श्रीनगर और लेह को जोड़ने वाली सुरंग काफी शानदार होने वाला है. क्योकि यह ट्रेन लगभग 4 घंटे की यात्रा को मात्र 15 मिनट में पूरा करने की सुविधा देगी. इसे जोजिला टनल के नाम से जानते है. इसकी कुल लम्बाई लगभग 15 किलोमीटर है. रिपोर्ट की माने तो यह एशिया की सबसे लम्बे सुरंग में से एक है. इस टनल को बनने में लगभग 31 हज़ार टन स्टील की खपत होगी।
15 अगस्त मना लिया अब 16 अगस्त अर्थात डायरेक्ट एक्शन डे को भी याद कर लो, जब कोलकाता में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं का कत्ल इ.स्ला.मिक भीड़ द्वारा किया गया था. क्या था डायरेक्ट एक्शन डे?
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जिसे आपको जरूर जानना चाहिए.16 अगस्त 1946 को जिन्ना के आदेश पर हुआ था डायरेक्ट एक्शन डे.बता दें कि बंगाल में मुस्लिम भीड़ द्वारा चुन-चुन कर हिंदुओं का कत्लेआम किया गया था. 72 घंटे में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं का कत्ल हुआ था. कोलकाता में हजारों हिंदू माताओं-बहनों का बलात्कार हुआ था.
लाखों हिंदुओं का हुआ था पलायन
पाकिस्तान बनाने के लिए जिन्ना ने भारत की स्वतंत्रता से एक वर्ष पहले हिंदुओं के जनसंहार का खुला आदेश दिया था. गोमांस की दुकानों पर हुक से लटकाए गए थे हिंदू लड़कियों के नग्न शरीर
क्यों हुआ था डायरेक्ट एक्शन डे ?
भारत की स्वतंत्रता से एक वर्ष पहले की हिंदू विरोधी विभीषिका है डायरेक्ट एक्शन डे…16 मई 1946 को भारत ब्रिटिश कैबिनेट मिशन आया था. कैबिनेट मिशन का उद्देश्य था भारतीयों को सत्ता हस्तांतरित करने की अंतिम योजना को मूर्त रूप देना…जिन्ना ने मिशन के सामने अलग पाकिस्तान की मांग रख दी. जुलाई 1946 में जिन्ना ने मुंबई में अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की.प्रेस कॉन्फ्रेंस में ने जिन्ना ने की अलग मुस्लिम देश पाकिस्तान की घोषणा. पाकिस्तान न बनाने पर दी डायरेक्ट एक्शन डे की चेतावनी. 16 अगस्त 1946 को घोषित किया गया डायरेक्ट एक्शन डे
डायरेक्ट एक्शन डे की शुरुआत
बंगाल में हसन शहीद सुहरावर्दी ने लांच कर दिया हिंदुओं का भयावह जनसंहार अर्थात डायरेक्ट एक्शन डे…मुस्लिम लीग का नेता हसन शहीद सुहरावर्दी उस समय था बंगाल का प्रधानमंत्री…कोलकाता और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुस्लिम भीड़ इकठ्ठा होना शुरू हो गई. दोपहर की नमाज के समय सुहरावर्दी और ख्वाजा नजीमुद्दीन ने हिंदू विरोधी भाषण दिए. डायरेक्ट एक्शन डे अर्थात हिंदुओं के जनसंहार के लिए विशेष तैयारियां की गई थी।
हिंदुओं के कत्लेआम के लिए आसपास के क्षेत्रों से मुस्लिम भीड़ भी बुलाई गई थी. पंजाब के नेशनल गार्ड्स के 1200 मुस्लिम सिपाहियों को कोलकाता बुलाया गया था. कोलकाता में मौजूद 24 पुलिस थानों में से 22 का इंचार्ज मुस्लिम को बनाया गया था. मुस्लिमों को दुकाने बंद रखने का आदेश जारी किया गया था. हिंदुओं को दुकाने व दफ्तर खुले रखने की बता कही गई थी.
