बटुकेश्वर दत्त !!!.नाम याद है या भूल गये स्वतंत्रता के नायकों को, आज का पंचाग आपका राशिफल नवरात्रि अष्टमी पूजन

*_सबसे बड़ी सम्पत्ति बुद्धिमानी है_*

*_सबसे शक्तिशाली शस्त्र धैर्य है_*

*_सबसे उत्तम सुरक्षा विश्वास है और_*

*_सबसे प्रभावी जो है वह हंसी है।_*

हँसते रहो और हंसाते रहो खुशियां बांटते रहो*

*सफलता तुम्हारा परिचय दुनिया से करवाती है*

और

*असफलता तुम्हें दुनिया का परिचय करवाती है**

“फल और फूल”*

*पेड़ पर पत्तों से कम होते हैं,*

*फिर भी वो पेड़ उन्हीं के..*

*नाम से जाना जाता है !!*

*उसी तरह*

*हमारे पास अच्छी बातें,*

*कितनी ही क्यूँ ना हों,*

*पर पहचान तो केवल*

*”अच्छे कर्मों” से ही होती है!!

‌‌   *༺┇卐┇༻*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम**सुप्रभातम*

*आज का पञ्चाङ्ग*
*_शनिवार, ०५ अप्रैल २०२५_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*

