जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेना ने ठोके ६ आतंकवादी, ईसाई धर्मान्तरण का एक कुत्सित धंधा- प्रार्थना से चंगाई, जिन्हें देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सत्ता पाना कठिन लग रहा वे लोकतांत्रिक संस्थाओं को तारगेट अराजकता के मार्ग से सत्ता पाने का विकल्प देख रहे हैं, आज का पंचाग आप का राशिफल

जम्मू-कश्मीर: पुलवामा जिले के त्राल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के तीन आतंकवादी मारे गए हैं अधिकारियों ने बताया कि तीनों आतंकवादियों की पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है बता दें केंद्र शासित प्रदेश में 48 घंटे के भीतर यह दूसरी मुठभेड़ है और सुरक्षाबलों की इस बड़ी करवाई में महज 48 घंटे में 6 लोकल आतंकी ढेर किए गए हैं Jai hind 🇮🇳🫡

जिन्हें देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सत्ता पाना कठिन लग रहा वे लोकतांत्रिक संस्थाओं को तारगेट अराजकता के मार्ग से सत्ता पाने का विकल्प देख रहे हैं, राहुल गांधी को अब लग गया है कि लोकतंत्र के रास्ते वे अभी सत्ता में वापस नहीं लौट सकते।

परिणामस्वरूप अब वे सीधे सीधे घोर अराजकता पर उतर आए हैं। राजनीति में ऐसे तेवरों की जगह बिल्कुल नहीं है , यह सीधे सीधे राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है।

राहुल गांधी देश की जनता को सरकार के खिलाफ सीधे सीधे बगावत का खुला संदेश दे रहे हैं। वह भी संविधान की लाल किताब हवा में लहराकर ?

खुले शब्दों में चुनाव आयोग से……खुले शब्दों में चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि जिस दिन हम सत्ता में वापस लौटेंगे , चुन चुनकर उन अफसरों कर्मचारियों को सबक सिखाएंगे जो चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार काम कर रहे हैं।

11 साल से सत्ता पाने को बुरी तरह तड़प रहे राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका वाड्रा ने एक प्रकार से पूरी पार्टी को हाइजैक कर लिया है। बड़ी चालाकी से राहुल प्रियंका ने इंडी गठबंधन की तमाम अन्य पार्टियों को अपना पिछलग्गू बनाकर छोड़ दिया है।

पहले ईवीएम और अब वोट चोरी का आरोप लगाकर राहुल अपनी कुंठाओं को उजागर कर रहे हैं।सत्ता छिन जाने की घुटन इतनी ज्यादा है कि ईडी , सीबीआई , चुनाव आयोग और यहां तक सुप्रीमकोर्ट जैसी संवैधानिक इकाइयों को वे दंडित करने का मन बना चुके हैं।

ठीक उसी तरह जैसे उनकी दादी ने अपने खिलाफ फैसला देने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश तथा राजनारायण के वकील को जेलों में डालकर सिखाया था।

याद रहे अपनी सरकार बनने पर शाह मोदी योगी का बुरा हश्र करने की चेतावनी वे बरसों पहले दे चुके है। कमाल है , 55 वर्ष का एक व्यक्ति देश के युवाओं को घोर अनाचार और बदले का पाठ पढ़ा रहा है ?संसद में नेता प्रतिपक्ष के संवैधानिक पद पर बैठे राहुल गांधी की बेकाबू हरकतें सरकार का बेशक कुछ न बिगाड़ पाएं , किसी दिन कांग्रेस के लिए बहुत भारी पड़ जाएंगी।

अफसोस की बात है कांग्रेस के बुद्धिमान नेता या तो पार्टी से किनारा कर चुके हैं , या पूरी तरह रागदरबारी गा रहे हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी का छिछोरे हाथों में पहुंच जाना पार्टी के अशुभ संदेश है।

लोकतंत्र के लिए भी और उन दलों के लिए भी , जिनका जन्म तो कांग्रेसवाद के खिलाफ हुआ पर जो आज कांग्रेस के पीछे खड़े ताली बाज बनकर सिमट गए हैं।

