भूपाल सिंह चौधरी
12 साल का देवेन्द्र मर गया रिप या हे राम लिखने की कोई जरूरत नही है, क्योंकि समाज मे इंसानियत मर गयी है, दो नाबालिग बच्चे देवेन्द्र 12 साल और दीपक 9 साल अनाथ हो गए थे पिछले साल जनवरी में, मदद की गुहार के लिए मैने मेरे कई साथियों ने न्यूज़ रिपोर्टिंग की तो भारत ही नही विदेशों से भी कॉल आये थे।लेकिन इनका कोई सहारा नही बना सका। मैने ,विभोर भाई, और कुछ अन्य दोस्तों ने इनको पास के एक छोटे से आश्रम में रख दिया था,बच्चे का इलाज व छोटी बड़ी जरूरत पूरी करने की कोसिस भी की अपनी ओखात के हिसाब से, पर हम इसको नही बचा सके। देवेन्द्र की मौत के लिए दुख और 9 साल के दीपक की चिंता के लिए दुख मत जताइए और रिप कहना हो तो अपने और इस समाज, सिस्टम के अंदर की इंसानियत को जगाने के लिए कहिये