गंगा तेजी से विलुप्त हो रही है गंगा का इतिहास महत्ता शुद्धता और सुचिता बनाये रखने के उपाय विद्यालयों मदरसों और कान्वेंट स्कूलों के पाठ्यक्रम में क्यों नहीं है!, आज का पंचाग आपका राशि फल

भोगवादी ओशो को भी गंगा नदी के कुछ रहस्य पता हैं जो आपको आश्चर्य चकित कर देंगे। 

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      विडम्बना देखिये गंगा जैसी पवित्र नदी के विषय में पाठशालाओं में नहीं पढ़ाया जाता है, जबकि गंगा भारत की आत्मा है, भारत का सार है। गंगा कोई सामान्य नदी नहीं है यह सुर सरिता है विष्णुपदी जो भगवान विष्णु बद्रीविशाल के श्रीचरणों को पखारते हुए भारत का विशालतम मैदान श्रजित करती है जहां से समग्र सृष्टि अन्न जल ग्रहण करती है। गंगा मां की तरह ही हमारा पालन पोषण करती है इसीलिए लोक मानस भी इसे गंगे मैया ही कहता है। गंगा विश्व में श्रेष्ठ नदी है जो स्वर्ग से अवतरित हुई है इसलिए इसे सुर सरिता कहते हैं। यह विश्व की एक मात्र नदी है जिसमें सोना पाया जाता है क्यों कि इस नदी में निरंतर कंचन गंगा से सोना प्रवाहित होता रहता है। इसका जल अमृत है क्योंकि इस नदी में सरस्वती के साथ ही अमृत गंगा कंचन गंगा घृत गंगा खीर गंगा, दुग्ध गंगा आकाश गंगा और ऋषि गंगा जैसी सात गंगायें मिल कर इसके जल को अमृत बनाती हैं।

जो लोग गंगा में प्रवाहित होने वाली नदी नालों में कचरा डालते हैं पशुओं का रक्त बहाते हैं वे गंगा को प्रदूषित करते का अक्षम्य पाप करते हैं। ब्रह्म वैवर्त पुराण में सात कोश दूर से भी गंगा का स्मरण करते हुए स्नान करने मात्र से भी गंगा स्नान का पुण्य प्राप्त होता है। 

गंगा सुर नदी है यह स्वर्ग के देवताओं की नदी है सतयुग में जब राजा भगीरथ ने दस हजार वर्षों तक एक पांव पर खड़े रह कर तपस्या करते हुए भगवान का आवाह्न किया और अपने 60000 शापित पूर्वजों के तारण के लिए गंगा को स्वर्ग से पृथ्वी पर भेजने का अनुरोध किया तो भगवान ने प्रसन्न होकर वचन दे दिया। किन्तु इससे गंगा बहुत उदास और निराशा हुई वह पृथ्वी पर आने के लिए तैयार नहीं हुई। इस नरक तुल्य मृत्यु लोक में आने के लिए गंगा कदापि तत्पर नहीं थी, तब सभी देवताओं ने गंगा माता को बहुत मनाया कि यद्यपि मृत्यु लोक के लोग अनजाने में गंगा को मैली करेंगे लेकिन उतने ही अधिक वह गंगा को माता मानते हुए अपना स्नेह पूजन और सम्मान भी प्रदान करेंगे, तब गंगा ने कहा कि वह केवल कलयुग के दूसरे चरण तक ही धरती में विद्यमान रहेगी तत्पश्चात गंगा वापस स्वर्ग लोक वापस आ जाएंगी, इसी वचन पर गंगा अवतरित हुई है।

ब्रह्म वैवर्त पुराण में कहा गया है कि कलयुग के प्रथम चरण में ग्राम देवता धरती से विलुप्त होंगे और कलयुग के द्वितीय चरण में गंगा धरती से विलुप्त हो जाएगी। हम यह बात प्रत्यक्ष रूप से देख भी रहे हैं पहले विष्णु प्रयाग से लेकर प्रयागराज तक कुल चौदह प्रयाग हुआ करते थे आज केवल सात प्रयाग बचे हुए हैं, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि गंगा की बहुत सी सहायक नदियां विलुप्त हो चुकी हैं, प्रकृति के रूष्ठ हो जाने के कारण भी गंगा धरती से धीरे-धीरे विलुप्त हो रही। नियंताओं की गलत नीतियों के कारण आज जहां भूखी सरकारें गंगा का पानी नहरों और नालों में समेट रही है। वहीं असुर प्रजाति के द्वारा कानपुर आदि स्थानों में चमड़ा उद्योग और यत्र-तत्र पशुओं का वध कर उनका दूषित रक्त नालियों के माध्यम से गंगा व उसकी सहायक नदियों में बहाने का घोर नारकीय कुकृत्य किए जाने के कारण गंगा को धीरे-धीरे गंदा नाला बनाने का षड्यंत्र भी चल रहा है। हजारों उद्योग धंधे अपना प्रदूषित कैमिकल युक्त निक्षेपण गंगा व उसकी सहायक नदियों में डालते रहते हैं। इसके लिए नैदानिक उपायों के साथ ही नदी साईट कंट्रोल एक्ट का उल्लंघन करने वालों पर केवल और केवल तत्काल बुलडोजर कार्यवाही आवश्यक है।

