1947 से पूर्व भारत में राजे-रजवाड़ों का बोलबाला था. कई जगह जनता को अंग्रेजों के साथ उन राजाओं के अत्याचार भी सहने पड़ते थे. श्रीदेव
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Read moreक्या वो नशे में था …….. सतीश लखेड़ा उसका मन और शरीर एक साथ व्यवहार नहीं कर रहा था। वह बार-बार एक ही पंक्ति को
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