सूर्योदय: 🌄 ०६:१८
सूर्यास्त: 🌅 ०६:४१
चन्द्रोदय: 🌝 ११:३२
चन्द्रास्त: 🌜२६:१८
अयन 🌖 उत्तरायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌳 वसंत
शक सम्वत:👉१९४७(विश्वावसु)
विक्रम सम्वत:👉२०८२(सिद्धार्थी
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 अष्टमी (१९:२६ से
नवमी)
नक्षत्र 👉 पुनर्वसु (२९:३२
से पुष्य)
योग 👉 अतिगण्ड (२०:०३
से सुकर्मा)
प्रथम करण👉विष्टि(०७:४४ तक)
द्वितीय करण👉बव(१९:२६ तक)
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 कर्क (२३:२५ से)
मंगल🌟कर्क(उदित,पूर्व,मार्गी)
बुध🌟मीन(अस्त,पश्चिम,वक्री)
गुरु🌟वृष(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन
(अस्त, पश्चिम, वक्री)
शनि 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●
︎‌‌  
*⧱ राशिफल एवं पंञ्चाङ्ग ๛*
https://whatsapp.com/channel/0029VaBjvnQ9xVJkNanaef1U
‌‌  
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:४५
अमृत काल 👉 २७:०७ से २८:४३
रवियोग 👉 २९:३२ से ३०:००
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३७ से १८:५९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३८ से १९:४६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५६ से २४:४२
राहुकाल 👉 ०९:११ से १०:४५
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:५४ से १५:२९
दुर्मुहूर्त 👉 ०६:०१ से ०६:५२
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१९:२६ तक)
भद्रावास 👉 स्वर्ग (०७:४४ तक)
चन्द्र वास 👉 पश्चिम (उत्तर २३:२५ से)
शिववास 👉 श्मशान में (१९:२६ से गौरी के साथ)
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल २ – शुभ
३ – रोग ४ – उद्वेग
५ – चर ६ – लाभ
७ – अमृत ८ – काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ २ – उद्वेग
३ – शुभ ४ – अमृत
५ – चर ६ – रोग
७ – काल ८ – लाभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (पान का सेवन कर यात्रा करें)
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
दुर्गाष्टमी, अशोकाष्टमी, अन्नपूर्णा पूजा, मेला नैना-बृजेश्वरी माता (कांगडा हि.प्र.), वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:३० से सायं ०५:११ तक आदि।
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज २९:३२ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह, ही) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (हू) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २९:०६ से ०६:२९
मेष – ०६:२९ से ०८:०३
वृषभ – ०८:०३ से ०९:५८
मिथुन – ०९:५८ से १२:१३
कर्क – १२:१३ से १४:३४
सिंह – १४:३४ से १६:५३
कन्या – १६:५३ से १९:११
तुला – १९:११ से २१:३२
वृश्चिक – २१:३२ से २३:५१
धनु – २३:५१ से २५:५५+
मकर – २५:५५+ से २७:३६+
कुम्भ – २७:३६+ से २९:०२+
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:०१ से ०६:२९
शुभ मुहूर्त – ०६:२९ से ०८:०३
चोर पञ्चक – ०८:०३ से ०९:५८
शुभ मुहूर्त – ०९:५८ से १२:१३
रोग पञ्चक – १२:१३ से १४:३४
शुभ मुहूर्त – १४:३४ से १६:५३
मृत्यु पञ्चक – १६:५३ से १९:११
अग्नि पञ्चक – १९:११ से १९:२६
शुभ मुहूर्त – १९:२६ से २१:३२
रज पञ्चक – २१:३२ से २३:५१
शुभ मुहूर्त – २३:५१ से २५:५५+
चोर पञ्चक – २५:५५+ से २७:३६+
शुभ मुहूर्त – २७:३६+ से २९:०२+
रोग पञ्चक – २९:०२+ से २९:३२+
शुभ मुहूर्त – २९:३२+ से ३०:००+
●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आपका आज का दिन अत्यन्त थकान वाला रहेगा। कार्य की भरमार रहने से शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान रह सकते है। कार्य क्षेत्र से आज आशा के अनुसार लाभ होने की संभावना भीं है। आकस्मिक यात्रा की भी सम्भवना बनी रहेगी। दिनचर्या में कई बदलाव करने पड़ेंगे। आपकी सामाजिक छवि निखरेगी। संध्या के समय धन लाभ अवश्य होगा। परिजनों को आज आपकी आवश्यकता पड़ेगी परन्तु घरेलु कार्यो में टालमटोल ना करें अन्यथा वातावरण ख़राब हो सकता है। संध्या के समय उत्तम भोजन सुख मिलेगा। गृहस्थ सुख आज सामान्य से कम ही रहेगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज प्रातः काल में किसी आवश्यक कार्य में विलम्ब होने अथवा बिगड़ने के कारण दिन भर क्रोध से भरे रहेंगे फिर भी व्यवहार में नरमी रखें अन्यथा अन्य लाभों से भी हाथ धो बैठेंगे। परिवार के बुजुर्गो की सलाह आज बहुत काम आने वाली है इसलिए सम्बन्ध ना बिगड़े इसका ध्यान रखें। नौकरी पेशा जातक सामान्य रूप से कार्यो में सक्रिय रहेंगे दफ्तर के कार्य से यात्रा करनी पड़ सकती है। संध्या के समय आलस्य थकान रहने से एकान्त वास पसंद करेंगे। परिजन कुछ मतभेद के बाद भी सहयोग को तत्पर रहेंगे। धन आगम मध्यम रहेगा। ठंडी वस्तुओ का प्रयोग ना करें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज भी दिन आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा परन्तु आकस्मिक खर्च आज अधिक रहने से परेशानी भी होगी। व्यापारी एवं नौकरी पेशा वर्ग आज अधूरे कार्य पूर्ण करने के कारण जल्दी जुट जाएंगे। लाभ की संभावना भी यथावत बनी रहेगी धन लाभ थोड़े थोड़े अंतराल पर होता रहेगा। अनैतिक कार्यो से भी लाभ होने की संभावना है परंतु सावधानी भी अपेक्षित है। धार्मिक कार्य क्रमो के प्रसंग अचानक बनेंगे धार्मिक क्षेत्र की यात्रा भी कर सकते है। स्त्री वर्ग आज आप पर हावी रहेंगी फिर भी असहजता नहीं मानेंगे। घर में शांति बनी रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज भी दिन का अधिकांश समय आपकी आशाओं के विपरीत रहने वाला है। घर बाहर विरोध का सामना करना पड़ सकता है। लोग आपकी बातों में नुक्स निकालने के लिए आतुर रहेंगे। परिजनों का रूखा व्यवहार मानसिक रूप से आहत करेगा। सरकारी नतीजे भी विपक्ष में होंगे। प्रतिस्पर्धी आपकी दशा