नमाज के बाद हिंदुओ का कत्लेआम शुरू कर दिया गया.जालीदार टोपी लगाए भीड़ ने हिंदुओं के खून की प्यासी बन गई थी. पूरे शहर में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई. हिंदुओं को उनके घरों से खींच खींचकर काट डाला गया. छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग माताओं तक के सामूहिक बलात्कार किए गए. हिंदू बच्चों के सरों से जिहादी भीड़ ने सड़कों पर फुटबॉल खेली. अगले 72 घंटों में 6 हजार से ज्यादा हिंदुओं की हत्या कर दी गई.
कोलकाता और आसपास की सड़कें हिंदुओं की लाशों से पटी पड़ी थी. हिंदू माताओं/बहनों/बेटियों के गुप्तांग गोद डाले गए. हजारों हिंदू महिलाओं के स्तन काटकर नग्न शरीर मांस की दुकानों पर लटका दिया गया. सार्वजनिक जगहों पर गौमाताओं के साथ किए गए सामूहिक बलात्कार…कोलकाता से शुरू हुआ हिंदुओं के जनसंहार का ये दौर नोआखाली, बिहार और पंजाब भी पहुंच गया.
हिंदुओं की लाशों से शमशान सी कोलकाता की गलियां दिखने लगी थी चारों और केवल हिंदुओं की लाशें और उन पर मंडराते गिद्ध ही दिखते थे. सुहरावर्दी खुद लालबाग के पुलिस हेडक्वार्टर में उपस्थित होकर इस्लामिक दंगाईयों के विरुद्ध पुलिस कार्यवाही को रोके हुए था. कम्युनिस्ट नेता सईद अब्दुल्ला फारुकी ने जिहादी झुंड के साथ मिलकर लिछुबागान के ओड़िया मजदूरों की स्लम बस्ती पर हमला कर दिया.
गार्डन रिच टेक्सटाइल वर्कर्स यूनियन का अध्यक्ष कम्युनिस्ट नेता सईद अब्दुल्ला फारुकी था. केसोराम कोटन मिल्स के 600 ओड़िया मजदूरों का निर्ममतापूर्वक कत्ल कर दिया गया. मजदूरों ने दंगाइयों को दिखाया था कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े होने का कार्ड…इस्लामिक जिहाद के आगे काम नहीं आई वामपंथी राजनीतिक पहचान. कोलकाता के मेयर एसएन उस्मान ने बांग्ला भाषा में लिखे हुए पम्पलेट बांटे थे. पम्पलेट पर लिखा था “काफेर! तोदेर धोंगशेर आर देरी नेई. सार्बिक होत्याकांडो घोतबे”…जिसका मतलब था, “काफिरों! तुम्हारा अंत अब ज्यादा दूर नहीं है. अब हत्याकांड होगा”
हजारों हिंदुओं को हुगली में फेंक दिया गया.सैकड़ों हिंदुओं के हाथ-पैर बांधकर नाले में फेंक दिया गया, जिससे वे घुट-घुटकर मर गए. अनगिनत लोगों के हाथ-पैर बांधकर घरों में छोड़ दिया गया और बाहर से आग लगा दी गई, जिससे वे जलकर मर गए. डायरेक्ट एक्शन डे के बाद मुस्लिम लीग के आगे कांग्रेस झुक गई।
ई रिक्शा हो, ऑटो रिक्शा हो, बाइक हो, सड़क पर लोग बड़ी संख्या में तिरंगा लगाए घूम रहे हैं। ये देश की वह जनता है जो भारत राष्ट्र में, इसकी व्यवस्था में, इसके संसद में, इसके संविधान में, इसके लोकतंत्र में भरोसा रखती है। उन्हें तमाम शिकवा शिकायत है फिर भी इसकी व्यवस्था में उन्हें भरोसा है। वह वोट देने के लिए बड़ी संख्या में निकलते हैं। कभी किसी पार्टी को वोट डालते हैं, कभी किसी पार्टी को।
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तिरंगे पर बात आ जाय तो प्राण समर्पित
वंदे मातरम बोलने में जिनका मुंह सिल जाता है, राष्ट्र गान के लिए खड़े होने में जिनकी कमर टूट जाती है, भारत माता कहने से जिनकी अम्मी का हलाला हो जाता है। वे हिन्दू संत प्रेमानन्द महाराज से कुछ प्रेरणा ले सकते हैं क्या!!
