मैं क्यों भागूं दौडूं देहरादून श्रीनगर जबकि मेरा गांव सुदूर क्षेत्र में पड़ता है , घेस , बदाण, देवाल, ग्वालदम, जोशीमठ, तपोवन, गोपेश्वर, नंदप्रयाग, नंदनगर , घुनी रमणी , गैरसैंण, मेहलचोरी , नौटी , नंदा सैन , कपिरी पट्टी दशौली पट्टी आदि तीमारदारों को थोड़ी सी चेकउप कराने के लिए श्रीनगर देहरादून भागना पड़ता है । हज़ारो रुपए रुकने के लिए और इलाज के अलग खर्च करना पड़ता है । गरीब आदमी जाने की सोच नही सकता बस मेरी मांग है मेरा अस्पताल सिमली बेस अस्पताल बनें। 🙏✍️पंकज डिमरी
जब आई ए एस, आई पी एस, आई आर एस, आई आई टी, आई ई एस, डाक्टर और सम्पन्न SC और ST आरक्षण छोड़ना नहीं चाहते तो आप समझ सकते हैं कि आरक्षण कितनी भयानक बीमारी है। यह सीटें उन SC और ST को उपलब्ध कराई जायेंगी जो अभी तक वंचित रहे हैं। जो तीन पीढ़ी से आरक्षण का लाभ ले रहे हैं उन सभी को आरक्षण बंद कर देना चाहिए।डॉक्टर इंजीनियर आईएएस आईपीएस और अरबपति व्यापारी बनने के बाद भी दलित दलित ही रहता है क्यों…जब आई ए एस, आई पी एस, आई आर एस, आई आई टी, आई ई एस, डाक्टर और सम्पन्न SC और ST आरक्षण छोड़ना नहीं चाहते तो आप समझ सकते हैं कि आरक्षण कितनी भयानक बीमारी है। यह सीटें उन SC और ST को उपलब्ध कराई जायेंगी जो अभी तक वंचित रहे हैं। जो तीन पीढ़ी से आरक्षण का लाभ ले रहे हैं उन सभी को आरक्षण बंद कर देना चाहिए।#आरक्षण कहा जा रहा है कि प्रदर्शन के पीछे भीम आर्मी है उसके पीछे मीम जमात है और उसके उपर कांग्रेस का वरदहस्त है। यानी ये सब सुर्पिम कोर्ट के क्रीमी लेयर का आरक्षण गरीबों को देने का विरोध तो कर ही रहे हैं सुप्रीम कोर्ट के संबधित परामर्श की अवमानना भी कर रहे है जबकि मोदी सरकार ने क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के परामर्श पर कार्यवाही से पहले ही पल्ला झाड़ लिया है। याानी कौन आफत मोल ले जो चल रहा है चलने दो वाली नीति अपना ली है।
*✍️जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर पायलट बाबा का निधन, पाकिस्तान से युद्ध में संभाली थी जेट की कमान*
देश के जाने माने संत और जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर पायलट बाबा का ब्रह्मालीन हो गये है. लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनका निधन हुआ. उन्हें हरिद्वार में समाधि दी जाएगी।🌹🌹
*मोदी और चक्रव्यूह*
सुशांत सिन्हा ने अपने शो में बताया था कि असल मे चक्रव्यूह कैसा है?
इस चक्रव्यूह के बीच मे मोदी है। मोदी के नाम पर भारत है। और भारत के नाम पर हिंदुत्व की बात करने वाला वो हिन्दू जो जातियों से ऊपर अपने धर्म और देश को रखता है।
इस तरह मोदी के नाम पर मोदी के चारो ओर चक्रव्यूह सेट किया हुआ है।
इसके सबसे पहले घेरे में है *आर्थिक तंत्र पर चोट* ताकि भारत की अर्थव्यवस्था चरमरा जाए। इसके लिए किसी हिन्दनबर्ग की मदद लेकर कहा जाए कि भारत का बाजार फ्रॉड है। यहां से निवेश निकाल दो। LIC/SBI/HAL सब डूब रहे हैं। अपना पैसा हर जगह से निकाल दो और आगे भी निवेश मत करना।
फिर दूसरे घेरे में है *अग्निवीर जैसे मुद्दे* ताकि सेना में बगावत हो जाये। वो सेना ही है जो गृहयुद्ध या युध्द के समय इस देश की रक्षा करेगी तो उसे सरकार के खिलाफ भड़का दो ताकि वो भी गृहयुद्ध के समय तख्तापलट करने में साथ दे।
तीसरे घेरे में हैं *किसान* ताकि उसे भड़काकर भारत की फ़ूड सप्लाई खत्म कर दो। एक देश भूखे पेट कितने दिन सर्वाइव कर सकता है?