 गंगा तेजी से विलुप्त हो रही है गंगा का इतिहास महत्ता शुद्धता और सुचिता बनाये रखने के उपाय विद्यालयों मदरसों और कान्वेंट स्कूलों के पाठ्यक्रम में क्यों नहीं है! इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है सतत जागरूकता अभियान इसके लिए गंगा आदि नदियों ऐतिहासिक महात्म्य लोकोपयोगिया और गंगा की पवित्रता बनाये रखने के उपायों पर कम से कम एक पाठ तो प्रत्येक विद्यालय मदरसों और कान्वेंट स्कूलों में अनिवार्य रूप से पढाया जाय।

गंगा प्रदूषित करने वाले दुर्दांत अपराधियों को दंडित करना भी आवश्यक है। भारत में लगने वाले चारों अर्ध कुंभ, कुंभ और महाकुंभ स्नान का आध्यात्मिक संदेश भी यही है कि प्रत्येक व्यक्ति नदियों की पवित्रता बनाये रखने के लिए निरंतर प्रयास करें ✍️ डाॅ0 हरीश मैखुरी २४-०१-२०२५

‌‌   *༺┇卐┇༻**श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*
*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_शुक्रवार, २४ जनवरी २०२५_*
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सूर्योदय: 🌄 ०७:१७, सूर्यास्त: 🌅 ०५:४९
चन्द्रोदय: 🌝 २७:३२, चन्द्रास्त: 🌜१२:५२
अयन 🌖 उत्तरायणे(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शिशिर
शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८१(काल)
मास 👉 माघ, पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 दशमी (१९:२५ से एकादशी)
नक्षत्र 👉 अनुराधा (३१:०७से ज्येष्ठा)
योग 👉 वृद्धि(२९:०९ से ध्रुव)
प्रथम करण👉विष्टि(१९:२५ तक)
द्वितीय करण 👉बव(पूर्ण रात्रि)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मकर, चंद्र 🌟 वृश्चिक (२२:३२ से)
मंगल 🌟मिथुन(उदित,पूर्व,वक्री)
बुध🌟मकर(अस्त,पूर्व,मार्गी)
गुरु 🌟वृष(उदित,पश्चिम,वक्री)
शुक्र 🌟कुम्भ
(उदित, पूर्व, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन, केतु 🌟 कन्या
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०८ से १२:५०
अमृत काल 👉 १९:५२ से २१:३६
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०७:११ से ३१:०७
विजय मुहूर्त 👉 १४:१५ से १४:५७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४४ से १८:११
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४७ से १९:०७
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:५६
राहुकाल 👉 ११:१० से १२:२९
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:०८ से १६:२७
दुर्मुहूर्त 👉 ०९:१८ से १०:०१
होमाहुति 👉 राहु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (३१:०७ से)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१९:२५ तक)
भद्रावास 👉 स्वर्ग (१९:२५ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 क्रीड़ा में (१९:२५ से कैलाश पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ, ३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग, ७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल, ३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत, ७ – चर ८ – रोग
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️✍️👀
बुध मकर में १७:३९ से, विवाहादि मुहूर्त धनु ल० (अंतरात्रि ०४:१८ से प्रातः ०७:०५ तक), गृह प्रवेश मुहूर्त+वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:२० से ११:१९ तक,आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ३१:०७ तक जन्मे शिशुओ का नाम