देखकर प्रसन्न रहेंगे परन्तु आज के दिन धैर्य धारण करें शीघ्र ही समय अनुकूल बनेगा। धार्मिक एवं सामाजिक कार्यो में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे लेकिन बेमन से भाग लेंगे। घर में किसी बाहरी व्यक्ति की दखल होने से वातावरण अशान्त रहेगा। धन सम्बंधित व्यवहार देखभाल कर करें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपका पारिवारिक जीवन उत्तम रहेगा व्यवसाय में भी आकस्मिक लाभ होने से उत्साहित रहेंगे। पारिवारिकजन किसी महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर इकट्ठे होंगे फिर भी आगे से अपनी राय ना देकर मौन होकर अन्य लोगो की बात सुने शांति बनी रहेगी। कार्य क्षेत्र का वातावरण इसके उलट रहेगा वर्चस्व को लेकर किसी से तू-तू मैं-मै होने की संभावना है परंतु फिर भी धन के दृष्टिकोण से दिन लाभदायक रहेगा। उधारी की वसूली होने से आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनेगी परिवार में खर्च भी लगे रहेंगे। भविष्य की योजनाओं पर भी धन खर्च कर सकते है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन व्यवस्थाओं में सुधार आने से आय की संभावनाएं बढ़ेंगी। व्यवहार में भी शालीनता रहने से सभी लोग आपसे प्रसन्न रहेंगे। आज आप कार्यो को आत्मविश्वास से करेंगे जिससे सफलता निश्चित रहेगी परन्तु ध्यान रहे अतिआत्मविश्वास के कारण हास्य के पात्र भी बन सकते है। परिवार की महिलाओं का व्यवहार थोड़ा असमंजस में डाल सकता है फिर भी स्थित नियंत्रण में ही रहेगी। स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। दिन भर व्यस्तता के बाद भी आप मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधिक बोलने से अवश्य बचे मान हानि हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन लाभ की संभावनाएं बनते बनते बिगड़ सकती है आलस्य की प्रवृति इसका कारण बनेगी। परन्तु फिर भी कार्य क्षेत्र पर सम्मानजनक स्थित बनी रहेगी। प्रतिस्पर्धी भी आपकी कार्य शैली से प्रभावित रहेंगे। जिस कार्य में हाथ डालेंगे सफलता सुनिश्चित रहेगी लेकिन धन लाभ को लेकर स्थिति गंभीर रहेगी धन सम्बंधित कार्यो के प्रति लापरवाह भी रहेंगे जिसका लाभ कोई अन्य व्यक्ति उठा सकता है। सेहत भी लगभग सामान्य बनी रहेगी परन्तु फिर भीं कार्यो के प्रति अधिक गंभीर नहीं रहेंगे। पारिवारिक वातावरण बीच बीच में उग्र बन सकता है। शांति बनाए रखें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आपकी आज की दिनचर्या भी संघर्ष वाली रहेगी। परिश्रम अधिक करने पर भी अल्प लाभ होने से मन दुःख होगा। सरकारी कार्यो में भी किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी। उधार लिया धन अथवा अन्य वस्तु आज वापस करना लाभदायक रहेगा। फिर भी घर के सदस्य आपसी सम्बन्धो को अधिक महत्त्व देंगे रिश्तों में भावुकता अधिक रहेगी। नौकरी पेशा जातक व्यवहार शून्यता के कारण अपमानित हो सकते है सतर्क रहें। धन लाभ आशा के विपरीत रहने से कार्यो में बाधा आएगी। खर्च बराबर रहेंगे। शेयर सम्बंधित कार्यो में धन अटक सकता है। घर में मौन रहें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। व्यवसायिक एवं पारिवारिक उलझने कम होने से आज आपकी योजना सफल बनेगी। परिजनों का व्यवहार भी आपके अनुकूल रहेगा सहयोग की उम्मीद भी रख सकते है। लेकिन आज यथार्थ पर ज्यादा ध्यान रखें स्वप्न लोक की सैर ना करें। कार्य व्यवसाय स्थल पर लोगो की सहानुभूति मिलेगी। धन लाभ आशानुकूल नहीं फिर भी कार्य चलने लायक अवश्य होगा। प्रेम प्रसंगों में कई दिन से चल रही कड़वाहट ख़त्म होगी। कार्यो की थकान मिटाने के लिए मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे इन पर खर्च भी करेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी परिस्थितियों में उतार चढ़ाव लगा रहेगा इसलिए प्रत्येक कार्य को देख भाल कर ही करें। स्वभाव में जल्दबाजी रहने के कारण आपके कुछ निर्णय गलत साबित हो सकते है फिर भी प्रयास जारी रखें आशानुकूल ना सही कुछ लाभ अवश्य होगा। खर्च पर नियंत्रण ना रहने से आय व्यय का संतुलन बिगड़ सकता है संताने आज अधिक जिद्दी व्यवहार करेंगी गुस्सा ना करें। पूर्व नियोजित नए कार्य एवं धन सम्बंधित सरकारी कार्य आज ना करें। मध्यान के आस-पास सेहत प्रतिकूल बनेगी पेट अथवा वायु सम्बंधित व्याधि एवं शक्ति हीनता अनुभव कर सकते है। परिवार में शांति रखने के लिए आवश्यकताओ की पूर्ति समय पर करें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपके सोचे कार्य प्रारंभिक गतिरोध के बाद सफल बंनेगे। व्यवसायी लोग उचित निर्णय क्षमता का लाभ अवश्य पाएंगे। नौकरी वाले जातक भी अधिकारियों के नरम व्यवहार का लाभ उठा सकते है। महिलाएं आज प्रत्येक क्षेत्र में अधिक सक्रिय एवं सफल रहेंगी। सामाजिक आयोजनों में भागीदारी की पहल करना सम्मान बढ़ायेगा। बेरोजगारों को रोजगार एवं अविवाहितो के लिए रिश्ते की बात बनने की अधिक सम्भावना है हार ना मान प्रयास जारी रखें। धन लाभ आंशिक परंतु तुरंत होगा। दाम्पत्य में थोड़े उतार-चढ़ाव के साथ शांति बनी रहेगी। सेहत सामान्य रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आप प्रातः काल से ही यात्रा की योजना बनाएंगे परन्तु अंतिम समय में किसी कार्य के आने से विघ्न आ सकते है। मन इच्छित कार्य ना होने से दिन भर क्षुब्ध रहेंगे। घर एव बाहर आपका व्यवहार विपरीत रहने के कारण विवाद हो सकता है। आज आप अपने आगे किसी की नहीं चलने देंगे। सहकर्मी आपसे परेशान रह सकते है परन्तु जाहिर नहीं करेंगे। लोगो की भावनाओं को ध्यान में रख व्यवहार करें शांति बनी रहेगी। आज किसी गुप्त रोग होने से नई परेशानी खड़ी हो सकती है। धन सम्बंधित मामलो को लेकर चिंता बढ़ेगी। गृहस्थ जीवन में नीरसता बढ़ने से बाहर का।वातावरण ज्यादा पसंद आएगा।