वह नेताओं को, राजनीतिक दलों को गालियाँ देते हैं लेकिन छोटी से छोटी घटना होने पर उन्हीं को फ़ोन मिलाते हैं, उन्हीं से आशा रखते हैं। कोर्ट में देर से निर्णय होते हैं, भीड़ मची हुई है लेकिन फिर भी बात बढ़ती है तो आदमी कहता है कि तुम्हें तो हम कोर्ट में देख लेंगे। इस राष्ट्र का प्रत्येक प्रतीक चाहे वह राष्ट्रगान हो, राष्ट्रगीत हो, तिरंगा हो, उसका सम्मान हर आदमी करता है। हर व्यक्ति इस राष्ट्र में कहीं सुदूर से सुदूर कोई बड़ी घटना हो, ऐसा दुखी होता है मानों उसके अपने घर की बात हो। आतंकवाद की कोई घटना हो हर व्यक्ति इस तरह से क्रोधित होता है माने उसके घर में किसी ने घुसकर उसके अपने परिवार के सदस्यों को मार डाला हो। सीमा पर सेना के जवान वीरगति प्राप्त करते हैं तो देश ऐसा दुखी होता है मानों अपने घर का व्यक्ति छूट गया हो। कुंभ प्रयागराज में लगता है, देश के कोने कोने से व्यक्ति उस जल में स्नान करने आता है, उसे लगता है कि यह पुण्य छूट न जाये। भारत कोई प्रशासनिक राष्ट्र मात्र नहीं है। इस देश की सीमाएं इसकी संस्कृति से निर्धारित होती रही हैं। राजा अलग, राज्य अलग, नियम अलग, संप्रभुता अलग परंतु राष्ट्र एक। राष्ट्र एक होने के लिए राज्य, राजा और नागरिकता का एक होना कभी नियम नहीं रहा। लोगों को फ़र्क़ भी नहीं पड़ता था कि कौन कहाँ का राजा है, वह बिना राज्य और राजा देखे अपने तीर्थ, व्रत, स्नान, दान का पालन करते रहे जैसे की संप्रभुता और राजा का राष्ट्र से कोई लेना देना न हो।
एक ऐसा राष्ट्र जहाँ पर सामान्य तौर पर गुलामी से पहले कभी भाषाई विवाद नहीं हुआ, नस्लीय विवाद नहीं हुआ। जहाँ के बच्चा बच्चा को पता था कि उसका राष्ट्र उसके राजा द्वारा शासित भूमि मात्र नहीं है बल्कि भारत राष्ट्र है, वहाँ पर अचानक कांग्रेस पार्टी, उसके समर्थक, उसके नेता इस राष्ट्र को चुनौती देने में लगे हैं। उन्हें लगता है कि वह इस राष्ट्र को, इस राष्ट्र की व्यवस्था को लंपटो की भीड़ खड़ा करके बर्बाद कर सकते हैं, जैसे कि यह कोई अस्वाभाविक राष्ट्र हो। कांग्रेस की सोच हमेशा से रही कि यह भारत देश तो उन्होंने पैदा किया सन 1947 में, उसके पहले तो यह देश था ही नहीं। उनके सारे इतिहासकार, सारे चिंतक और यहाँ तक कि उनके नेता यह पचास साल से अधिक समय तक चिल्लाते रहे कि भारत भला राष्ट्र कब था, वो तो भला हो अंग्रेजों का जिन्होंने राष्ट्र बनाया और कांग्रेस ने इसे आज़ाद कराया। कांग्रेस की इसी घिनौनी सोच के कारण कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता और थिंक टैंक ख़ुद को इस घर का मालिक समझती रही। अब जब उन्हें यह पूर्ण विश्वास हो गया है कि वह सत्ता में दूर दूर तक नहीं आने वाले तो वह इस घर को गिरा देना चाहते हैं, समाप्त कर देना चाहते हैं और उसके बाद जो खण्डहर बचेगा, उस पर राज करना चाहते हैं। इसीलिए ये जब तब बांग्लादेश और श्रीलंका की धमकी दे रहे हैं।
यह राष्ट्र न बांग्लादेश है, न श्रीलंका है, इस देश के आम लोगों में इस राष्ट्र के प्रति एक स्वाभाविक जन्मजात प्रेम है। इस राष्ट्र को स्थिर रखने के लिए जो व्यवस्थाएं हैं, चाहे वह संसद हो, कोर्ट हो या अन्य संवैधानिक संस्थाएं उसके प्रति लोग सहज अनुराग रखते हैं। यदि कोई वोकल माइनॉरिटी जो वर्तमान में कांग्रेस में राहुल गांधी के नेतृत्व में एक छोटा सा धड़ा है यदि यह सपना देखता है कि वह संसद में भीड़ लेकर घुस जाएगा, प्रधानमंत्री आवास, राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट को भीड़ के मदद से क़ब्ज़ा कर लेगा तो उनको औक़ात में रहना चाहिए नहीं तो तुम किसी बिल्डिंग में तो नहीं घुस पाओगे लेकिन तुम्हारे अंदर इस देश की राष्ट्रभक्त जनता ज़रूर भूसा भर देगी। जिस मॉब लिंचिंग का सपना एक वोकल माइनॉरिटी को दिखा रहे हो, यदि मैजॉरिटी ने करना शुरू कर दिया तो इस गिरोह का हाल रावण जैसा हो सकता है, यानी समूल विनाश।