अनुराधा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ना, नी, नू, ने) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (नो) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३०:३८ से ०८:१९
कुम्भ – ०८:१९ से ०९:४५
मीन – ०९:४५ से ११:०८
मेष – ११:०८ से १२:४२
वृषभ – १२:४२ से १४:३७
मिथुन – १४:३७ से १६:५२
कर्क – १६:५२ से १९:१४
सिंह – १९:१४ से २१:३२
कन्या – २१:३२ से २३:५०
तुला – २३:५० से २६:११+
वृश्चिक – २६:११+ से २८:३१+
धनु – २८:३१+ से ३०:३४+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०७:११ से ०८:१९
शुभ मुहूर्त – ०८:१९ से ०९:४५
चोर पञ्चक – ०९:४५ से ११:०८
रज पञ्चक – ११:०८ से १२:४२
शुभ मुहूर्त – १२:४२ से १४:३७
चोर पञ्चक – १४:३७ से १६:५२
शुभ मुहूर्त – १६:५२ से १९:१४
रोग पञ्चक – १९:१४ से १९:२५
शुभ मुहूर्त – १९:२५ से २१:३२
मृत्यु पञ्चक – २१:३२ से २३:५०
अग्नि पञ्चक – २३:५० से २६:११+
शुभ मुहूर्त – २६:११+ से २८:३१+
रज पञ्चक – २८:३१+ से ३०:३४+
शुभ मुहूर्त – ३०:३४+ से ३१:०७+
चोर पञ्चक – ३१:०७+ से ३१:११+
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आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप दिन भर पूर्वाग्रह से ग्रसित रहेंगे जल्दी से किसी की बात सुनने के लिये तैयार नही होंगे। वैसे तो आपकी दिनचार्य व्यवस्थित ही रहेगी। आध्यात्मिक कार्यो में रुचि लेंगे पूजा दैनिक पूजा के साथ लघु देव यात्रा करेंगे। घर मे किसी भी धन अथवा अन्य महत्त्व पूर्ण कार्य मे मनमानी व्यवहार कलह करा सकता है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर आज कार्य ज्यादा रहेगा इसकी तुलना में लाभ कम ही होगा फिर भी मेहनत में कमी ना रखे आज की मेहनत कल अवश्य लाभ दिलाएगी। आज भी धन लाभ होगा लेकिन उधारी के कारण बचत नही कर पाएंगे। लाटरी सट्टे में निवेश कर सकते है। सेहत और घर की स्थिति लगभग सामान्य रहेगी। क्रोध से बचें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके धनधान्य में वृद्धि करेगा। पिछले कुछ दिनों से मन मे चल रही किसी खास योजना को साकर रूप दे पाएंगे कार्य स्थल पर आज अस्थिरता के कारण कुछ सौदे बनते बनते बिगड़ने की संभावना है फिर भी आज पुराने व्यवहार अथवा किसी पुराने जानकार से आकस्मिक लाभ हो सकता है धन की आमद आवश्यकता अनुसार थोड़ी सी भागदौड़ के बाद हो जाएगी। आज आपके दिमाग मे कोई गुप्त शारीरिक समस्या दिन भर बनी रहेगी लेकिन संकोच में किसी से परामर्श लेने में हिचकिचाएंगे यह आये जाकर गंभीर रूप ना ले इसका ध्यान रखें। पिता अथवा किसी पैतृक समस्या का समाधान होने से राहत मिलेगी। पुश्तैनी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी लेकिन गुप्त शत्रु भी बढ़ेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपकी मानसिक स्थिति सुदृढ़ रहेगी लेकिन दाम्पत्य में छोटी-छोटी बातों को प्रतिष्ठा से जोड़कर झगड़ पड़ेंगे। शारीरिक रूप से छोटी मोटी व्याधि को छोड़ चुस्त ही रहेंगे लेकिन माता की सेहत को लेकर चिंता होगी आज दिन भर कई आर्थिक पारिवारिक एवं सामाजिक समस्या लगी रहेगी जो कुछ समय के लिये ही आपको मानसिक रूप से विचलित कर पाएंगी। धर्म कर्म में दिखावा मात्र रुचि रहेगी परोपकार भी मान बड़ाई पाने के लिये ही करेंगे लेकिन व्यस्तता के बाद भी मौज शौक के लिये आवश्यक कार्य छोड़कर उपस्थित रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर वाणी के प्रभाव और गुप्त युक्तियों के बल से असम्भव लाभ को भी संम्भव बनाने की योग्यता रखेंगे। घर मे शांति बनाए रखने के लिये आज कम ही बोले। संतान के ऊपर नजर रखें अन्य जगह दिमाग रहने के कारण पढ़ाई में लापरवाही करेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप राग-द्वेष की भावना से भरे रहेंगे। किसी को आगे बढ़ते हुए