आधा पंजाब #क्रिप्टो_ईसाई बनाया जा चुका है वहां अब ग्रन्थी की जगह पगड़ी वाले पास्टर और गुरूद्वारे की जगह चर्च उग रहे हैं। एशिया का सबसे बड़ा चर्च पंजाब में बन रहा है। आये दिन शोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में देश के दलितों को भी चंगाई और चावल की बोरी का लालच देकर #क्रिप्टो_ईसाई बनाया जाने के समाचार आते रहते हैं यानी आरक्षण का लाभ लेने के लिए नाम हिन्दू ही रखे हैं लेकिन पूजा पद्धति ईसाई कर दी गयी है। इसी गंभीर समस्या पर भारत की सरकारें तमाशबीन बनी हुई हैं। साभार प्रस्तुत है विवेक आर्य का एक आलेख ✍️संपादक 

ईसाई धर्मान्तरण का एक कुत्सित तरीका- प्रार्थना से चंगाई

#डॉ_विवेक_आर्य 

विश्व इतिहास इस बात का प्रबल प्रमाण हैं की हिन्दू समाज सदा से शांतिप्रिय समाज रहा हैं। एक ओर मुस्लिम समाज ने पहले तलवार के बल पर हिन्दुओं को मुस्लमान बनाने की कोशिश करी थी, अब सूफियो की कब्रों पर हिन्दूओं के सर झुकवाकर, लव जिहाद या ज्यादा बच्चे बनाकर भारत की सम्पन्नता और अखंडता को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं दूसरी ओर ईसाई समाज हिन्दुओ को ईसा मसीह की भेड़ बनाने के लिए रुपये, नौकरी, शिक्षा अथवा प्रार्थना से चंगाई के पाखंड का तरीका अपना रहे हैं।

आज के समाचार पत्र में छपी खबर की चर्च द्वारा दिवंगत पोप जॉन पॉल द्वितीय को संत घोषित किया गया है ने सेमेटिक मतों की धर्मांतरण की उसी कुटिल मानसिकता की ओर हमारा ध्यान दिलाया है। पहले तो हम यह जाने की यह संत बनाने की प्रक्रिया क्या है?

सबसे पहले ईसाई समाज अपने किसी व्यक्ति को संत घोषित करके उसमे चमत्कार की शक्ति होने का दावा करते है। विदेशो में ईसाई चर्च बंद होकर बिकने लगे हैं और भोगवाद की लहर में ईसाई मत मृतप्राय हो गया है। इसलिए अपनी संख्या और प्रभाव को बनाये रखने के लिए एशिया में वो भी विशेष रूप से भारत के हिन्दुओं से ईसाई धर्म की रक्षा का एक सुनहरा सपना वेटिकन के संचालकों द्वारा देखा गया है। इसी श्रृंखला में सोची समझी रणनीति के अंतर्गत पहले भारत से दो हस्तियों को नन से संत का दर्जा दिया गया था ।पहले मदर टेरेसा और बाद में सिस्टर अलफोंसो को संत बनाया गया था और अब जॉन पॉल को घोषित किया गया है।

यह संत बनाने की प्रक्रिय अत्यंत सुनियोजीत होती है। पहले किसी गरीब व्यक्ति का चयन किया जाता है। जिसके पास इलाज करवाने के लिए पैसे नहीं होते, जो बेसहारा होता है, फिर यह प्रचलित कर दिया जाता है कि बिना किसी ईलाज के केवल मात्र प्रार्थना से उसकी बीमारी ठीक हो गई और यह कृपा एक संत के चमत्कार से हुई। गरीब और बीमारी से पीड़ित जनता को यह सन्देश दिया जाता है कि सभी को ईसा मसीह को धन्यवाद देना चाहिए और ईसाइयत को स्वीकार करना चाहिए। क्योंकि पगान पूजा अर्थात हिन्दुओं के देवता जैसे श्रीराम और श्रीकृष्ण में चंगाई अर्थात बीमारी को ठीक करने की शक्ति नहीं हैं। अन्यथा उनको मानने वाले कभी के ठीक हो गए होते।

