मणिपुर हो या संविधान पर चर्चा संसद के सदन में विपक्ष चर्चा से भागता क्यों है!, आज का पंचाग आपका राशि फल

🚩🔥🌺🙏🏻🕉️🙏🏻🌺🔥🚩 *जय श्री गणेशाय नमः*🙏 *जय माता चंडिका🙏🌺

      🌺 *महर्षि पाराशर पंचांगम्*🌺

*दिनांक:- 15/12/2024, रविवार*

पूर्णिमा, शुक्ल पक्ष, 

मार्गशीर्ष __________(समाप्ति काल)

तिथि———- पूर्णिमा 14:30:44 तक 

पक्ष———————— शुक्ल

नक्षत्र——— मृगशिरा 26:19:04

योग————- शुभ 26:02:21

करण————- बव 14:30:44

करण———- बालव 25:25:13

वार———————- रविवार 

माह——————- मार्गशीर्ष

चन्द्र राशि——वृषभ 15:03:27

चन्द्र राशि—————– मिथुन

सूर्य राशि—— वृश्चिक 22:10:06

सूर्य राशि——————– धनु 

रितु———————— हेमंत

आयन—————- दक्षिणायण

संवत्सर (उत्तर) ————कालयुक्त

विक्रम संवत————– 2081 

गुजराती संवत———— 2081 

शक संवत—————- 1946 

कलि संवत—————- 5125

दिल्ली 

सूर्योदय————– 07:07:56 

सूर्यास्त————— 17:25:01

दिन काल———— 10:17:05 

रात्री काल————- 13:43:30

चंद्रोदय————– 17:13:41 

चंद्रास्त—————- 31:29:04*

लग्न—वृश्चिक 29°22′ , 239°22′

सूर्य नक्षत्र——————ज्येष्ठा 

चन्द्र नक्षत्र—————- मृगशिरा 

नक्षत्र पाया—————— लोहा 

*💮🚩 पद, चरण 🚩💮*

वे—- मृगशिरा 09:27:55

वो—- मृगशिरा 15:03:27

का—- मृगशिरा 20:40:27

की—- मृगशिरा 26:19:04

*💮🚩 ग्रह गोचर 🚩💮*

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

==========================

सूर्य= वृश्चिक 29°45, ज्येष्ठा 4 यू 

चन्द्र=वृषभ 25°30 , मृगशिरा 1 वे 

बुध =वृश्चिक 12°52 ‘ अनुराधा 3 नू 

शु क्र= मकर 14°05, श्रवण’ 2 खू 

मंगल=कर्क 11°30 ‘ पुष्य ‘ 3 हो 

गुरु=वृषभ 21°30 रोहिणी, 4 वू 

शनि=कुम्भ 19°50 ‘ शतभिषा , 4 सू 

राहू=(व) मीन 08°15 उo भा o, 2 थ 

केतु= (व)कन्या 08°15 उ o फा o 4 पी 

*💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩💮*

राहू काल 16:08 – 17:25 अशुभ

यम घंटा 12:16 – 13:34 अशुभ

गुली काल 14:51 – 16:08 

अभिजित 11:56 – 12:37 शुभ

दूर मुहूर्त 16:03 – 16:44 अशुभ

वर्ज्यम 09:06 – 10:35 अशुभ

प्रदोष 17:25 – 20:12 शुभ

💮चोघडिया, दिन

उद्वेग 07:04 – 08:21 अशुभ

चर 08:21 – 09:39 शुभ

लाभ 09:39 – 10:57 शुभ

अमृत 10:57 – 12:15 शुभ

काल 12:15 – 13:32 अशुभ

शुभ 13:32 – 14:50 शुभ

रोग 14:50 – 16:08 अशुभ

उद्वेग 16:08 – 17:26 अशुभ

🚩चोघडिया, रात

शुभ 17:26 – 19:08 शुभ

अमृत 19:08 – 20:50 शुभ

चर 20:50 – 22:33 शुभ

रोग 22:33 – 24:15* अशुभ

काल 24:15* – 25:57* अशुभ

लाभ 25:57* – 27:40* शुभ

उद्वेग 27:40* – 29:22* अशुभ

शुभ 29:22* – 31:04* शुभ

💮होरा, दिन

सूर्य 07:04 – 07:55

शुक्र 07:55 – 08:47

बुध 08:47 – 09:39

चन्द्र 09:39 – 10:31

शनि 10:31 – 11:23

बृहस्पति 11:23 – 12:15

मंगल 12:15 – 13:06

सूर्य 13:06 – 13:58

शुक्र 13:58 – 14:50

बुध 14:50 – 15:42

चन्द्र 15:42 – 16:34

शनि 16:34 – 17:26

🚩होरा, रात

बृहस्पति 17:26 – 18:34

मंगल 18:34 – 19:42

सूर्य 19:42 – 20:50

शुक्र 20:50 – 21:58

बुध 21:58 – 23:07

चन्द्र 23:07 – 24:15

शनि 24:15* – 25:23

बृहस्पति 25:23* – 26:31

मंगल 26:31* – 27:40

सूर्य 27:40* – 28:48

शुक्र 28:48* – 29:56

बुध 29:56* – 31:04

 