देखना पसंद नही आएगा। परिजन आपकी मानसिकता को जानते हुए भी मार्गदर्शन करने की जगह अवहेलना करेंगे जिससे आंतरिक क्रोध बढ़ेगा। आज पिता से संबंध खराब ना करे खराब सेहत के कारण पहले ही चिड़चिड़े रहेंगे आपकी मनमानी आग में घी डालने का काम करेंगी। कार्य व्यवसाय में अनिश्चितता बनी रहेगी मेहनत करने के बाद भी स्वभाव में व्यवहारिकता की कमी लाभ से दूर रखेगी। मध्यान बाद की स्थिति उतार चढ़ाव से भरी रहेगी पल पल पर नौकरी एवं व्यवसाय की स्थित बदलने के कारण दुविधा में रहेंगे। दाम्पत्य जीवन मे नीरसता का अनुभव होगा। चाह कर भी अपने मन की बात परिजनों से नही बांट पाने के कारण मन में दुखी रहेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप विचारों से साहसी नजर आएंगे लेकिन नरम सेहत लगभग सभी कार्यो को अस्त व्यस्त बनायेगी। दिन के आरंभिक भाग में सर्दी अथवा फेफड़ो में संक्रमण के कारण शारीरिक रूप से शिथिल रहेंगे। कार्य क्षेत्र से भी आज ज्यादा आशा ना होने के कारण ज्यादा परवाह नही करेंगे लेकिन किसी से किया वादा पूर्ण ना कर पाने की चिंता मन मे लगी रहेगी। आज कमाया धन किसी न किसी की बीमारी अथवा अन्य अकस्मात खर्च पर लग जायेगा। आर्थिक मामले बनते बनते अंत समय मे बिगड़ने से मन निराश होगा फिर भी किसी से उधार ना ले और ना ही किसी को किसी भी रूप में उधार दे नही तो बाद में वापसी को लेकर अवश्य ही कलह होगी। घर मे वातावरण मिला जुला रहेगा उदासीनता रहने पर शांति बनी रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपका दिमाग स्थिर नही रहेगा। पल पल में निर्णय बदलने से स्वयं तो परेशान होंगे साथ वालो को भी असमंजस में डालेंगे। घर मे माता को छोड़ अन्य सभी आपकी मानसिक स्थिति नही समझ पाएंगे। आज जिस कार्य की पूर्ण जानकारी ना हो अथवा संदेह में कोई कार्य ना करें। सन्तानो के उद्दंड व्यवहार की अनदेखी करने पर पति पत्नी के बीच स्नेह संबंधों में खटास आ सकती है। कार्य व्यवसाय से आज विपरीत फल मिलेंगे जहां से लाभ की संभावना होगी वहां हानि और हानि वाली जगह से कुछ न कुछ लाभ होगा। आर्थिक कोष में निरंतर आ रही गिरावट चिंता बढ़ाएगी। नौकरी करने वाले लोग किसी भी प्रकार के अनैतिक कार्य से दूर रहे अन्यथा मान हानि निश्चित है। भाग दौड़ की जगह कार्यो को सहज रूप से होने दे इसमे सफल होने के आसार ज्यादा बनेंगे। शरीर मे दुर्बलता अनुभव होगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपका व्यक्तित्त्व भीड़ में अलग ही नजर आएगा। सार्वजिनक क्षेत्र पर आपकी पहचान खुशमिजाज व्यक्ति की बनेगी लेकिन आज मन का भेद किसी को ना बताये भावुकता में कुछ बोलने पर अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है। काम धंदा कुछ समय के लिये ही गति पकड़ेगा इस समय को व्यर्थ की बहस में ना गवाएं कम लाभ में व्यवसाय करने का लाभ आगे अवश्य दुगुना होकर मिल सकता है। नौकरी वाले लोग कार्यो में आलस्य करेंगे जिससे अधिकारी वर्ग की तीखी नजर में आएंगे। घर का वातावरण थोड़ा उथल पुथल रह सकता है किसी परिजन की सेहत बिगड़ने पर अतिरिक्त भागदौड़ के साथ धन का व्यय भी होगा। सरकारी कार्य आज ना करें धन के लेनदेन में सावधानी बरतें। सन्तान से शुभ समाचार मिलेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपकी सेहत में उतार चढ़ाव लगा रहेगा। जल्दी से किसी कार्य को करने का मन नही करेगा जब भी कार्य करने का मन बनाएंगे तभी शारीरिक समस्या जोर पकड़ेगी आलस्य भी आज प्रत्येक कार्य मे बाधा डालेगा। घरेलू अथवा व्यावसायिक काम काज के लिये अन्य लोगो एवं परिजन के ऊपर निर्भर होना पड़ सकता है। संतानो की छोड़ अन्य सभी का सहयोग मिल जाएगा संताने अपनी मन की चलाएंगी जिस कारण क्रोध