राहुल गांधी के गलीज समर्थकों को इस तरह के नैरेटिव से बचना चाहिए, ऐसे नैरेटिव इन लोगों के लिए आत्महत्या जैसा साबित हो सकता है।
भारत एक स्वाभाविक राष्ट्र है, हज़ारो साल से है, हज़ारो साल तक रहेगा। एक राष्ट्र के रूप में इसके अस्तित्व को कोई चुनौती नहीं दे सकता। यदि ऐसा कोई सोच भी रहा है तो वह अपनी मौत को आमंत्रण दे रहा है।
🖋️ अज्ञात…..
भाद्रपद (भादो) महीने दिनांक 17अगस्त,2023की संक्रांति जिसे सिंह संक्रांति कहते हैं उसी दिन उत्तराखंड में घी संक्रांति का आयोजन किया जाता है। कहीं कहीं ओलगिया के नाम से भी जाना जाता है। आज ही के दिन सूर्य देवता कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करते हैं। दक्षिणी भारत में इस संक्रांति को सिंह संक्रमण भी कहा जाता है। सिंह संक्रांति के दिन भगवान विष्णु, सूर्य देव और भगवान नरसिंह की पूजा की जाती है। इस लोक पर्व के साथ तमाम मान्यताएं भी जुड़ी हैं। जो अग्रलिखित हैं।
(१) घी संक्रांति त्योहार किसान अच्छी फसल की कामना में मनाते हैं। इसके अलावा एक और वजह यह भी बताई जाती है कि गर्मी और बरसात के मौसम में खान-पान को लेकर परहेज किया जाता था। इसके बाद बरसात के जाने और नया मौसम आने पर अपनी खाने की इच्छाएं पूरी की जाती थीं और घी से बनाए पकवान बनाए-खाए जाते थे। इसके अलावा किसान अपने घर के मुख्य दरवाजे पर गोबर चिपकाते हैं। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
(२) अखरोट के फल का सेवन भी घी त्योहार के बाद ही किया जाता है। इसके पीछे एक वजह ये भी है कि अखरोट का फल घी त्योहार के साथ ही तैयार होने लगता है। इसलिए घी त्योहार के बाद ही अखरोट को खाया जाता है।
(३) कुमाऊंनी और गढ़वाली सभ्यता के लोग घी संक्राति के दिन घी जरूर खाते हैं क्योंकि यह एक मान्यता है, जो कि सदियों से चली आ रही है। अगर घी संक्रांति पर उन्होंने घी नहीं खाया तो उन्हें अगले जन्म में घोंघा (गनेल) बनना पड़ेगा।
(४)इस दिन घी का सेवन करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव से भी फायदा मिलता है। मुख्यत: कहा जाता है कि इस दिन घी खाने से राहु और केतु का व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
(५) गढ़वाली सभ्यता के लोग इस त्योहार को एक साथ मिलकर मनाते हैं। यही वजह है कि अगर किसी के घर पर दूध और घी का इंतजाम नहीं होता है तो वह उसके घर पर घी और दूध पहुंचाते हैं। ताकी सभी एक साथ इस लोक पर्व को मना सकें।
(६) इस दिन मुख्य व्यंजन में बेडू की रोटी शामिल है। यह उरद की दाल से बनती है। त्योहार के दिन यह जरूर बनाई जाती है। इसे घी और अरबी की सब्जी के साथ खाना शुभ माना जाता है।
(७) घी त्योहार के शुभ अवसर पर झोड़ा और चाचरी का भी गायन होता है।
(८) घी त्योहार के मौके पर जहां घी का खाना जरूरी माना गया है। वही मांग, कोहनी, और घुटनों पर घी जरूर लगाया जाता है।
