शीघ्र हो सकता है धामी मंत्रिमण्डल का विस्तार! : कुछ तो बात है क्या लगता है निबटने वाले हैं! आवो जनमन के कुछ महत्वपूर्ण सुझाव रखते हैं

लगता है मंत्रिमण्डल से ये भी निबटने वाले हैं! नान परफार्मिंग मंत्रियों को निबटाना भी चाहिए। बिना राजनीतिक गणित लगाये भरतसिंह चौधरी, अनिल नौटियाल, विनोद कंडारी, उमेश शर्मा काऊ, अरविंद पांडे को स्थान मिलना चाहिए। इससे 2027 में भाजपा के दुबारा आने की संभावना है। और हां धामी जी आप फिट हो, राजनीतिक द्वेष छोड़ दें तो किसी बड़े भ्रष्टाचार का आरोप आप पर नहीं है आपकी छवि विरोधियों को भी चुभती नहीं है, लेकिन मोटर सडकों के विस्तार और मंत्रिमण्डल विस्तार के संदर्भ में आप बहुत पीछे छूट गये हैं। इसका कारण ढूंडो। वैसे इन दिनों बहुत से नेताओं की दिल्ली दौड़ और गृहमंत्री अमित शाह के साथ फोटो बता रही है कि मंत्रिमण्डल विस्तार शीघ्र संभव है। 

 लोकनिर्माण विभाग भरतसिंह चौधरी को देदो, पहाड़ में सडकों की महत्ता वे जानते हैं, और मंत्रिमंडल विस्तार तुरंत करो इससे ग्राफ आपका ही बढेगा। 

चुनाव से पहले सिमली चमोली मेडिकल कालेज और उत्तरकाशी मेडीकल कालेज की घोषणा करो। #बदरी #गोवंश पालने वाले को एक हजार रूपये प्रति गो वशं प्रति माह दो। इससे हमारी माता बहनों को थोड़ा रोजगार भी मिलेगा और यह दुर्लभतम गाय भी बचेगी।

 पहाडों के छूटे हुए हेमलेट गांवों में मोटर सडकों और शिशु मंदिरों का जाल बिछाओ, आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के डाक्टर तीस हजार रूपये प्रति माह पर नियत करो, उसमें स्थानीय को प्राथमिकता दें वे टिके भी रहेंगे। 

चुनावी वर्षों में अनेक संगठन अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन रत हो जाते हैं यदि जन हित की मांग है तो तुरंत हल करो, जैसे शिक्षक लोग इनदिनों प्रमोशन की मांग के लिए धरने पर बैठे हुए हैं तो एक दिन की देरी किए बिना प्रमोशन के आदेश होने चाहिए, लेकिन विभिन्न संगठनों की महत्वाकांक्षी मांगों के लिए हाथ जोड़ दो, कोई विभाग हो सरकारी नौकरी मिली है वही बहुत है, ठीक नहीं लग रहा है तो वीआरएस लो इससे नयी पीढ़ी को अवसर मिलेगा वो पिछली पीढ़ी से अधिक हाईटेक भी है और कम वेतन पर अच्छा कार्य भी करती है।

 रिटायर आईएएस आईपीएस को दुबारा सरकारी रोजगार देने की जगह नये टैलेंट को लाओ उनके पास अभिनव आईडिया हैं, कहां बीते युग की गाडियों को घिसट रहे हैं।

उत्तराखंड में मेडिशनल भांग को नारकोटिक्स एक्ट से बाहर निकालो भांग की खेती को प्रमोट करो उसे जंगली पशु भी नहीं खाते उसे दवा बनाने वली फैक्ट्रीयों को बदनाम करने बेचो एक्सपोर्ट करो, भांग के रेशे से कपड़े बनाओ और फलोद्यान को बढ़ावा दो इससे शहरों में आठ दस हजार की नौकरी कर रहे पहाड़ के युवा अपने गांव वापस आयेंगे।

 स्थाई राजधानी भराड़ी सैंण और हाईकोर्ट गैरसैंण में बनाओ इससे अंग्रेजों के बसाये देहरादून और नैनीताल शहरों को अतिक्रमण और कबाड़ से मुक्ति मिलेगी वे अपनी हरियाली सहित बचे रहेंगे।

नैनीताल की पहचान नैनादेवी मंदिर से और हरिद्वार की गंगे मैय्या से है। लेकिन शुक्रवार को दो घंटे की छुट्टी वाले एक मुख्यमंत्री और अजीज कुरैशी के कार्यकाल में नैनीताल में विधर्मियों ने उत्तराखंड का सबसे बड़ा #ढांचा बन गया दिया है, इससे नैना देवी मंदिर बौना हो गया है। और अब हरिद्वार में आपके काल में गढवाल का सबसे बड़ा #ढांचा खड़ा हो गया है, इन दोनों महत्वपूर्ण ऐतिहासिक #नगरियों का अस्तित्व बचाना उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का नैतिक दायित्व है। इसलिए दोनों नगरियों से #ढांचों का #कलंक हटाने का मार्ग प्रशस्त करो। वैसे चाहे तो ये कार्य हाईकोर्ट भी स्वत: संज्ञान ले कर करा सकता है क्योंकि अभी कुछ वर्षों पहले तक संसार की एक मात्र देवभूमि में उक्त दोनों ढाचों का अस्तित्व नहीं था। कड़ी बात कह दी है पर सच भी यही है।✍️हरीश मैखुरी