●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●•●

देशवासियों तुम शर्मिंदा जरूर होना,…

ये अपराध अक्षम्य है….!!!

बटुकेश्वर दत्त !!!….

नाम याद है या तुम भी भूल गए?

हाँ, ये वही बटुकेश्वर दत्त हैं जिन्होंने भगतसिंह के साथ दिल्ली की चलती संसद में 8 अप्रैल 1929 को बम व पर्चे फेंके थे और गिरफ़्तारी दी थी।

अपने भगत पर तो जुर्म संगीन थे लिहाज़ा उनको सजा-ए-मौत दी गयी । पर बटुकेश्वर दत्त को आजीवन कारावास के लिए काला पानी (अंडमान निकोबार) भेज दिया गया और मौत उनको करीब से छू कर गुज़र गयी। वहाँ जेल में भयंकर टी.बी. हो जाने से मौत फिर एक बार बटुकेश्वर पर हावी हुई लेकिन वहाँ भी वो मौत को गच्चा दे गए। कहते हैं जब भगतसिंह, राजगुरु सुखदेव को फाँसी होने की खबर जेल में बटुकेश्वर को मिली तो वो बहुत उदास हो गए।

इसलिए नहीं कि उनके दोस्तों को फाँसी की सज़ा हुई,,, बल्कि इसलिए कि उनको अफसोस था कि उन्हें ही क्यों ज़िंदा छोड़ दिया गया !!!