अब जरा ईसाई समाज के दावों को परिक्षा की कसौटी पर भी परख लेते है।

मदर टेरेसा जिन्हें दया की मूर्ति, कोलकाता के सभी गरीबो को भोजन देने वाली, अनाथ एवं बेसहारा बच्चो को आश्रय देने वाली, जिसने अपने जन्म देश को छोड़ कर भारत के गटरों से अतिनिर्धनों को सहारा दिया, जो की नोबेल शांति पुरस्कार की विजेता थी, एक नन से संत बना दी गयी की उनकी वास्तविकता से कम ही लोग परिचित है। जब मोरारजी देसाई की सरकार में धर्मांतरण के विरुद्ध बिल पेश हुआ, तो इन्ही मदर टेरेसा ने प्रधान मंत्री को पत्र लिख कर कहाँ था की ईसाई समाज सभी समाज सेवा की गतिविधिया जैसे की शिक्षा, रोजगार, अनाथालय आदि को बंद कर देगा। अगर उन्हें अपने ईसाई मत का प्रचार करने से रोका जायेगा। तब प्रधान मंत्री देसाई ने कहाँ था इसका अर्थ क्या यह समझा जाये की ईसाईयों द्वारा की जा रही समाज सेवा एक दिखावा मात्र हैं और उनका असली प्रयोजन तो ईसाई धर्मान्तरण है।

यही मदर टेरेसा दिल्ली में दलित ईसाईयों के लिए आरक्षण की हिमायत करने के लिए धरने पर बैठी थी। महाराष्ट्र में 1947 में एक चर्च के बंद होने पर उसकी संपत्ति को आर्यसमाज ने खरीद लिया। कुछ दशकों के पश्चात ईसाईयों ने उस संपत्ति को दोबारा से आर्यसमाज से ख़रीदने का दबाव बनाया। आर्यसमाज के अधिकारियों द्वारा मना करने पर मदर टेरेसा द्वारा आर्यसमाज को देख लेने की धमकी दी गई थी।

प्रार्थना से चंगाई में विश्वास रखने वाली मदर टेरेसा खुद विदेश जाकर तीन बार आँखों एवं दिल की शल्य चिकित्सा करवा चुकी थी। यह जानने की सभी को उत्सुकता होगी की हिन्दुओं को प्रार्थना से चंगाई का सन्देश देने वाली मदर टेरेसा को क्या उनको प्रभु ईसा मसीह अथवा अन्य ईसाई संतो की प्रार्थना द्वारा चंगा होने का विश्वास नहीं था जो वे शल्य चिकित्सा करवाने विदेश जाती थी?

अब सिस्टर अलफोंसो का उदहारण लेते हैं। वह केरल की रहने वाली थी। अपनी करीब तीन दशकों के जीवन में वे करीब २० वर्ष तक अनेक रोगों से स्वयं ग्रस्त रही थी। केरल एवं दक्षिण भारत में निर्धन हिन्दुओं को ईसाई बनाने की प्रक्रिया को गति देने के लिए संभवत उन्हें भी संत का दर्जा दे दिया गया और यह प्रचारित कर दिया गया की उनकी प्रार्थना से भी चंगाई हो जाती हैं।

अभी हाल ही में सुर्ख़ियों में आये दिवंगत पोप जॉन पॉल स्वयं पार्किन्सन रोग से पीड़ित थे और चलने फिरने से भी असमर्थ थे। यहाँ तक की उन्होंने अपना पद अपनी बीमारी के चलते छोड़ा था।

पोप जॉन पॉल को संत घोषित करने के पीछे कोस्टा रिका की एक महिला का उदहारण दिया जा रहा हैं जिसके मस्तिष्क की व्याधि का ईलाज करने से चिकित्सकों ने मना कर दिया था। उस महिला द्वारा यह दावा किया गया हैं की उसकी बीमारी पोप जॉन पॉल द्वितीय की प्रार्थना करने से ठीक हो गई है। पोप जॉन पॉल चंगाई करने की शक्ति से संपन्न है एवं इस करिश्मे अर्थात चमत्कार को करने के कारण उन्हें संत का दर्ज दिया जाये।

इस लेख का मुख्य उद्देश्य आपस में वैमनस्य फैलाना नहीं हैं अपितु पाखंड खंडन हैं। ईसाई समाज से जब यह पूछा जाता है कि आप यह बताये की जो व्यक्ति अपनी खुद की बीमारी को ठीक नहीं कर सकता, जो व्यक्ति बीमारी से लाचार होकर अपना पद त्याग देता हैं उस व्यक्ति में चमत्कार की शक्ति होना पाखंड और ढोंग के अतिरिक्त कुछ नहीं है। अपने आपको चंगा करने से उन्हें कौन रोक रहा था?

