डिजिटल तकनीक और शोशल मीडिया ने जहां कुछ सुविधायें दी हैं वहीं बहुत सी समस्याएं और नये अपराधियों को भी अवसर मिल गया है। सबसे पहले तो आपका अमूल्य समय जो नये कार्यों में लगना चाहिए था वो नष्ट हो जाता हैं जो कभी आपके जीवन में दुबारा नहीं आयेगा। अनावश्यक चैटिंग भी इसमें एक है।
अब बात करते हैं डिजिटल तकनीक और शोशल मीडिया को माध्यम बनाकर होने वाले अपराधों की
❤️🔥धंधा है -पर- गंदा है❤️🔥
कुछ लड़कियों और औरतों द्वारा संचालित…
आजकल एक नया व्यवसाय बहुत तेजी से फल फूल रहा है…
जिसमें ना तो कोई लागत लगती है और
ना ही विशेष ड्रेस कोड अथवा यूनिफॉर्म की जरूरत है…
ना ही किसी आफिस या दफ्तर खोलने की समस्या..
और…
यह व्यवसाय है….
सेक्स चैट…
सेमी न्यूड वीडियो कालिंग…
फुल न्यूड वीडियो कालिंग…
और फिर “ब्लैकमेलिंग”
इस धंधे/व्यवसाय…जी हां हम बार बार इस असामाजिक कृत्य को धंधा/व्यवसाय ही कहेंगे क्योंकि इसके द्वारा कमाई कर रही है स्त्रियां…
इस धंधे के प्रचार के लिए पहले अनगिनत लोगों के मैसेंजर और इनबाक्स में मैसेज भेजे जाते हैं कि मुझसे चाहे जैसी बात करो , बस भुगतान करो..
कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ती हैं इस धंधे से जुड़ी स्त्रियों को…बस एकांत वाला कमरा चाहिए या कोई बाथरूम…
जहां वो किसी अंजान पुरुष या स्त्री से अश्लील बातें करके 100/200 रूपए वसूल सकें…. अर्धनग्न या पूर्ण निर्वस्त्र होकर, वीडियो काल पर बात करके Paytm के जरिए 300/500 वसूल सकें…
अब यदि कोई इनके जाल में फंस गया तो ये उस शख्स की बातों का स्क्रीनशॉट और रिकार्डिंग भी कर लेती हैं,
फिर शुरू होती है…
….ब्लैकमेलिंग…फिर सीबीआई या क्राईम पुलिस बन कर लूटने का धंधा बढ़ रहा है। यदि आपके साथ कभी ऐसा हो तो भूल से भी ब्लैकमेलिंग का शिकार ना बने। आन लाइन पैंसे पेमेंट ना करें । अब तक इस अश्लील वीडियो चैटिंग की ठगी में लाखों युवा लुट चुके हैं। इनमें से अधिकांश युवा अच्छे-खासे परिवारों से हैं। ठगों द्वारा पैंसा उन्ही से ऐंठा जाता है।
बल्कि निडर हो कर उसे फोन पर ही डांटे, कठोरता झाड़ पिलायें उसकी वाट लगायें वेझिझक हो कर कहें कि तुझे जो करना है कर ले। तेरा ये नम्बर हम साईबर क्राईम को आज ही दे रहे हैं और सचमुच अपने निकटवर्ती पुलिस स्टेशन या साईबर सैल को दे भी दें। इससे आपको सहायता भी मिलेगी
अब आप सभी यह कहकर अपना पल्ला मत झाड़ लीजिएगा कि हमसे क्या मतलब…ना तो हमारे घर के पुरूष ऐसे हैं और ना हमारी घर की स्त्रियां और ना हम ऐसे हैं…मत भूलिए कि हम सबके बच्चों के हाथ में आनलाइन पढ़ाई के चलते हुए अब मोबाईल है और लगभग सबके मैसेंजर पर भी ऐसे मैसेज आए दिन आते रहते हैं…!!
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि हमारी और आपकी जनहित या सामाजिक मुद्दों पर आधारित पोस्ट पर Community standard का हवाला देते हुए आइडी ब्लाक कर दी जाती है…मगर ऐसे खुलेआम अपने निजी अंगों को दिखाने और अश्लीलता बातों और लेखों वालियों/वालों की आइडी चलती रहती है…!!
आखिर हमारे देश के संस्कृति के रक्षक, साइबर एक्सपर्ट और नारी सशक्तिकरण के संरक्षक अथवा स्त्रीत्व का महिमा मंडन करने वाले… कैसे धृतराष्ट्र बने बैठे हुए हैं..!!
विचार करिए, चिंतन करिए…और ऐसे लोगों की आइडी पर रिपोर्ट दर्ज कराइए..!!
