बक्फबोर्ड संशोधन से देश को होंगे ये लाभ आयेंगे ये परिवर्तन, भारतियों की राय भंग हो भू-माफिया #बक्फबोर्ड, नागपुर_दंगे का आरोपी असीम अली आठ महिने पहले ही हत्या का आरोपी होने के उपरांत सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर था!, आज का पंचाग आपका राशिफल

*|| 🕉️ ||**🌞सुप्रभातम🌞*

          *आज का पञ्चांग*

*दिनांक:- 02/04/2025, बुधवार*

पंचमी, शुक्ल पक्ष, *चैत्र*(समाप्ति काल)

तिथि——–पंचमी 23:49:10 तक 

पक्ष–शुक्ल

नक्षत्र——— कृत्तिका 08:48:47

योग——— आयुष्मान 26:48:44

करण————– बव 13:06:38

करण———– बालव 23:49:10

माह—चैत्र, वार–बुधवार

चन्द्र राशि—————- वृषभ

सूर्य राशि—————— मीन

रितु———————— वसंत

आयन—————— उत्तरायण

संवत्सर—————– विश्वावसु

संवत्सर (उत्तर)————— सिद्धार्थी

विक्रम संवत—————- 2082 

गुजराती संवत————– 2081 

शक संवत—————– 1947 

कलि संवत—————–5126

सूर्योदय————– 06:09:48 

सूर्यास्त————– 18:35:57

दिन काल———— 12:26:09 

रात्री काल————- 11:32:44

चंद्रोदय————– 08:42:36 

चंद्रास्त—————–23:20:01

लग्न—- मीन 18°19′ , 348°19′

सूर्य नक्षत्र—————– रेवती 

चन्द्र नक्षत्र—————- कृत्तिका

नक्षत्र पाया—————— लोहा 

पद, चरण

ए कृत्तिका————- 08:48:47

ओ—- रोहिणी 14:18:52

 

वा—- रोहिणी 19:50:55

 

वी—- रोहिणी 25:25:03

 

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

 

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

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सूर्य= मीन 18°40, रेवती 1 दे 

चन्द्र= वृषभ 08°30 , कृतिका 4 ए 

बुध =मीन 03°52 ‘ उ o भा o 1 दू 

शु क्र= मीन 02°05, पू o फाo’ 4 दी 

मंगल=मिथुन 29°30 ‘ पुनर्वसु ‘ 3 हा 

गुरु=वृषभ 21°30 रोहिणी, 4 वु 

शनि=मीन 00°28 ‘ पू o भा o , 4 दी 

राहू=(व) मीन 02°30 पू o भा o, 4 दी 

केतु= (व)कन्या 02°30 उ oफा o 2 टो

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राहू काल 12:23 – 13:56 अशुभ

यम घंटा 07:43 – 09:16 अशुभ

गुली काल 10:50 – 12: 23अशुभ 

अभिजित 11:58 – 12:48 अशुभ

दूर मुहूर्त 11:58 – 12:48 अशुभ

वर्ज्यम 23:33 – 25:03* अशुभ

प्रदोष 18:36 – 20:56 शुभ 

 

💮चोघडिया, दिन

लाभ 06:10 – 07:43 शुभ

अमृत 07:43 – 09:16 शुभ

काल 09:16 – 10:50 अशुभ

शुभ 10:50 – 12:23 शुभ

रोग 12:23 – 13:56 अशुभ

उद्वेग 13:56 – 15:29 अशुभ

चर 15:29 – 17:03 शुभ

लाभ 17:03 – 18:36 शुभ

🚩चोघडिया, रात

उद्वेग 18:36 – 20:03 अशुभ

शुभ 20:03 – 21:29 शुभ

अमृत 21:29 – 22:56 शुभ

चर 22:56 – 24:22* शुभ

रोग 24:22* – 25:49* अशुभ

काल 25:49* – 27:16* अशुभ

लाभ 27:16* – 28:42* शुभ

उद्वेग 28:42* – 30:09* अशुभ

💮होरा, दिन

बुध 06:10 – 07:12

चन्द्र 07:12 – 08:14

शनि 08:14 – 09:16

बृहस्पति 09:16 – 10:19

मंगल 10:19 – 11:21

सूर्य 11:21 – 12:23

शुक्र 12:23 – 13:25

बुध 13:25 – 14:27

चन्द्र 14:27 – 15:29

शनि 15:29 – 16:32

बृहस्पति 16:32 – 17:34

मंगल 17:34 – 18:36

 

