प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में होंगे मुख्य अतिथि उत्तराखंड को मिल सकती है तिब्बत सीमा के निकट कंथोली सैंण चमोली में सामरिक महत्व की हवाई पट्टी गैरसैंण स्थाई राजधानी की दिशा में बढ़ सकते हैं आगे, उत्तराखंड की पावन धरा पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।🙏🙏
🙏देवभूमि उत्तराखंड आपके आगमन से गौरवान्वित है। आपके नेतृत्व में राष्ट्र निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।

फाइल फोटो
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि “प्रिय प्रदेशवासियों ,
उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।
राज्य आंदोलनकारियों के तप, त्याग, संघर्ष और बलिदान से सिंचित देवभूमि उत्तराखण्ड आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में समग्र विकास की दिशा में अग्रसर है।
आइए, इस अवसर पर हम सभी उत्तराखण्ड को सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के अपने ‘विकल्प रहित संकल्प’ को सिद्ध करने की दिशा में कार्य करें”
सादर-पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड
गैरसैंण को पूर्ण राजधानी बनाए जाने पर सरकार अडिग:-अनिल नौटियाल
उत्तराखंड विधानसभा के रजत जयंती वर्ष में तीन दिवसीय सत्र की शुरुआत पर विधायक अनिल नौटियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रजत जयंती के अवसर पर प्रदेश के लिए यह सत्र ऐतिहासिक है।
भाजपा गैरसैंण को पूर्ण राजधानी बनाए जाने पर सरकार अडिग: अनिल नौटियाल, पूर्व मुख्यमंत्री भगतसिंह कोश्यारी का बयान भी आया गैरसैंण स्थाई राजधानी के पक्ष में, राजधानी के मुद्दे पर बोलते हुए अनिल नौटियाल ने साफ कहा कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने का फैसला पूर्व सरकारों के घोषणापत्र और जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि भराड़ीसैंण-गैरसैंण में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है और सरकार इस दिशा में पूरी तरह प्रतिबद्ध है। विधायक ने कहा कि गैरसैंण कुमाऊं और गढ़वाल की भावनाओं का केंद्र है, और इसे पूर्ण राजधानी बनाए जाने का संकल्प सभी दलों और जनता का है।
विधायक नौटियाल ने स्पष्ट किया कि गैरसैंण को लेकर सरकार का रुख अडिग है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अनावश्यक विवाद खड़ा करना राज्य की जनभावनाओं के खिलाफ है, क्योंकि उत्तराखंड के लोग चाहते हैं कि गैरसैंण ही पूर्ण राजधानी बने।