इस तरह आपने देश का पैसा, सेना और भोजन तीनो ब्लॉक कर दिए जो किसी भी युद्ध के समय जरूरी हैं।
फिर चौथे घेरे में है *आरक्षण* कि इसके नामपर हिन्दुओ को आपस में लड़ा दो और उनके अंदर भयंकर जातिवाद पनपा दो। इससे जब किसी युद्ध के समय उनसे एक होने की अपील की जाए तो वो आपस में एक दूसरे को खत्म कर दें।
पांचवे घेरे में, *संविधान को खतरे में* बता दो कि इस देश मे तानाशाही आ चुकी है और इससे पहले कि सरकार तुम्हे मारना शुरू करे, तुम ही सरकार और उसके समर्थकों को चुन चुनकर मार दो वरना ये तुम्हे खत्म कर डालेंगे।
छठे घेरे में फिर *अल्पसंख्यक* का मुद्दा ले आओ कि वो भी खतरे में हैं और यदि उन्हें खुद को बचाना है तो हमारा साथ दो और हमारी सरकार स्थापित करो, फिर हम सब मिलकर इनसे चुन चुनकर बदला लेंगे।
और सातवें घेरे में हैं *विदेशी ताकतें* कि तुम हमें फंडिंग करो, हमें प्लान समझाओ, कैसे कोई खलिस्तान करना है, कैसे कोई ईसाई देश नार्थईस्ट में करना है, कैसे कोई इस्लामी निजाम की बात केरल/बंगाल में करनी है, कैसे नार्थ बनाम साउथ में लड़ाना है, कैसे हिंदी/गैर हिंदी में बांटना है और फिर जब ये हो जाए तो विदेशी ताकतें लोकतंत्र बचाने के नाम पर इस देश मे हस्तक्षेप करें जैसा वो अन्य देशों में करती हैं।
*इस तरह का सात घेरों का चक्रव्यूह है जिसके खिलाफ मोदी को लड़ना है।*
मोदी की ताकत जनता का उसपर विश्वास है। हर वो चीज की जा रही है जिससे वो विश्वास टूट सके।
मोदी खत्म तो उसकी आड़ में जितने भी फुदकते हैं और कांग्रेस से लेकर मजहब को गाली देते हैं फिर उन्हें खत्म किया जाएगा। राष्ट्रवाद को अपराध घोषित किया जाएगा। जुल्म के खिलाफ बोलने पर ही उठा दिया जाएगा। अन्य देशों से कोई कुछ नही बोलेगा जैसे आज बंग्लादेश पर नही बोलता, उल्टा कहता है कि सब फर्जी बाते हैं। पश्चिम बंगाल की तरह ही आवाज उठाने पर ही घर से उठा दिया जाएगा।
और सुप्रीम कोर्ट, वो बचाने आएगा??
सुप्रीम कोर्ट के जजों को भी उसी तरह घेरा जाएगा जैसा बंग्लादेश में किया और उनसे इस्तीफा ले लिया जाएगा।
और इन सबका बहाना रहेगा कि तानाशाही के खिलाफ जनता ने बगावत कर दी है। वो हिंदुत्व करने वालों को थोड़ी मार रहे, वो तो भाजपा समर्थकों को मार रहे जो मोदी का साथ देकर जुल्म का साथ देते थे। फलां बुल्ले ने तो हिन्दू को इसलिए काट दिया कि इतने सालों से उसका उत्पीड़न हो रहा था। फलां हिन्दू लड़की को तो इसलिए उठाकर रेप कर दिया क्योंकि ये बेअदबी करती थी मजहब की। फलां हिन्दू का घर तो इसलिए लूट लिया क्योंकि ये पूंजीवाद का समर्थन करता था और गरीबो को दुत्कारता था। फलां हिन्दुओ से इसलिए इस्तीफा ले रहे कि ये सरकार के साथ तानाशाही में शामिल थे। फलां हिन्दुओ पर इसलिए जजिया(सम्पत्ति) टैक्स इसलिए लगा रहे कि इन्होंने बहुत लूट मचाई हुई थी।
और ये सब अतिश्योक्ति नही, बगल के बंग्लादेश में हो रहा है। बंगाल में हो रहा है। और कितने दर्जन देशों में इसका इतिहास है।
वो अलग बात है कि तुम गलतफहमी में रहो कि मेरे साथ नही होगा और तब तक मैं किसी महंगाई या टैक्स के नाम पर विलाप करता हूँ और सबक सिखाने निकल पड़ता हूँ।
*मुख्यमंत्री ने किया तीन दिवसीय “नन्दा देवी लोकजात मेले” का शुभारंभ*
*मुख्यमंत्री ने चमोली जनपद के लिए की विभिन्न घोषणाएं*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चमोली स्थित कुरुड़ पहुंचकर तीन दिवसीय नन्दा देवी लोकजात मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने मां नंदा के दर्शन कर पूजा अर्चना की एवं प्रदेश के सुख समृद्धि की कामना की।
*इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणा भी की। मुख्यमंत्री घोषणा में नंदानगर, नारायणबगड़ और देवाल में खेल मैदान निर्माण, प्राणमती नदी के दोनों तटों पर सुरक्षा कार्य, थराली के ढाडरबगड़ में बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने नंदा देवी लोकजात मेले को राजकीय मेला घोषित करने, नंदानगर चिकित्सालय को उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकृत करने की घोषणा भी की।*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में स्थानीय जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पारंपरिक मेले हमें हमारी संस्कृति के साथ अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के पौराणिक मेलों को संरक्षण करते हुए नए आयामों को जोड़कर भव्यता प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए विकास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में युवाओं के भविष्य को देखते हुए पारदर्शी भर्ती परीक्षाओं के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जहां एक ओर नकल विरोधी कानून बनाकर नकल पर प्रभावी रोक लगाई है, वहीं राज्य में भर्ती परीक्षाओं में नकल करवाने वाले 100 से अधिक दोषियों को जेल भेजने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की कार्य प्रणाली का प्रतिफल है कि अब तक 16 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में सतत विकास का कार्य भी तीव्र गति से हो रहा है। जिसके कारण उत्तराखण्ड देश में सतत विकास में पहले पायदान पर खड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के निर्देशन में बद्रीनाथ और केदारनाथ का विकास किया जा रहा है।
इस अवसर पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा,
मंदिर समिति अध्यक्ष सुखबीर रौतेला, राकेश गौड़, मेला समिति अध्यक्ष रेखा देवी, प्रकाश गौड़, कृपाल सिंह, प्रमुख भारती फर्स्वाण, जिला पंचायत सदस्त नंदिता रावत, हरेंद्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जानता उपस्थित रही।