(९) चरक संहिता के अनुसार घी खाने से शरीर की कई व्याधियां भी दूर होती हैं। मसलन कफ और पित्त दोष तो दूर होते ही हैं। साथ ही व्यक्ति की बुद्धि भी तीव्र होती है।(साभार विनोद नौटियाल की फेसबुक वाल)
। *ॐ* ।।🚩 🌞 *सुप्रभातम्* 🌞 🚩
⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️
कलियुगाब्द……………………5127
विक्रम संवत्…………………..2082
शक संवत्………………………1947
रवि………………………..दक्षिणायन
मास……………………………भाद्रपद
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी…………………………….नवमी
संध्या 07.25 पर्यंत पश्चात दशमी
सूर्योदय…….प्रातः 06.04.10 पर
सूर्यास्त……..संध्या 06.57.51 पर
सूर्य राशि………………………..सिंह
चन्द्र राशि……………………….वृषभ
गुरु राशि………………………..वृषभ
नक्षत्र…………………………..रोहिणी
रात्रि 03.16 पर्यंत पश्चात मृगशीर्ष
योग…………………………..व्याघात
रात्रि 01.36 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण……………………………तैतिल
प्रातः 08.29 पर्यंत पश्चात गरज
ऋतु……………………(नभस्य) वर्षा
दिन…………………………….रविवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
17 अगस्त सन 2025 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक…………………….8
🔯 शुभ रंग…………………….नीला
👁🗨 *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 12.05 से 12.56 तक ।
👁🗨*राहुकाल :-*
संध्या 05.17 से 06.53 तक ।
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कर्क*
03:50:02 06:06:04
*सिंह*
06:06:04 08:18:01
*कन्या*
08:18:01 10:28:40
*तुला*
10:28:40 12:43:18
*वृश्चिक*
12:43:18 14:59:28
*धनु*
14:59:28 17:05:04
*मकर*
17:05:04 18:52:10
*कुम्भ*
18:52:10 20:25:43
*मीन*
20:25:43 21:56:55
*मेष*
21:56:55 23:37:40
*वृषभ*
23:37:40 25:36:20
*मिथुन*
25:36:20 27:50:02
🚦 *दिशाशूल :-*
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो दलिया, घी या पान का सेवनकर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.42 से 09.18 तक चंचल
प्रात: 09.18 से 10.54 तक लाभ
प्रात: 10.54 से 12.29 तक अमृत
दोप. 02.05 से 03.41 तक शुभ
सायं 06.52 से 08.16 तक शुभ
संध्या 08.16 से 09.41 तक अमृत
रात्रि 09.41 से 11.05 तक चंचल ।
💮 *आज का मंत्रः*
॥ ॐ नारायणाय नम: ॥
*संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (त्रयोदशोऽध्यायः – क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगो:) -*
ध्यानेनात्मनि पश्यन्ति केचिदात्मानमात्मना ।
अन्ये सांख्येन योगेन कर्मयोगेन चापरे ॥१३- २४॥
अर्थात :
उस परमात्मा को कितने ही मनुष्य तो शुद्ध हुई सूक्ष्म बुद्धि से ध्यान द्वारा हृदय में देखते हैं, अन्य कितने ही ज्ञानयोग द्वारा और दूसरे कितने ही कर्मयोग द्वारा देखते हैं अर्थात प्राप्त करते हैं॥24॥
🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*फेफड़े की कमजोरी का इलाज :-*
*8. बेरीज -*
ब्लूबेरी, रास्पबेरी या स्ट्रॉबेरी एंटीऑक्सीडेंट का शानदार स्रोत हैं। इसके अलावा, क्रैनबेरी, स्ट्रॉबेरी और अंगूर आपके फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए समान रूप से काम करता है।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