🚩होरा, रात

सूर्य 18:36 – 19:34

शुक्र 19:34 – 20:31

बुध 20:31 – 21:29

चन्द्र 21:29 – 22:27

शनि 22:27 – 23:25

बृहस्पति 23:25 – 24:22

मंगल 24:22* – 25:20

सूर्य 25:20* – 26:18

शुक्र 26:18* – 27:16

बुध 27:16* – 28:13

चन्द्र 28:13* – 29:11

शनि 29:11* – 30:09

*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩* 

       मीन > 05:18 से 06:42 तक

मेष > 06:42 से 08:22 तक

वृषभ > 08:22 से 10:20 तक

मिथुन > 10:20 से 12:38 तक

कर्क > 12:38 से 14:54 तक

सिंह > 14:54 से 17:08 तक

कन्या > 17:08 से 19:24 तक

तुला > 19:24 से 21:36 तक

वृश्चिक > 21:36 से 00:00 तक

धनु > 00:00 से 02:16 तक

मकर > 02:16 से 03:50 तक

कुम्भ > 03:50 से 05:14 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान—–उत्तर*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 5 + 4 + 1 = 10 ÷ 4 = 2 शेष

 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

 5 + 5 + 5 = 15 ÷ 7 = 1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

 *श्री पंचमी 

*श्री राम जन्मोत्सव आरम्भ 

*रोहिणी व्रत 

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

बाहुवीर्य बलं राज्ञो ब्रह्मवित् बली ।

रूप-यौवन-माधुर्य स्त्रीणां बलमनुत्तमम् ।।

।। चा o नी o।।

 एक शक्तिशाली आदमी से उसकी बात मानकर समझौता करे. एक दुष्ट का प्रतिकार करे. और जिनकी शक्ति आपकी शक्ति के बराबर है उनसे समझौता विनम्रता से या कठोरता से करे.

*🚩💮🚩सुभाषितानि 🚩💮*

गीता -:दैवासुरसम्पद्विभागयोग :- अo-15

एतां दृष्टिमवष्टभ्य नष्टात्मानोऽल्पबुद्धयः।,

प्रभवन्त्युग्रकर्माणः क्षयाय जगतोऽहिताः॥,

इस मिथ्या ज्ञान को अवलम्बन करके- जिनका स्वभाव नष्ट हो गया है तथा जिनकी बुद्धि मन्द है, वे सब अपकार करने वाले क्रुरकर्मी मनुष्य केवल जगत्‌ के नाश के लिए ही समर्थ होते हैं॥,9॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष

किसी प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क बनेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। किसी बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कारोबार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐂वृष

स्वास्थ्य पर खर्च होगा। लापरवाही न करें। कार्य करते समय चोट लग सकती है। गृहिणियां विशेष ध्यान रखें। जल्दबाजी से बचें। अकारण विवाद हो सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धनहानि की आशंका है। व्यापार व्यवसाय ठीक चलेगा।

👫मिथुन

कानूनी अड़चन दूर होगी। जीवनसाथी के इच्छुक लोगों को जीवनसाथी मिलने के योग हैं। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेशादि सोच-समझकर करें। बाहर लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। जीवन सुखमय गुजरेगा। उत्साह व प्रसन्नता रहेंगे। प्रमाद न करें।

🦀कर्क

शैक्षणिक व शोध इत्यादि रचनात्मक कार्य के परिणाम सुखद मिलेंगे। किसी मांगलिक व आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी।

🐅सिंह

दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। विवाद से बचें। क्रोध न करें। कोई बड़ा काम तथा लंबी यात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पुराने विवादों का समापन होगा। उत्साह व प्रसन्नता की वृद्धि होगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।

🙍‍♀️कन्या

संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। प्रमाद से बचें।

⚖️तुला

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। बेरोजगारी दूर होगी। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।

 

🦂वृश्चिक

लापरवाही न करें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से आत्मसम्मान कम हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि के योग हैं। जोखिम न लें। कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। आर्थिक परेशानी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।

 

🏹धनु

डूबी हुई रकम प्राप्ति की संभावना बनती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि संभव है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बुद्धि के कार्य करें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रुके काम पूरे होंगे। प्रमाद न करें।

🐊मकर

सामाजिक मान-सम्मान प्राप्त होगा। कारोबार में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। लंबी व्यावसायिक यात्रा की योजना बन सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। काम पर पूरा ध्यान दे पाएंगे। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी।

🍯कुंभ

योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में अमन-चैन रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। नए व्यापारिक अनुबंध होंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। परिवार में खुशी का वातावरण रहेगा।

🐟मीन

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। वाणी में हंसी-मजाक समय व स्थिति को देखकर करें। शोक समाचार प्राप्त हो सकता है। नकारात्मकता रहेगी। मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रह सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। फालतू बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा।

*🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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*क्या आप जानते हैं यदि लोकसभा में वक्फ बिल पास होता है तो क्या बड़े परिवर्तन आएंगे?