यह तो वही बात हो गई की खुद निसंतान मर गए औरो को औलाद बक्शते हैं। ईसाई समाज को जो अपने आपको पढ़ा लिखा समाज समझता है। इस प्रकार के पाखंड में विश्वास रखता है यह बड़ी विडम्बना है। मदर टेरेसा, सिस्टर अल्फोंसो, पोप जॉन पॉल सभी अपने जीवन में गंभीर रूप से बीमार रहे। उन्हें चमत्कारी एवं संत घोषित करना केवल मात्र एक छलावा है, ढोंग है, पाखंड है, निर्धन हिन्दुओं को ईसाई बनाने का एक सुनियोजित षडयन्त्र हैं। अगर प्रार्थना से सभी चंगे हो जाते तब तो किसी भी ईसाई देश में कोई भी अस्पताल नहीं होने चाहिए, कोई भी बीमारी हो जाओ चर्च में जाकर प्रार्थना कर लीजिये। आप चंगे हो जायेगे। खेद हैं की गैर ईसाईयों को ऐसा बताने वाले ईसाई स्वयं अपना ईलाज अस्पतालों में करवाते है।

मेरा सभी हिन्दू भाइयों से अनुरोध है कि ईसाई समाज के इस कुत्सित तरीके की पोल खोल कर हिन्दू समाज की रक्षा करे और सबसे आवश्यक अगर किसी गरीब हिन्दू को ईलाज के लिए मदद की जरुरत हो तो उसकी धन आदि से अवश्य सहयोग करे जिससे वह ईसाईयों के कुचक्र से बचा रहे।

#BanChristianMissionary NoConversion 

*🕉️ 🌞सुप्रभातम 🌞आज का पञ्चांग

*दिनाँक:-13/08/2025,बुधवार*
*चतुर्थी, कृष्ण पक्ष,*
*भाद्रपद*(समाप्ति काल)

तिथि———– चतुर्थी 06:35:25. तक
तिथि—– पंचमी 28:23:02(क्षय )
पक्ष————————– कृष्ण
नक्षत्र———- उoभाo10:31:25
योग————— धृति 16:04:11
करण———– बालव 06:35:25
करण———– कौलव 17:29:57
करण————- तैतुल 28:23:02
वार————————- बुधवार
माह———————— भाद्रपद
चन्द्र राशि——————- मीन
सूर्य राशि——————- कर्क
रितु—————————- वर्षा
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)—————सिद्धार्थी
विक्रम संवत—————- 2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————– 5126
सूर्योदय—————- 05:50:02
सूर्यास्त—————– 18:57:39
दिन काल————– 13:07:37
रात्री काल————– 10:52:53
चंद्रास्त—————– 09:39:12
चंद्रोदय—————– 21:30:40
लग्न—- कर्क 26°19′ , 116°19′
सूर्य नक्षत्र—————– आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र———– उत्तराभाद्रपद
नक्षत्र पाया——————- ताम्र

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

ञ—- उत्तराभाद्रपद 10:31:25

दे—- रेवती 16:10:17

दो—- रेवती 21:48:48

च—- रेवती 27:26:58

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
============================
सूर्य= कर्क 26°49 ,आश्लेषा 3 डे
चन्द्र= कुम्भ 13°30 , उoफाo 4 ञ
बुध = कर्क 10°52 ‘ पुष्य 3 हो
शु क्र= मिथुन 20°05, पुनर्वसु , 1 के
मंगल= कन्या 09°30 ‘उ o फ़ा o 4 पी
गुरु=मिथुन 20°30 पुनर्वसु, 1 के
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 25°30पू o भा o, 2 सो
केतु= (व) सिंह 25°30 पूoफा o 4 टू
=====================