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩* 

       

वृश्चिक > 03:38 से 06:16 तक

धनु > 06:16 से 08:28 तक

मकर > 08:28 से 09:56 तक

कुम्भ > 09:56 से 11:28 तक

मीन > 11:28 से 12:58 तक

मेष > 12:58 से 14:38 तक

वृषभ > 14:38 से 16:36 तक

मिथुन > 16:36 से 18:48 तक

कर्क > 18:48 से 21:06 तक

सिंह > 21:06 से 23:16 तक

कन्या > 23:16 से 01:42 तक

तुला > 01:42 से 03:50 तक

 

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-पश्चिम*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौंजी खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩🔥अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 15 + 1 + 1 = 17 ÷ 4 = 1 शेष

 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

चन्द्र ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

   15 + 15 + 5 = 35 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

 *पूर्णिमा 

*अन्नपूर्णा जयंती 

*खरमास प्रारम्भ 

*धनु में सूर्य 22:11

*💮🚩 शुभ विचार 🚩💮*

अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता ।

अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणांदोषाःस्वभावजाः ।।

।। चा o नी o।।

 झूठ बोलना, कठोरता, छल करना, बेवकूफी करना, लालच, अपवित्रता और निर्दयता ये औरतो के कुछ नैसर्गिक दुर्गुण है।

*💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮*

गीता -: विश्वरूपदर्शनयोग अo-11

मत्कर्मकृन्मत्परमो मद्भक्तः सङ्‍गवर्जितः ।,

निर्वैरः सर्वभूतेषु यः स मामेति पाण्डव ॥,

हे अर्जुन! जो पुरुष केवल मेरे ही लिए सम्पूर्ण कर्तव्य कर्मों को करने वाला है, मेरे परायण है, मेरा भक्त है, आसक्तिरहित है और सम्पूर्ण भूतप्राणियों में वैरभाव से रहित है (सर्वत्र भगवद्बुद्धि हो जाने से उस पुरुष का अति अपराध करने वाले में भी वैरभाव नहीं होता है, फिर औरों में तो कहना ही क्या है), वह अनन्यभक्तियुक्त पुरुष मुझको ही प्राप्त होता है॥,55॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष

सुख के साधनों पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन‍ मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। यश बढ़ेगा। बेचैनी रहेगी। जल्दबाजी न करें।

🐂वृष

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। बाहर जाने का मन बनेगा। बड़ा काम करने की योजना बनेगी। लाभ होगा।

👫मिथुन

शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। हल्की हंसी-मजाक न करें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

🦀कर्क

व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में निवेश लाभदायक रहेगा।

🐅सिंह

संपत्ति की खरीद-फरोख्त में सफलता मिलेगी। स्थायी संपत्ति की दलाली बड़ा लाभ दे सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। सभी ओर से खुश खबरें प्राप्त होंगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

🙍‍♀️कन्या

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ देंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी प्रकार के झगड़ों में न पड़ें। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

⚖️तुला

धार्मिक कार्य में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। निवेशादि करने का मन बनेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी।

🦂वृश्चिक

लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें।

🏹धनु

शारीरिक कष्ट संभव है। पारिवारिक समस्या से चिंता बढ़ सकती है। नई आर्थिक नीति बन सकती है। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन से भविष्य में लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग कार्य में गति प्रदान करेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। पुराना रोग उभर सकता है।

🐊मकर

कानूनी अड़चन सामने आएगी। अज्ञात भय सताएगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम बढ़ेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्च‍ाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देंगे।

🍯कुंभ

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। पार्टी व पि‍कनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शारीरिक कष्ट संभव है।

🐟मीन

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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किसी समझदार और जानकार व्यक्ति को ही भारत की संसद का नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना चाहिए। इससे देश की गरिमा बढेगी, देश हित में विधेयक पारित होंगे, किसी मंदबुद्धि की संसद में ऐसी ऐतिहासिक क्लास भी कम होगी, और भारत विरोधी ऐजेन्डा चलाने वाले भी पस्त होंगे।

