प्रतिपक्षियों में मोदी की रैलियों से अधिक ध्यान का भय, एक यूजर ने लिखा मोदी की दक्षिण साधना से सूर्यदेव शांत हुए उत्तर में

क्या आपको पता है जिस ‘विवेकानंद शिला स्मारक’ पर प्रधानमन्त्री मोदीजी ने 2 दिन साधना की वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह रहे एकनाथ रानडे ने एक-एक रुपए का चंदा इकट्ठा कर के बनवाया था।*

– नेहरू के मंत्री हुमायूँ कबीर का कहना था कि इससे वहाँ की सुंदरता भंग होगी।

– तमिलनाडु के कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री एम भक्तवत्सलम का कहना था कि स्मारक छोटा बनना चाहिए।

– ईसाई मिशनरियों ने वहाँ पट्टिका तोड़ कर क्रॉस लगा दिया था, प्रतिमा भी तोड़ कर फेंक दी थी

– वहाँ पुर्तगाल से आए अत्याचारी मिशनरी सेंट जेवियर का मेमोरियल बनाने की तैयारी थी

इन सब व्यवधानों के बावजूद एकनाथ रानडे ने ये कर दिखाया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी 70 के दशक में इस कर्मयोगी के साथ कार्य कर चुके हैं। ऐसे में उन्हें इस स्मारक की महत्ता पता है। 

याद दिला दूं 2015 में उनके जन्मशती समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उन्हें याद किया था, पुराने दिनों को याद किया था। 

भारत को एक सूत्र में पिरोने में व्यस्त नरेंद्र मोदीजी जानते हैं कि जिस शख्स ने अंडमान एवं निकोबार के पोर्ट ब्लेयर से लेकर अरुणाचल प्रदेश के लोहित में स्थित सुदूर गाँव ताफरागाम तक में विवेकानंद जी के नाम पर स्कूल खोले, जनजातीय समाज के उत्थान के लिए कार्य किया – एकनाथ रानडे जी बनवाए स्थल पर जाना न सिर्फ उनका सम्मान है बल्कि उनके प्रेरणास्रोत *स्वामी विवेकानंद जी* का भी सम्मान है।

अनुमान सही निकले तो नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे । भगवान राम की असीम कृपा और दस वर्षों में किए बेशुमार कार्यों का परिणाम एग्जिट पोल में तो आ गया , तीन दिन बाद मतगणना में भी आ सकता है । एग्जिट पोल के आंकड़े कह रहे हैं कि इंडी गठबंधन सफाचट सफाचट ? बात केवल कांग्रेस की करें तो और भी सरपट फरवट सफाचट ? पीएम मोदी ने कहा था कि अबकी बार बीजेपी 370 और एनडीए 400 पार । कमोबेश वही आंकड़े तमाम एग्जिट पोल के आए हैं । अधिकांश बड़े चैनलों और बड़ी सर्वे एजेंसियों के आंकड़े एनडीए को 350 से 400 पार तो पहुंचा ही रहे हैं । यहां बता दें कि एग्जिट पोल परिणाम नहीं अनुमान बता देते हैं । 

वैसे एग्जिट पोल पूरी दुनिया में होते हैं और सत्य के काफी करीब होते हैं । भारत में इतनी एजेंसियां सर्वे करती हैं और आमतौर पर सभी के अनुमान समान होते हैं । अभी तक ऐसा एक भी अनुमान नहीं आया है जो एनडीए को 300 पार न बता रहा हो । एग्जिट पोल से कांग्रेस , सपा और आम आदमी पार्टी के लिए कोई बहुत बड़ी खुशखबरी मिलने वाली नहीं है । इंडिया ब्लॉक 150 या 160 से आगे नहीं बढ़ेगा , यह अब लगने लगा है । इन पोल्स ने सबसे अधिक निराशाजनक प्रदर्शन बीएसपी का बताया है , जिसे शून्य दर्शाया गया है । अलबत्ता यूपी में मायावती बीजेपी के लिए टॉनिक जरूर साबित हुई हैं ।

कल शाम इंडी गठबंधन की बैठक खड़गे के निवास पर हुई । नेताओं में उत्साह बहुत कम था अतः चायपान के साथ बैठक बहुत जल्दी खत्म हो गई । साथ साथ यह भी पता चल गया कि ममता और स्टालिन बैठक में क्यूं नहीं आए । समापन पर खड़गे ने इतना कहा कि इंडिया 295 + आ रहा है । मीडिया ने जब इसका आधार पूछा तो उन्होंने इतना ही बताया कि जनता सर्वे से उन्हें यह पता चला । जैसे ही अलायंस की बैठक खत्म हुई , टीवी पर एग्जिट पोल्स आने शुरू हो गए । जाहिर है एग्जिट जिसे हरा रहे हैं , वह इन पर भरोसा नहीं करता । जिसे जिता रहे हैं , वह तो भरोसा करेगा ही ।

एग्जिट पोल आ जाने का मतलब यह नहीं कि 4 जून का महत्व कम हो गया । वास्तव में यह महत्व और बढ़ गया है । 4 जून तमाम न्यूज एजेंसियों के एग्जिट पोल्स के लिए भी परीक्षा की घड़ी साबित होने वाली है । सवाल रवीश कुमार , अभिसार , पुण्य प्रसून बाजपेई , अजीत अंजुम,सरदेसाई आदि यू ट्यूबर्स से भी पूछा जाएगा,जिन्होंने एनडीए तथा मोदी के खिलाफ तूफान मचा रखा है।आज हम राहुल गांधी की बात नहीं कर रहे,कांग्रेस की बात नहीं कर रहे । करेंगे,पर चार जून को करेंगे।फिलहाल एग्जिट पोल क्या कहते हैं,उसका अनुमान लगाते रहिए।इतना साफ है कि फिर एक बार मोदी सरकार।

 चमोली में जंगलों की आग का दृश्य  *तापमान 46 से 50 डिग्री तक हुआ…*

आइए हम सब मिलकर अब 55 डिग्री का लक्ष्य लेकर चलें…

– और अधिक पेड़ काटें।

– सड़कें चौड़ी करें। 

– चारों तरफ सीमेंट के जंगल खड़े करें

– सभी पब्लिकेशन के अखबार मंगाएं ताकि बांस-पेड़ समाप्त हो जाएं

– खूब प्लास्टिक प्रयोग करें

– नदियों में रोज कचरा डालें

– रात-दिन एसी चलाएं

– आटोमोबाइल्स को 24 घंटे चालू रखें,

– पानी सिर्फ आर ओ का पियें और खूब पानी बहाएं

– साईकिल पर प्रतिबंध लगवा दें

– देश में धुंआ व प्रदूषण पैदा करें

– वह सभी कार्य करें जिससे ओजोन छिद्र अपने जीवन काल में खूब बड़ा हो जाए

– खूब डिस्पोजेबल सामान का प्रयोग करें।

– रोज सुबह शाम पाइप लगा कर पीने के पानी से घर के सामने की सड़क धोएं, कार को रोज स्नान करवाएं, पम्प चला कर भूल जायें जब तक पड़ोसी आ कर न कहें पम्प बन्द न करें। 

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   “पूत सपूत तो क्यों जल संचय”

                   *धन्यवाद*

एक यूजर ने लिखा मोदी की दक्षिण साधना से सूर्यदेव शांत हुए उत्तर में