*🚩🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩🚩*

राहू काल 12:24 – 14:02 अशुभ
यम घंटा 07:28 – 09:07 अशुभ
गुली काल 10:45 – 12:24 अशुभ
अभिजित 11:58 – 12:50 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:58 – 12:50 अशुभ
वर्ज्यम 21:49 – 23:19. अशुभ
प्रदोष 18:58 – 21:10 शुभ

💮गंड मूल 10:31 – अहोरात्र अशुभ

🚩पंचक 4 अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन

लाभ 05:50 – 07:28 शुभ
अमृत 07:28 – 09:07 शुभ
काल 09:07 10:45 अशुभ
शुभ 10:45 – 12:24 शुभ
रोग 12:24 – 14:02 अशुभ
उद्वेग 14:02 – 15:41 अशुभ
चर 15:41 -17:19 शुभ
लाभ 17:19 -18:58 शुभ

💮चोघडिया, रात

उद्वेग 18:58 – 20:19 अशुभ
शुभ 20:19 – 21:41 शुभ
अमृत 21:41 – 23:02 शुभ
चर 23:02 – 24:24* शुभ
रोग 24:24* – 25:46* अशुभ
काल 25:46*27:07* अशुभ
लाभ 27:07* – 28:29* शुभ
उद्वेग 28:29* – 29:51* अशुभ

💮होरा, दिन

बुध 05:50 -06:56
चन्द्र 06:56- 08:01
शनि 08:01- 09:07
बृहस्पति 09:07- 10:13
मंगल 10:13- 11:18
सूर्य 11:18 -12:24
शुक्र 12:24 -13:29
बुध 13:29- 14:35
चन्द्र 14:35- 15:41
शनि 15:41 -16:46
बृहस्पति 16:46 -17:52
मंगल 17:52- 18:58

🚩होरा, रात

सूर्य 18:58 -19:52
शुक्र 19:52- 20:46
बुध 20:46 -21:41
चन्द्र 21:41- 22:35
शनि 22:35 -23:30
बृहस्पति 23:30 -24:24
मंगल 24:24-25:19
सूर्य 25:19-26:13
शुक्र 26:13-27:07
बुध 27:07-28:02
चन्द्र 28:02 -28:56
शनि 28:56-29:51

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*

कर्क > 03:44 से 06:04 तक
सिंह > 06:04 से 08:26 तक
कन्या > 08:26 से 10:40 तक
तुला > 10:40 से 13:00 तक
वृश्चिक > 13:00 से 15:20 तक
धनु > 15:20 से 17:30 तक
मकर > 17:30 से 19:14 तक
कुम्भ > 19:14 से 20:32 तक
मीन > 20:32 से 21:52 तक
मेष > 21:52 से 23:548 तक
वृषभ > 23:48 से 01:32 तक
मिथुन > 01:28 से 003:36 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————- उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं में परिकल्पय:*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 4 + 4 + 1 = 24 ÷ 4 = 0 शेष
पृथ्वी लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

मंगल ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

19 + 19 + 5 = 43 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

*गोगा पंचमी**रक्षा पंचमी*

*महारानी अहिल्याबाई पुण्य तिथि*

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

सकृज्जल्पन्ति राजानः सकृज्जल्पन्ति पण्डिताः ।
सकृत्कन्याः प्रदीयन्ते त्रीण्येतानि सकृत्सकृत् ।।चाo नीo।।

यह बातें एक बार ही होनी चाहिए..
१. राजा का बोलना.
२. बिद्वान व्यक्ति का बोलना.
३. लड़की का ब्याहना.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1

स घोषो धार्तराष्ट्राणां हृदयानि व्यदारयत्‌।
नभश्च पृथिवीं चैव तुमुलो व्यनुनादयन्‌॥

और उस भयानक शब्द ने आकाश और पृथ्वी को भी गुंजाते हुए धार्तराष्ट्रों के अर्थात आपके पक्षवालों के हृदय विदीर्ण कर दिए
॥19॥

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी।

🐂वृष
मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।

👫मिथुन
लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🦀कर्क
मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

🐅सिंह
संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।

🙍‍♀️कन्या
शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

⚖️तुला
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

🦂वृश्चिक
तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।

🏹धनु
आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।

🐊मकर
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।

🍯कुंभ
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

🐟मीन
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*