परिदृश्य ये है कि संसद में विपक्ष की मांग पर संविधान पर चर्चा हो रही है लेकिन अब विपक्ष चर्चा से भाग रहा है क्योंकि वो जान गया है यही विपक्ष जब सत्ता में था तब सत्ता और संविधान का कितना दुरूपयोग किया इसका काला इतिहास खंगाला जाने लगा है। पाकिस्तान और बांग्लादेश बनाने वाले कैसे शेष बचे हुए भारत को तेजी से इस्लामी देश बनाने के लिए उद्दत हैं ये भी परत दर परत देश वासियों को दिखने लगा है।

पिछली बार भी कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष मणिपुर मणिपुर कह कर देश को भ्रमित करता रहा लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन में मणिपुर पर अपनी सरकार की नीति और कार्ययोजना रखनी आरंभ की तो विपक्ष सदन में टिक नहीं पाया सदन से भाग खड़ा हो गया।

अब संविधान पर चर्चा की विपक्ष की मांग पर चर्चा आरंभ हुई तो विपक्ष सदन चलने ही नहीं दे रहा है। संविधान में वर्णित कथित #सर्वधर्म_सदभाव अर्थात सभी धर्मों का एक जैसा आदर। सेक्युलर अर्थात धर्म निरपेक्ष अर्थात किसी धर्म का पक्ष नहीं। 

फिर यही बात सिविल कोड में आने क्यों नहीं देते। फिर शरीयत और मुस्लिम पर्सनल लॉ की डिमांड किस आधार पर? #कॉमन_सिविल_कोड से फिर इतनी क्यों फट रही है? 

दोगलों से पूछो की तुम्हें हिन्दू तो सेक्युलर चाहिए पर तुम खुद सेक्युलर नहीं रहना चाहते।तुम्हें अपनी सुविधा अनुसार अपना कानून चाहिए,अपनी शरीयत चाहिए। 

जिनपर पड़ोसी देशों में जुल्म हो रहा है उनके लिए आये CAA पर एतराज है पर रोहिंग्यों के लिए मानवाधिकार का पैमाना आ जाता है।

 यही दोगलापन ही तो मोदी खत्म करना चाह रहा है। फिर तुम्हारी इतनी फट क्यों रही है।जब मालूम पड़े तो हमें भी जरूर बतलाना। तुम्हारा यही दोगलापन तुम्हारे अंत का कारण बनेगा। 

 देश के बड़े #अर्थशास्त्री और भारत सरकार के पूर्व मुख्य सलाहकार #केवी_सुब्रह्मण्यम ने टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि मुफ़्त की रेवड़ियाँ बांटने से आम आदमी का अधिकार छीन लिया जाता है।उन्होंने कहा कि मुफ़्त मुफ़्त पर यदि 100 ₹ खर्च किए जाएं तो कुछ वापस नहीं आता।लेकिन यदि 100 ₹ स्वास्थ पर खर्च किए जाएं तो रोजगार भी मिलता है और रोग भी नष्ट होते हैं।मुफ़्त रेवड़ियों से वोट मिल सकते हैं परंतु अर्थशास्त्र के अनुसार खर्च किए गए धन का रिटर्न नहीं मिलता। 

सुब्रह्मण्यम ने कहा कि 80 करोड़ लोगों को मुफ़्त अनाज रेवड़ी नहीं है।यह अनाज बांटने से रोटी के प्रति आम आदमी की चिन्ता समाप्त हुई है।वह कर्मक्षेत्र में निश्चिंत होकर कमाने लगा। इसी का परिणाम है कि 10 साल पहले गरीबी दर 12.2% पर थी और अब घटकर 2.02 प्रतिशत रह गई है।साथ ही सभी को #आयुष्मान_कार्ड मिलने से स्वास्थ्य के प्रति आम आदमी की चिन्ता घट गई है।स्वास्थ्य पर कम खर्च होने का ही परिणाम है कि 10 प्रतिशत लोग गरीबी के रेखा से निकलकर ऊपरी वर्ग में आ गए हैं।