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पहला और सबसे बड़ा बदलाव ये है कि जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन करके इस्लाम धर्म अपनाया है और जिन्हें मुसलमान बने पांच साल पूरे नहीं हुए हैं, वो लोग वक्फ को अपनी सम्पत्ति दान में नहीं दे पाएंगे। और इससे धर्म परिवर्तन करा कर वक्फ को अपनी सम्पत्ति दान के मामलों पर रोक लगेगी। दूसरा- कोई भी व्यक्ति उसी ज़मीन को दान में दे पाएगा, जो उसके नाम पर रजिस्टर्ड होगी। अगर कोई व्यक्ति किसी और के नाम पर रजिस्टर्ड ज़मीन को दान में देता है तो इसे गैर-कानूनी माना जाएगा। और वक्फ भी ऐसी सम्पत्तियों पर अपना दावा नहीं कर पाएगा। तीसरा- ‘वक्फ-अल-औलाद’ के तहत महिलाओं को भी वक्फ की ज़मीन में उत्तराधिकारी माना जाएगा। इसका मतलब ये है कि जिस परिवार ने वक्फ की ज़मीन ‘वक्फ-अल-औलाद’ के लिए दान में दी है, उस ज़मीन से होने वाली आमदनी सिर्फ उन परिवारों के पुरुषों को नहीं मिलेगी बल्कि इसमें महिलाओं का भी हिस्सा होगा। चौथा- वक्फ में दी गई ज़मीन का पूरा ”ब्यौरा” ऑनलाइन पोर्टल पर 6 महीने के अंदर अपलोड करना होगा और कुछ मामलों में इस समय अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। लेकिन बड़ा बदलाव ये है कि अब वक्फ में दी गई हर जमीन का ऑनलाइन पोर्टल पर Database होगा और वक्फ बोर्ड इन सम्पत्तियों के बारे में किसी बात को छिपा नहीं पाएगा। किस ज़मीन को किस व्यक्ति ने दान में दिया। वो ज़मीन उसके पास कहां से आई। वक्फ बोर्ड को उससे कितने पैसे की आमदनी होती है। और उस सम्पत्ति की देख-रेख करने वाले ‘मुतव्वली’ को कितनी तनख्वाह मिलती है, ये जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध होगी और इससे वक्फ की सम्पत्तियों में पारदर्शिता आएगी और वक्फ को होने वाला नुकसान कम होगा। उदाहरण के लिए, मार्च 2019 में वक्फ को अपनी 8 लाख 72 हज़ार सम्पत्तियों से सालाना 151 करोड़ रुपये की आमदनी होती थी, जो पांच साल बाद मार्च 2024 में सिर्फ 1 करोड़ 30 लाख रुपये रह गई। और वक्फ आजतक ये नहीं बता पाया है कि ऐसा कैसे संभव है कि उसे अपनी एक सम्पत्ति से हर महीने सिर्फ एक रुपये की आमदनी हो रही है? पांचवां बड़ा बदलाव ये है कि जिन सरकारी सम्पत्तियों पर वक्फ अपना अधिकार बताता है, उन सम्पत्तियों को पहले दिन से ही वक्फ की सम्पत्ति नहीं माना जाएगा। इसके बाद भी अगर ये दावा किया जाता है कि कोई सरकारी सम्पत्ति वक्फ की है तो ऐसी स्थिति में राज्य सरकार एक नामित अधिकारी से जांच कराएगी और ये कलेक्टर रैंक से ऊपर का अधिकारी होगा। अगर इस रिपोर्ट में वक्फ का दावा गलत निकलता है तो सरकारी सम्पत्ति का पूरा ब्यौरा Revenue Record में दर्ज किया जाएगा और ये सरकारी सम्पत्ति वक्फ की नहीं मानी जाएगी। ये नियम उन सरकारी सम्पत्तियों पर भी लागू होगा, जिन पर पहले से वक्फ का दावा और कब्जा है। कोई अन्य सम्पत्ति या ज़मीन वक्फ की है या नहीं, इसकी जांच कराने के लिए राज्य सरकार को ज़रूरी अधिकार दिए गए हैं। इससे सबसे बड़ा बदलाव ये आएगा कि वक्फ बिना किसी दस्तावेज और सर्वे के किसी ज़मीन को अपना बताकर उस पर कब्जा नहीं कर सकेगा। उदाहरण के लिए, वक्फ बोर्ड किसी गांव की ज़मीन को अपना बताता है तो ऐसे मामलों में वक्फ के दावों की जांच होगी और अगर वक्फ सबूत नहीं दे पाया तो उसका दावा खारिज हो जाएगा। मौजूदा कानून में वक्फ के दावे को बिना जांच के सही मान लिया जाता है और जिस व्यक्ति की ज़मीन पर दावा होता है, उसे ही वक्फ की अदालत में जाकर इसे अपनी सम्पत्ति साबित करना होता है। छठा- केन्द्रीय वक्फ परिषद में दो गैर मुस्लिम व्यक्ति और दो मुस्लिम महिलाओं को भी जगह दी जाएगी। इसके अलावा परिषद में नियुक्त किए गए सांसद और पूर्व जजों का भी मुस्लिम होना आवश्यक नहीं होगा। सरकार का कहना है कि इससे वक्फ में पिछड़े और गरीब मुसलमानों को भी जगह मिलेगी और वक्फ में मुस्लिम महिलाओं की भी हिस्सेदारी होगी। राज्यों के वक्फ बोर्ड में भी दो मुस्लिम महिलाएं और दो गैर-मुस्लिम सदस्य ज़रूर होंगे और शिया, सुन्नी और पिछड़े मुसलमानों से भी एक-एक सदस्य को जगह देना अनिवार्य होगा। इनमें बोहरा और आगाखानी समुदायों से भी एक-एक सदस्य होना चाहिए और ये वो समुदाय हैं, जिनकी संख्या बहुत कम है और जो बाकी मुसलमानों से अलग होते हैं क्योंकि ये ना तो दिन में पांच वक्त की नमाज़ पढ़ते हैं और ना ही हज की यात्रा पर जाते हैं। सातवां- सरकार ने इन दोनों मुस्लिम संप्रदायों के लिए अलग-अलग वक्फ बोर्ड बनाने का भी प्रावधान इस कानून में जोड़ा है। आठवां- लोगों के पास वक्फ Tribunal के फैसले के खिलाफ 90 दिनों में Revenue कोर्ट, सिविल कोर्ट और हाई कोर्ट में अपील दायर करने का अधिकार होगा, जो मौजूदा कानून में नहीं है। नौवां- केन्द्र और राज्य सरकारों के पास वक्फ के खातों का ऑडिट कराने का अधिकार होगा, जिससे किसी भी तरह की बेईमानी और भ्रष्टाचार को रोका जा सकेगा। और दसवां बदलाव ये है कि वक्फ बोर्ड सरकार को कोई भी जानकारी देने से इनकार नहीं कर सकता। और वक्फ बोर्ड ये भी नहीं कह सकता कि कोई ज़मीन आज से 200-300 या 500 साल पहले किसी इस्लामिक काम के लिए इस्तेमाल हो रही थी तो वो ज़मीन उसकी है। ये मनमानी अब इस नए बिल से समाप्त हो जाएगी।

