UKSSSC पेपर लीक कांड में पुलिस ने मास्टर माइंड खालिद व साबिया को अभिरक्षा में लिया गया क्या धामी सरकार के विरूद्ध बड़ा षड्यंत्र.. हरिद्वार जिले से रचा गया!

UKSSSC पेपर लीक कांड में पुलिस द्वारा मास्टर माइंड खालिद व साबिया को अभिरक्षा में लिया गया है। क्या धामी सरकार के विरूद्ध बड़ा षड्यंत्र.. हरिद्वार जिले से रचा गया!

 धामी बोले षड्यंत्रकारी अपराधीयों को उनके कृत्यों का दंड अवश्य मिलेगा। बता दें कि यूके ट्रिपलएससी मामले में मुख्य आरोपी खालिद गिरफ्तार हो गया है साथ ही साबिया से भी पूछताछ की गयी है। UKSSSC पेपर लीक कांड में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पेपर लीक मामले के कथित मास्टरमाइंड को पुलिस ने पकड़ लिया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने खालिद को हरिद्वार से पकड़ा है। अब उसे देहरादून लाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, हरिद्वार एसएसपी और देहरादून एसएसपी द्वारा खालिद से पूछताछ की जा रही है।

पेपर लीक होने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने इस मामले की जांच की मांग की थी। स्नातक स्तर की परीक्षा के प्रश्नपत्र के कुछ पन्ने लीक होने से हड़कंप मच गया है. वहीं आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मार्तोलिया ने कहा कि यह पेपर लीक का मामला नहीं है. एक केंद्र से प्रश्नपत्र के तीन पन्ने लीक हुए हैं. अगर वे लीक हुए हैं तो संभव है कि उन्हें कहीं और ले जाया गया हो या किसी ने हल किया हो।

 वहीं बेरोज़गार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि UKSSSC की परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाएगा और सरकार इस प्रकरण में कठोर कार्यवाही करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोज़गार अभ्यर्थियों के हित सर्वोपरि हैं और उनके हितों को सुरक्षित रखते हुए ही आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

वहीं आज अनेक छात्र पदाधिकारियों  मुख्यमंत्री के सचिव शैलेश बगौली मिल कर UKSSSC परीक्षा के नकल विहीन होने का  ज्ञापन दिया जिसमें अनुरोध किया गया है कि यूकेएसएसएससी की आयोजित परीक्षा पूर्णतः निष्पक्ष, पारदर्शी एवं नकलविहीन तरीके से सम्पन्न हुई है। इनका कहना है कि परीक्षा के मध्य किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई। आयोग पर उन्हें पूरा भरोसा है और परीक्षा निरस्त न की जाय।✍️हरीश मैखुरी 

स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में प्रश्न पत्र के फोटो आगे भेजने वाली अभियुक्ता को पुलिस ने किया गिरफ्तार। गिरफ्तार अभियुक्ता को अपने भाई के प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने की थी जानकारी।अभियुक्ता द्वारा नकल कराने के उददेश्य से उसे भेजे गये प्रश्न पत्रों के फोटो को सॉल्व करने हेतु भेजा गया था आगे।

  दिनांक 21-09-25 को सोशल मीडिया के माध्यम से UKSSSC द्वारा आयोजित कराई जा रही स्नातक स्तरीय पदों के लिये लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो को अज्ञात व्यक्ति द्वारा आउट करने तथा उनके स्क्रीनशॉट को कुछ सोशल मीडिया एकाउंट्स पर प्रसारित करने के सम्बन्ध में UKSSSC द्वारा दिये गए शिकायती पत्र की जांच हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा एसआईटी गठित की गई थी, एसआईटी द्वारा सम्पूर्ण प्रकरण की जांच में सोशल मीडिया पर आउट हुए फोटो के सोर्स की जानकारी करने पर जनपद टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत महिला सुमन के पास उक्त प्रश्नों के फोटोग्राफ्स भेजे जाने की जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर सुमन को पूछताछ हेतु लाया गया, जिसके द्वारा उक्त प्रश्नों के फोटो को उसके एक पुराने परिचित खालिद मलिक के नम्बर से उसकी बहन साबिया द्वारा भेजे जाने तथा शक होने पर सुमन द्वारा उक्त प्रश्न पत्रों के फोटो के स्क्रीनशॉट लेकर प्रकरण के सम्बन्ध में एक अन्य व्यक्ति को सूचना देते हुए उक्त स्क्रीनशाॅट उपलब्ध कराने की बात बतायी गई, जिनके द्वारा परीक्षा प्रणाली को सनसनीखेज बनाने के लिये उक्त स्क्रीनशॉट को परीक्षा के उपरांत सोशल मीडिया को वायरल किया गया था।

 प्रकरण की जांच के दौरान सुमन से पूछताछ में अभियुक्त खालिद मलिक की एक अन्य बहन हिना की भूमिका भी संदिग्ध मिली, जिस पर प्रकाश में आये सभी व्यक्तियों के विरूद्व एस0आई0टी0 द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर थाना रायपुर पर मु०अ०सँ०: 301/25 धारा 11(1),11(2),12(2) उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसकी विवेचना एसएसपी देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश के सुपुर्द की गई। 

  विवेचना में विवेचक पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश द्वारा उक्त प्रकरण में घटना की कड़ियों को जोड़ते हुए घटना स्थल आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट, थाना पथरी, हरिद्वार का निरीक्षण किया गया तथा परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों व अन्य गवाहों से गहन पूछताछ की गई हैं। विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि अभियुक्त खालिद मलिक की बहन साबिया को अभियुक्त के बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा केन्द्र से उक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने की जानकारी थी, उसके बावजूद भी उसके द्वारा प्रश्न पत्रों के प्राप्त फोटो को सॉल्व करने हेतु प्रोफेसर सुमन को भेजते हुए उनसे वार्ता की गई तथा उक्त प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किये गये। अभियुक्ता द्वारा पूर्ण जानकारी होने के बाद भी नकल कराने के उद्देश्य से प्रश्नों को भेजने तथा उनके उत्तर प्राप्त करने के सम्बंध में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्ता साबिया को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमों द्वारा प्रयास किये जा रहे है।

  सुमन से पूछताछ के आधार पर अभियोग की विवेचना में उक्त सभी व्यक्तियों, जिनके द्वारा प्रश्नपत्र के फोटो आउट होने की सूचना पुलिस अथवा किसी अन्य सक्षम प्राधिकारी को न देकर परीक्षा के उपरांत प्रश्न पत्र के स्क्रीनशॉट्स को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था, के विरूद्ध भी जांच की जा रही है, यदि उक्त व्यक्तियों द्वारा समय रहते प्रश्नपत्र की फोटो आउट होने के सम्बन्ध में सक्षम प्राधिकारी या आयोग या पुलिस को सूचना दी गई होती तो सम्भवत: समय रहते अभियुक्त खालिद व उसके अन्य सहयोगियों को परीक्षा केन्द्र से ही गिरफ्तार किया जा सकता था। 

नाम/पता गिरफ्तार अभियुक्ता :-

1- साबिया पुत्री शहजाद, निवासी सुल्तानपुर आदमपुर, थाना लक्सर हरिद्वार, उम्र 35 वर्षना लक्सर हरिद्वार, उम्र 35 वर्ष।