खुलकर विरोध करिए क्योंकि…सवाल है देश की बेटियों का, कुछ बहक गई है तो कुछ बहकाई जा रही हैं।
🙏🌹जय हिंद 🇮🇳#हर_बेटी_मेरी✍️
सावधान! गंदा है पर धन्धा है
इसी तरह एक अन्य धंधा है कि शोशल मीडिया वटसैप आदि पर आपको विज्ञापन दिखेगा हर जनपद से बीस लोगों को काम देने का नाम पर पैंसा ऐठने एक और धंधा चला है। आपको फेसबुक या वटसैप पर आपके जिले या तहसील में काम देने का विज्ञापन मिलेगा ज्यों ही आप उस विज्ञापन पर क्लिक करेंगे तो एक छोटी रकम यानी २०० से पांच सौ आवेदन शुल्क आपका रिज्यूम सीबी या बायोडाटा फोटो भी मांगा जायेगा। या केलव आधार की कापी। फिर कहा जायेगा कि आपके क्षेत्र में कुछ पैंसे वाली स्त्रियों को आपकी आवश्यकता है या आप युवती हैं तो कहा जायेगा कि आपके आसपास कुछ पैंसे वाले पुरुषों को मनोरंजन देना है इसके लिए आपको अच्छी कमाई मिलेगी। ज्यों ही कोई भी व्यक्ति उनको नोकरी छोकरी के लालच में आकर पैंसे फंसाते तो पैंसा और डाटा उन्हे मिल जाता है। फिर उन्ही के गिरोह के लड़के लड़कियाँ फोन करके फंसाते ब्लैकमेलिंग आरंभ कर देते हैं। खूब बातों में फंसाते हैं और फिर जम कर ब्लैकमेलिंग करते हैं अब तक हजारों युवक युवतियां इन गिरोहों के जाल में फंस कर अपना सारा पैंसा लुटाने के बाद डिप्रेशन में जा चुके हैं अनेक युवाओं ने इन गिरोहों के जाल में फंसने के बाद आत्महत्या तक कर ली ऐसे समाचार भी देखने सुनने को मिलते हैं। यह धंधा नया चला है इसलिए इस पर अभी जागरूकता भी नहीं है।
एक और धंधा है फेसबुक आदि शोशल मीडिया प्रोफाईल से आपके बच्चों का डेटा उठा लेते हैं यानी आपके बच्चों की जानकारी कर लेते हैं कि आपका बेटा-बेटी किस शहर में है फिर उसके बाद आपको फोन आयेगा यदि उन्हें फोन पर लगा कि आप बड़ी आयु के प्रोढ़ हो सकते हैं तो कहेंगे कि आपके बेटे या बेटी का नाम फलां-फलां है ना! जी हम पुलिस थाने या साईबर क्राईम से बोल रहे आपका बेटा या बेटी जो भी हो उसका नाम बता कर कहेंगे हमारे कब्जे में है इसने फलां-फलां गलत कार्य किया है। हो सकता है कि ये आई के माध्यम से रिकारडेड आपके बेटे बेटी की आवाज में आप से बात भी करायें फिर कहेंगे कि बीस हजार रू भेजो तो केस रफा-दफा कर देंगे। आप को कुछ नहीं सूझता और आप जैसे जैसे वे ठग बोलते रहते हैं वैसा वैसा करके पैंसे भेज देते हैं। और ठगी के शिकार बन जाते हैं।
ऐसे में पैंसे देने से पहले तत्काल फोन काटें और जिस बेटे या बेटी के का नाम लेकर ठगी करने वाले ने फोन पर बात की है उसे ही फोन करके बात करें। घटना उसे ना बतायें। बल्कि कुशलक्षेम पूछें। या बच्चों का आफिस टाईम हो तो भी घबराना नहीं है बाद में आराम से वीडियो काल करके बात करना है। यदि ठगों का दुबारा फोन आये समझदारी इसी में है कि आप उठायें नहीं उठा भी दिया तो बिना डरे बिना झिझक के बोलें जो करना है करो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता यदि बच्चे ने अपराध किया है तो उसे सजा होनी चाहिए भेज दो जेल करो कार्यवाही। इससे ठग थोड़ी देर दबाव बनाने के बाद ही समझ जाते हैं कि अब पार्टी फंसने वाली नहीं है। फिर वे आपको फोन नहीं करते बल्कि अगला शिकार ढूंढते हैं। सभी भारतीय युवतियों से निवेदन है कि इंस्टाग्राम एवं फेसबुक रील पर अनपशनाप नाचें नहीं आप श्रेष्ठ कुलों की शेरनी हैं नचनिया नहीं। इससे भी आपके डाटा का दुरुपयोग हो सकता है।
उक्त समस्यायें आने पर साइबर क्राइम का राष्ट्रीय टोल फ्री नंबर 1930, और 155260 बताया गया है इन नम्बरों पर फोन करके भी सहयोग लिया जा सकता है।
इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने मित्रों और बच्चों को अवश्य शेयर करें। ( साभार विभिन्न श्रोतों से सभी चित्र गूगल समाचारों से)✍️डाॅ0 हरीश मैखुरी