1938 में उनकी रिहाई हुई और वो फिर से गांधी जी के साथ आंदोलन में कूद पड़े लेकिन जल्द ही फिर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए और वो कई सालों तक जेल की यातनाएं झेलते रहे।

बहरहाल 1947 में देश आजाद हुआ और बटुकेश्वर को रिहाई मिली। लेकिन इस वीर सपूत को वो दर्जा कभी ना मिला जो हमारी सरकार और भारतवासियों से इसे मिलना चाहिए था।

आज़ाद भारत में बटुकेश्वर नौकरी के लिए दर-दर भटकने लगे। कभी सिगरेट बेची तो कभी टूरिस्ट गाइड का काम करके पेट पाला। कभी बिस्किट बनाने का काम शुरू किया लेकिन सब में असफल रहे।

कहा जाता है कि एक बार पटना में बसों के लिए परमिट मिल रहे थे ! उसके लिए बटुकेश्वर दत्त ने भी आवेदन किया ! परमिट के लिए जब पटना के कमिश्नर के सामने इस 50 साल के अधेड़ की पेशी हुई तो उनसे कहा गया कि वे स्वतंत्रता सेनानी होने का प्रमाण पत्र लेकर आएं..!!!

भगत के साथी की इतनी बड़ी बेइज़्ज़ती भारत में ही संभव है।

हालांकि बाद में राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को जब यह बात पता चली तो कमिश्नर ने बटुकेश्वर से माफ़ी मांगी थी ! 1963 में उन्हें कुछ समय के लिए विधान परिषद का सदस्य बना दिया गया । लेकिन इसके बाद वो राजनीति की चकाचौंध से दूर गुमनामी में जीवन बिताते रहे । सरकार ने इनकी कोई सुध ना ली।

1964 में जीवन के अंतिम पड़ाव पर बटुकेश्वर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कैंसर से जूझ रहे थे तो उन्होंने अपने परिवार वालों से एक बात कही थी-

“कभी सोचा ना था कि जिस दिल्ली में मैंने बम फोड़ा था उसी दिल्ली में एक दिन इस हालत में स्ट्रेचर पर पड़ा होऊंगा।”

इनकी दशा पर इनके मित्र चमनलाल ने एक लेख लिख कर देशवासियों का ध्यान इनकी ओर दिलाया कि-“किस तरह एक क्रांतिकारी जो फांसी से बाल-बाल बच गया जिसने कितने वर्ष देश के लिए कारावास भोगा , वह आज नितांत दयनीय स्थिति में अस्पताल में पड़ा एड़ियां रगड़ रहा है और उसे कोई पूछने वाला नहीं है।”

बताते हैं कि इस लेख के बाद सत्ता के गलियारों में थोड़ी हलचल हुई ! सरकार ने इन पर ध्यान देना शुरू किया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

भगतसिंह की माँ भी अंतिम वक़्त में उनसे मिलने पहुँची। भगतसिंह की माँ से उन्होंने सिर्फ एक बात कही-“मेरी इच्छा है कि मेरा अंतिम संस्कार भगत की समाधि के पास ही किया जाए।उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई.

17 जुलाई को वे कोमा में चले गये और 20 जुलाई 1965 की रात एक बजकर 50 मिनट पर उनका देहांत हो गया !

भारत पाकिस्तान सीमा के पास पंजाब के फिरोजपुर में हुसैनीवाला स्थान पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि के साथ ये गुमनाम शख्स आज भी सोया हुआ है।

मुझे लगता है भगत ने बटुकेश्वर से पूछा तो होगा- दोस्त मैं तो जीते जी आज़ाद भारत में सांस ले ना सका, तू बता आज़ादी के बाद हम क्रांतिकारियों की क्या शान है भारत में।”

यह व्यवहार होता है हमारे देश मे बलिदानियों के साथ…???

( नोट — भगतसिंह के अधिकांश साथियों की स्वतंत्र भारत में कमोबेश यही हालत रही )

चित्र में — अपने जीवन के अंतिम दिनों में बटुकेश्वर दत्त जी अपनी पत्नी अंजलि दत्त एवं एकमात्र संतान अपनी बेटी भारती दत्त के साथ।