मौजूदा कानून में केन्द्रीय वक्फ परिषद और राज्य वक्फ बोर्ड के बाद वक्फ Tribunal आते हैं और Tribunal का फैसला ही अंतिम होता है लेकिन इस बिल के पास होने के बाद सिविल कोर्ट, रेवेन्यू कोर्ट और हाई कोर्ट में भी वक्फ के मामलों की सुनवाई हो सकेगी।

समय को समझें –
ईद के ठीक एक दिन बाद तोहफा।
वह दिन जब औरंगजेब ने गैर-मुसलमानों पर जजिया कर फिर से लगाया (2 अप्रैल)।

जब मोदी अजमेर दरगाह पर पवित्र कपड़ा भेजते हैं, तो दक्षिणपंथी अपने ही नेता के नाम पर लेबल लगाने लगते हैं। अब उसी दरगाह के प्रमुख लेख लिखते हैं और खुलेआम वक्फ बिल का समर्थन करते हैं और दक्षिणपंथी खुशी से झूम उठते हैं। सभी ब्लू-टिक विशेषज्ञ अपनी पिछली पोस्ट भूल गए हैं और अब यू-टर्न ले चुके हैं।

ईसाई संगठन वक्फ बिल पर मोदी का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। पिछली पोस्ट खोजें, पोप से मुलाकात करें और आप पिछली भविष्यवाणियों को समझ जाएंगे जो अभी हो रही हैं।

बीजेपी, टीडीपी और जेडीयू द्वारा जारी 3-लाइन व्हिप ने सरकार गिरने की कहानी को खत्म कर दिया।

बिल को पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू नहीं किया जा सकता। तो पिछली हड़पी गई संपत्तियों का क्या?