आज का दिन भावनाओं, नई उम्मीदों और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहेगा। बड़ों का प्यार, बच्चों की मासूमियत और परिवार के साथ बिताए पल आपको मानसिक सुकून देंगे। घर में छोटी-सी खुशी या कोई शुभ समाचार माहौल को आनंदमय बनाएगा। पैसों के हिसाब से रचनात्मक विचार और योजनाएं आपको प्रेरित करेंगी, जिनसे भविष्य में लाभ के मौके बनेंगे। व्यापार में नए सहयोग के प्रस्ताव मिल सकते हैं।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
आज का दिन स्थिरता, धैर्य और योजनाबद्ध प्रयासों के लिए अच्छा रहेगा। बड़ों के मार्गदर्शन से कठिन परिस्थितियों का हल मिलेगा, वहीं बच्चों की छोटी-छोटी सफलताएं आपको गर्व महसूस कराएंगी। घर का माहौल शांत और संतुलित रहेगा, हालांकि पैसों के मामलों में सावधानी से फैसला लेने की जरूरत है। किसी निवेश या बड़े खर्चे पर विचार हो सकता है, पर जल्दबाजी से बचें। व्यापार में धीरे-धीरे लेकिन स्थिर प्रगति के संकेत मिलेंगे। पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए रिश्तों में भरोसा और मजबूती बढ़ेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
आज का दिन कल्पनाओं, भावनाओं और कुछ हद तक भ्रम से भरा रह सकता है। बड़ों की सलाह लेने से अनिश्चित परिस्थितियों में स्पष्टता आएगी, वहीं बच्चों के व्यवहार में बदलाव आपको सोचने पर मजबूर कर सकता है। घर के माहौल में छोटी-सी बात को लेकर गलतफहमी पैदा हो सकती है। पैसों के मामलों में जल्दबाजी से बचें और बड़े निवेश पर फिर से विचार करें। व्यापार में अफवाहों या अधूरी जानकारी के आधार पर फैसला लेने से नुकसान हो सकता है।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
आज का दिन मानसिक शांति और आत्मचिंतन के लिए सही रहेगा। बड़ों के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी चिंता हो सकती है, लेकिन देखभाल से स्थिति संभल जाएगी। बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन में अच्छा बदलाव देखने को मिल सकता है। घर का माहौल सामान्य रहेगा। पैसों के हिसाब से बड़े लेन-देन या निवेश को टालना बेहतर होगा। व्यापार में धीमी गति रहेगी, लेकिन यह स्थिरता लंबे समय में फायदेमंद साबित होगी। किसी पुराने विवाद को सुलझाने का मौका मिल सकता है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
आज का दिन सहयोग और टीमवर्क के लिए बहुत अच्छा रहेगा। परिवार में सब मिलकर काम करने से कोई महत्वपूर्ण काम पूरा हो सकता है। बड़ों का आशीर्वाद और बच्चों का उत्साह घर के माहौल को ऊर्जा देगा। पैसों के हिसाब से किसी योजना में मिलकर निवेश करने का विचार बन सकता है। व्यापार में साझेदारी से लाभ मिलने की संभावना है। सामाजिक या धार्मिक आयोजन में आपकी भागीदारी से सम्मान बढ़ेगा। किसी विवाद को मिलजुलकर सुलझाने में सफलता मिलेगी, जिससे रिश्तों में मजबूती आएगी।
👩🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
आज का दिन मानसिक मजबूती और आत्मसंयम की गंभीर परीक्षा ले सकता है। परिवार में किसी सदस्य के व्यवहार या फैसले को लेकर असहजता बढ़ सकती है, लेकिन संयम और समझदारी से स्थितियों को संभालना जरूरी रहेगा। पैसों के मामलों में आकर्षक लेकिन जोखिम भरे प्रस्ताव सामने आ सकते हैं, जिन्हें जल्दबाजी में न लें। पुराने विवाद या अनसुलझे मुद्दे फिर उभर सकते हैं, लेकिन आप शांत रहकर समाधान निकालने में सफल रहेंगे। किसी खास आयोजन में भाग लेकर मनोबल और पारिवारिक जुड़ाव दोनों मजबूत होंगे।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*