में आकर मुह से अपशब्द निकलने से वातावरण दूषित होगा। व्यवसाय से धन की आमद होगी लेकिन चोरी अथवा हेराफेरी से सावधान रहें। नौकरी पेशा लोग सहकर्मियो के आश्रित ना रहे। धर्म कर्म के प्रति भी अरुचि रहेगी। यात्रा ज्यादा जरूरी होने पर ही सावधानी से करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन का आरंभ सुखद रहेगा किसी जटिल समस्या का तुरंत समाधान करने पर प्रशंसा के पात्र बनेंगे। घरेलू वातावरण में थोड़ी बहुत नोकझोंक भी होगी लेकिन इस सब पर आप ज्यादा ध्यान नही देंगे। कार्य व्यवसाय से आज आप कुछ ज्यादा ही उम्मीद लगाए रहेंगे लेकिन किसी के बीच मे व्यवधान डालने से अंत समय मे लाभ आगे के लिये टलेगा। नौकरी वाले लोग कार्य क्षेत्र पर बेहतर प्रदर्शन करेंगे सहकर्मी अथवा अन्य किसी व्यक्ति के बड़ाई पाने के लिये कार्यो में दखल देने से थोड़ा दबाव अनुभव होगा फिर भी अपने काम पर ध्यान से लगे रहे धन लाभ तो आशाजनक नही होगा लेकिन सम्मान मिलने में कमी नही रहेगी। व्यावसायिक कारणों से आकस्मिक यात्रा के योग है इससे ज्यादा लाभ की उम्मीद ना रखें। सेहत थोड़ी बहुत नरम होने पर भी कार्य निर्विघ्न चलते रहेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके अनुकूल रहने वाला है लेकिन दिन के आरम्भ से ही व्यवहार में मृदुता लाने का प्रयास करें अन्यथा जिस भी कार्य की करेंगे उसमे सफलता तो मिलेगी लेकिन जो कार्य आसानी से बन रहा था उसी को पूर्ण करने के लिये किसी की खुशामद करनी पड़ेगी। नौकरी पेशाओ को अकारण ही अधिकारी वर्ग के गुस्से का सामना करना पड़ेगा कुछ समय मौन रहकर विवाद को बढ़ने से बचा सकते है। पिता के प्रति मन मे हीन भावना रहने के कारण आज कम ही बनेगी। व्यवसायी वर्ग खर्च पर नियंत्रण का कितना भी प्रयास करें सफल नही हो पाएंगे आय से अधिक खर्च संध्या के समय अखरेगा। सन्तानो के कारण किसी परेशानी में फंस सकते है पहले ही नजर रखें। स्त्री वर्ग की रोग प्रतिरोधी क्षमता घटने से छोटी छोटी व्याधि परेशान करेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज दिन के आरम्भ में आप के ऊपर अकस्मात कार्य भर बढेगा। कुछ समय के लिये दिमाग शून्य जैसा रहेगा मध्यान आते आते ही कार्यो में सामान्य गति आ आपायेगी। आज कार्य छोटा हो या बड़ा मेहनत करने में कसर ना रखे अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा छोटा काम भी आगे बढ़ी सफलता का मार्ग खोलेगा। कार्य क्षेत्र पर आज आपके लिये अधिकांश निर्णय सही साबित होंगे लेकिन जिस कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे पहले से ही प्रतिस्पर्धा रहने और प्रतिस्पर्धी हर विषय मे आपसे आगे रहने के कारण आरम्भ में परेशानी आएगी लेकिन दृढ़ संकल्प यहां लाभ दिला सकता है। घरेलू वातावरण शांत रहेगा परिजन किसी समारोह के कारण व्यस्त रहेंगे। रक्त संबंधित शिकायत हो सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपका स्वभाव छोटी छोटी बात पर गरम होगा। सेहत में भी आज कुछ न कुछ विकार लगा रहेगा जिससे स्वभाव में झुंझलाहट आ सकती है। दिन के आरम्भ में रूखे व्यवहार से परिजन को दुख पहुचायेंगे लेकिन बाहर स्वभाव को नियंत्रण में रखें अन्यथा सम्मान के साथ भविष्य के लाभ से भी हाथ धो बैठेंगे। सन्तानो की गलतियों को क्षमा करने का प्रयास करें। नौकरी व्यवसाय की गति पहले ही धीमी रहेगी ऊपर से आकस्मिक खर्च लगे रहने से कुछ समय के लिये मानसिक संतुलन खो सकते है विवेक से काम ले वरना किसी न किसी से लंबे समय के लिये संबंध में दरार आने की संभावना है। सरकारी कार्यो में ढील ना दे उलझने बढ़ सकती है। संध्या का समय मानसिक रूप से राहत दिलाएगा लेकिन अनावश्यक व्यय के बाद ही। व्यसनों से दूर रहें।