1.बाहरी रास्ता – न्यायालय।

2.आंतरिक रास्ता – हाशिए पर पड़े मुस्लिम संप्रदायों के वक्फ में सदस्यों को स्थापित करना।

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नागपुर को जलाने के लिए क्यों न 

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अभय ओका 

और जस्टिस अगस्टीन मसीह को 

दोषी माना जाए –

क़त्ल के अपराधी को जमानत दे दी 

और 8 महीने बाद उसने नागपुर को 

आग लगा दी –

हिंदू समाज नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर, 2019 को की गई जघन्य हत्या तो आपको याद होगी – सईद असीम अली हत्या के साजिशकर्ता को महाराष्ट्र ATS ने नागपुर से 21 अक्टूबर, 2019 को गिरफ्तार कर लिया था – 

अप्रैल, 2024 में उसकी जमानत अर्जी इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ख़ारिज करते हुए हत्या के लिए कहा था “ It is case driven by intense communal animosity (घोर सांप्रदायिक बैर), ultimately resulting in the vicious daylight killing of Tiwari”

सुप्रीम कोर्ट में उसकी जमानत याचिका लेकर वकील सिद्धार्थ दवे गए और 25 जुलाई, 2024 को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस अगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने असीम अली को जमानत दे दी – जजों ने जमानत देते हुए कहा कि “आरोपी पहले ही साढ़े चार से जेल में बंद है, जेल में रहने से पहले का उसके कोई Criminal Antecedants भी नहीं हैं और UP Gangsters and anti – social Activities (Prevention) Act, 1986 में केस दर्ज नहीं किया गया है –

UP Gangsters Act की बात आप कैसे कर रहे हैं जबकि सुप्रीम कोर्ट स्वयं इस एक्ट की वैधानिकता पर सुनवाई कर रहा है और अपनी टिप्पणियां में इसके कुछ प्रावधानों को खतरनाक कह चुका है –

https://www.facebook.com/share/r/16NuXLGLFw/

कमलेश तिवारी ने कथित तौर पर पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी और अखिलेश सरकार ने उस पर NSA लगा दिया था जिसकी वजह से वह एक साल से भी ज्यादा जेल में रहा – हाई कोर्ट ने NSA को ख़ारिज कर दिया और तब ही वह जेल से निकला – तब से ही मुस्लिमों से उसे धमकियां मिल रही थी और अंतत 18 अक्टूबर, 2019 को मारा गया –

यानी असीम अली से ज्यादा तो जेल में कमलेश तिवारी रहा लेकिन मीलॉर्ड को तरस अली पर आया – पहले criminal record बेशक न रहा हो लेकिन यह तो ख्याल करते कि वह हत्या के आरोप में जेल में था जिसे आपने केवल इसलिए जमानत पर छोड़ दिया कि वह साढ़े चार साल जेल में रह चुका है –

परिणाम क्या हुआ मीलॉर्ड, सईद असीम अली ने आपके छोड़ने के केवल 8 महीने बाद 17 मार्च, 2025 को नागपुर को आग के हवाले कर दिया – इलाहाबाद हाई कोर्ट द्वारा कही गई बात उसने साबित कर दी intense communal animosity जिसकी वजह से हिंदुओं के घरों को आग लगा दी गई, 30 लोग घायल हुए और सैकड़ों बाइक और कारें जला दी गई – क्या कोई अधिकार था यह करने का उसे –

सही मायने में देखा जाए तो नागपुर को आग लगाने के लिए जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस अगस्टीन जॉर्ज मसीह जिम्मेदार हैं – हर मामले में Bail Court बनने से पहले 50 बार सोचना चाहिए कि जिसे छोड़ रहे हो वह क्या करने की हिम्मत रखता है और अगर आप इतना भी नहीं भांप सकते तो आपको सुप्रीम कोर्ट का जज बने रहने का कोई अधिकार नहीं है 

अपराधियों को छोड़ने की आदत देश में अनेक समस्याएं पैदा कर रही है और न्यायपालिका उसके पूरी तरह जिम्मेदार है – एक दिन ऐसे ही किसी अपराधी का यह लोग भी शिकार बन सकते हैं और तब उन्हें गलती का अहसास होगा –

(सुभाष चन्द्र)

“मैं वंशज श्री राम का”

01/04/2025 followers (साभार शोशल मीडिया वायरल)