मतलब साफ़ है कि मोदी सरकार आने के बाद विपक्ष चाहे जितनी छातियाँ पीट ले,समाज समृद्ध हुआ है,चिंताएं कम होने से व्यक्ति की कार्य क्षमता बढ़ गई है।अब जिन्हें अपने सिर पर दोहत्तड मार मार कर रोना है वे दहाड़ मारते रहें, सरकार गिराने के लिए जार्ज सोरस और हिंडनबर्ग की ठोड़ी सहलाते रहें , देश तो आगे बढ़ रहा है। अब देखिए न वे दस साल से निरंतर मोदी – अडानी मोदी – अडानी कर रहे थे,न मोदी का कुछ बिगाड़ पाए और न अडानी का। कांग्रेस के राज्य सभा सांसद #धीरज_शाहू के पास चार सौ चालीस करोड़ रूपये मिले कांग्रेस के दूसरे राज्य सभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट के नीचे संसद में नोटों की गड्डी मिली चर्चा तक नहीं होती लेकिन देश के उद्योगपतियों से करोड़ों चंदा भी लेते हैं और उन्हें तारगेट भी करते हैं। 

इन्होंने एक बार सोनिया – सोरोस सोनिया – सोरस कर दिया तो वे बुरा मान गए। संसद नहीं चलने दे रहे, नित्य रंग बिरंगी पट्टियां बांधकर संसद के बाहर तमाशे कर रहे हैं।एक दिन तो भीतर जाते मंत्रियों को गुलाब दे रहे थे पर संसद बैठकें शुरू होते ही हंगामा कर सदन की कार्रवाई ठप्प करा रहे थे । बात सीधे सोनिया पर आई तो उबलना ही था। ऐसा ही राजीव गांधी के जमाने में तब हुआ था,जब बात बोफोर्स और क्वात्रोची की चल पड़ी थी। अब जब से राज्यसभा में सोरोस का विषय उठा,सोनिया गांधी तब से निरंतर सदन आने लगी हैं।

इसमें कोई संदेह नहीं कांग्रेस की नीतियाँ विभाजनकारी और स्वार्थी हैं। पाकिस्तान हो या बंग्लादेश का निर्माण ये कांग्रेस कार्यकाल की देन है। देश पर आपातकाल थोपना सिक्खों का नरसंहार कश्मीर में हिन्दूओं का नरसंहार शहर शहर इस्लामी आतंकवादियों के बम विस्फोट देश का सोना गिरवी रखना और एक परिवार के चार चार प्रधानमंत्री गरीबी हटाने का वादा करते करते बिना किसी उद्योग के विश्व के धनी लोगों में सम्मलित हो गये ये सब कांग्रेस की देन है। कांग्रेस हिन्दुओं के विभाजन के लिए आरंभ से ही कार्य करते रहे हैं। राहुल द्वारा की जाति गणना की मांग उसी कड़ी का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कांग्रेस के आका अभी प्रधानमंत्री नहीं मानते, सपने में भी स्वयं को तीन तीन प्रधानमंत्रियों का वंशज मानते हैं। यही वंश परंपरा उनके अहंकार का कारण है और अहंकार के कारण से ममता और केजरीवाल ने उनसे किनारा कर लिया। अखिलेश ने यूपी में तमाचा जड़ दिया, बिहार में लालू , महाराष्ट्र में उद्धव और शरद पवार कांग्रेस से पिंड छुड़ाने के मूड में हैं।  क्योंकि राहुल उस सत्ता के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं जिस पर उनके परिवार का दशकों तक राज रहा यही राहुल गांधी के गठबंधन और दुखों का कारण भी है। लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान पर चर्चा से जुड़े प्रश्नों का उत्तर दिया। पीएम मोदी ने संविधान को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 6 दशक में 75 बार संविधान में बदलाव किया। संविधान पर परिचर्चा के मध्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से संविधान के साथ कांग्रेस के द्वारा किया गया खिलवाड़ संसद के पटल पर रखा वह भारत वासियों की आंखे खोलने वाला है। संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा के पटल पर 11 संकल्प भी रखे।प्रधानमंत्री के संबोधन के साथ ही लोकसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। उन्होंने कहा कि देश प्रगति के पथ पर अग्रसर है, ऐसा अनेक अर्थविशेषज्ञ मानते हैं। 

किम् कुलेन विशालेन विद्याहीनस्य देहिन:। अकुलीनोऽपि विद्यावान्  देवैरपि सुपूज्यते।।

*अर्थात् श्रेष्ठ कुल में जन्म लेने वाला व्यक्ति यदि विद्याहीन हो तो निरर्थक ही है। क्योंकि विद्वान व्यक्ति तो देवताओं के द्वारा भी पूजा जाता है, भले ही वह किसी श्रेष्ठ कुल से सम्बन्ध ना रखता हो।✍️हरीश मैखुरी