रक्षाबंधन, राखी, गायत्री जयंती, पूर्णिमा, अंवाधान,भद्रा सुबह 6:03 am से दोपहर 1:32 Pm तक,पंचक प्रारम्भ 7: 00pm ,
20 अगस्त इष्टि,
22 अगस्त कज्जरी तीज,बहुला चतुर्थी,
24 अगस्त बलराम जयंती,
जननेता, सुशासन के आदर्श प्रतिमान, हम सभी के प्रेरणास्रोत, पूर्व प्रधानमंत्री, ‘भारत रत्न’ श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी राजनीति को लोकतांत्रिक मूल्यों से सुवासित करने वाले भारतीय राजनीति के राजर्षि और अजातशत्रु थे।
लगभग 6 दशक एक निष्कलंक जीवन जीते हुए वे भारतीय राजनीति को नई ऊंचाइयों पर ले गए। भारत को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए उनके सद्प्रयासों के प्रति यह राष्ट्र सदा कृतज्ञ रहेगा।
‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से प्रदीप्त उनका संपूर्ण जीवन सभी के लिए एक मार्गदर्शिका है।
श्रद्धेय अटल जी की स्मृतियां हम सभी के हृदय में सदैव जीवंत रहेंगी।
आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें नमन!🙏🎉