आज का दिन आपको निजी और पेशेवर दोनों क्षेत्रों में आत्मनियंत्रण और धैर्य की जरूरत महसूस कराएगा। परिवार में किसी फैसले को लेकर विचारों का टकराव हो सकता है, जिसे शांत बातचीत से हल करना होगा। पैसों के मामलों में आकर्षक लेकिन जोखिम भरे निवेश के प्रस्ताव सामने आ सकते हैं, जिन्हें भावनाओं में आकर स्वीकार न करें। पुराने रिश्तों या बीते समय की घटनाओं का असर फिर से उभर सकता है, लेकिन विवेक और साफ सोच आपको सही फैसला लेने में मदद करेगी।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
आज का दिन भावनात्मक संतुलन और समझदारी से फैसले लेने पर केंद्रित रहेगा। परिवार में किसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा होगी, जिसमें आपकी राय को गंभीरता से सुना जाएगा। पैसों के मामलों में स्थिरता रहेगी, लेकिन किसी करीबी की पैसों से मदद करनी पड़ सकती है। सामाजिक या पारिवारिक आयोजन में सम्मान और प्यार प्राप्त होगा। पुराने मतभेद सुलझने के संकेत हैं, जिससे रिश्तों में गर्मजोशी बढ़ेगी। अपने अनुभव और धैर्य से आप तनाव भरे माहौल को शांत कर पाएंगे।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
आज का दिन व्यावहारिकता और जिम्मेदारियों को संतुलित तरीके से निभाने का रहेगा। परिवार के सदस्यों की जरूरतों को पूरा करने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। पैसों के मामलों में स्थिरता रहेगी, और किसी निवेश या संपत्ति से लाभ मिलने के संकेत हैं। घर में सुख-सुविधाओं पर ध्यान देने का मौका मिलेगा। रिश्तों में प्यार और सहयोग की भावना बनी रहेगी। सामाजिक स्तर पर आपकी उदारता और मददगार स्वभाव की चर्चा होगी, जिससे सम्मान बढ़ेगा।
🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आज का दिन उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा, लेकिन हर बदलाव आपके पक्ष में नतीजे ला सकता है। पुराने कामों के पूरे होने से संतोष मिलेगा, और अचानक मिलने वाले मौके आपको उत्साहित करेंगे। परिवार में माहौल हल्का-फुल्का और सकारात्मक रहेगा। पैसों के मामलों में लाभ की संभावनाएं रहेंगी, खासकर किसी अप्रत्याशित स्रोत से। भाग्य आपका साथ देगा, और पुराने अटके हुए रिश्तों में भी सुधार आएगा। धैर्य और लचीलापन अपनाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
आज का दिन आत्म-मंथन और महत्वपूर्ण फैसला लेने का है। पुराने अनुभवों से सीखे गए सबक अब आपके काम आएंगे। परिवार में किसी पुराने मुद्दे पर खुलकर बातचीत हो सकती है, जिससे गलतफहमियां दूर होंगी। पैसों के हिसाब से अटके हुए पैसे वापस मिल सकते हैं या किसी निवेश से लाभ मिलेगा। बीते समय की गलतियों को सुधारने का मौका मिलेगा। यह दिन आपको आत्मविश्वास और नई दिशा दोनों देगा, इसलिए मौकों को हाथ से न जाने दें।
🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
आज का दिन आपके लिए मजबूत इरादे और नियंत्रण बनाए रखने का है। परिवार में तालमेल रहेगा, और आप किसी महत्वपूर्ण पारिवारिक फैसले का नेतृत्व करेंगे। पैसों के मामलों में संतुलन बनाए रखना जरूरी है, लेकिन कोई बड़ा खर्च अचानक आ सकता है। व्यापार या नौकरी में प्रतिस्पर्धा के बावजूद आप अपनी समझदारी से आगे बढ़ेंगे। किसी पुराने लक्ष्य को पूरा करने का मौका मिलेगा, जिससे मनोबल ऊँचा होगा। आज आपका आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी ताकत रहेगा।
☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